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उत्कल समाज को एक माह का वेतन देने की घोषणा की
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 21जून। रेलवे परिक्षेत्र स्थित जगन्नाथ मंदिर से परंपरा के अनुरूप रथ यात्रा निकली। मान्यता अनुसार स्नान पूर्णिमा पर 108 कलश जल से भगवान जगन्नाथ देवी सुभद्रा और बलदाऊ के स्नान करने के बाद ऐसी मान्यता है कि तीनों प्रभु बीमार पड़ गए थे, जिसके बाद से मंदिर के कपाट बंद कर आयुर्वेदिक पद्धति से काढ़ा दवा एवं सुपाच्य भोजन से उनका उपचार किया गया। 15 दिन उपचार के बाद तीनों स्वस्थ हुए तो फिर मंदिर में नेत्र उत्सव और नवजोबन उत्सव मनाया गया। प्राचीन कथा अनुसार स्नान पूर्णिमा पर अस्वस्थ होने के बाद भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा कमजोर हो गए हैं इसलिए वे अपनी मौसी के बुलावे पर उनके घर गुंडिचा मंदिर जाते हैं इस यात्रा को रथ यात्रा कहा जाता है।
विशिष्ट वाद्य यंत्रों की ध्वनि के साथ जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा रथ पर सवार हुए। भगवान के आगे-आगे उनके मार्ग को निष्कंटक करने की भावना के साथ विधायक शैलेष पांडेय ने छेर पहरा की परंपरा का पालन करते हुए मार्ग में झाड़ू लगाया। इसके बाद प्रतिमाओं को रथ पर सवार कराया गया। यहां विधायक शैलेष पांडेय एवं उनकी धर्मपत्नी ऋतु पांडेय और अन्य गणमान्य अतिथियों ने पूजा अर्चना की।
नगर विधायक शैलेष पांडेय ने ऐतिहासिक परंपरा बताते हुए कहा कि उन्होंने भगवान जगन्नाथ से पूरे बिलासपुर वासियों के लिए सुख समृद्धि शांति उनके अच्छे स्वास्थ्य सफलता की कामना की है। उन्होंने जगन्नाथ पूजा समिति उत्कल समाज को 1 माह का वेतन देने की घोषणा की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा), 19 जून। कोटा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत छेरकाबांधा के नयापारा में तेज आंधी के चलते अमीनुद्दीन खान प्रभावित किसान के मकान का ऊपरी छप्पर एलबेस्टर सहित उड़ गया। तेज आंधी तूफान से मकान में रखें जरूरी समान भी नष्ट हो गए।
तेज बारिश और आंधी तूफान आने से प्रभावित हुए मकान में लाखों के समान रखें राशन सहित अन्य सामानों का नुकसान हुआ है। वहीं किसी प्रकार की जन हानि नहीं हुआ है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 16 जून। मुंगेली जिले के सरगांव पथरिया मुख्य मार्ग पर बस और स्कॉर्पियो के बीच हुई टक्कर में जिला पंचायत सदस्य जागेश्वरी वर्मा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव घनश्याम वर्मा और स्कॉर्पियो चालक बुरी तरह घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरगांव लाया गया फिर उन्हें सिम्स बिलासपुर रेफर कर दिया गया।
घटना उस वक्त हुई जब पथरिया से सरगांव जाते समय कांग्रेस नेता दंपती बावली गांव के पास पहुंचे थे। बस ने स्कॉर्पियो को सामने से तेज टक्कर मारी। स्कार्पियो पर सवार भीतर ही फस गए फिर गाड़ी की छत को काटकर तीनों को बाहर निकाला गया। चालक की स्थिति ज्यादा गंभीर बताई जा रही है।
बिलासपुर, 16 जून। रेल यात्रियो की सुविधा एवं मांग को ध्यान मे रखते हुये पश्चिम रेलवे के वडोदरा एवं खोरधा रोड के बीच एक फेरे के लिए दिनांक 17 जून, 2023 (शनिवार) को वडोदरा से 09111 वडोदरा -खोरधा रोड स्पेशल ट्रेन रवाना होगी।
यह स्पेशल ट्रेन दिनांक 18 जून, 2023 (शनिवार) को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से होकर खोरधा रोड पहुचेगी।
बिलासपुर, 16 जून। रेल यात्रियो की सुविधा एवं मांग को ध्यान मे रखते हुये पश्चिम रेलवे के राजकोट एवं खोरधा रोड के बीच एक फेरे के लिए दिनांक 16 जून, 2023 (शुक्रवार) को राजकोट से 09555 राजकोट -खोरधा रोड स्पेशल ट्रेन रवाना होगी।
यह स्पेशल ट्रेन दिनांक 17 जून, 2023 (शनिवार) को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से होकर दिनांक 18 जून, 2023 को खोरधा रोड पहुचेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 13 जून। सरकंडा इलाके के अशोकनगर स्थित अंग्रेजी शराब दुकान में बीती रात चोकी की कोशिश की गई। चोरों ने दुकान का ताला तोड़कर भीतर लॉकर को उखाड़ने की कोशिश की और इस दौरान वहां सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग करने वाले डीवीआर को भी तोड़कर अपने साथ ले गए। चौकीदार ने बताया है कि वह चोर पहुंचे तब सो रहा था, जागने पर उसके ऊपर हमला किया गया।
घटना की शिकायत दुकान के सुपरवाइजर शुभम डिक्सेना ने पुलिस से की है। चौकीदार के बयान को संदिग्ध मानकर पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। उसके परिचित दोस्तों से भी बयान लिया जा रहा है। चौकीदार अपना बयान बार-बार बदल रहा है। दुकान से कितनी रकम गायब हुई है यह अभी पुलिस की जानकारी में नहीं है।
