जशपुर
एक-दूसरे को बचाते-बचाते दोनों की चली गई जान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुर, 13 मई। जशपुर जिले के बगीचा थाना अंतर्गत लौहघुटरी में गांव के पास नदी में नहाते दो बच्चियों की डूबने से मौत हो गई। जब एक बच्ची नदी में डूबने लगी तो उसे बचाने एक बच्चा कूदा, पर वह भी बचाते हुए डूबने लगा, जिन्हें डूबता देख दूसरी बच्ची भी बचाने कूदी, पर वह भी डूब गई, और बच्चा जैसे-तैसे निकल पाया और बेहोश हो गया।
बताया गया कि इस नदी में गर्मी के चलते भले ही पानी कम था, लेकिन लगातार रेत तस्करों द्वारा की गई खुदाई से कुछ जगह काफी गहराई हो गई थी और वहां पानी भरने से बच्चियां उसमें डूबती चली गईं, जब तक उनके पास सहायता पहुंचती, तब उन दोनों की मौत हो गईं। बगीचा थाने की पुलिस टीम ने मर्ग कायम करके जांच शुरू कर दी है।
माता-पिता गए थे काम पर
दूरस्थ आदिवासी बाहुल्य बगीचा विकासखण्ड के पसिया के आश्रित ग्राम लौहघुटरी में रहने वाले आदिवासी परिवार रोजी रोटी चलाने के लिए सुबह से ही घर से काम काज के लिये निकल जाते हैं और इस दिन भी जब माता-पिता घर से कमाने के लिये निकले तो दोनों बच्चों ने अपने अन्य रिश्तेदारों को यह कहा कि वे पास के जंगल में काजू पेड़ से काजू तोडऩे जा रहे हैं, लेकिन खेलते-खेलते दोनों बच्चियां जिनकी उम्र दस से बारह साल हैं, वे नदी में नहाने चली गईं, लेकिन नदी की ज्यादा गहराई में भरे पानी में एक के बाद एक समा गई।
बताया जा रहा है कि एक बहन जब डूब रही थी, तब दूसरी उसे बचाने के लिये आई पर हड़बडाहट में एक दूसरे को लपेट लिया, जिससे दोनों डूब गईं और कुछ देर बाद दोनों की मौत हो गई।
समय पर अगर सहायता मिलती तो बच सकती थी बच्चियों की जान
यह बात भी सामने आ रही है कि जब बच्चियां डूब रही थी, तब आसपास कोई नहीं था, जिसके चलते बच्चियों को बचाना संभव नहीं हो पाया। पुलिस टीम भी जब वहां पहुंची, तब तक दोनों बच्चियां नदी में ही डूबी हुई थी और उनकी मौत हो चुकी थी। लौहघुटरी के मैनी नदी में यह दुखद घटना घटी है। मृत बच्चियों के नाम आसमानी नागवंशी (11 वर्ष) पिता अमसु और दूसरी बच्ची का नाम रीना नागवंशी (13 वर्ष) पिता रतिया राम है।
रेत माफिया के कारण नदी में हुईं गहराई
इस मामले में खास बात यह भी है कि जो ग्रामीणों ने बताया कि पहले नदी गहरी नही थी, पर रेत तस्करों ने उसे खोद खोद कर गहरी कर 15 फीट से ज्यादा कर दिया है, जिसका अंदाजा बच्चियों को नहीं था। वहीं जब आसमानी नदी में डूबने लगी तो उसे बचाने एक बच्चा नीरज कूदा, पर वह भी बचाते हुए डूबने लगा, जिन्हें डूबता देख रीना भी बचाने कूदी, पर वह भी डूब गई, और बच्चा जैसे तैसे निकल पाया और बेहोश हो गया।
इन सब घटनाओं को देख रही एक अन्य बच्ची ने दौड़ते काजू बागान में पहुंच कर घटना को बताया, पर बचाव अभियान तक दोनों बच्चियों की मौत हो गई थी।