बस्तर
जगदलपुर, 11 जून। आम आदमी पार्टी के बस्तर जिला अध्यक्ष तरुणा साबे बेदरकर ने विज्ञप्ति जारी करते हुए जानकारी दी है कि सोसायटी से खरीफ़ फसलों के लिए किसानों द्वारा खाद खरीदा जा रहा है, पर किसानों को राज्य सरकार द्वारा स्थापित गौठानों में उत्पादित कम्पोस्ट खाद को 10 रु किलो के भाव से खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जबकि सरकार ने 6 रु किलो में किसानों को उपलब्ध कराने की बात की थी।
ज्ञात हो कि मोदी सरकार द्वारा पूर्व में ही खाद के दामों में वृद्धि की जा चुकी है 1200 रु में बिकने वाली डीएपी आज 1800 रु में बिक रही है। कहा यह जा रहा है कि दामों में वृद्धि का निर्णय केंद्र सरकार ने वापस ले लिया है पर ऐसा कोई आदेश विक्रय केंद्रों तक नहीं पहुंचा है। डीज़ल के भाव सौ रुपये प्रति लीटर पहुंचने को है।
कोरोना काल में सुरसा की तरह मुँह फाड़ती महंगाई से किसान भाई पहले ही त्रस्त हैं ऐसे में मंहगे कम्पोस्ट खाद को जबरदस्ती किसानों पर थोपना किसानों के शोषण से कम नहीं है। न्याय योजना के माध्यम से भूपेश सरकारऔर किसान सम्मान निधि के नाम से केंद्र सरकार किसानों के एक जेब में पैसे डाल रही है तो दूसरे जेब से केंद्र और राज्य सरकार दोनों हाथों से पैसे निकाल रहे है।
तरुणा ने केंद्र सरकर पर तंज कसते हुए कहा किसान विरोधी मोदी सरकार की नीयत की पोल तो एक साल से जारी किसान आंदोलन ने खोल दी है पर किसान हितों के संरक्षण का वादा कर सत्ता में आई कॉंग्रेस की सरकार की नीयत की पोल भी कम्पोस्ट खाद की जबरिया बिक्री ने खोल दी है। किसानों को भूमि की उर्वराशक्ति बढ़ाने के लिए कम्पोस्ट खाद की आवश्यकता है इसलिए आम आदमी पार्टी भूपेश सरकार से मांग करती है कि गौठनों में उत्पादित कम्पोस्ट खाद मुफ्त में किसानों को उपलब्ध कराया जाए ताकि इससे जितनी भी वृद्धि फसल में होगी उससे किसानों को लाभ पहुँचे और महंगाई के दंश से उबर सकें।