रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर 18 दिसंबर। छत्तीसगढ़ नागरिक संघर्ष समिति ने मुख्य सचिव को न्यू ईयर पर लाउॅड स्पीकर और ध्वनी प्रदूषक यंत्रों की अनुमति न देने का की मांग की है। संघर्ष समिति के सदस्यों ने कहा कि वर्ष 2022 में जिस प्रकार पूरे प्रदेश के लिए 31 दिसंबर की रात ध्वनि विस्तारक यंत्रों के उपयोग की अनुमति अचानक दी गई थी वैसी अनुमति इस वर्ष ना दी जावे। क्योंकि इसकी आड़ में देर रात तक तेज आवाज से ध्वनि विस्तारक यंत्र बजाए जाते है असहनीय ध्वनि प्रदूषण होता है।
31 दिसम्बर कोई धार्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रम या उत्सव नहीं है समिति ने मुख्य सचिव को लिखा है कि ध्वनि (विनियमन और नियंत्रण) नियमों के तहत इस प्रकार की अनुमति सिर्फ सांस्कृतिक कार्यक्रम, धार्मिक या किसी उत्सव के लिए दी जा सकती है। नियमों के अनुसार छूट के दिनों की संख्या और विवरण राज्य सरकार को अग्रिम रूप से अधिसूचित करना है। इस प्रकार की छूट नव वर्ष चालू होते ही या चालू होने के पूर्व अधिसूचित की जानी चाहिए ना कि अचानक एक दिन पूर्व। समिति ने कहा है कि भारतीय परम्पराओं के तहत 31 दिसम्बर ना तो कोई धार्मिक ना ही सांस्कृतिक और ना ही किसी उत्सव की श्रेणी में आता है।
समिति ने पत्र में आशंका व्यक्त की है कि इस वर्ष भी 31 दिसंबर के लिए आवास एवं पर्यावरण विभाग द्वारा छूट दी जाएगी, जिसका दुरुपयोग कर देर रात तक तेज ध्वनि में ध्वनि विस्तारक यंत्र बजाए जाएंगे। इसलिए इस वर्ष 31 दिसंबर के लिए किसी भी प्रकार की कोई भी अनुमति रात 10 बजे से अर्धरात्रि 12 बजे तक ध्वनि विस्तारक यंत्रों के उपयोग की अनुमति न ही दी जावे तथा सुनिश्चित किया जावे की पूरे प्रदेश में किसी भी प्रकार से ध्वनि प्रदूषण न हो।