उसलापुर में रुकने वाली ट्रेनों की संख्या बढ़ी पर रेलवे ने सुरक्षा नहीं बढ़ाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 12 जून। अमरकंटक एक्सप्रेस से भोपाल से बिलासपुर आ रहे यात्री के बैग को ब्लेड से काट कर 5 लाख रुपये के गहने पार कर दिए गए।
रविवार को भोपाल निवासी पीएचई के सेवानिवृत्त असिस्टेंट इंजीनियर एलआर सोनी अपनी पत्नी के साथ अमरकंटक एक्सप्रेस से बिलासपुर आ रहे थे। वह फस्र्ट क्लास एसी में यात्रा कर रहे थे। उन्हें उसलापुर रेलवे स्टेशन में उतरकर मिनोचा कॉलोनी आना था, जहां उनकी बेटी रहती है। घर पहुंचने पर उन्होंने देखा कि उनका बैग ब्लेड से कटा हुआ है और भीतर रखा बॉक्स गायब है। बॉक्स में करीब 5 लाख रुपये के सोने के हार और कंगन थे।
उन्हें समझते देर नहीं लगी कि किसी ने ट्रेन में उनके बैग को काटकर भीतर रखे गहनों को पार कर दिया है। जीआरपी से की गई शिकायत में प्रार्थी सोनी ने बताया कि उसलापुर स्टेशन पहुंचने के आधा घंटा पहले तीन युवक उनके सामने की खाली सीट पर आकर बैठ गए थे। उन्होंने आकर परिचय बढ़ाया और बातचीत शुरू कर दी। बातों-बातों में उन्होंने बताया कि उसलापुर स्टेशन में ट्रेन बहुत कम समय के लिए रूकती है। उन्होंने उसलापुर आने पर सामान उतारने में मदद की। इनमें से एक युवक ने सामान उतारने के दौरान कुछ देर तक बैग को अपने पास रखा भी था। सामान उतारने के बाद वे वापस डिब्बे में सवार हो गए। प्रार्थी को संदेह है कि सीट से गेट तक सामान लाने के दौरान उसके बैग को काटकर इन्हीं लोगों ने गहनों से भरा डिब्बा पार किया है। जीआरपी थाने में एफ आई आर दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि उसलापुर स्टेशन में इन दिनों कटनी रूट की अधिकांश ट्रेनों का स्टापेज दिया जा रहा है। इन्हें बिलासपुर स्टेशन नहीं ले जाया जाता। इस वजह से यहां यात्रियों की भीड़ बढ़ चुकी है लेकिन जीआरपी, आरपीएफ की तैनाती नहीं है। उसलापुर में हुई वारदात की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए यात्रियों को बिलासपुर मुख्य स्टेशन जाना पड़ता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 11 जून। डॉ. सीवी रामन विश्वविद्यालय के कुलाधिपति और आईसेक्ट के निदेशक संतोष चौबे ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात कर उन्हें विश्वविद्यालय आने का निमंत्रण दिया।
मुलाकात में चौबे ने उच्च शिक्षा व स्कूली शिक्षा में उत्कृष्ट कार्य के लिए सरकार की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने निमंत्रण स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि सीवीआरयू प्रदेश की उच्च शिक्षा में उत्कृष्ट कार्य कर रहा है।
मुलाकात के दौरान चौबे ने स्वामी आत्मानंद स्कूलों के माध्यम से गरीब और जरूरतमंद बच्चों को अंग्रेजी शिक्षा देने वाला पहला राज्य बताते हुए कहा कि उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल व पूरी सरकार उच्च शिक्षा व स्कूली शिक्षा को लेकर बेहद संवेदनशील है। चौबे ने मुख्यमंत्री को बताया कि सीवीआरयू कोटा के आदिवासी अंचल में प्रदेश का पहला निजी विश्वविद्यालय है जिसका उद्देश्य आदिवासी, गरीब व जरूरतमंद युवाओं को उच्च शिक्षा से जोडऩा है। आदिवासी युवाओं को पारंपरिक शिक्षा के साथ साथ तकनीकी शिक्षा और कौशल में भी दक्ष किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण निशुल्क दिया जाता है साथ ही प्रशिक्षण पूरा होने के बाद युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय के पास है। विश्वविद्यालय ऐसे दक्ष युवाओं को बड़ी कंपनियों में प्लेस भी कर रहा है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव गौरव शुक्ला, सीएफएओ विनीत शुक्ला,आइसेक्ट के राज्य समन्वयक शशिकांत वर्मा मौजूद थे।
लडक़ी के प्रेमी और उसके दो साथी गिरफ्तार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 9 जून। रायपुर बिलासपुर हाईवे पर बीते 6 जून को मिले आईएएस की तैयारी कर रहे छात्र यश साहू के शव के मामले में पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार कर मामला सुलझा लिया है। सभी आरोपी 19-20 साल के हैं। मामला त्रिकोणीय प्रेम प्रसंग का है।
मालूम हो कि 6 जून को दोपहर 3 से 4 बजे के बीच सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के गुंबर चौक के पास एक अज्ञात 20 साल के युवक का शव मिलने की सूचना पुलिस को मिली। पुलिस अधिकारियों और सिरगिट्टी थाने की टीम ने वहां पहुंच कर शव की शिनाख्ती का प्रयास किया और उसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर डाली। शाम करीब 7.00 बजे उसकी पहचान यश साहू उर्फ टीनू पिता राजेश साहू उम्र 20 साल, लखनपुर सरगुजा के रूप में हुई। वह इस समय मंगला चौक बिलासपुर के एक कोचिंग सेंटर में आईएएस की प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था।
