रायपुर
टीएवीआर प्रक्रिया अपनाया, देश के चुनिंदा संस्थानों में शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जनवरी। राजधानी रायपुर के अंबेडकर अस्पताल स्थित एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट में बिना बेहोश और बिना चीरा लगाए ट्रांस-कैथेटर एओर्टिक वाल्व रिप्लेसमेंट (टीएवीआर) प्रक्रिया 70 साल के एक वृद्ध के दिल की बीमारी का इलाज किया गया। निजी अस्पताल में इस प्रक्रिया से दिल के इलाज में 25 लाख खर्च आता, लेकिन एसीआई में डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना से मुफ्त इलाज किया गया।
रायगढ़ के एक छोटे से गांव का 70 वर्षीय वृद्ध को सांस की तकलीफ से पीडि़त था। वह एओर्टिक बाइकस्पिड वाल्व से पीडि़त था। उसका दिल खराब हो गया था। कार्डियक सर्जन ने हृदय की गंभीर बीमारी को देखते हुए ऑपरेशन से इंकार कर दिया। एसीआई में ट्रांस-कैथेटर एओर्टिक वाल्व रिप्लेसमेंट योजना से बिना बेहोश किए और छाती पर किसी भी प्रकार का चीरा लगाए बिना, ट्रांसक्यूटेनस महाधमनी वाल्व, जांघ की धमनी के माध्यम से डाला गया।
कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. स्मित श्रीवास्तव बताते हैं कि देश में वर्तमान में केवल 30 संस्थानों में ही ट्रांस-कैथेटर एओर्टिक वाल्व रिप्लेसमेंट सुविधा है। एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट, मेडिकल कॉलेज रायपुर भी प्रथम टीएवीआर प्रक्रिया के साथ 9 जनवरी 2021 को इस सूची में शामिल हो गया। डीन डॉ. विष्णु दत्त और अस्पताल अधीक्षक डॉ. विनित जैन ने आवश्यक डॉक्टरी सामग्री उपलब्ध कराई। टीम में डॉ. जोगेश दासवानी, डॉ. सुलभ, डॉ. संदीप नाग, डॉ. शिवांगी सेनगुप्ता, डॉ. श्रिया अम्भेकर और डॉ. सिमरन राणा भी शामिल रहे।