रायपुर
![सूर्य सृष्टि के आदि देव हैं इंदुभवानन्द महाराज सूर्य सृष्टि के आदि देव हैं इंदुभवानन्द महाराज](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1611926388G_LOGO-001.jpg)
रायपुर, 29 जनवरी। जगद्गुरु शंकराचार्य आश्रम बोरियाकला में पौष माह से चल रही भगवान सूर्य नारायण की उपासना का पौष पूर्णिमा को समापन हुआ।
डॉ इन्दुभवानन्द महाराज के सानिध्य में संपन्न समारोह के अवसर पर भगवती राजराजेश्वरी ललिता प्रेमाम्बा महारानी का भव्य शाकम्भरी श्रृंगार एवं भोग वितरण किया गया।इस अवसर पर डॉ इंदुभवानन्द महाराज ने कहा भगवान सूर्य नारायण समस्त जगत की आत्मा है और उनके उदय होने से संसार जाग जाता है व अस्त होने से संसार सुप्त हो जाते हैं। सूर्य भगवान सृष्टि के आदि देव हैं। सर्व प्रथम सूर्य की ही उत्पत्ति हुई थी इसलिए भगवान नारायण ने सूर्य को ही कर्म योग का ज्ञान दिया था। भगवान नारायण ही सूर्य बनकर प्रकाशित होते हैं इसलिए भगवान को नारायण भी कहा जाता है और उनकी उपासना सूर्यनारायण के रूप में भी किया जाता है। समापन अवसर पर आयोजित विशेष पूजन में अजय नाथ तिवारी, विश्वनात ज्योति नायर, मुकेश चौबे, भुवनेश्वर यादव, शंकर पुष्पकर, बोरियाकला के सरपंज माधवी वर्मा आदि की सहभागिता रही।