सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 30 दिसंंबर। विकासखंड के आदिम जाति सेवा सहकारी समिति दवनकारा में सैकड़ों किसानों के खाते में आये बोनस राशि को कम बताते हुए आज 50 से अधिक किसान समिति प्रबंधक के पास पहुंचे,जहां उन्होंने अपने द्वारा बेचे गये धान की तुलना में बहुत ही कम बोनस राशि प्राप्त होने की शिकायत दर्ज कराई, वहीं कई किसान ऐसे भी थे जिन्होंने धान बेचने के बाद भी बोनस न मिलने की बात कही।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ सरकार बनते ही सर्वप्रथम 25 दिसंबर को किसानों का बकाया 2 वर्ष का बोनस भुगतान करने की घोषणा की गई थी, लेकिन कई किसानों को इसका लाभ नहीं मिल पाया जिसकी शिकायत लेकर वे आज दवनकरा समिति प्रबंधक के पास पहुंचे थे।
किसानों ने बताया कि वर्ष 2014-15 तथा 2015-16 में बेचे गये धान का बोनस जो उन्हें प्राप्त नहीं हुआ था, वह 25 दिसम्बर को उनके खाते में आना शुरू हुआ। किसानों के अनुसार उनके द्वारा सैकड़ों क्विंटल धान बेचे गये हैं मगर केवल 40 किलो के हिसाब से ही उनके खाते में पैसे प्राप्त हुए हैं, जो बहुत ही कम है।
इसके अलावा कई गांव के किसान ऐसे भी थे जिन्होनें बताया कि वर्ष 2014-15 तथा 2015-16 में उन्होंने समिति में अपना धान बेचा था मगर शासन द्वारा जारी किये गये बोनस सूची में उनका नाम नहीं है। किसानों ने इस मामले में पूर्व समिति प्रबंधक द्वारा हेरफेर करने का भी आरोप लगाया।
आज किसानों के साथ उनकी समस्याओं को लेकर प्रतापपुर मंडल अध्यक्ष अक्षय तिवारी एवं जरही मंडल अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता भी पहुंचे थे। दोनों मंडल अध्यक्षों द्वारा इस संबंध में समिति प्रबंधक से बात की गयी जिस पर समिति प्रबंधक द्वारा पूरे मामले को समझकर इसपर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
आज इस दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदा यादव, अजित गुप्ता(रिंकू), प्रेमचंद कुशवाहा, जनपद सदस्य केवरा, राजेंद्र नापित,कमल राजवाड़े, रामप्रसाद सोनपाकर के साथ किसान रामप्रसाद, कमलाप्रसाद, मंगलसाय, खिलेश्वर, रामदेव, बबन, राजेन्द्र नापितघूरन राम, शिवप्रसाद सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे।
समिति प्रबंधन के पास में की गई शिकायत में किसानों का कहना है कि हमारे बेचे गए धान में सूची में नाम भी नहीं है। सैकड़ों क्ंिवटल धान बेचने के बाद भी उनके खाते में महज कुछ रुपए आने से ग्रामीण किसानों में आक्रोश हंै। आक्रोशित किसानों ने समिति प्रबंधन पर कई तरह के आरोप लगाते हुए मामला की जांच कार्रवाई की मांग की हैं।
इस विषय में कलेक्टर सूरजपुर संजय अग्रवाल ने चर्चा के दौरान बताया कि किसानों की शिकायत पर जांच करायेंगे तथा जो भी वंचित हैं उन्हें बोनस राशि का वितरण किया जायेगा। इसके अतिरिक्त इस मामले में जो भी दोषी होगा उसपर कार्रवाई होगी।