दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 5 अप्रैल। कोरोना से उपजे संकट की वजह से देश के लोगों की आर्थिक स्थिति गड़बड़ा गई है। लोगों को अपनी मूलभूत जरूरतें पूरा करने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपना वादा पूरा करने का यही सही समय है। वादा अनुरूप बैंक खातों में 15-15 लाख की राशि डाल कर लोगों को बड़ी आर्थिक राहत प्रदान की जा सकती है, लेकिन मोदी के कथनी और करनी में बड़ा अंतर है।
अगर वह देश की जनता के बारे में सोचते तो किसान आंदोलन कब से समाप्त हो चुका होता। पेट्रोल-डीजल गैस व अन्य सामानों की दरें नहीं बढ़ती। बेरोजगारी बढ़ी समस्या नहीं बनती। प्रधानमंत्री जनता को राहत देने में हर मोर्चे पर विफल है। यह आरोप कांग्रेस नेता व अधिवक्ता सरोज यादव ने लगाया है।
श्री यादव ने जारी विज्ञप्ति में देश और प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामले के लिए केंद्र की भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अगर केंद्र सरकार द्वारा कोरोना नियंत्रण के लिए राज्य सरकारों को पर्याप्त मदद की गई होती, तो देश में कोरोना इतना विकराल रूप नहीं लिया होता। कोरोना रोकथाम को लेकर केंद्र सरकार के पास कोई जवाब नहीं है। इसलिए केन्द्र सरकार की खामियां छिपाने प्रदेश भाजपा के पूर्व मंत्री और नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के असम चुनाव दौरे पर जाने को मुद्दा बनाकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता सरोज यादव ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री बघेल तो कम से कम अपने देश के अंदर ही दौरे पर गए, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोनाकाल में जनता कोअकेले छोडक़र बांग्लादेश के विदेश दौरे पर चले गए थे। भाजपा नेताओं को मोदी का यह दौरा नजर नहीं आया।
सरोज यादव ने प्रदेश भाजपा के पूर्व मंत्रियों व नेताओं को नसीहत देते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री का चापलूसी करना बंद करें, क्योंकि जनता सब देख रही है। उसे समय का इंतजार है। जनता केंद्र की धोखेबाज भाजपा सरकार को सबक सिखाने पूरी तरह से तैयार है।