बस्तर
भतीजे ने पुलिस जवानों पर लगाया आरोप
जगदलपुर, 13 मार्च। बीजापुर जिले के बोडग़ा गाँव में 12 मार्च को हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ के बाद घायल हुई महिला के भतीजे ने पुलिस जवानों पर आरोप लगाते हुए कहा कि जवानों ने घर में बच्चों को खाना खिला रही बुआ को 2 गोली मारते हुए चले गए, जिसके बाद महिला को 24 घंटे के बाद अस्पताल ले जाया गया, जहाँ से उसे मेकाज रेफर किया गया है। बुआ की हालत काफी खराब है।
घायल राजे ओयाम के भतीजे फगनू मरकाम ने आरोप लगते हुए बताया कि जवानों के द्वारा पहले रेखावाई, उसके बाद बेड़मा और फिर बोडग़ा गांव पहुँची, जहाँ पर पुलिस और नक्सलियों के बीच में गोलीबारी शुरू हो गई, जिसके बाद गांव में रहने वाले ग्रामीण डर के चलते घरों में दुबक कर बैठ गए। करीब आधा घंटे तक चले मुठभेड़ के बाद बुआ राजे ओयाम अपने पति गुड्डो व 3 बच्चे के साथ घर में बच्चों को खाना खिला रही थी, तभी जवानों की एक टीम घर में घुसकर बुआ के पीठ व कमर में 2 गोली मारकर वहां से चली गई।
इससे पहले जवानों के द्वारा बोडग़ा गांव के सोमा गुमटी, बैल पंचायत से मनकू परसा को भी अपने साथ उठाकर ले गई, लेकिन शाम को उन दोनों को छोड़ दिया गया, लेकिन 12 मार्च की दोपहर को बुआ राजे ओयम को मारने के बाद चले गए थे।
घायल महिला को पीठ व कमर में गोली लगने व पुलिस डर के चलते उसे स्वास्थ्य केंद्र नहीं ले जाया गया। रात भर घर में देसी इलाज के माध्यम से उसका इलाज किया गया, इसके बाद 13 मार्च की सुबह महिला को एम्बुलेंस के माध्यम से भैरमगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए जगदलपुर रेफर किया गया।
ग्रामीणों को भी पीटा
घायल महिला की भाभी सरस्वती ने भी आरोप लगाते हुए बताया कि जब पुलिस ने गोली मारकर जा रहे थे तो ग्रामीणों ने जवानों को रोका भी, जिसके बाद पुलिस जवानों ने ग्रामीणों के साथ मारपीट भी किया, जिसके बाद गांव में डर का माहौल देखा जा रहा है।
महिला को रखा गया है सुरक्षा घेरे में
मेकाज पहुँचने के बाद घायल महिला राजे ओयम को पुलिस निगरानी में रखा गया है, जिसके कारण किसी को भी महिला से मिलने नहीं दिया जा रहा है, वहीं घर वालों का कहना है कि महिला की हालत ठीक नहीं है।