पुलिस ने तहकीकात शुरू की तो पता चला कि मृतक का चकरभाठा क्षेत्र की एक सहपाठी युवती से प्रेम संबंध था। उसी युवती का चकरभाठा के ही राहुल नामदेव के साथ प्रेम संबंध था। आरोपी राहुल भी चकरभाठा में रहता था और अक्सर अपनी प्रेमिका को कोचिंग इंस्टीट्यूट के आसपास देखने के लिए जाता था। इस दौरान उसने पाया कि उसकी प्रेमिका यश साहू से भी मिलने लगी है। इससे क्षुब्ध होकर उसने साहू को पहले तो चेतावनी दी और बाद में उसके नहीं मानने पर सबक सिखाने के लिए मार डालने का प्लान बनाया।
योजना के मुताबिक राहुल नामदेव ने 6 जून को यश को कोचिंग संस्थान से बुलाकर अपनी स्कूटी में बिठाया और बहाना करके चकरभाठा की ओर ले गया। चकरभाठा के एक बंद पड़े ढाबे में उसने यश साहू के साथ बेरहमी से पिटाई की। थोड़ी देर में यहां उनके दो अन्य साथी विनय शांडिल्य और उमेश वर्मा भी लाठी डंडा लेकर पहुंच गए। तीनों ने लाठी डंडे और बेल्ट से यश की बेरहमी से पिटाई की। जब वह अधमरा हो गया तो उसे राहुल अपनी स्कूटी में बैठा कर हाईकोर्ट मोड़ पर आ गया। उसने एक आटो रिक्शा में बिठाकर उसे बिलासपुर की ओर भेज दिया। इसके बाद उसका शव गुंबर चौक पर पड़ा हुआ मिला। प्रकरण के तीनों आरोपियों को अलग-अलग स्थानों से घेराबंदी कर हिरासत में ले लिया गया। घटना में इस्तेमाल की गई स्कूटी और मारुति ब्रेजा कार को जब्त कर लिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 9 जून। सीपत इलाके में राशन दुकान से घर लौट रही 14 साल की छात्रा को तेज रफ्तार कार ने रौंद दिया। कई फीट दूर जाकर गिरी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना में उसके साथ चल रही बहन बाल-बाल बच गई। कार चालक फरार है।
सीपत इलाके के ग्राम गुड़ी के प्रमोद रात्रे की बेटी आठवीं कक्षा की सिमरन अपनी बहन 12 साल की विद्या के साथ घर के पास स्थित राशन दुकान गई थी और वहां से किसी काम के लिए मंगाई गई खाली बोरी लेकर वापस घर लौट रही थी। इसी दौरान बलौदा से बिलासपुर की ओर आ रही तेज रफ्तार कार ने सिमरन को टक्कर मारी। सिमरन कई फीट उछलकर जा गिरी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई, जबकि साथ चल रही बहन विद्या चपेट में आने से बाल-बाल बच गई।
दुर्घटना के बाद कार चालक रुका नहीं और फरार हो गया, जिसका पता नहीं चला है। इधर ग्रामीणों ने चक्का जाम कर आरोपी चालक को गिरफ्तार करने और छात्रा के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की। पुलिस की मौजूदगी में दो घंटे तक बिलासपुर बलौदा मार्ग पर आवागमन ठप हो गया था।
तहसीलदार ने पहुंचकर त्वरित सहायता राशि दी। पुलिस ने आश्वस्त किया कि आरोपी चालक को सीसीटीवी कैमरे की मदद से ढूंढ कर जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा, इसके बाद आंदोलन समाप्त हुआ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगी रोड (कोटा), 5 जून। कोटा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष के तत्वाधान में स्थानीय रेस्ट हाउस में प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा सिम्स ऑडिटोरियम बिलासपुर में संभागीय सम्मेलन आयोजित की गई, जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ प्रभारी महामंत्री कुमारी शैलजा प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित समस्त मंत्री गण उपस्थित रहेंगे।
उक्त सम्मेलन को सफल बनाने में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी को निर्देशित किया गया कि सभी पदाधिकारी उपस्थित होकर उक्त सम्मेलन को 7 जून को सफल बनाएं।
इस अवसर पर आदित्य दीक्षित, संतोष गुप्ता, लच्छू महाराज, शैलेश गुप्ता, अशोक पांडे, आर के मिरी, जय राज दीक्षित, देवेंद्र कौशिक, बबलू अहिरवार, हाशिम खान, धन सिंह आर्मो, राजू शिदार, पंचराम साहू, रामलोचन साहू, अली कश्यप, कुलवंत सिंह, मधु पांडे, लक्ष्मण, कालेश्वर दुबे, दिलीप श्रीवास, शालिक यादव ,पावक सिंह, प्रदीप गुप्ता, जसपाल सिंह, माया मिश्रा, सोनू मनिकपुरी ,जब्बार खान, अंजन मालिक, राजेश यादव, भोला सिंह, रमेश भारद्वाज, कुलदीप यादव, रवि शंकर, गणेश, लक्ष्मी, अमीनुद्दीन, रामलोचन साहू , संजू सिंह चौहान, मनोज साहू, भरत पटेल, आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।
