बलरामपुर

एकलव्य आवासीय विद्यालय में अचार में मेंढक!
19-Mar-2024 8:33 PM
एकलव्य आवासीय विद्यालय में अचार में मेंढक!

जांच टीम भेजी गई है- एसडीएम

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता                  

रामानुजगंज,19 मार्च। बलरामपुर जिले में रामानुजगंज एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में खाने के लिए बाजार से लाई गई अचार में मेंढक मिलने का मामला सामने आया है। एक वीडियो भी फैला है।

इस संबंध में एसडीएम देवेंद्र कुमार प्रधान का कहना था कि मेरी जानकारी के अनुसार प्रथम दृष्टया में मिली सूचना के अनुसार यह समाचार ही गलत दिखाई देती है। फिर भी जांच हेतु एकलव्य आवासीय विद्यालय में तहसीलदार, फूड इंस्पेक्टर एवं बीईओ की टीम गई हुई है। उक्त टीम सारी मामलों की जांच कर रही है। विद्यालय स्टाफ से भी पूछताछ की जा रही है, रिपोर्ट आने के बाद ही सारे तथ्यों की जानकारी प्राप्त हो पाएगी।

बताया जाता है कि स्थानीय एकलव्य आवासीय विद्यालय में 9 मार्च को सुबह जब बच्चों को नाश्ता परोसा जा रहा था, इस दौरान नाश्ते में उन्हें अचार भी दिया गया था। बच्चों के साथ-साथ विद्यालय स्टाफ लोग भी नाश्ता किए थे, परंतु नाश्ता परोसने के दौरान रसोईया के साथ-साथ अन्य स्टाफ लोगों ने भी आचार से मेंढक निकालने के बात किसी ने नहीं बताई थी। 

कुछ समय के बाद रसोईया कमलेश कुमार दास ने कुछ विद्यालय के स्टाफ को अचार से मेंढक निकालने के बात बताई जिसे देखने कुछ लोग गए भी तो वहां जाकर उन्होंने पाया कि एक मरा हुआ मेंढकनुमा जीव केम्पस से बाहर पड़ा हुआ है।

उक्त बातें विद्यालय के अधीक्षक नितेश कुमार चक्रधारी को भी पता चली, परंतु वे भी इसकी चर्चा दो दिनों के बाद 11 मार्च को प्राचार्या से की। प्राचार्य ने तत्काल अधीक्षक को नोटिस देते हुए मामले की जांच कर जानकारी उपलब्ध कराने बोला गया। जिसके जवाब में अधीक्षक ने प्राचार्य को लिखित रूप में जवाब प्रस्तुत किया कि विद्यार्थियों को खिलाने के लिए रसोईया लोगों को अचार का नया पैक डब्बा दिया गया था, जिसमें से मेंढक का निकलना एक षड्यंत्र की तरह है। किसी भी बच्चे या स्टाफ के द्वारा उक्त मेंढक को निकलते या निकालते हुए नहीं देखा गया है। यह कृत्य हम लोगों को बदनाम करने के लिए जानबूझकर किया गया है। 

विद्यालय में प्राचार्य के पास लिखित रूप में बच्चों के द्वारा दिया गया जवाब भी उक्त रसोईया लोगों का ही नाम सामने आ रहा है। प्राचार्य के पास लिखित जवाब में आठवी एवं नवमी में पढऩे वाले 6 विद्यार्थियों के द्वारा कहा गया है कि शाम के लगभग 4 बजे हम लोग अपने रूम में बैठकर पढ़ाई कर रहे थे, इसी दौरान विद्यालय के रसोईया कमलेश कुमार दास के द्वारा हम लोगों को बुलाकर बाहर गेट के पास ले गए एवं वहां पर उपस्थित कुछ अन्य लोगों के द्वारा हमलोगों का फोटो खिंचवाये एवं बोलने के लिए कहा गया परंतु हम लोगों को कुछ मालूम नहीं था, इसलिए हम लोग कोई भी बात नहीं बता पाए।

इस संबंध में प्राचार्य राजीव कुमार सिन्हा का कहना है कि मेंढक का अचार से निकलने की सूचना मुझे 11 मार्च को मिली, तत्काल अधीक्षक को नोटिस जारी कर जानकारी देने को बोला। जिस पर उन्होंने लिखित रूप में मुझे जवाब प्रस्तुत किया है, उनका कहना था कि उक्त घटना कार्यरत रसोइया के द्वारा षड्यंत्र के तहत किया जा रहा है। मेंढक निकलने जैसी कोई घटना विद्यालय में हुई ही नहीं है। और रही बात बेसन की तो मेरे आने के बाद अभी तक हम लोगों ने बेसन की खरीदारी की ही नहीं है। पूर्व में अगर ऐसा बेसन खरीद भी गया होगा तो उक्त संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है। इस दौरान कार्यरत दोनों रसोईया को 12 मार्च को ही इस विद्यालय से हटा दिया गया है, जिन्हें वर्तमान में मंडल कार्यालय रामानुजगंज में संलग्न किया गया है।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news