बस्तर
जगदलपुर, 12 मई । भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र व उसमें छत्तीसगढ़ के विधानसभा भवन के उल्लेख को कांग्रेस के चरित्र पर करारा तमाचा बताते हुए कहा है कि कांग्रेस व कांग्रेस के नेताओं का आचरण हमेशा दोहरेपन व तुच्छता का रहा है। कोरोना की लड़ाई से लेकर सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट तक कांग्रेस का विरोध जनता को गुमराह करने वाला, झूठ फैलाने वाला व दहशतगर्दी का रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पिछले एक साल से देश की जनता के लिये कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं और कांग्रेस पार्टी कोरोना से लड़ाई करने के बजाय मोदी से लड़ाई में लगी हुई है।
श्री कश्यप ने अपने जारी बयान में कहा कि एक तरफ सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी कोरोना काल की दुहाई देते हुए सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का विरोध कर रही है, और वहीं दूसरी ओर उनके संरक्षण में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार, हजारों करोड़ रूपये खर्च कर नई राजधानी क्षेत्र में आवश्यकता नहीं होने पर भी कोरोना काल में विधानसभा भवन, मुख्यमंत्री महल, मंत्री महल बना रही है। सोनिया गांधी को यह बताना चाहिए कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा भवन, मुख्यमंत्री निवास, मंत्रिगणों के निवास के रहते हजारों करोड़ रूपये खर्च कर नये महल बनाने की क्या आवश्यकता है। उन्हें यह भी बताना चाहिए कि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट, जिसकी यूपीए सरकार में तत्कालीन लोकसभा अध्यक्षा मीरा कुमार ने आवश्यकता को रेखांकित किया था। अब इसी प्रोजेक्ट का किस मुंह से विरोध कर रहे हैं। यही कांग्रेस व कांग्रेसी नेताओं का विरोधाभाषी चरित्र है।
केदार कश्यप ने कहा कि पूर्व में कांग्रेस ने खुलेआम टीकाकरण का विरोध कर देश के वैज्ञानिकों का अपमान किया। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने तो यहाँ तक कहा था कि वे छत्तीसगढ़ की जनता को कोवैक्सीन नही लगवायेगें और केन्द्र सरकार को कोवैक्सीन की खेप छत्तीसगढ़ में नहीं भेजने का फरमान सुना दिया था।अब यही कांग्रेस और उनके नेता वैक्सीनेशन के लिए हायतौबा कर रहे है। यह कांग्रेस का कैसा दोहरा चरित्र व दोहरा मापदण्ड है। श्री कश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छत्तीसगढ़ राज्य के 45 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के लोगो के लिए 70 लाख वैक्सीन में से अब तक 65 लाख वैक्सीन नि:शुल्क उपलब्ध करा दिया है।
वहीं दूसरी ओर प्रदेश की कांग्रेस सरकार को 18 से 44 वर्ष तक के युवाओं के लिए 1 करोड़ 35 लाख वैक्सीन की व्यवस्था करनी थी। जिसके इंतजाम करने में अब छत्तीसगढ़ सरकार के हाथ पैर फूल रहे हंै। राज्य सरकार ने अभी तक यह नहीं बताया कि उन्होंने कब व किन कम्पनियों को कितनी वैक्सीन का आर्डर दे दिया है और कितने रुपये एडवांस में दिये हैं। उल्टे टीकाकरण को ही वर्ग भेद व आरक्षण की भेट चढ़ाकर पूरे प्रदेश में अराजक हालात मौजूदा कांग्रेस सरकार ने पैदा कर दिये है। छत्तीसगढ़ देश में एक मात्र राज्य है,जहाँ कांग्रेस ने वैक्सीनेशन में भी आरक्षण लागू कर दिया है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री कश्यप ने कहा कि कांग्रेस एवं उनके नेताओं द्वारा वैक्सीन को लेकर फैलाये गये नकारात्मक बयानों व झूठ के चलते ही आज जनता के मन में वैक्सीन को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है और लोगों का वैक्सीनेशन की ओर झुकाव कम हुआ है। कोरोना संकट काल में कांग्रेस आम जनता की जान पर राजनीति कर रही है और वैश्विक महामारी को भी राजनीति करने का माध्यम बना लिया है।
श्री कश्यप ने कहा कि श्रीमती गांधी व राहुल गांधी से अब यह जवाब आना चाहिए कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार द्वारा कोरोना महामारी के संकट में विधानसभा भवन, मुख्यमंत्री महल, मंत्री महल, हज महल का निर्माण क्यों किया जा रहा है।