राजनांदगांव
विरोध में धरना प्रदर्शन और चक्काजाम की चेतवानी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 फरवरी। राजनांदगांव शहर में स्थित शासकीय मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा सुविधाओं के गिरते स्तर को लेकर भाजयुमो ने चेतावनी देते कहा कि सुविधाओं में सुधार नहीं होने पर मुख्यमंत्री और मंत्रियों के शहर आगमन पर घेराव किया जाएगा। वहीं मेडिकल कॉलेज की चिकित्सकीय व्यवस्था के दुरूस्त नहीं होने पर भाजयुमो लगातार धरना प्रदर्शन और चक्काजाम भी करेगी।
भाजयुमो जिलाध्यक्ष मोनू बहादुर ने रविवार को पत्रकारवार्ता में कॉलेज प्रबंधन, जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और राज्य सरकार की उदासीनता का खामियाजा के लिए उपरोक्त सभी को जिम्मेदार ठहराया है। भाजयुमो अध्यक्ष ने कहा कि एक जिम्मेदार नागरिक होने के चलते सबकी जिम्मेदारी है कि इस विषय पर दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी को काम करना चाहिए। स्वास्थ्य के क्षेत्र में ऐसा नहीं होने से मरीज और परिजन को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। भाजयुमो की ओर से लगातार डॉक्टर, नर्स सहित स्टॉफ की कमी, उपकरणों की आवश्यकता, अस्पताल आवागमन की सुविधा, दवाईयों, न्यूरोसर्जन एवं न्यूरो फीजिशियन की मांग, तृतीय श्रेणी वार्ड ब्वाय और पैरामेडिकल स्टॉप के रिक्त पद समेत अन्य मांग शामिल है।
उन्होंने कहा कि अव्यवस्थाओं में सुधार, आवश्यकताओं की पूर्ति और रिक्त पदों पर भर्तियां सहित अन्य विषयों को लेकर भाजयुमो ने पहले भी प्रदर्शन किए हैं। बीते दिनों मौन धरना प्रदर्शन कर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया और कहा था कि अगर इस पर जल्द कार्रवाई नहीं की जाती है तो व्यापक आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन, मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन, स्वास्थ्य विभाग और मुख्यमंत्री बघेल की सरकार को एक व्यापक आंदोलन की शुरूआत से पहले एक हफ्ते में सुधार का समय दे रहे हैं। इस बीच चिकित्सा सुविधा में सकारात्मक परिवर्तन नहीं होते हैं तो अर्थी यात्रा, मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों के आगमन पर घेराव-विरोध प्रदर्शन, चक्काजाम जैसे प्रदर्शन शुरू होंगे। इन प्रदर्शनों के लिए हम बाध्य हैं और इसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की है। पत्रकारवार्ता में भाजयुमो जिलाध्यक्ष मोनू बहादुर सिंह, प्रखर श्रीवास्तव समेत अन्य लोग शामिल थे।