रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 नवंबर। राजधानी में बीती रात एक और युवक की हत्या कर दी गई । शहर में बीते आठ दिनों में यह छठवीं हत्या है।
पुलिस के मुताबिक मंगलवार देर रात टिकरापारा इलाके के मठपुरैना में पुराने अपराधी दिनेश कुमार की आपसी रंजिश में तीन युवकों ने पीट पीटकर जान ले ली।दिनेश कुमार उर्फ बब्बा का पुराने बदमाशों के देर रात विवाद हो गया, जिसके बाद आरोपियों ने हाथ-मुक्के से पिटाई कर दी। इससे उसके शरीर में गंभीर चोट आई। वह वहीं बेहोश होकर गिर गया। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने तत्काल दिनेश को अस्पताल भेजा जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेज दिया है। मृतक दिनेश पर 7 अपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।ये तीनों भी आदतन अपराधी बताए गए हैं। पुलिस देर शाम तक पूरे मामले का खुलासा कर सकती है ।
वैसे राजधानी में 14 नवंबर से 21 नवंबर पिछले 1 हफ्ते में हुई 6 हत्याएं हो चुकी है।राजेंद्र नगर,सिविल लाइन,पुरानी बस्ती, कबीर नगर, धरसीवां और खरोरा समेत टिकरापारा थाना इलाके में 6 हत्याएं हो चुकीं हैं।सभी हत्याओं में नशा और पुरानी रंजिश ही कारण रहे हैं। यानी वारदात के तरीके एक ही। इसी तरह से मृतक और जान लेने वाले आरोपियों में सभी नशे के आदी हैं। इन घटनाओं ने एक बार फिर रायपुर में पुलिसिंग के तरीकों पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है । जो चुनावी आचार संहिता के दिनों में भी नजर नहीं आ रही। राजधानी की कानून व्यवस्था पर विशेष निगरानी और हैंडल करने सरकार ने केवल राजधानी जिले को आईजी रेंज बनाया है। इसके बाद भी विजेबल पुलिस कहीं नजर नहीं आ रही। पुराने पैटर्न पर पुलिस की गश्त में रोको,टोको और तलाशी लगभग ठप है। ऐसे में अपराधी बेखौफ होकर जेब, गाडिय़ों में राज, डंडे चाकू आदि लेकर घूम रहे हैं। और छोटी बात पर हथियार का इस्तेमाल कर जाते हैं। यह भी विचारणीय तथ्य है कि पुलिस की गुंडा लिस्ट भी बढ़ नहीं पा रही। और गली मोहल्ले में इनकी संख्या बढ़ रही। यहीं नहीं चुनावी दृष्टि से पुलिस की जिलाबदर (तड़ीपार) कार्रवाई पर भी संदेह जताया जा रहा है। पुलिस ने इस बार पांच अपराधियों को ही जिलाबदर किया है । वह 5-7 मामलों वालों को जबकि शहर में तीन दर्जन से अधिक अपराध वाले आरोपी घूम रहे हैं।