बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 25 मई। जिले में आंशिक छूट के साथ लॉकडाउन खुला तो शहर के बाजारों में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। मानों कोरोना का प्रकोप है ही नहीं। सामान खरीदने एक-दूसरे के बीच दो गज की दूरी तो दूर लोग बिल्कुल सटकर खड़े थे। पुलिस के जवान व्यवस्था बनाने के लिए दो गज की दूरी रखने का आग्रह करते रहे, लेकिन लोगों पर इसका कोई असर नहीं दिखा।
42 दिनों के लॉकडाउन के बाद सोमवार को सडक़ों पर सुबह 7 बजे से ही खरीदारों की भीड़ उमड़ पड़ी। हैरानी इस बात कि है कि यह भीड़ सुबह केवल सब्जी खरीदने आई थी, जो इन्हें आसानी से मिल भी रही थी। बावजूद इसके लोगों में उतावलापन था। खुद से कोरोना प्रोटोकॉल पालन करते हुए कोई नहीं दिख रहा था। दुकान खोलने के लिए दी गई छूट की समय सीमा शाम 4 बजे के बाद जब पुलिस के पीसीआर वाहन सायरन बजाते हुए शहर में निकले तो महज 10 मिनट में ही सडक़ों व बाजारों में सन्नाटा पसर गया।
कोरोना के सभी नियमों के पालन के साथ वैक्सीनेशन जरूरी-कलेक्टर
कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने कहा कि व्यापारियों के साथ ही आम लोगों को इस बात को समझना होगा कि हमें कोरोना नियमों के पालन के साथ ही वैक्सीनेशन को भी बढ़ावा देना है। इससे ही जल्द से जल्द सामान्य स्थिति आएगी। सामान्य स्थिति आते ही जो व्यापार अभी नहीं खुल पाए है, वह भी जल्द ही खुल जाएंगे।
वहीं चैम्बर ऑफ कार्मस के अध्यक्ष जुगल भट्टर का कहना है कि यह काफी अच्छी बात है कि 42 दिनों बाद थोड़ी राहत मिलनी शुरू हुई है। प्रशासन द्वारा लॉकडाउन में मिली राहत की जानकारी सभी लोगों तक नहीं पहुंच पाई है, असमंजस की इसी स्थिति के चलते पहले दिन का कारोबार एक तिहाई भी नहीं रहा, लेकिन आने वाले दिनों में व्यापार में प्रगति आएगी।
कुछ स्थानों में दुकानें खोलने को लेकर असमंजस में रहे व्यापारी
जिला मुख्यालय को छोड़ दें, तो जिले के अन्य शहरी क्षेत्रों में दुकानें खोलने को लेकर व्यापारी असमंजस में रहे, तो आमजनता भी समझती रही कि जिले में लॉकडाउन 31 मई तक बढ़ा दिया गया है, जबकि 31 मई तक बढ़ाए गए लॉकडाउन में सुबह 7 से शाम 4 बजे तक व्यवसायिक प्रतिष्ठान खोलने की अनुमति दी गई है।