बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज, 20 मई। जिले के सहकारी समितियों के द्वारा धान खरीदी की गई थी, वहीं जिला विपणन संघ से अनुबंध के अनुसार 72 घंटे में धान का उठाव होना चाहिए था, परंतु 3 माह के बाद भी धान का उठाव नहीं हो पाया है। ग्राम महावीरगंज में भी 35 हजार बोरी धान खुले आसमान के नीचे रखा हुआ है जिसे मवेशी खा रहे हैं, वहीं धान भी खराब हो रहा है। इस बीच राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने अपने ट्विटर पर महावीरगंज में मवेशियों के द्वारा धान खाने का वीडियो डालते हुए सरकार पर निशाना साधा है।
राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने अपने ट्वीट में लिखा है कि सरकार की बदहाली का आलम इस कदर हो चुका है कि धान खरीदी के 3 माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी परिवहन नहीं हो पाया है। धान खरीदी केंद्रों में खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है और मवेशी बड़े मजे से खा रहे है। श्री नेताम ने यह ट्वीट करते हुए महावीरगंज समिति में मवेशियों के द्वारा धान खाते हुए का वीडियो डाला है।
गौरतलब है कि बलरामपुर रामानुजगंज जिले में 40 धान खरीदी केंद्र है जिनके द्वारा धान की खरीदी की गई है धान की खरीदी 31 जनवरी तक की गई थी अनुबंध के अनुसार 72 घंटे के अंदर धान का उठाव हो जाना चाहिए था, लेकिन जिला विपणन अधिकारी के लापरवाही का आलम यह है कि 3 माह के बाद भी धान का उठाव नहीं हो पाया है। अधिकांश समितियों में खुले आसमान के नीचे हजारों क्विंटल धान आज भी पड़े हुए हैं। जबकि कई बार सहकारी समितियों के धान खरीदी प्रभारियों के द्वारा इस संबंध में कई बार उच्चाधिकारियों को पत्राचार किया जा चुका है।
महावीरगंज समिति में मवेशियों के द्वारा धान खाने का वीडियो भाजयुमो के जिला उपाध्यक्ष लड्डू कश्यप भाजयुमो मंडल अध्यक्ष अनोज यादव, बिट्टू पाल सहित अन्य युवा मोर्चा के अधिकारियों के द्वारा इंटरनेट मीडिया पर शेयर कर सरकार पर निशाना साधा है।
जिले के 40 आदिम जाति सेवा सहकारी कर्मचारी संघ के द्वारा धान उठाव नहीं होने एवं 72 घंटे का अनुबंध को याद दिलाने के लिए डीएमओ ज्ञापन सौंपा था, परंतु इसके बाद भी सहकारी समितियों से धन नहीं उठ पाया जिसका नतीजा यह है कि सहकारी समितियों में रखे रखे धान खराब होने लगे एवं मवेशी खा रहे हैं।