रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 28 अगस्त। ग्राम पंचायत मिड़मिड़ा में वर्तमान सरपंच और सचिव की कार्यशैली से नाराज ग्रामीणों द्वारा जल जीवन मिशन में बरती जा रही लापरवाही और ग्राम पंचायत के अन्य विकास कार्य में किया जा रहे भ्रष्टाचार को लेकर मुखर हो गए हैं तथा पंचायत में चल रहे गड़बड़ झाले की पोल खोलते हुए कड़ी कार्रवाई करने जल्द ही उच्च अधिकारियों से मुलाकात करने की बात कही है।
शनिवार की शाम एक वीडियो वायरल हुई है जिसमें ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जल जीवन मिशन अंतर्गत ग्राम पंचायत मिड़मिड़ा में निर्मित पानी टंकी में जल भराव के लिए प्रस्तावित बोर खनन के बाद बोर पंप न लगाकर, हैंड पंप (बोरिंग) लगा दिया गया है। ग्रामीणों ने सवाल उठाए हैं कि इतनी ऊंचाई पर स्थित हजारों लीटर की विशालकाय पानी टंकी को क्या हैंडपंप के पानी से भरा जाएगा ?
इस संबंध में जब हमारे संवाददाता ने पंचायत पहुंच कर हालात का जायजा लिया तो पता चला कि पानी टंकी चालू हालत में है तथा एक अन्य बोर के माध्यम से पानी टंकी में जल भराव होता है। ऐसे में अगर जल भराव के लिए पहले से बोर की व्यवस्था है तो पानी टंकी के ठीक नीचे खनन कर बोरिंग की क्या आवश्यकता थी। टंकी से सीधे एक पाइप कनेक्शन भी नीचे दे सकते थे जिससे 24 घंटे पानी उपलब्ध होती। वहीं ग्रामीणों द्वारा पंचायत में हुए विकास कार्यों की सूची कार्य का नाम और लागत राशि का ब्यौरा भी उपलब्ध कराया गया है जिसमें जल व्यवस्था, पानी टंकी और बोर के लिए लाखों रुपए आहरण किए गए हैं। यहां ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है कि ग्राम पंचायत द्वारा कागजों में मुक्ति धाम निर्मित कर पैसे की बंदर बांट कर ली गई है। तथा पंचायत में जो मुक्तिधाम है उसे 5 वर्ष पहले पूर्व सरपंच के कार्यकाल में बनाया गया था। इसी तरह दवा छिडक़ाव के नाम पर आहरण की गई राशि का कार्य बोगस बताया जा रहा है। ग्रामीणों की माने तो गांव में कहीं भी दवा का छिडक़ाव नहीं किया गया है। गांव में निर्मित मितानीन भवन भी अधूरा पड़ा है।
ग्रामीणों ने आगे कहा कि गांव की तमाम समस्या और गड़बड़ झाले को लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है जल्द पुख्ता प्रमाण के साथ ग्रामवासी जिला कलेक्टर से लिखित शिकायत दर्ज कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करने वाले हैं।