सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुसमी, 31 जनवरी। ग्राम हर्री के कुआं में एक युवक शव मिला। उसके सीने पर एक भारी पत्थर बंधे होने से उसकी हत्या कर कुआं में फेंके जाने की आशंका थी। कुसमी पुलिस ने शव मिलने के 24 घंटे के भीतर ही हत्या के आरोपी ससुर व चाचा ससुर को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
मंगलवार को मामले का खुलासा करते हुए कुसमी एसडीओपी इमानूएल लकड़ा ने बताया कि रविवार को एसपी बलरामपुर डॉ. लाल उमेद सिंह द्वारा क्राइम मीटिंग रखी गई थी, उसी दौरान कुसमी थाना प्रभारी जितेंद्र जायसवाल को सूचना मिली कि ग्राम हर्री के कुआं में एक युवक का शव मिला है जिसके बाद कुसमी थाना के एसआई बीएन शर्मा की टीम को मौके पर भेजकर शव को बाहर निकलवाकर जांच शुरू कर दी गई।
देर शाम को कुसमी थाना प्रभारी जितेंद्र जायसवाल भी मौके पर पहुंच कर एसपी व कुसमी एसडीओपी इमानूएएल लकड़ा के मार्गदर्शन में मामले में अज्ञात के खिलाफ हत्या का जुर्म दर्ज कर विवेचना शुरू की गई।
पुलिस को पता चला कि हर्री निवासी फदू तिर्की की बेटी सुमित्रा से मृतक लक्ष्मण का प्रेम प्रसंग के बाद वह बिना विवाह किए ही पत्नी बनाकर 11 वर्ष से साथ रह रहा था। अब उसके बच्चे भी हैं। वह पत्नी-बच्चों को शंकरगढ़ के बचवार मे किराए के मकान में रखता था।
इस घटना का इतना समय गुजर जाने के बाद भी फदू अपने दामाद लक्ष्मण से नाराज रहता था। गत वर्ष लक्ष्मण किसी कारणवश अपनी सास के साथ भी मारपीट कर दिया था, इससे उसे काफी चोंटे आई थी, वहीं रविवार को जब लक्ष्मण के शव को गांव के महेश के कुआं में देखने के बाद जब मनरूप द्वारा फदु के चचेरे भाई सुखना को देखने के लिए बुलाया तो सुखना बिना देखे वहा से चला गया।
संदेह के आधार पर जब पुलिस द्वारा फदु व सुखना को अभिरक्षा में लेकर पूछतांछ की गई तो पहले आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि लक्ष्मण अपने सास ससुर के साथ अक्सर झगड़ा विवाद कर मारपीट करने को उतारू रहता था।
23 जनवरी की रात को फदु अपने चचेरे भाई सुखना के साथ खाना बना रहा था, उसी दौरान रात करीब 9.30 बजे लक्ष्मण नशे की हालत में वहां पहुंचा और किसी बात को लेकर हुए विवाद में वह सुखना के साथ मारपीट करने लगा। इससे नाराज होकर फदु लकड़ी का पीढ़ा उठाकर लक्ष्मण के सीना में कई बार वार कर दिया, वहीं सुखना भी आवेश में आकर लक्ष्मण के चेहरे में टांगी से हमला कर दिया। मारपीट से गंभीर चोट लगने से लक्ष्मण की मौत हो गई।
इसके बाद दोनों भाई लक्ष्मण के शव को लेकर देर रात को गांव के महेश के कुआं में पहुंचे, वहां मृतक के सीने में एक बड़ा पत्थर बांधने के साथ शव के उपरी हिस्सा को बोड़ा से ढंककर कुआं में फेंक दिए थे।
आरोपियों के जुर्म कबूल करने पर पुलिस ने आरोपी सुखना तिर्की (45 वर्ष) व फदु तिर्की (55 वर्ष) दोनों निवासी ग्राम हर्री के खिलाफ धारा 302,201 के तहत कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर मंगलवार को न्यायालय में पेश किया गया, वहां से इन्हें जेल भेज दी गई।