सूरजपुर
अयोध्या कार सेवा में जाते जिले के नेताओं ने भी दिखाया था दमखम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सूरजपुर, 21 जनवरी। श्री राम मंदिर निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा समारोह से उत्साहित सूरजपुर नगरवासी ही नहीं अपितु सभी गांवों और मोहल्लों में विविध धार्मिक अनुष्ठान और रामायण पाठ इत्यादि आयोजित कर रहे हैं। जगह-जगह भगवा ध्वज और जगमग लाईटों से धार्मिक स्थलों व चौक-चौराहों को सजाया गया है।
22 जनवरी को ऐतिहासिक और यादगार बनाने में राम भक्तों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे 1989 के शिलापूजन और कारसेवा में सक्रिय रहे भाजपा जिलाध्यक्ष बाबूलाल अग्रवाल ने श्री राम मंदिर व जन्मभूमि के लिए हुए आंदोलनों में जिलेवासियों की सहभागिता पर आधारित संस्मरणों से अवगत कराया।
उन्होंने उस दौरान की फोटो और महत्वपूर्ण दस्तावेजों को साझा करते हुए बताया कि श्रीराम जन्म भूमि आंदोलन हेतु सूरजपुर में निकाली गई संकल्प यात्रा में प्रतिष्ठित नेता स्व. बृजनारायण चौबे, बैकुण्ठनाथ तिवारी, आर.पी. वाजपेयी भाजपा नेता स्व. मनोहर राव कोनेर, स्वयं बाबूलाल अग्रवाल के अलावा स्व. राजकुमार अग्रवाल, स्व. रामकुमार जैन, शोभित राम, भीमसेन अग्रवाल, कृष्णा सोनी समेत बड़ी संख्या में श्रीराम भक्तों ने दलगत भावना से उपर उठकर सक्रिय भूमिका निभाई।
संपूर्ण आंदोलन के प्रत्यक्षदर्शी रहे उस दौरान के युवा भाजपा नेता एवं वर्तमान भाजपा जिलाध्यक्ष बाबूलाल अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 1989 में विश्व हिन्दू परिषद् द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर शिलापूजन का एक बड़ा अभियान चलाया गया था एवं देश के कोने-कोने से मंदिर निर्माण हेतु शिलाएं एकत्रित कर अयोध्या भेजी गई, उस समय संयुक्त सरगुजा जिले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तत्कालीन विभाग संघ चालक स्व. यदुवंश नारायण सिंह एवं सरगुजा के पूर्व सांसद स्व.लरंग साय के नेतृत्व में शिलापूजन अभियान में हम सभी रामभक्तों को सहभागी बनने का अवसर प्राप्त हुआ।
श्री रामजन्मभूमि आंदोलन हेतु समर्थन जुटाने के लिए भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी ने 25 सितंबर, 1990 को सोमनाथ से अयोध्या के लिए श्री राम रथयात्रा की शुरुवात की, जो अंबिकापुर से होकर गुजरी, जिसका हम सभी को स्वागत करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था।
अक्टूबर 1990 में श्री राम कारसेवा समिति, सरगुजा के आह्वान पर सूरजपुर से स्व.राजकुमार अग्रवाल एवं स्व. रामकुमार जैन की अगुवाई में मेरे साथ भीमसेन अग्रवाल, कृष्णा सोनी, शोभित राम, रविन्द्र सोनी को श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में भाग लेने का अवसर प्राप्त हुआ था। आज भी श्रीराम जन्मभूमि का नाम सुनते ही मेरे स्मृति पटल पर आन्दोलन का वो हर एक क्षण जीवंत हो उठता है।
सूरजपुर के हम सभी कारसेवकों को नगर के पंचदेव मंदिर से पूजा-अर्चना कर नगरवासियों ने हमें अयोध्या हेतु विदा किया था, वह अत्यंत ही भावुक क्षण था। सभी के ह्रदय में यहीं भाव था की अपने आराध्य प्रभु श्री राम को उनकी पवित्र जन्मभूमि अयोध्या धाम में भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण कर सिंहासन पर विराजित कर सकें।
लम्बी प्रतीक्षा एवं वर्षों के संघर्षों के परिणामस्वरूप सर्वोच्च न्यायालय ने 9 नवंबर, 2019 को श्री रामजन्मभूमि के पक्ष में फैसला सुनाकर सत्य की विजय सुनिश्चित की। तदोपरांत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अथक प्रयास एवं कोटि-कोटि रामभक्तों व सनातनियों के सहयोग से श्री रामजन्मभूमि पर भव्य एवं दिव्य मंदिर में आगामी 22 जनवरी को प्रभु श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होने जा रही है। जिस दिन को देखने के लिए सैकड़ों वर्षों से हमारे पूर्वज प्रतीक्षा करते रहें, उस ऐतिहासिक क्षण के हम सभी साक्षी होंगे, यह हम सभी के लिए अत्यंत सौभाग्य एवं आनंद का विषय है।
श्री राम जन्मभूमि एवं मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिन्दू परिषद एवं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेतृत्व में आयोजित विभिन्न आंदोलनों एवं कार्यक्रमों में नगरवासियों की सहभागिता बढ़-चढक़र रही है।
आज जब अयोध्या धाम में दिव्य श्रीराम मंदिर के प्रथम चरण का कार्य पूर्ण हो गया और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा सोमवार को होगी, तब सूरजपुर जिले के सहभागी कार सेवकों का उत्साहित होना स्वाभाविक है।