कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 5 मई। कोण्डागांव जिले के ग्राम पंचायत बफना से बाल विवाह की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन द्वारा गठित महिला एवं बाल विकास विभाग, पुलिस विभाग एवं चाईल्ड लाईन के संयुक्त दल द्वारा जिला कार्यक्रम अधिकारी अवनी कुमार बिसवाल के मार्गदर्शन में बाल विवाह रोका गया।
ग्राम पंचायत बफना में नाबालिग बालिका की शादी की सूचना मिली थी। बालिका के अनुसार वह विवाह नहीं करना चाहती थी, परिवार द्वारा सामाजिक रीति रिवाज से विवाह अनुसार हल्दी का कार्यक्रम चल रहा था।
ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण समिति के द्वारा घर में जाकर समझाईश दी गई थी, परंतु परिवार वाले नहीं मान रहे थे। जिसकी सूचना मिलने पर जिला स्तरीय गठित संयुक्त दल द्वारा बालिका के घर पहुंचकर बालिका के आधार कार्ड एवं शैक्षणिक दस्तावेजों का निरीक्षण किया गया। जिसमें बालिका की आयु विवाह हेतु निर्धारित आयु से कम पायी गई।
बालिका के गृह स्थल में परिवार के सदस्यों को विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम, दण्ड के प्रावधान, बाल विवाह के दुष्परिणामों से अवगत कराते हुए विवाह न करने की समझाईश देने पर परिवार द्वारा बालिका की निर्धारित आयु पूरी होने पर विवाह किये जाने हेतु सहमति व्यक्त की गई।
दल द्वारा परिजनों को समझाईश दी गई एवं पंचनामा तैयार किया गया। दल द्वारा वर पक्ष के गृह निवास छोटे भिरावण्ड में भी जाकर परिजनों को समझाईश दी गई एवं पंचनामा तैयार किया गया।
बाल विवाह को रोकने हेतु संयुक्त दल में जिला बाल संरक्षण अधिकारी नरेन्द्र सोनी , परियोजना अधिकारी रजनी दुबे , संजय पोटावी, पर्यवेक्षक पूर्णावती मरकाम, हेमलता उईके, परिवीक्षा अधिकारी सौरभ तिवारी, संरक्षण अधिकारी जयदीप नाथ, सहायक उप निरीक्षक कोमरा, प्रधान आरक्षक अशोक मरकाम, महिला आरक्षक पुलिस विभाग, सामाजिक कार्यकर्ता बरातीन नाग एवं आउटरीच वर्कर माधुरी उसेण्डी, चाईल्ड लाईन से हेमन्त भारती, संतोषी मण्डावी शामिल रहे।