रायपुर
भाजपा के आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 29 दिसंबर। प्रदेश में रेत के अवैध उत्खनन के डेढ़ सौ से अधिक प्रकरण दर्ज किए गए हैं। साथ ही अवैध परिवहन के 64 सौ से अधिक प्रकरण दर्ज किए गए हैं। यह जानकारी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक ध्यानाकर्षण सूचना के लिखित जवाब में दी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में रेत के अवैध उत्खनन और परिवहनकर्ताओं के खिलाफ खनिज विभाग द्वारा सख्त कार्यवाही करते हुए वित्तीय वर्ष 2019-20 और 2020-21 (30 नवम्बर 2020 तक) में खनिज रेत के अवैध उत्खनन के 155 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। इसमें अवैध रेत खनन के एवज में 81 लाख 35 हजार 378 रूपये, और अवैध परिवहन के 6418 प्रकरण दर्ज कर 7 करोड़ 25 लाख 6 हजार 698 रूपये समझौता राशि वसूल किया गया है।
उन्होंने बताया कि 30 नवम्बर तक कुल 329 रेत खदानों के लिए एनआईटी जारी किया गया है, और समस्त कुल 329 निविदायें खोली जा चुकी है। जिसमें से कुल 317 रेत खदानों में आशय पत्र जारी किया। कुल 254 रेत खदानों में पर्यावरण सम्मति प्राप्त किया गया है। 244 खदानों में अनुबंध निष्पादन किया जाकर रेत खदान संचालित की जा रही है।
भाजपा सदस्य बृजमोहन अग्रवाल, शिवरतन शर्मा, नारायण चंदेल ने रेत माफिया की गुंडागर्दी, पुलिस के संरक्षण और खनिज विभाग की सहमति से रेत का खेल और बढ़ती रेट का मामला ध्यानाकर्षण सूचना के जरिए उठाया था। भाजपा सदस्यों का कहना था कि प्रदेश में रेत माफिया प्रदेश सरकार के सत्संग में बेखौफ हो चुका है। रेत के अवैध परिवहन के ट्रेक्टर को रोकने पर नायब तहसीलदार पर प्राणघात हमला कर दिया। महानदी कछार, शिवनाथ, अरपा, खारून, मनियारी आदि सभी नदियों के तटों पर रेत माफिया खुले आम गुंडागर्दी और अवैध वसूली का कारोबार कर रहे है, और विभाग कोई कार्यवाही नहीं कर रही है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लिखित जवाब में बताया कि जशपुर जिले के तुमला थाना क्षेत्र के नायब तहसीलदार फरसाबहार सुनील गुप्ता व इनके अमला द्वारा ग्राम कोल्हेनझरिया से लिंक कोर्ट संचालन कर वापस मुख्यालय फरसाबहार से वापसी के दौरान ग्राम कुल्हारबुड़ा पुल के पास रास्ते में ट्रैक्टर चालक नरसिंह यादव निवासी हाथीबेड़ के साथ इनका विवाद हो गया। मारपीट के बाद अपराध पंजीबद्ध किया गया। रेत खदानों से निर्धारित दर पर रेत का लोडिंग श्रमिकों द्वारा किया जाता है, और ट्रेक्टरों से ही परिवहन किया जाता है।