रायगढ़
नपं घरघोड़ा में भ्रष्टाचार का रचा गया अजब-गजब कीर्तिमान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 17 फरवरी। रायगढ़ जिले के घरघोड़ा नगर पंचायत में पूर्व शासन में अधिकारियों की कारस्तानी से भ्रष्टाचार में अजग गजब कीर्तिमान रचने का प्रकरण सामने आया है। यहां के सीएमओ व इंजीनियर ने कलेक्टर के जांच आदेश तक को दरकिनार कर अपने चहेते ठेकेदार से सडक़ बना कर भुगतान तक कर दिए। इसका खुलासा भाजपा नेता पूर्व सांसद प्रतिनिधि के आरटीआई पत्र में जवाब से निकला है। अब इस मसले को लेकर सीएम, वित्त मंत्री ओपी चौधरी व नगरीय प्रशासन मंत्री से कांग्रेस शासन काल में राशि के दुरुपयोग को लेकर भाजपा नेता संजय सिन्हा ने शिकायत दर्ज कराने की बात कही हैं।
गौरतलब हो कि नगर पंचायत घरघोड़ा में अधोसंरचना मद से विभिन्न कार्य स्वीकृत हुये थे, उक्त कार्यों के प्रकालन शासन के राशि का दुरुपयोग व भ्रष्टाचार के लिए एक नया आयाम स्थापित करने तत्कालीन उप-अभियंता द्वारा सीसी रोड के ऊपर सीसी रोड़ का प्रकालन बना दिया गया। जिसकी शिकायत भाजपा नेता सांसद प्रतिनिधि संजय सिन्हा द्वारा कलेक्टर रायगढ़ के पास की थी जिसमे जांच के आदेश जारी हुई थे उसके बाउजूद वार्ड 02 कासिम घर से बबलू मोटवानी घर होते हुए विद्या बहिदार घर तक सीसी रोड़ 6.33 की स्वीकृति हुई है। जिसका मूल्यांकन 441443 रुपये का भुगतान 3.47 लाख का किया गया। वार्ड 02 आशीष शर्मा घर से बेदमती यादव घर तक सीसी रोड़ 2.97 लाख की स्वीकृति हुई जिसमें 1.76 लाख का भुगतान किया गया, व वार्ड 03 काली बन्शे घर से भोटुमुड़ा तालाब तक सीसी रोड जिसकी स्वीकृति 3.65 लाख थी, जिसमें 2 लाख 74 हजार का भुगतान किया गया। जबकि उक्त सडक़ में पूर्व में सीसी रोड बना हुआ है। इस शासन का नियम भी यही कहता है कि जो सडक़ 10 वर्ष में बनाया गया है उसे केवल टॉप लेयर में निर्माण की अनुमति हैं।
इस भ्रष्टाचार की कांग्रेस शासन काल वर्ष 2023 के मध्य माह में भाजपा नेता पूर्व पार्षद, तत्कालीन सांसद प्रतिनिधि संजय सिन्हा ने शिकायत दर्ज कराया। चूंकि सत्ता से जुड़ा वह भी भ्रष्टाचार का मामला होने पर इसे दबा दिया गया। ऐसे में सूचना के अधिकार के तहत पूरे मामले का पर्दाफाश हो गया।
यहां तक कि घरघोड़ा एसडीएम ने भी संजय सिन्हा की शिकायत पर भी जांच का आदेश जारी किया था तथा तत्कालीन रायगढ़ कलेक्टर ने जांच हेतु 14 जुलाई 2023 को अनुविभागीय अधिकारी लोक निर्माण विभाग धरमजयगढ़ को जांच अधिकारी बनाया गया, जिसकी एक प्रति घरघोड़ा नगर पंचायत भी प्रेषित किया गया। वहीं, लोक निर्माण विभाग के जांच अधिकारी ने अपनी जांच रिपोर्ट 18 अगस्त 2023 कलेक्टर रायगढ़ को प्रेषित भी कर दी कि उक्त सडक़ो को सीसी रोड की जगह टॉप लेयर बनाया जाए जांच प्रतिवेदन की एक प्रति नप कार्यालय में भी दी गयी थी । उसके बाद भी उपअभियंता प्रदीप पटेल व वर्तमान सीएमओ ने ठेकेदार को संरक्षण देते हुए उक्त तीनों सडक़ को बनने दिया, जिससे शासन को लाखों रुपये की आर्थिक नुकसान हुआ व 23-10-23 को उक्त सडक़ों का भुगतान कर दिया गया। इससे स्पष्ट होता है कि अपने चहते ठेकेदार को संरक्षण देते हुए भ्रष्टाचार किया गया है।
नोटशीट के पन्नों को भी बदल डाला
अपने चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने एक बड़ा खेल खेला गया, जिसकी पुष्टि सूचना के अधिकार से हुई। उक्त तीनों सडक़ों की जांच के पश्चात भी ठेकेदार ने सडक़ों को बना दिया। तत्कालीन उप अभियंता ने बकायदा नोटशीट में इसका उल्लेख भी किया और अपनी टिप में सडक़ को गुणवत्ताविहीन भी अंकित किया। उसके पश्चात भी वर्तमान प्रभारी उपअभियंता प्रदीप पटेल द्वारा उक्त नोटशीट के पन्नों को बदल कर कलेक्टर व एसडीएम के जांच को दरकिनार कर भुगतान कर दिया गया।
कांग्रेस शासन में अफरयं से सांठगांठ
कर किए लाखों के न्यारे व्यारे
कांग्रेस शासन में जिले में कई ऐसे तहसील है जहां विकास कार्यो अधोसंरचना कार्य, गोठान,नरवा योजना के लिए करोड़ों रुपये की राशियों स्वीकृत हुई। चूंकि कार्यों को पूरा करने के बजाए अधिकारियों से सांठगांठ कर राशि का दुरुपयोग कर बंदरबांट कर लिया गया। कई तहसील है जहां काम वर्क आर्डर के विपरीत किया गया तो कुछ में बगैर कार्य किए ही राशि आहरण तब कर लिया गया जब उक्त कार्य जिला कलेक्टर के आदेश पर प्रकरण जांच में विचाराधीन था। घरघोड़ा का यह सडक़ निर्माण कार्य इसकी बयानगी कर रहा हैं।
घोटाले की सीएम व वित्त मंत्री से करेंगे शिकायत- संजय सिन्हा
पूर्व भाजपा पार्षद व सांसद प्रतिनिधि ने संजय सिन्हा कहा कि नगर पंचायत के कुछ वार्ड में तत्कालीन उपअभियंता द्वारा सीसी रोड के ऊपर सीसी रोड़ का प्राकलन बना दिया गया था। जिसकी जांच हेतु मेरे द्वारा शिकायत की गई थी। कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग के अनुविभागीय अधिकारी धरमजयगढ़ को जांच का जिम्मा दिया। जांच की जानकारी मिलते ही ठेकेदार द्वारा उक्त सडक़ के ऊपर गुणवत्ता विहीन सीसी रोड़ का निर्माण कर दिया गया। ठेकेदार द्वारा बिना उपअभियंता की उपस्थिति के बिना लाभ उठाते हुए गुणवत्ता विहीन सडक़ का निर्माण कर दिया गया, और राशि भी तब जारी किया गया है जब यह प्रकरण जांच में है। इस तरह भ्रष्टाचार किया गया। इसकी शिकायत सीएम व वित्त मंत्री से की जाएगी।