रायपुर
![अफसर हरामखोर, कर्मचारी नहीं-संघ, महिला एसडीएम की बदजुबानी पर भडक़े कर्मचारी नेता अफसर हरामखोर, कर्मचारी नहीं-संघ, महिला एसडीएम की बदजुबानी पर भडक़े कर्मचारी नेता](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1627217102626782325G_LOGO-001.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 जुलाई। तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने महिला एसडीएम द्वारा कर्मचारियों पर अपशब्दों के प्रयोग पर कड़ी आपत्ति की है। संघ ने कहा है कि शिक्षाकर्मी से अनुविभागीय अधिकारी बनी महिला अधिकारी ने कर्मचारियों को हरामखोर कहा है, जो अत्यंत निंदनीय है। साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मांग की है कि उन्हें तत्काल असामाजिक, अव्यवहारिक, असंवेदनशील व्यवहार के कारण निलंबित कर जांच किया जाना चाहिए।
छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार झा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में ऐसा व्यवहार अशोभनीय है। प्रदेश में कार्यरत मेरा तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग कर्मचारी शुद्ध ईमानदारी से कार्य करता है। जो अधिकारी कर्मचारी को हरामखोर बोल रही है, वास्तव में हरामखोर वे ही लोग होते हैं।
उन्होंने कहा कि सरकारी गाड़ी न, सरकारी एसी सरकारी ड्राइवर सरकारी पैसे से पेट्रोल सरकारी पैसे से टेबल कुर्सी फोन मोबाइल सब सरकारी सब सुविधा लेकर हरामखोरी करते हैं, निशुल्क लाभ लेते हैं, तो हरामखोर अधिकारी हुए कर्मचारी कभी भी अपनी गाड़ी में सरकारी पैसे से पेट्रोल नहीं डलाता उसे सरकार के तरफ से रेस्ट हाउस में रुकने खाने का सुविधा नहीं है। उसे अपनी गाड़ी में एसी लगाने की सुविधा नहीं है। तो कृपया अधिकारी अपनी वाणी में संयम रखें और कर्मचारी पर आरोप लगाने के पहले उन्हें हमेशा अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।