बलौदा बाजार

आधा सावन बीत गया, पिछले साल के मुकाबले अभी आधी बारिश भी नहीं हुई
17-Jul-2023 7:05 PM
आधा सावन बीत गया, पिछले साल के मुकाबले अभी आधी बारिश भी नहीं हुई

कम पानी गिरने से किसान चिंतित, नहीं बढ़ रहे धान के पौधे

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार, 17 जुलाई। जिला में सप्ताह भर बाद शनिवार को बारिश हुई, हालांकि रोजाना ही मौसम परिवर्तन हो रहा था, पर बारिश नहीं हो रही थी। इससे वातावरण में उमस महसूस की जा रही थी। किसान भी बारिश का इंतजार कर रहे थे। शनिवार शाम से ही शहर सहित आसपास के क्षेत्र में राहत की बारिश ने मौसम को खुशनुमा कर दिया। कम बारिश के चलते जिले के खेतों में पानी नहीं भर रहा है। किसानों की मानें तो 2 से 3 दिन बारिश ऐसी ही होती रही तो जुलाई अंत तक थररा का काम पूरा हो जाएगा। मौसम जानकारों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण आगामी दिनों में भी ऐसी ही स्थिति रहेगी।

बलौदा बाजार लवन तहसील में कम बारिश हुई है। धान की बुआई भले ही 80 फीसदी हो गई है मगर रोपाई का काम मात्र 20त्न हो पाया है। वह भी वहां जहां बोर जैसे सिंचाई के संसाधन हैं।

ग्राम लटूवा ढोंकी गाडाड़ीह रिसदा जैसे गांव के किसान खेदुराम वर्मा सोहन ध्रुव मंगल यादव साधारराम गायकवाड़ किसान का कहना है कि शनिवार को हुई बारिश से थोड़ी राहत मिली है।इसी तरह बारिश होती रही तो नुकसान की भरपाई हो जाएगी।

 वहीं किसान विशेषज्ञ प्रदीप कश्यप का कहना है कि धान की फसलें 160 170 दिन की होती है। यदि अगस्त और सितंबर में अच्छी बारिश हो जाती है तो किसानों को राहत मिल जाएगी। अभी खेतों में पानी रहना बहुत जरूरी है। अभी के समय में फसल बढऩे के साथ में कन्सा पढने लगता है लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।

एक दिन 73 मिली मीटर पानी गिरा था

पिछले साल की 14 जुलाई को एक ही दिन में 73 मिलीमीटर बारिश हुई थी। जबकि इस बार जुलाई के बीते 14 दिनों में मात्र 51.14 मिलीमीटर हुई है। पिछले साल जुलाई के 14 दिनों में ही 258.12 मिले मिलीमटर बारिश हुई थी मगर इस बार 1 जून से लेकर 14 जुलाई तक डेढ़ महीने में सिर्फ 233.7 मिलीमीटर ही पानी बरसा। यदि पिछले 10 साल की औसत वर्षा से लगभग 28 फीसदी वर्षा कम हुई है। पिछले वर्ष जुलाई माह में ऐसा कोई भी दिन नहीं था जब जिले में बारिश नहीं हुई हो वही इस बार जुलाई माह के दिन बीते दिनों में 8 दिन तो बिना बारिश या हल्की फुहारो में ही बीत गए।

पानी की कमी पौधे नहीं बढ़ रहे

विशेषज्ञों की मानें तो खेतों में पानी नहीं रहने की वजह से फसल बढ़ नहीं पा रही है। धान की फसलों में बियासी जुलाई में हो जाती थी इस बार हरेली तक पानी नहीं होने की वजह से बियासी नहीं हो सकेगी। पानी रहने से फसल गरम रहती है तो उत्पादन अच्छा होता है लेकिन जुलाई में बारिश कम हुई है। धान की फसलों में कई तरह के रोग लगने लगेंगे। जिले के सभी 9 तहसीलों में जो बारिश अब तक हुई है। वह खेती किसानी के हिसाब से काफी कम मात्रा में हुई है। सावन माह में जिस तरह की बारिश की उम्मीद किसान लगाए हुए थे उस हिसाब से नहीं हुई।

बारिश हो तो राहत

कृषि उप संचालक दीपक कुमार नायक का कहना है कि जिले में लगभग बुवाई का काम तो हो गया है लेकिन रोपाई का कम बारिश नहीं होने की वजह से रुका हुआ है अनुमान है कि एक-दो दिनों में अच्छी बारिश होगी।

1 जून से 14 जुलाई

तक बारिश

तहसील  बारिश मिली

मीटर में

सिमगा       308.0

बलौदा बाजार 193.0 

कसडोल      213.6

लवन 195.8

पलारी 208.4

भाटापारा     295.0

सुहेला 244.0

सोनाखान     222.6

टुडरा 222.5

औसत       233.7

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