हत्या का प्रयास दर्ज करने की मांग पर थाने का घेराव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 4 जून। युवक कांग्रेस नेता की उसके ही दल के दूसरे युवकों ने पिटाई कर दी। पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज नहीं किया तो इससे नाराज कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव कर दिया।
जानकारी के मुताबिक शनिवार की शाम को श्रीकांत वर्मा मार्ग स्थित एक होटल से युवक कांग्रेस ग्रामीण के जिला अध्यक्ष जय किशन उर्फ राजू यादव, बिल्हा विधानसभा अध्यक्ष सुनील साहू व मस्तूरी के उपाध्यक्ष विश्वजीत अनंत चाय नाश्ता करके बाहर निकले। इसी दौरान मस्तूरी विधानसभा इकाई का अध्यक्ष नितेश सिंह ठाकुर अन्य युवकों के साथ पहुंचा और लाठी, रॉड, डंडे से विश्वजीत को पीटना शुरू कर दिया। मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कर उसे छुड़ाया। हमले के बाद युवक वहां से फरार हो गए। शिकायत मिलने पर सिविल लाइन पुलिस ने नितेश सिंह और अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 294, 323, 341, 506 और 34 के तहत अपराध दर्ज किया।
पुलिस पर कमजोर धाराओं में अपराध दर्ज करने का आरोप लगाते हुए अगले दिन विश्वजीत अनंत के समर्थक युवकों ने सिविल लाइन थाने का घंटों घेराव कर दिया। पुलिस के इस आश्वासन के बाद वे वापस लौटे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद और धाराएं जोड़ी जाएंगी।
हाईकोर्ट में लगाई गई थी बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 2 जून। जिले के लोखंडी गांव से लापता युवती को हाईकोर्ट से आदेश मिलने के बाद पुलिस त्रिपुरा से सुरक्षित लेकर आई है। उसे भगाकर ले जाने वाले युवक को भी गिरफ्तार किया गया है।
उक्त युवती दो मई को बिना किसी को बताए घर से 1 लाख रुपए लेकर निकल गई थी। जब आसपास और परिचितों से उसका पता नहीं चला तो सकरी थाने में परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने कुछ स्थानीय लोगों से बातचीत करने के बाद तलाशने की कोई कोशिश नहीं की। इसी दौरान परिवार के लोगों को मालूम हुआ कि एक बाहर से आकर यहां रहने वाला युवक भी लापता है। परिजनों ने पुलिस को फिर युवती की तलाश करने के लिए सूत्र दिए। इसके बावजूद पुलिस ने तत्परता नहीं दिखाई। तब अवकाश कालीन न्यायाधीश के समक्ष उन्होंने अधिवक्ता संदीप श्रीवास्तव के माध्यम से बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका लगाई। जस्टिस सचिन सिंह राजपूत और जस्टिस संजय अग्रवाल की डिवीजन बेंच ने पुलिस को निर्देशित किया कि युवती को ढूंढ कर अदालत में पेश किया जाए। हाई कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस सक्रिय हुई और बांग्लादेश बॉर्डर से त्रिपुरा में युवती को अरमान नाम के युवक के साथ बरामद कर लिया। युवती को सुरक्षित लाकर कोर्ट में पेश किया गया। साथ ही युवक अरमान को भी हिरासत में लिया गया। युवती को कोर्ट में पेश किया गया है जहां उसने बताया है कि सोशल मीडिया के माध्यम से उसका अरमान उर्फ अब्दुल से परिचय हुआ था और उसके साथ चली गई। हाई कोर्ट में इस मामले की अगली सुनवाई 12 जून को रखी गई है।
करगी रोड (कोटा), 30 मई। कोटा नगर पंचायत उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने वार्ड नं 12 के प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हितग्राहियों को अपने निजी निवास स्थान पर नवीन भवन निर्माण के लिए भवन अनुज्ञा पत्र प्रमाण पत्र सौंपा।
पीडि़त बैगाओं ने की दोषी पर कार्रवाई और मामले के जांच की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगी रोड (कोटा), 30 मई। राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र के नाम से जाने वाले अचानकमार टाइगर रिजर्व से लगे जंगल में निवास करने वाले करका ग्राम पंचायत के बैगा आदिवासियों पर लूमन सिंह बैगा (35), राम सिंह बैगा (27) इतवार सिंग, वीर सिंग बैगा (35) नकटा बांधा करका ग्राम पंचायत के निवासी वन विकास निगम व एटीआर के सुरेन्द्र कुमार नवरंगे, अरुण सिंग व अधिकारी तथा कर्मचारियों द्वारा मारपीट करने का आरोप बैगा आदिवासियों ने लगाया है।
ज्ञात हो कि एटीआर के जंगल में भालू मृत पाया गया था, जिसकी जांच हेतु पूछने हेतु बुलाया गया था। बैगा आदिवासियों ने विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है। वन विभाग के अधिकारियों पर आदिवासियों से मारपीट का आरोप लगा है। पीडि़त बैगाओं ने दोषी पर कार्रवाई और मामले के जांच की मांग की है, वहीं बैगा आदिवासियों बैगाओं को न्याय दिलाने की बात कर रहे है। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष आदित्य दीक्षित ने दोषियों के ऊपर कार्रवाई की मांग प्रशासन से की हैं।
