रायपुर
लंच बैग में लेकर पहुंचते हैं भृत्य
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 मई। बसों की लेटलतीफी से कुछ देर से पहुंचने वाले मंत्रालयीन स्टाफ पर तो आला अफसर आंखे तरेर रहे हैं लेकिन रोजाना नशे में काम करने वालों पर कार्रवाई के नाम पर आंखें फेर रहे हैं। संचालनालयीन और मंत्रालय संवर्ग के दर्जनों अधिकारी कर्मचारी सुबह उतारे के साथ आफिस पहुंचते हैं और दोपहर बाद फिर लोड हो जाते हैं। इनमें भृत्यों से लेकर एसओ और अवर सचिव स्तर के भी अधिकारी शामिल हैं। स्टाफ बसें शराब से महकती रहतीं हैं। कुछ कर्मचारी तो अपने टिफिन बैग में देशी,विदेशी ब्रांड की पौव्वा, अध्दी लेकर आफिस पहुंचते हैं। लंच बैग है समझकर सुरक्षा कर्मचारी चेक नहीं करते। फिर ये बोतलें दोपहर भोज के समय मंत्रालय की छत पर या गैरहाजिर सचिवों के कमरों में खुलती हैं। इतना ही नहीं कुछ अभनपुर तक चले जाते हैं।ऐसे कई एसओ, यूएस दोपहर बाद नशे की हालत में काम करते आसानी से पहचाने जा सकते हैं। तो कुछ भृत्य, स्टाफ बसों के ड्राइवरों के साथ नशाखोरी करते हैं। ये ड्राइवर शराब लाने का भी काम करते हैं । कुछ ड्राइवर तो नशे की हालत में तेज ड्राइव करते हैं । कई बसों के स्टाफ तो मना करते हैं । किसी दिन बड़ी अनहोनी को रोका नहीं जा सकेगा। किंतु मंत्रालय अधीक्षण शाखा या जीएडी में मंत्रालय प्रभारी सचिवों ने आज तक ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं की। हाल के दिनों में आला अफसर ,मंत्रालय में अटेंडेंस के लिए पंचिंग मशीन लगवाने पर आमादा हैं?। यदि वे इसके साथ ब्रीथ एनालाइजर लगवाएं या सुरक्षा कर्मियों को हैंड हैंडल्ड मशीन ही दे दें तो रोजाना नशे के आदि पकड़े जा सकते हैं।