सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 28 अक्टूबर। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नेत्र विभाग की तरफ देखने वाला कोई नहीं है। पिछले कुछ दिनों से लगातार नेत्र विभाग में अंधत्व निवारण शिविर के तहत विभिन्न ब्लॉक के मोतियाबिंद के मरीजों को लाकर उनका ऑपरेशन किया जा रहा है। कई मरीजों को ऑपरेशन के बाद जमीन पर भी सोना पड़ रहा है।
विभाग में अव्यवस्था न हो, इसके लिए हर विभाग में एचओडी की नियुक्ति की गई है, परंतु नेत्र विभाग के एचओडी ही विभाग से नदारद रहते हैं। बताया जाता है कि महीने में दो-तीन बार वे विभाग में पहुंचते हैं। यहां के स्टाफ का कहना है कि जब ज्यादा मरीज ऑपरेशन के लिए आते हैं तो उन्हें सूचित करके बुला लिया जाता है।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के नेत्र विभाग में वर्तमान में पिछले कुछ दिनों से सरगुजा के विभिन्न ब्लॉक से मोतियाबिंद के मरीजों को लाकर ऑपरेशन किया जा रहा है। ऐसे में हर रोज बाहर से कई मरीज नेत्र विभाग में पहुंच रहे हैं। स्थिति तो यह भी बन रही है कि कई ऑपरेशन वाले मरीजों को जमीन पर भी सोना पड़ रहा है।
ऑपरेशन वाले मरीजों को ठंड के इन दिनों में पलंग नसीब नहीं हो रहा है। ड्यूटी रोस्टर के अनुसार पहले यूनिट में अन्य चिकित्सकों के साथ विभाग अध्यक्ष को भी ओपीडी में बैठना है , परंतु नेत्र विभाग के विभाग के अध्यक्ष अपना भार दूसरे को देकर अंबिकापुर से बाहर ही रहते हैं। महीने में दो-तीन बार विभाग अध्यक्ष नेत्र विभाग में दिख जाएं तो बहुत है।
स्टाफ को भी नहीं है जानकारी, कौन है विभागाध्यक्ष
नेत्र विभाग की पड़ताल करने पर जब ‘छत्तीसगढ़’ के द्वारा विभाग के एचओडी डॉ. आर के सोरी के बारे में जानकारी दी गई तो विभाग के कई स्टाफ उनके नाम से ही अंजान दिखे। कुछ स्टाफ उनके नाम से परिचित जरूर थे, परंतु वे किस कारण से अंबिकापुर से बाहर हमेशा रहते हैं, इसके बारे में वे लोग भी जानकारी नहीं दे पाए। अलबत्ता स्टाफ ने ‘छत्तीसगढ़’ टीम के मेंबर का मोबाइल नंबर लेकर कहा कि जब एचओडी आएंगे तो हम आपको फोन करके बता देंगे।
मैं दिखवाता हूं -डीन
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. रामनेश मूर्ति से इस संबंध में चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि नेत्र विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ. सोरी कॉन्फ्रेंस में रहने के कारण संभवत: छुट्टी पर होंगे, परंतु लगातार अगर वह विभाग में नहीं आ रहे हैं, तो मैं दिखवाता हूं।