रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 7 मई। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने हाल ही में भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में इनरोल इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के लिए एडमिशन और सुपरन्यूमेरी सीटों के प्रावधान के लिए गाइडलाइंस जारी किए हैं। यह भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों के अंतरराष्ट्रीयकरण को बढ़ावा देने के लिए किया गया है।इस बीच, गाइडलाइंस सितंबर 2022 में तैयार की गई थीं।
आधिकारिक नोटिफिकेशन के अनुसार, एचईआई ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री के लिए अपने कुल सेक्शन इनरोलमेंट के अलावा अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए 25 प्रतिशत तक सुपरन्यूमेरी सीटें स्थापित कर सकते हैं। 25 प्रतिशत सुपरन्यूमेरी सीटों पर चयन उच्च शिक्षा संस्थानों द्वारा बेसिक स्ट्रक्चर, फैकल्टी और अन्य आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए नियामक एजेंसियों द्वारा स्थापित स्पेसिफिक स्टैंडर्ड्स और रेगुलेशन के अनुसार किया जाना चाहिए।
हालांकि, अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए इन 25 प्रतिशत सुपरन्यूमेरी सीटों में एक्सचेंज प्रोग्राम्स में या इंस्टीट्यूट के बीच या भारत सरकार और अन्य देशों के बीच समझौता ज्ञापन के माध्यम से भाग लेने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्र शामिल नहीं होंगे। संस्थानों को इन 25 प्रतिशत सीटों को उच्च शिक्षा संस्थान के सभी विभागों, स्कूलों, केंद्रों या अन्य शैक्षणिक इकाइयों में विभाजित करने का भी निर्देश दिया गया है।
छत्तीसगढ़ पढ़ रहे 15 सौ से अधिक विदेशी छात्र
इस समय देश के राजकीय और निजी विश्वविद्यालयों में पूर्व में दी गई अनुमति के मुताबिक कुल सीट के 19 फीसदी विदेशी छात्र छात्राएं अध्ययन रत हैं। इनमें छत्तीसगढ़ में लगभग 1500 से अधिक हैं। इनमें नाइजीरिया, जिम्बाब्वे,कीनिया, युगांडा जैसे अफ्रीका देशों के साथ नेपाल, अफगानिस्तान और बांग्लादेश प्रमुख हैं। बताया गया है कि इन देशों भारतीय शिक्षा उपाधियों की बड़ी मांग है। यहां पास आउट होकर जाते ही उन्हें नौकरियां आसानी से मिल जाती है। इनमें फार्मेसी, इंजीनियरिंग और? व्यवसाय प्रबंधन के कोर्सेस पहली पसंद होते हैं ।