रायपुर
![दोस्तों ने पूर्व पार्षद के भतीजे की हत्या की थी, 3 गिरफ्तार दोस्तों ने पूर्व पार्षद के भतीजे की हत्या की थी, 3 गिरफ्तार](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1613479371MG-20210216-WA0003.jpg)
20 हजार वापिस न करने पर रची थी हत्या की साजिश, खुलासा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 16 फरवरी। खमतराई क्षेत्र के एक पूर्व पार्षद के भतीजे की हत्या लेन-देन के चलते की गई थी। उधार का 20 हजार रूपए वापिस न करने पर उसके तीन दोस्तों ने मिलकर उसकी गला दबा हत्या कर दी थी। पुलिस ने मास्टर माइंड समेत तीनों आरोपियों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है, जांच जारी है।
गिरफ्तार आरोपियों में प्रदीप नायक (24) प्रेमनगर डब्ल्यूआरएस कालोनी, केव्ही दिवाकर (23) सन्यासीपारा, सुजीत टाण्डी (19) उइबहार पंचायत पारा भनपुरी शामिल हैं। पुलिस ने आज शाम घटना का खुलासा करते हुए मीडिया को बताया कि घटना का मास्टर माइंड मृतक का दोस्त प्रदीप नायक है, जिसने अपने एक अन्य दोस्त सुजीत के साथ मिलकर अपने प्रेमनगर स्थित मकान में उसकी टावेल से गला दबाकर हत्या की थी।
बताया गया कि मास्टर माइंड प्रदीप ने मृतक से ही ट्राली बैग मंगाया था और हत्या के बाद उसका शव उसी बैग में डाल दिया गया। इसके बाद इस बैग को खम्हारडीह क्षेत्र के चंडीनगर खार टोपी बाड़ी स्थित कुंआ में फेंक दिया गया था। दूसरी तरफ मृतक के एक्टीवा वाहन को लावारिस हालत में डब्ल्यूआरएस कालोनी स्थित बिजली ऑफिस के पास खड़ा कर दिया गया था। आरोपी प्रदीप ने घटना के दूसरे दिन अपने तीसरे दोस्त केव्ही दिवाकर को घटना के बारे में बताया था। मास्टर माइंड के कहने पर वह पुलिस को गुमराह करने मृतक के मोबाईल फोन से मैसेज कर रहा था, ताकि किसी को घटना की भनक न लग सके। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे 2 मोबाईल फोन, टावेल, एक्टीवा वाहन एवं मृतक का मोबाईल फोन जब्त किया है।
बताया गया कि पूर्व पार्षद राधेश्याम विभार का भतीजा जतिन राय (20) डब्ल्यूआरएस कॉलोनी खमतराई 9 फरवरी को अपनी एक्टिवा से समता कॉलोनी जाने के लिए निकला था, जो रात तक वापिस नहीं आया। परिवारवालों ने उसकी अलग-अलग जगहों पर तलाश की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल पाया। वह अंतिम बार घटना के मास्टर माइंड युवक के साथ देखा गया था। कल उसका शव खम्हारडीह क्षेत्र में एक सूटकेश में कुंए में तैरते पाया गया। पुलिस ने घटना की जांच करते हुए देर रात तक तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
ऐसे बनाई हत्या की योजना
पूछताछ में आरोपी प्रदीप नायक ने बताया कि उसे एवं जतिन को रूपयों की जरूरत होने से वह अपने केटीएम मोटर सायकल को 22 जनवरी को गिरवी रखा था एवं इसी गिरवी के रकम में से 20 हजार रूपये वह जतिन राय को दिया था। कुछ दिनों बाद आरोपी प्रदीप नायक द्वारा जतिन कुमार राय से रूपयों की मांग करने पर वह रूपये आज-कल में देने की बात कहकर टाल देता था एवं रूपये नहीं दे रहा था। जिस पर आरोपी प्रदीप नायक को बहुत गुस्सा आया और उसने जतिन की हत्या करने की योजना बना डाली। आरोपी ने अपनी इस योजना में सुजीत टाण्डी को भी शामिल किया। 9 फरवरी को आरोपी प्रदीप जो म्यूजिक सिखाता है, ने जतिन राय को यह कहकर बुलाया कि उसे म्यूजिक सिखाने बाहर जाना है तथा उसके पास बड़ा बैग नहीं है। म्यूजिकल इंस्ट्मेंट ले जाने हेतु बड़े बैग की आवश्यकता है, जिस पर जतिन राय स्वयं ट्राली बैग लेकर प्रदीप नायक के घर गया जहां पूर्व से सुजीत टाण्डी उपस्थित था। फिर तीनों ने मिलकर शराब पीये। इसी दौरान दोनों ने जतिन का टावेल से गला घोटकर हत्या कर दी।