बस्तर
जगदलपुर, 30 अप्रैल। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के समीप धुड़मारास में ईको-विकास समिति ने कायाकिंग की शुरुआत की है। अब बस्तर आने वाले पर्यटकों को एक नया रोमांच का अनुभव मिलेगा। धूड़मारास से लगे कांगेर नदी में यह गतिविधि का संचालन धुड़मारास ईको-विकास समिति के माध्यम से किया जा रहा है।
कायाकिंग के लिए पर्यटकों को दरभा रोड से पेदावाड़ा बैरियर से होते हुए धूड़मारास पहुंच सकते हैं। कायाकिंग के लिए प्रति व्यक्ति शुल्क 100 रुपये रखा गया है। पर्यटकों को अब रोमांच के साथ कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के प्रकृति एवं जैव-विविधता को देखने का मौका मिलेगा। साथ ही पर्यटकों के रुकने के लिए स्थानीय युवा होम स्टे का संचालन भी कर रहे हैं।
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के निदेशक धम्मशील गणवीर ने बताया कि बस्तर के इको-पर्यटन में कायाकिंग का अनुभव एक नया आयाम जोड़ेगा। स्थानीय समुदाय द्वारा इसके संचालन पहल लिया जाना एक सराहनीय पहल है।