रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 मई। छत्तीसगढ़ में तीनों चरणों के मतदान के बाद सीएम विष्णु देव साय अब पार्टी के स्टार प्रचारक के नाते अगले चार चरणों के लिए अन्य राज्यों में सभाएं करेंगे। आज ओडिशा रवाना होने से पहले पुलिस लाइन हैलिपैड में पत्रकारों से चर्चा की। उन्होंने कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के बयान पर पलटवार किया? उन्होंने कहा कि इनके पास कोई मुद्दा नहीं है। इस बार के चुनाव में कांग्रेस की और दुर्गति होने वाली है। इसके साथ ही दिग्विजय सिंह के ईवीएम पर उठाए गए सवाल पर भी जवाब दिया है।
सीएम साय ने तीसरे चरण के हुए चुनाव पर कहा कि छत्तीसगढ़ में अच्छा मतदान हुआ है, जिस तरह से हमने पूरे प्रदेश का दौरा किया है।विश्वास के साथ कह सकते हैं कि पूरी सीट हमारी पार्टी जीत रही है।सब तरफ से हमने फीडबैक लिया है।सोनिया गांधी के बेरोजगारी समेत अन्य मुद्दे उठाए जाने पर सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि इनके पास कोई मुद्दा नहीं है।घूम फिर कर उसी में आ जा जाते हैं।इस बार के चुनाव में कांग्रेस की और दुर्गति होने वाली है। कांग्रेस वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ईवीएम पर जताई गई आपत्ति पर सीएम साय ने कहा कि जब जब हारते है ईवीएम पर ठीकरा फोड़ते हैं और जब जीतते हैं तो सवाल नहीं करते हैं।
इससे पहले सुबह अपने एक्स पोस्ट में साय ने कहा है कि जहां भाजपा का पूरा चुनाव अभियान ‘विकसित भारत’ के विजन को लेकर था, वहीं मुद्दा विहीन कांग्रेस विशेष कर भूपेश बघेल, डॉ.महंत जैसे नेताओं ने सिर्फ झूठ और बदजुबानी को ही अपना ध्येय बना लिया था।
सीएम ने आगे लिखा है कि इन लोगों ने संविधान और आरक्षण पर लगातार भ्रम फैलाने की कोशिश की, लगातार फर्जी वीडियो वायरल किया, यहां तक कि ‘मोदी की गारंटी’ के तहत हमारी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बंद होने की झूठी अफवाहें भी ये फैलाते रहे। उनके नफरत का यह हाल रहा कि हम आदिवासियों के खान-पान तक का उपहास करने जैसी नस्लीय टिप्पणी तक करने से बाज नहीं आए। संतोष की बात यह है कि जितना ये कीचड़ फैलाते गये, कमल उतना ही खिलता गया। प्रदेश की जनता-जनार्दन हर ऐसे कृत्य का जवाब देती रही।देश में तीन सात में से तीन चरण, और छत्तीसगढ़ में सभी सीटों पर मतदान पूर्ण होने के बाद तीन बात पूरी तरह स्पष्ट है :-
एक - यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे।
दूसरा - छत्तीसगढ़ की सभी 11 लोकसभा सीटों पर भाजपा प्रत्याशी भारी अंतर से विजयी होंगे।
तीसरा - भरोसे के संकट से पहले से ही जूझ रही कांग्रेस की विश्वसनीयता शून्य हो जाएगी।