रायगढ़

हॉस्टल से लापता बेटी की मिली लाश
16-Mar-2024 8:44 PM
हॉस्टल से लापता बेटी की मिली लाश

 न्याय को लेकर पीडि़त परिवार धरने पर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायगढ़, 16 मार्च। छत्तीसगढ़ में आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बाद आज भी आदिवासी इलाकों में इंसाफ की मांग को लेकर पीडि़त परिवार पुलिस जांच को लेकर खासे परेशान हैं स्थिति यह है कि बार-बार चक्कर पे चक्कर और आवेदन पर आवेदन देने के बाद भी पुलिस के अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं करते जिसके कारण अब आदिवासी परिवार सीधे-सीधे पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने धरना देकर इंसाफ की मांग कर रहे हैं। 

ऐसा ही एक मामला आज सुबह पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने देखने को मिला जब धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र के ग्राम जोबी हास्टल में रहने वाली एक आदिवासी युवती गुम होने के बाद कुछ दिनों बाद उसकी लाश मिलने पर पीडि़त परिवार इसे हत्या का मामला बताते हुए जांच की मांग कर रहा है। जनवरी माह में हुई इस घटना पर पुलिस की जांच जस की तस है और पीडि़त आदिवासी परिवार यह आरोप लगा रहा है कि पुलिस आरोपियों को बचाने में लगी है।

क्या है पूरा मामला
जिले के खरसियां थाना क्षेत्र के जोबी चौकी क्षेत्र अंतर्गत एक नाबालिग आदिवासी छात्रा का संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिलने के मामले में कई अनसुलझे सवालों को खड़ा किया है। मृतिका धरमजयगढ़ ब्लॉक अंतर्गत एक कन्या छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रही थी। 03 जनवरी को परिजनों के द्वारा छात्रा को हॉस्टल में पहुंचाया गया। जिसके करीब 3-4 दिन बाद छात्रा का शव  खरसियां थाना क्षेत्र के काफरमार इलाके में मिला। इन सब के बीच मृतक छात्रा के परिजनों की ओर से हॉस्टल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया गया है और पीडि़ता के साथ सामूहिक अनाचार होने की आशंका जताई है। इसके अलावा उन्होंने इस मामले में पुलिस पर कथित आरोपी पर ठोस कार्रवाई नहीं करने का संगीन आरोप भी लगाया है।

इस पूरे मामले पर मृतक छात्रा के परिजनों की ओर से सवाल उठाए गए हैं कि हॉस्टल प्रबंधन के द्वारा छात्रा के कथित तौर पर वहां से लापता होने की बात को उनसे छिपाया गया। उन्होंने कहा कि संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिला है उससे काफी कुछ स्पष्ट हो जाता है। परिजनों ने जांच में कथित तौर पर देरी होने की बात को लेकर नाराजगी जाहिर की। परिजनों के द्वारा बतौर आरोपी किसी लडक़े का जिक्र करते हुए उसे बचाए जाने का आरोप लगाया गया है। इस संवेदनशील मामले पर घटना के इतने दिनों बाद भी कुछ भी स्पष्ट रूप से सामने नहीं आ पाने के कारण मृतक छात्रा के परिजनों की ओर से आक्रोश जताया गया है, लेकिन उन्होंने जो आरोप लगाया है वह भी काफी गंभीर हैं। बहरहाल, इस मामले में एक ओर पुलिस को फिलहाल जांच रिपोर्ट का इंतजार है तो दूसरी ओर नाबालिग आदिवासी छात्रा के परिजन भी सरकार से ‘न्याय’ की गुहार लगा रहे हैं।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news