बहुतायात कि संख्या में वनवासी जनजाति के लोगों ने वन ऑफिसर के प्रति आक्रोशित जनजाति के लोगों ने वन विभाग के कर्मियों पर आरोप लगाते हुए रेंजर के साथ-साथ कई वन कर्मियों और अधिकारियों द्वारा पिटाई कर दी। जनजाति लोगों के आक्रोश को देखकर वन कर्मी, घटना की सूचना पुलिस के पास रिपोर्ट करने की बात कही है और मौके पर पहुंच गई। घायल ने बताया कि अधिकारी की मौजूदगी में उन लोगों की पिटाई हुई है, लेकिन किसी ने उन लोगों को नहीं बचाया। वहीं, आक्रोशित लोगों को देर रात तक भैसा झार नर्सरी में ले जाकर मार पीट किए पूरे प्रकरण की जांच हो वहीं, मौके पर स्थानीय जनप्रतिनिधि भी पहुंच गए हैं।
डॉक्टर निखलेश गुप्ता खंड चिकित्सा आधिकारी ने बताया कि इलाज किया गया है चोट है जांच की जा रही हैं।
वैभव साहू प्रोजेक्ट रेंज ऑफिसर वन विकास निगम ने बताया कि हम लोगों द्वारा मारपीट नहीं की गई है। कुलेस्वर सिंह भानु सरपंच प्रतिनिधि करका ने बताया मेरे सुपुर्द बैगाओं को किए है। वन विकास वाले मारपीट किए हैं, थाने में रिपोर्ट हुई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 30 मई। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने कांकेर जिले के खंडीघाट आयरन ओर माइंस में उत्पादन शुरू कराने और आवश्यक सुरक्षा उपलब्ध कराने का आदेश जिला प्रशासन को दिया है।
उद्योगपति हर्षमंदर रस्तोगी की ओर से एक याचिका दायर कर हाईकोर्ट में बताया गया था कि उनका रायपुर और दुर्ग में स्टील प्लांट है। साथ ही खंडीघाट में आयरन ओर माइंस है। यहां से वे अपने स्टील प्लांट के लिए कच्चा माल सप्लाई करते हैं। सन् 2017 में जब उन्हें लीज मिली तब कलेक्टर, सरपंच, एसडीएम और प्रमुख ग्रामीणों की उपस्थिति में यहां एक मजदूर कल्याण समिति का गठन किया गया। साथ ही यह तय किया गया कि खदान में किसी अन्य श्रमिक संगठन की उपस्थिति को अवैध माना जाएगा। माइंस से उत्पादन सुचारू रूप से चल रहा था। कुछ माह पहले नागपुर में रजिस्टर्ड लेकन डेमोक्रेटिक खदान श्रमिक संघ के कुछ लोगों ने खदान के काम में हस्तक्षेप शुरू कर दिया। वे मजदूरों को भडक़ाने लगे साथ ही काम बंद करने का दबाव डालने लगे। खंडीघाट कल्याण समिति के मजदूरों को काम करने पर जान से मारने की धमकी दी जाने लगी, उनसे हाथापाई भी की गई। याचिकाकर्ता ने इस पर एफआईआर दर्ज कराने का प्रयास किया लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इस पर उन्होंने कलेक्टर, एसपी से शिकायत की और पुलिस सुरक्षा की मांग की। कोई सहयोग नहीं मिलने पर हाई कोर्ट में उन्होंने याचिका दायर की।
याचिका पर सुनवाई के बाद जस्टिस एनके व्यास और जस्टिस राधाकिशन अग्रवाल की डिवीजन बेंच ने प्रशासन को माइंस में पुलिस सुरक्षा मुहैया कराने और माइनिंग का काम शुरू कराने का आदेश दिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगी रोड (कोटा), 30 मई। कोटा नगर पंचायत के वार्ड नं 14 के शासकीय प्राथमिक शाला धरमपुरा आरपा कालोनी कोटा स्कूल का स्कूल भवन की टीन शेड काफी जर्जर हालत होने पर शनिवार को हल्की आंधी तूफान से स्कूल भवन के छात्र छात्राओं के बैठने वाले कक्षा रूम टीन शेड का ऊपरी हिस्सा उड़ कर स्कूल भवन के प्रांगण में गिरा।
गौरतलब है कि प्राथमिक शाला धरमपुरा आरपा कालोनी के स्कूल भवन को निर्माण 35साल पहले तत्कालीन कोटा विधानसभा के विधायक व मध्यप्रदेश शासन काल के विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद शुक्ला ने लोकार्पण किया था, वहीं इसके बाद स्कूल भवन को सिर्फ रिपेयरिंग कर स्कूल संचालित किया जा रहा है।
वहीं शासकीय प्रथमिक शाला धरमपुरा कोटा के प्रधानपाठक ने स्कूल शिक्षा विभाग के जिला शिक्षा अधिकारी बिलासपुर, विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी कोटा, कोटा नगर पंचायत कार्यालय,को समय समय-समय पर नवीन स्कूल भवन निर्माण के लिए पत्राचार किया गया था, लेकिन जिला एवं ब्लॉक अधिकारियों ने जर्जर हालत में स्कूल भवन के नवीन निमार्ण कार्य के लिए कोई ध्यान नहीं दिया गया, 35 साल पुराने भवन के नवीन भवन निर्माण के लिए जनप्रतिनिधि और शाला समिति ने लिखित में पत्राचार करने के बाद भी स्कूल शिक्षा विभाग की अनदेखी कर पुराने जर्जर हालत टीन शेड में ही प्राथमिक शाला के 95 छात्राओं और 77 बालक अध्ययन करते हैं, वहीं हल्की आंधी तूफान में कहीं पा्रथमिक शाला में स्कूल अध्ययन करते छात्र- छात्राओं के कक्षा रूम रहते तो गंभीर रूप दुर्घटना घट सकता थी।
स्कूल भवन की पहाड़ी पर होने से नीचे स्थानीय निवासी भी किसी बड़ी दुर्घटना होते होते टला गया, जर्जर टीन शेड आंधी तूफान से स्कूल के सामने मैदान ही गिरा अब देखना होगा कि स्कूल शिक्षा विभाग ने जर्जर स्कूल भवन निर्माण के लिए क्या नई योजना बनाते है या फिर से टीन शेड में प्राथमिक शाला स्कूल संचालित होगा।
