बलरामपुर

जंगल में पत्थरों के बीच विराजे भगवान भोलेनाथ, भक्तों का लगा रहता है तांता
10-Mar-2024 2:16 PM
जंगल में पत्थरों के बीच विराजे भगवान  भोलेनाथ, भक्तों का लगा रहता है तांता

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजपुर, 10 मार्च।
प्राकृतिक सुंदरता एवं चट्टानों के मध्य विराजे शिवलिंग लोगों के आकर्षण का केंद्र बन रहा है। जंगल में पत्थरों के बीच विराजे भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए रोज श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती ही जा रही है यहां का मनमोहक दृश्य लोगों के आकर्षण का केंद्र बन रहा है।

राजपुर कुसमी मार्ग पर राजपुर से महज पाँच किलोमीटर दूर परसापानी के पास स्थित ध्वजा पाठ इन दिनों सुर्खियों में है। ध्वजा पाठ में विराजे भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग पर पूजा-अर्चना हेतु हर रोज श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती ही जा रही है।

कुसमी मुख्य मार्ग पर परसापानी में मुख्य सडक़ से महज 500 मीटर अंदर ध्वजा पाठ का जंगल है जहां प्राकृतिक सुंदरता एवं बड़े-बड़े पत्थरों के बीच भगवान भोलेनाथ की शिवलिंग स्थापित है। प्राकृतिक छटाओं से भरपूर ध्वजा पाठ में विराजे शिवलिंग श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बन गया है। करीब 5 वर्ष पूर्व प्राकृतिक रूप से निकले यह शिवलिंग बेलपत्र एवं कदम के पेड़ के बीच में स्थित है। उक्त स्थल पर भगवान भोलेनाथ के अलावा माता पार्वती नागलोक सतबहनी सहित बजरंगबली भी स्थापित है। महाशिवरात्रि पर्व के अलावे हर रोज इस जगह भारी संख्या में दूरदराज से श्रद्धालुगण पहुंचकर भगवान भोलेनाथ के अलावा माता पार्वती नागलोक सतबहिनी सहित बजरंगबली की पूजा अर्चना की जाती है।

महाशिवरात्रि पर होता है भव्य आयोजन
प्राकृतिक छटाओं के बीच स्थापित भगवान भोलेनाथ की महाशिवरात्रि के पर्व पर भव्य पूजन का आयोजन किया जाता है। महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर एक दिन पूर्व से ही इस जगह पर अखंड कीर्तन सहित रामायण का पाठ किया जाता है एवं महाशिवरात्रि के दिन सुबह से ही श्रद्धालुओं के लिए अखंड भंडारा का आयोजन किया जाता है।कार्यक्रम को सम्पन्न कराने हेतु मंदिर समिति के सदस्य जुट रहते हैं।

शिव-पार्वती  विवाह
ध्वज पाठ में विराजे भगवान भोलेनाथ एवं माता पार्वती जी की महाशिवरात्रि के अवसर पर विवाह का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। महाशिवरात्रि पर घोरघडी के शिवडाँड़ से भगवान भोलेनाथ की बड़ी ही धूमधाम के साथ बारात निकाली जाती है। गाजे बाजे के साथ भगवान भोलेनाथ की बारात देर शाम ध्वजा पाठ पहुंचती है जहां भगवान भोलेनाथ का विवाह माता पार्वती के साथ संपन्न कराया जाता है। विवाह के लिए बाकायदा मंडप गाड़ी जाती है एवं पूरे दिन विवाह की शहनाइयां बजाई जाती है।जिसके बाद देर शाम बारात पहुँचने पर भगवान भोलेनाथ एवं माता पार्वती का विवाह पूरे विधि विधान के साथ संपन्न कराया जाता है।

सामरी विधायक ने भी लिया आशीर्वाद
महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर सामरी विधायकउद्धेश्वरी पैकरा ने ध्वजा पाठ पहुँचकर भगवान भोलेनाथ का दर्शन व पूजा अर्चना कर क्षेत्र में शांति और खुशहाली के लिए प्रार्थना की। उन्होंने वहां के प्राकृतिक छटाओं का भरपुर आनंद लिया और भंडारे का प्रसाद भी ग्रहण किया।
 

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