रायगढ़
पुसौर में सरकारी जमीन खरीदी-बिक्री का अनोखा मामला आया सामने
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 23 जुलाई। रायगढ़ जिले के पुसौर तहसील में सौ साल पुराने छोटे झाड़ जंगल की जमीन की खरीदी-बिक्री का मामला सामने आया है। राजस्व अभिलेखों में छेड़छाड़ की शिकायत स्थानीय युवा ने जिला कलेक्टर से की है।
जिले के पुसौर में खसरा नम्बर 16/2 की 66 डिसमिल जमीन जो कि सन 1924-25 के राजस्व विभाग के दस्तावेजों के अनुसार बंजर जमीन थी। 1954-55 में इस जमीन को छोटे झाड़ जंगल की जमीन के रूप में सरकारी रिकार्ड में दर्ज किया गया। भू-राजस्व संहिता की धारा 115 व 116 में सरकारी भूमि मद में दर्ज होने के बावजूद तात्कालीन तहसीलदार ने आनंदराम के नाम कर दिया।
12 अक्टूबर 2020 को पंचनामा तैयार हुआ, 26 अक्टूबर को पटवारी ने प्रतिवेदन दिया और 28 अक्टूबर 2020 को सारी प्रक्रिया पूर्ण करते हुए तहसीलदार ने सरकारी छोटे झाड़ जंगल की जमीन के जंगल मद को राजस्व अभिलेखों से विलोपित कर आवेदक आनंदराम के नाम दर्ज करने का आदेश जारी कर दिया।
तमाम कायदे कानून को ताक में रखकर महज 16 दिन में ही सारी प्रक्रियाएं पूरी हो गई और 100 साल से जो जमीन सरकारी रिकॉर्ड में छोटे झाड़ जंगल के रूप में दर्ज थी, वो देखते ही देखते आनंदराम के नाम हो गई।
सरकारी जमीन अपने नाम होते ही आनंदराम ने इस जमीन को पुसौर के ही नंद कुमार विश्वाल को बेच दिया। अब यह जमीन नंद कुमार विश्वाल के नाम पर रजिस्ट्रर्ड हो चुकी है।
पुसौर तहसीलदार के आदेश के खिलाफ पुसौर की एक महिला ने आवाज उठाई और एसडीएम न्यायालय में इस आदेश के खिलाफ अपील की है।