सरगुजा
शोभायात्रा निकालकर दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उदयपुर, 26 अक्टूबर। शिव मंदिर प्रांगण में स्थापित मां दुर्गा की पूजा-अर्चना लगातार नौ दिन चलने के बाद दसवें दिन मंगलवार को धूमधाम से गाजे-बाजे और आतिशबाजी के साथ रावण दहन के बाद विसर्जन किया गया ।
15 अक्टूबर से प्रारंभ हुआ नवरात्र का त्योहार मूर्ति स्थापना के साथ प्रारंभ हुआ था। नौ दिन तक चले इस आयोजन में दुर्गा पूजा समिति द्वारा महिलाओं का गरबा बच्चों के डांस प्रतियोगिता सहित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया था। नगर के सैकड़ों लोगों ने इस दौरान अपनी उपस्थिति दर्ज कराई माता रानी के दरबार में हाजिरी लगाकर देश प्रदेश के साथ क्षेत्र व समाज के लोगों के लिए मंगल कामना की गई। प्रतियोगिता में शामिल प्रतिभागियों को समिति के द्वारा उचित इनाम भी प्रदान किया गया।
सोमवार को नवरात्र के दिन विशेष हवन पूजन और पूर्णाहुति की गई । मंगलवार को दशहरा के दिन विसर्जन के लिए माता जी की प्रतिमा के समक्ष लोगों ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर बधाई दी और विदाई गीत ‘नवरातर नौ दिन माई दसम दिन बिदाई’ के बजते ही उपस्थित सभी लोग भावुक हो गए और आंखों से आंसू छलकने लगे।
मां दुर्गा की प्रतिमा के साथ लोग नगर भ्रमण करने लगे और रावण दहन स्थल पर माता की मूर्ति पहुंचने के बाद भव्य आतिशबाजी के साथ रावण का दहन कर बुराई पर अच्छाई की विजय का त्योहार दशहरा धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में स्थानीय दुर्गा पूजा समिति, युवा मित्र मंडली और शारदा महिला मंडल सहित उदयपुर नगर के आमजनों का सराहनीय योगदान रहा।