रायपुर
![स्थापना दिवस पर राजीव भवन में लहराया तिरंगा, सीएम समेत कई मंत्री-नेता पहुंचे स्थापना दिवस पर राजीव भवन में लहराया तिरंगा, सीएम समेत कई मंत्री-नेता पहुंचे](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1609156380m--09.jpg)
आजादी लड़ाई में कांग्रेस ने किसी वर्ग की नहीं, पूरे भारत की अगुवाई की-मरकाम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 28 दिसंबर। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन सहित पूरे प्रदेश के जिला एवं ब्लाक मुख्यालयों में आज कांग्रेस स्थापना दिवस मनाया गया। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने राजीव भवन में तिरंगा फहराया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू सहित कई नेता पहुंचे। महात्मा गांधी के चित्र पर मुख्यमंत्री और गृहमंत्री सहित अनेक नेताओं ने पुष्पांजलि अर्पित की।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री मरकाम ने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस ने अपनी स्थापना के 136 वर्ष पूरे कर लिए हैं। भारत की आजादी की लड़ाई से लेकर आधुनिक भारत के निर्माण में कांग्रेस की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। आजादी के बाद से 2019 तक भारत के 17 आम चुनाव में से कांग्रेस ने 7 में पूर्ण बहुमत प्राप्त किया और 4 में सत्तारूढ़ गठबंधन का नेतृत्व किया। लगभग आधी शदी तक कांग्रेस केंद्र सरकार का हिस्सा रही। आज भले ही अधिकांश राज्यों में कांग्रेस की सरकार नहीं है, लेकिन कांग्रेस ही देश का एक मात्र राजनैतिक दल है, जिसका कार्यकर्ता भारत के उत्तर दक्षिण पूरब पश्चिम के हर गांव में मिल जाएगा।
उन्होंने कहा कि 2014 में केंद्र की सत्ता हाथ से जाने के बाद राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस एक सजग विपक्ष की भूमिका निभा रही है। बहुमत के अतिवादी चरित्र का विरोध जिस बेबाकी और निडरता से राहुल गांधी कर रहे हैं। वह कांग्रेस के उन्हीं मूल्यों की उपज है जिन मूल्यों को लेकर कांग्रेस ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक आंदोलन और भारत के सबसे बड़े राष्ट्रवादी आंदोलन भारत की आजादी की लड़ाई को लड़ा था।
2018 में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार आम आदमी की जरूरतों उनकी सशक्तीकरण के लिए काम कर रही है। कांग्रेस, छत्तीसगढ़ की संस्कृति, लोगों के आर्थिक उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम में सांसद छाया वर्मा, पूर्व सांसद करुणा शुक्ला, रामगोपाल अग्रवाल, गिरीश देवांगन, शैलेश नितिन त्रिवेदी, कुलदीप जुनेजा, चंद्रशेखर शुक्ला, राजेन्द्र तिवारी, सुभाष धुप्पड़ आदि ने भी अपने विचार रखे।