विकास खंड शिक्षा अधिकारी ब्लाक मुख्यालय कार्यालय होने और महज दो किलोमीटर दूर स्थित होने के बाद भी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों के साफतौर पर निर्देश दिया गया था, छत्तीसगढ़ में अब कोई भी स्कूल भवन टीन शेड में संचालित नहीं होना चाहिए लेकिन, जिला शिक्षा अधिकारी,और खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यमंत्री के आदेश को अनदेखी कर दिया, वहीं बड़ी दुर्घटना होते टला।
प्रधान पाठक ईश्वरी पाण्डेय ने बताया की शनिवार को शाम को आंधी तूफान में स्कूल भवन के टीन शेड उडक़र सामने गिर गई है, हमने विभागीय अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।
नगर पंचायत अध्यक्ष अमृता प्रदीप कौशिक ने कहा कि कोटा नगर पंचायत के वार्ड नं 14 के धरमपुरा स्कूल भवन के नवीन भवन निर्माण के लिए संबंधित विभाग को पत्र लिखकर जल्द ही नवीन भवन निर्माण किया जाए ताकि स्थानीय निवासियों को इसका लाभ मिल सके।
गीता संतोष गुप्ता ने बताया कि प्राथमिक शाला भवन निर्माण के लिए स्कूल शिक्षा विभाग से मंत्री व जिला शिक्षा अधिकारी से मिलकर नवीन भवन निर्माण की मांग किया गया था, लेकिन अभी तक मांग पूरा नहीं किया गया।
पार्षद प्रतिनिधि वार्ड नं 13 गिरिराज पुरी गोस्वामी ने कहा की प्रथमिक शाला भवन के नवीन भवन निर्माण जल्द से जल्द मांग पूरा नहीं होने से उग्र रूप आंदोलन करेंगे।
शाला समिति सदस्य दिलीप मरकाम ने कहा कि मैं 26 साल से यहीं टीन शेड देख रहा हूं, मेरे सभी बच्चों भी इसी स्कूल पढ़े हैं, हमने शाला समिति में की बार लिखित में नवीन भवन निर्माण की मांग किया, लेकिन हमारी मांगे को अनदेखी कर दिया, हमारी मांग पूरा नहीं हुआ तो उग्र रूप आंदोलन करने के बाध्य होना पड़ेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 28 मई। हैदराबाद रक्सौल सिकंदराबाद साप्ताहिक समर स्पेशल ट्रेन का विस्तार 24 जून 2023 तक किया गया है। पहले या ट्रेन 27 मई तक चलने का निर्णय लिया गया था।
हैदराबाद से यह ट्रेन प्रत्येक शनिवार को तथा रक्सौल से प्रत्येक मंगलवार को 27 जून तक चलेगी। हैदराबाद से छूटने का समय 20.35 रखा गया है, जिसका रक्सौल पहुंचने का समय सोमवार को 13:30 बजे है। रक्सौल से ये ट्रेन सुबह 8:30 प्रत्येक मंगलवार को छूटेगी जो गुरुवार को सुबह 4:50 बजे सिकंदराबाद पहुंचेगी।
इसके अलावा एक फेरे के लिए सिकंदराबाद और बरौनी के बीच समर स्पेशल ट्रेन 28 मई को सिकंदराबाद को रात्रि 21:05 बजे रवाना की जा रही है यह ट्रेन 29 में सोमवार को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से होकर गुजरेगी। सुबह 07.00 बजे यह ट्रेन बरौनी पहुंचेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर/भाटापारा, 28 मई। रविवार की सुबह नांदघाट में हुई एक भीषण सडक़ दुर्घटना में बस के क्लीनर की मौत हो गई, साथ ही ड्राइवर कंडक्टर सहित 10 यात्री घायल हो गए।
जानकारी के मुताबिक जशपुर से रात में निकली गुप्ता बस सर्विस की बस रायपुर जा रही थी। इसी दौरान नेशनल हाईवे पर एक खड़े ट्रेलर से नांदघाट के पास यह एक ट्रेलर से जा टकरा गई। ट्रेलर सडक़ पर ही खड़ा हुआ था, जिसमें कोई रिफ्लेक्टर नहीं लगा था।
बस में सामने बैठे क्लीनर की दुर्घटना में मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ड्राइवर और कंडक्टर घायल हो गए। बस में स्लीपर कोच भी है, टक्कर के बाद कई यात्री झटका खाकर नीचे गिर गए। करीब 10 यात्रियों के घायल होने की खबर है, जिन्हें सरगांव और बेमेतरा के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
बिलासपुर, 26 मई। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अधिकारी कर्मचारियों ने झीरम घाटी में शहीद नेताओं और जवानों को श्रद्धांजलि दी। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने राज्य को शांति का टापू बनाने के लिए संकल्पित रहने की शपथ दिलाई। सभी ने अहिंसा और सहनशीलता की परंपरा पर विश्वास रखते हुए नक्सलवाद और हिंसा का डटकर विरोध करने का प्रण लिया। इस मौके पर 2 मिनट का मौन भी रखा गया।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार जयसवाल अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बिलासपुर, 26 मई। जिला कांग्रेस कमेटी ने नक्सली हमले की बरसी और कांग्रेस के पूर्व सांसद श्रीकांत वर्मा की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम रखा। इस मौके पर विधायक शैलेश पांडेय ने कहा कि झीरम हमले की जांच में एनआईए और भाजपा व्यवधान पैदा कर रही है। इस 10वीं बरसी पर जांच और न्याय की आस में परिजनों की आंखें पथरा गई हैं। एनआईए ने स्थल निरीक्षण और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान में लापरवाही बरती है। भूपेश सरकार एसआईटी से जांच कराना चाहती है, पर भाजपा नेता ने कोर्ट जाकर इसमें बाधा पैदा कर दी है। ,
शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि झीरम घाटी हमला मानवता को शर्मसार करने वाली निशृंस्ता की पराकाष्ठा थी, जिसमें विद्याचरण शुक्ल, नंद कुमार पटेल, महेंद्र कर्मा, उदय मुदलियार, योगेश शर्मा, दिनेश पटेल सहित 32 नेता और सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए।
महापौर रामशरण यादव ने स्वर्गीय श्रीकांत वर्मा को याद करते हुए कहा कि वे बिलासपुर को कस्बे से महानगर के रूप में विस्तार देने वाले शख्स थे। उन्होंने राज्यसभा सदस्य रहते हुए अपने फंड की अधिकांश राशि बिलासपुर में खर्च की। बिलासपुर जैसे छोटे से शहर से उठकर उन्होंने साहित्य और राजनीति में देशभर में पहचान बनाई। उन्होंने जो काम किया है वह अविस्मरणीय है। गरीबी हटाओ, जात पर ना पात पर, पर मोहर लगेगी हाथ पर, जैसे कालजयी स्लोगन कांग्रेस के लिए उन्होंने लिखा। वे एक गीतकार, लेखक, पत्रकार, समीक्षक, यात्रा वृतांत लेखक व समालोचक थे। काव्य संग्रह मगध पर उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार भी मिला।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस सचिव आशीष सिंह ठाकुर, कृष्ण कुमार यादव, जफर अली, राकेश शर्मा, राजेश शुक्ला, ऋषि पांडे, अरविंद शुक्ला, पिंकी बत्रा, शिल्पी तिवारी, आशा पांडे, डॉ. बद्री जायसवाल एसएल रात्रे, माधव ओत्तलवार, अखिलेश बाजपेयी, अर्जुन तिवारी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 24 मई। रेलवे जोन मुख्यालय में चीफ कंट्रोलर विनय कुमार चतुर्वेदी के बेटे अभिषेक ने यूपीएससी में 179 रैंक हासिल कर सफलता का परचम लहराया है। उनका भारतीय पुलिस सेवा में चयन होना निश्चित है।
अभिषेक के चयन से रेलवे और बिलासपुर शहर में हर्ष का माहौल है वहीं यूपी के बलिया जिले के चैनछपरा गांव में भी खुशी का माहौल है, जहां से विनय चतुर्वेदी आते हैं। अभिषेक की माता संगीता चतुर्वेदी गृहणी हैं। उनकी बहन निधि दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी कर रही हैं। अभिषेक ने दिल्ली पब्लिक स्कूल से सन् 2012 में 9.4 सीजीपीए से 10वीं परीक्षा उत्तरण की थी और 12वीं में गणित के साथ उन्होंने 82 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। इसके बाद उन्होंने एसआरएम यूनिवर्सिटी चेन्नई में इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांच से 2018 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। अभिषेक को लॉन टेनिस खेलने का शौक है। कोविड-19 के दौरान उन्होंने बिलासपुर में रहकर यूपीएससी की तैयारी की। रोजाना 6 घंटे पढ़ते थे, साथ ही 2 घंटे अखबार भी देखते थे।
अभिषेक ने चौथे प्रयास में यह सफलता हासिल की। इसके पहले के 3 प्रयासों में वे प्रिलिमनरी भी पास नहीं कर पाए थे।
वहीं शहर के नेहरू नगर निवासी देवेंद्र कश्यप व सरोज कश्यप की बेटी अनामिका ने यूपीएससी में 542वी रैंक हासिल की है। उनका यह तीसरा प्रयास था। अपने रैंक से संतुष्ट नहीं है और आगे और तैयारी करेंगी।
भक्तों में मतभेद लेकिन लाखों अनुयायी, पट्टुपर्थी से 100 किलोमीटर दूर अलग आश्रम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 23 मई। बिलासपुर में जन्मे मधुसूदन नायडू अब आध्यात्मिक गुरू मधुसूदन साईं बन चुके हैं। वे खुद के बारे में कहते हैं कि उनके भीतर सत्य साईंबाबा का वास है और मेरे माध्यम से वे धर्म-कर्म कराते हैं। उनके हजारों अनुयायी ऐसा मानते भी हैं। पर दूसरे कई लोग उन्हें सत्य साईंबाबा का केवल एक प्रगाढ़ शिष्य मानते हैं। इस विवाद के चलते उनके भक्तों के बीच विवाद भी है।
मधुसूदन साईं नाम की वेबसाइट में उनके प्रारंभिक जीवन का विवरण इस प्रकार है- श्री मधुसूदन साईं का जन्म 26 जुलाई, 1979 को मध्य भारत में छत्तीसगढ़ राज्य के एक छोटे से शहर, बिलासपुर में श्रीमती पद्मावती और श्री महेश्वर के कुलीन और समर्पित परिवार में मधुसूदन नायडू के रूप में हुआ था। एक बच्चे के रूप में, उन्हें बुद्धिमान और समर्पित बालक जाना जाता था, जो एक बहुत ही आध्यात्मिक परिवार में बड़े हुए थे। यद्यपि उनके नाना और चाची सत्य साईं बाबा के उत्साही अनुयायी थे। जब वे स्वयं बाबा की शिक्षा संस्थान में शामिल हुए तो उन्हें उनसे एक गहरा और मजबूत जुड़ाव महसूस हुआ, जिसकी व्याख्या करने में वे असमर्थ थे।1996 में, 17 साल की उम्र में, जब एक युवा मधुसूदन नायडू ने एक दोस्त के कहने पर श्री सत्य साईं उच्च शिक्षा संस्थान में पढऩा शुरू किया, तो उनकी यात्रा शुरू हो गई थी।
