बस्तर
ग्रामीण हुए भावुक, कहा कभी सोचा नहीं था कि ये दिन भी देखेगे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 27 जनवरी। सुकमा जिले के अति संवेदनशील इलाकों में जहाँ कभी लाल सलाम के नारे गूंजते थे, वहाँ कई दशकों के बाद तिरंगा लहराते देख ग्रामीण भावुक हो गए। ग्रामीणों का कहना था कि कभी सोचा भी नही था कि कभी ऐसा दिन भी देखने को मिलेगा, जब हमारे ग्रामीण इलाकों में शान से तिरंगा लहराया जाएगा। ग्रामीणों ने तिरंगा फहराने के बाद भारत माँ के जयकारे भी लगाए।
बताया जा रहा है कि सुकमा जिले के अति नक्सल प्रभावित गांव सालातोंग, दुलेड़, परिया एवं मूलेर में गणतंत्र दिवस के अवसर पर कई दशकों बाद तिरंगा लहराया गया।
हाल ही में नक्सलियों के पीएलजीए बटालियन नंबर 01 कोर क्षेत्र में नवीन कैम्प सालातोंग, दुलेड़, मुकराजकोण्डा, परिया एवं मूलेर में नया नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित किया गया था। कैम्पों में तैनात सुरक्षाबलों द्वारा ग्रामीणों के साथ हर्षोल्लास के साथ गणतंत्र दिवस मनाया गया।
ग्रामीणों ने कहा कि इन जगहों में जहां कभी नक्सलवाद जिंदाबाद के नारे लगते थे, वहां पर आज भारत माता की जय के नारे से ग्रामीण इलाक़ा गूंज उठा। नवीन कैम्पों की स्थापित होने से नक्सलवाद उल्मूलन के साथ-साथ क्षेत्र के विकास कार्यों में तेजी आई है।
जिला सुकमा में आईजी बस्तर रेंज सुन्दरराज पी., कमलोचन कश्यप उप पुलिस महानिरीक्षक रेंज दंतेवाड़ा, सुनीत कुमार राय उप महानिरीक्षक (परिचालन) सीआरपीएफ रेंज कोंटा, अरविंद राय उप महानिरीक्षक (परिचालन) सीआरपीएफ रेंज सुकमा के मार्गदर्शन एवं सुकमा एसपी किरण चव्हाण, जिला सुकमा के निर्देश पर नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में नवीन सुरक्षा कैम्पों की स्थापना कर क्षेत्र के लोगों में नक्सलियों के भय को दूर किया जा रहा है। नक्सलियों की खोखली विचारधारा से ग्रामीणों को बताकर नक्सलवाद से दूर रहने समझाईश दी गई है।
सुरक्षा कैम्प खुलने से क्षेत्र में आम जनता को सडक़, पुल/पुलिया, बिजली सुविधायें, पानी की व्यवस्था, भवनों का निर्माण, अच्छी शिक्षा, पीडीएस दुकानें, चिकित्सा सुविधायें, मोबाईल कनेक्टिविटी आदि मूल-भूत सुविधायें मिल रही है। जिले में नक्सलियों के कोर क्षेत्र में जिसमें सालातोंग, दुलेड़, मुकराजकोण्डा, परिया एवं मूलेर नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित किया गया है, जहां पर कई दशकों बाद आज गणतंत्र दिवस के अवसर पर कैम्पों में तैनात जवानों द्वारा ग्रामीणों के साथ गांव में तिरंगा फहराकर गणतंत्र दिवस के 75वें वर्षगांठ को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
एक समय था, जब इस क्षेत्रों में सिर्फ नक्सलवाद जिंदाबाद के ही नारे लगते थे, लेकिन आज सुकमा पुलिस, केन्द्रीय सुरक्षा बलों एवं शासन-प्रशासन के सतत् प्रयासों से नक्सलियों के गढ़ माने जाने वाले क्षेत्र भारत माता की जय के नारे के साथ पूरा गूंज उठा।
क्षेत्र के विकास एवं नक्सल मुक्त करने के लिए सैकड़ों जवानों द्वारा अपनी प्राणों की आहुति दी है। जवानों द्वारा ग्रामीणों को बताकर नक्सलवाद से दूर रहने एवं क्षेत्र के विकास में सहयोग करने की अपील की गई। क्षेत्रों में कई दशकों के बाद हुए इस कार्यक्रम को देखकर ग्रामीणों में हर्ष का माहौल है। कार्यक्रम में आये बच्चे, ग्रामीणों को मिठाई वितरण किया गया।