बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज, 29 अप्रैल। रामानुजगंज सहित आसपास के इलाकों की बड़ी आबादी पेयजल सहित अन्य दैनिक जरूरतों के लिए कन्हर नदी पर ही निर्भर है, लेकिन अप्रैल में कन्हर नदी पूरी तरह से सूख चुकी है। नगर पंचायत के द्वारा शहरवासियों को गर्मी में पेयजल आपूर्ति कराने के लिए डबरी का निर्माण कराया गया है।
पानी के लिए तड़प रहे पशु-पक्षी
रामानुजगंज में कन्हर नदी के किनारे रहने वाले रिटायर्ड सीएमओ सुदर्शन दुबे ने कहा कि वर्तमान में कन्हर नदी की स्थिति ऐसी हो चुकी है कि नदी में एक बूंद पानी नहीं है। इंसानों के साथ ही पशु-पक्षियों के लिए भी पानी का संकट गहरा गया है। एनीकट निर्माण के बाद नदी में बालू का स्तर अधिक हो गया है। बालू भरने के कारण ही पानी का स्तर नीचे चला गया है।
पानी रोकने बना एनीकट हुआ बेकार
कन्हर नदी में पानी रोकने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर एनीकट का निर्माण कराया गया था लेकिन एनीकट का कोई भी लाभ रामानुजगंज के लोगों को नहीं मिला। एनीकट के कुछ गेट खराब हो चुके हैं, जिसके कारण पानी का स्टोरेज नहीं हो पाता है और पानी लिकेज हो जाता है।
पहले साल भर नदी में बहता था पानी
कन्हर नदी के किनारे रहने वाले रिटायर्ड शिक्षक धनंजय पाठक ने कहा कि पहले लोग नदी में ही स्नान किया करते थे, लेकिन जब से एनीकट का निर्माण हुआ तब से नदी की स्थिति लगातार खराब हो रही है। पहले गर्मी के मौसम में भी नदी में पानी बहता रहता था।