रायपुर
![संस्कृत कुटुंब सम्मेलन में विज्ञान, आयुर्वेद में संस्कृत के योगदान पर चर्चा संस्कृत कुटुंब सम्मेलन में विज्ञान, आयुर्वेद में संस्कृत के योगदान पर चर्चा](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1612008544anskar_bharti_photo.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 30 जनवरी। संस्कृत भारती छत्तीसगढ़ द्वारा विगत दिनों व्ही आई पी रोड स्थित श्रीराम मंदिर भवन में संस्कृत कुटुंब सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें बस्तर जगदलपुर, सरगुजा, बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर, धमतरी, महासमुंद आदि शहरों से संस्कृत भारती के कार्यकर्ताओं ने परिवार सहित भाग लिया। इस अवसर पर लखनऊ मुख्यालय से संस्कृत भारती के शिरिष देवपुजारी महामन्त्री एवं इंदौर से प्रमोद पण्डित क्षेत्र संघटन मन्त्री तथा रतलाम के भरत बैरागी क्षेत्र संयोजक ने संस्कृत कुटुंब सम्मेलन को संबोधित किया।
संस्कृत कुटुंब सम्मेलन में मुख्य रूप से संस्कृत का संस्कारों और विज्ञान में महत्व, आयुर्वेद में संस्कृत तथा अविष्कारों में संस्कृत के योगदान के बारे में चर्चा की गई। सम्मेलन में संस्कृत परिवारों को घर में अधिक से अधिक संस्कृत भाषा का प्रयोग करने, संस्कृत को बढ़ावा देने का संकल्प दिलाया गया।
कार्यक्रम मेंं मुख्य रूप से डॉ. सत्येंद्र सिंह सेंगर, डॉ. दादूभाई त्रिपाठी, डॉ. लक्ष्मीकांत पंडा, हेमंत साहू, लूनेश वर्मा, प्रफुल्ल त्रिपाठी, शैलबाला पांडेय, वैभव कान्हे, पं. मनोज शुक्ला, होमेश्व देवांगन, पं. चन्द्रभूषण शुक्ला, भावना झा, तरुणा झा, अनमोल शुक्ला सहित संस्कृत मे राज्य सम्मान प्राप्त डॉ. कुमुद् कान्हे संस्कृत महाविद्यालय सहित संस्कृत के अनेक विद्वान परिवार सहित शामिल हुए। इस अवसर पर संस्कृत में गीत व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया।