बस्तर
पीएम के लिए भेज दिया 75 किमी दूर, परिजन होते रहे परेशान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 22 मार्च। कोंडागांव जिले के तेलगा कुटुलपारा में रहने वाले किसान का शव मंगलवार की दोपहर को नदी में तैरते हुए देखा गया, जिसके बाद शव को पुलिस जिला अस्पताल ले गई, जहां शव को रात भर अस्पताल में रखने के बाद सुबह पीएम न होने की बात कहते हुए वहां से 75 किमी दूर जगदलपुर के मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया, जहां परिजन सुबह से ही परेशान होते रहे, जिसके चलते परिजनों ने अपना दुखड़ा सुनाया।
मामले के बारे में जानकारी देते हुए मृतक के बेटे ने बताया कि उसके पिता चैतराम सोढ़ी (50 वर्ष) रविवार की सुबह घर से घर में बिना बताए काम से निकल गए, जिसके बाद वापस लौट कर नहीं आये. परिजनों को लगा कि हर बार की तरह ही किसी रिश्तेदार के घर में गए होंगे, कुछ समय के बाद वापस नहीं आए।
मंगलवार को घर के पास रहने वाली एक महिला घर से 1 किमी दूर छेरीबेड़ा नदी में महुआ सुखाने के लिए गई, जहां नदी में शव को तैरते हुए देख गांव के लोगों को सूचना दी। गांव के लोगों ने पहचान के बाद परिजनों व पुलिस को सूचना दी। इसके बाद शव को जिला अस्पताल कोंडागांव ले जाया गया, रात भर कोंडागांव जिला अस्पताल के कर्मचारियों ने शव को रातभर रखने के बाद सुबह पीएम मेकाज में करवाने की हिदायत दे दी। जिसके बाद परिजनों के साथ ही पुलिस अधिकारियों की टीम कोंडागांव से 75 किमी दूर मेकाज आकार शव का पीएम करवाने के बाद लेकर जाने की बात कही।
परिजनों को तो यह भी नहीं मालूम है कि आखिर शव को मेकाज में पीएम क्यों करवाया जा रहा है। मृतक के एक रिश्तेदार सोनाधर का कहना है कि चिकित्सकों ने शव को मेकाज तो भेज दिया, लेकिन परिजनों को इसका बड़ा खामियां भुगतना पड़ रहा है।
इस मामले में कोंडागांव जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. आरसी ठाकुर का कहना था कि दो दिनों तक शव पानी में रहने के कारण काफी सड़ गल गया था, जिसके कारण यहां के चिकित्सक अपना रिपोर्ट देने में असमर्थता जाहिर की, इसके अलावा शव का पीएम फोरेंसिक चिकित्सकों के द्वारा किया जाएगा, इसलिए शव का पीएम मेकाज में किया जाए, इसलिए जगदलपुर भिजवाया गया है।