रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 मार्च। पुलिस पेट्रोलिंग की इसी ढिलाई के चलते बीच राजधानी से लेकर आउटर में चोरी की घटनाओं में तेजी आई है । इसमें लोकल के साथ साथ बाहरी गिरोह के भी सक्रिय होने की बात कही जा रही है। पूर्व का ट्रेंड रहा है कि गर्मी के दिनों में ही सेंधमारी,चोरी,लूट और डकैती की घटनाएं बढ़ती है। दिन भर गर्मी से परेशान परिवार रात कूलर एसी सी ठंडक में सोए रहने का फायदा उठा वारदात कर जाते हैं । इसमें बाहरी गैंग आउटर में बसी कॉलोनियों के मकानों को शिकार बनाते हैं। दिन में रैकी कर रात वारदात के बाद ताकि वारदात के बाद फरार होने मैं ज्यादा मुश्किल न हो। रैकी के दौरान ये गिरोह मकानों से थाने की दूरी, पुलिस की दिन और रात में मुवमेंट का भी आंकलन करते हैं ।
माना बस्ती के रहवासियों ने बताया कि इलाके के दो-तीन घरों में भी देर रात डकैतों ने घुसकर वारदात को अंजाम देने का प्रयास किया था, लेकिन चीखने चिल्लाने के कारण डकैत मौके से फरार हो गए थे.
कल रात भी ऐसा ही हुआ। चंद्राकर परिवार को शिकार बनाने के बाद डकैत रायपुर,धमतरी हाईवे से फरार हो गए। ऐसी घटनाओं को रोकने पुलिस को गश्त बढ़ानी होगी।
बहरहाल यह इस वर्ष की पहली बड़ी डकैती मानी जा रही है। इससे पहले बीते दो वर्षों में 12 डकैतियां दर्ज की गईं थीं। बीते 4 जनवरी को जारी एन्युवल रिकॉर्ड के अनुसार वर्ष 23 में हुई पांच डकैतियों में तीस लाख से अधिक और वर्ष 22 में हुई 7 डकैतियों में 50 लाख से अधिक संपत्ति पार किए गए थे। दोनों ही वर्ष में पुलिस ने क्रमश 31,47 आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
और इधर गृह मंत्री ने कहा
डिप्टी सीएम गृह विजय शर्मा ने कहा कि रायपुर में कोई चाकूबाजी की घटना या गैंगवार की घटना नहीं आ रही है। पिछले 15 दिनों से सभी ने रिलैक्स महसूस किया होगा। इस घटना में पूरी उम्मीद है कि सभी आरोपी जल्द पकड़े जाएंगे। दंड के प्रावधान भी ऐसे करने की कोशिश है कि सभी को सबक मिले और अपराध करने से पहले 100 बार सोचे। वरिष्ठ अधिकारियों से इस घटना की जानकारी ली जाएगी।