कुछ रिपोर्ट्स में उनके बारे में बताया गाय है कि सन् 2011 में जब पुट्टपर्थी के सत्य साईं बाबा की मृत्यु हो गई तो मधुसूदन साईं के रूप में एक नए आध्यात्मिक गुरू का उद्भव हुआ। इसने उस आश्रम की विरासत को खतरे में डाल दिया, जहां हजारों भक्त आते थे और 114 देशों में जिसके केंद्र हैं। अस्पताल, शैक्षणिक संस्थान, क्रिकेट स्टेडियम और हवाई अड्डे से युक्त, पुट्टपर्थी एक छोटे से गांव से एक आध्यात्मिक शहर के रूप में विकसित हुआ। यहां प्रधानमंत्री, फिल्मी सितारे और क्रिकेटर नियमित आगंतुक के रूप में आते थे। लेकिन एक दशक के भीतर, नए भगवान ने परिस्थिति बदल दी है।
सत्यनारायण साईं जब स्वयं सत्य साईं बाबा बताने लगे, उनके भक्तों ने उन्हें साईं बाबा के अवतार के रूप में स्वीकार किया। नायडू अब सद्गुरु मधुसूदन साईं हैं। वह अपने गुरु के कपड़ों और तौर-तरीकों की नकल करता है। इसी तरह के चमत्कार करते हैं जैसे पतली हवा से भभूति लाना और आभूषणों को लाना। वे कर्नाटक के चिक्काबल्लापुर जिले में पुट्टपर्थी से 100 किमी दूर मुद्देनहल्ली में एक आश्रम चलाते हैं। 2011 में शुरुआत करते समय, उन्होंने दावा किया कि सत्य साईं बाबा ने उनके माध्यम से बात की थी, लेकिन अब खुद को भगवान का दूसरा संस्करण कहते हैं। आश्रम की वेबसाइट में मधुसूदन साईं के लेख में सत्य साईं बाबा के 2011 में उनकी मृत्यु के बाद उन्हें यह कहते हुए उद्धृत किया गया है, मेरे पास शरीर नहीं है, लेकिन मैं अपना काम करने के लिए आपके शरीर का उपयोग करूंगा।
मधुसूदन साई के उद्भव ने भक्त समुदाय में बहुत आपसी विवाद पैदा किया है। प्रतिद्वंद्वी खेमे एक दूसरे से बचते हैं। सत्यसाईं बाबा के एक पूर्व विश्वासपात्र 80 वर्षीय अनिल कामराजू कहते हैं- मधुसूदन ने स्वयं को उन भक्तों के समाधान के रूप में प्रस्तुत किया जो बाबा के भौतिक रूप के लिए तरस रहे थे।
एक कॉर्पोरेट कार्यशैली और एक पीआर मशीनरी की सहायता से मधुसूदन साई का उदय नाटकीय और तेज हुआ है लेकिन यह रातोंरात हुई घटना नहीं है। जबकि उनके विश्वासपात्रों का कहना है कि उनका परिवर्तन जैविक है। उनके आलोचकों का कहना है कि उन्होंने अप्रैल 2011 में 84 साल की उम्र में सत्य साईं बाबा की मृत्यु से प्रस्तुत एक अवसर का इस्तेमाल कर लिया। सार्वजनिक प्रवचनों में, सत्य साईं बाबा ने कहा था कि वह 96 साल की उम्र तक जीवित रहेंगे और कर्नाटक के मांड्या में प्रेमा साईं बाबा के रूप में पुनर्जन्म होगा। इसलिए भक्तों के लिए उनकी मौत एक अकाल मृत्यु थी।
मधुसूदन अब 44 वर्ष के हैं। पुट्टपर्थी में पुराने भक्तों के अनुसार, उनका उदय तीन भक्तों - नरसिम्हा मूर्ति, सी श्रीनिवास और इसहाक टाइग्रेट द्वारा संचालित था, जिन्होंने सत्य साईं बाबा की मृत्यु के तुरंत बाद आश्रम और वफादारी को बदल दिया। मधुसूदन ने बेंगलुरु में सत्य साईं बाबा संस्थान से रसायन विज्ञान में स्नातक और मास्टर डिग्री और पुट्टपर्थी से एमबीए किया। उनके एमबीए बैचमेट अरुणी कुमार महापात्रा कहते हैं कि वह एक वाकपटु वक्ता थे। पढ़ाई, संगीत, नाटक और पेंटिंग में भी उत्कृष्ट थे। महापात्रा की मां मुद्देनहल्ली आश्रम में सेवा करती हैं, लेकिन वह मधुसूदन को केवल सत्य साईं बाबा के सबसे गंभीर शिष्य के रूप में देखती हैं।
दरअसल, मधुसूदन की सत्य साईं बाबा तक आसान पहुंच थी। उन्होंने सत्य साईंबाबा से अकादमिक और करियर के लिए मार्गदर्शन लिया। कामराजू का कहना है कि मधुसूदन एक अच्छे मिमिक्री आर्टिस्ट थे। वे बाबा की तरह हाथ हिलाकर और उन्हीं के लहजे में बोलकर हॉस्टल का मनोरंजन करता था।
2003 में एमबीए पूरा करने के बाद, मधुसूदन ने बैंकिंग करियर शुरू किया, लेकिन पुट्टपर्थी जाते रहे। पुट्टपर्थी से लगभग 165 किमी दूर बेंगलुरु में सत्य साईं बाबा के कॉलेज के संयोजक विनय कुमार कहते हैं कि जब बाबा को दफनाया जा रहा था, मधुसूदन ने हमसे कहा कि ताबूत खुल जाएगा और बाबा बाहर आ जाएंगे। मृत्यु के कुछ दिनों बाद मधुसूदन के इस तरह के बयान बार-बार आने लगे। वह बार-बार पुट्टपर्थी जाते थे, भक्तों को इक_ा करते थे, उन्हें घूरते थे और अचानक घोषणा करते थे कि उन्हें बाबा की उपस्थिति महसूस हो रही है। उसने दावा किया कि बाबा ने उनके माध्यम से बात की।
प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी उपसेवा केन्द्र में सात दिनी समर कैंप का समापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड ( कोटा), 14 मई। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी उपसेवा केन्द्र करगीरोड कोटा में सात दिवसीय समर कैंप का समापन डाकबंगला रोड स्थित भारतीय विद्यापीठ स्कूल में किया गया।
इस अवसर पर बच्चों का सांस्कृतिक कार्यक्रम रखा गया। सभी बच्चों ने अपनी-अपनी डांस की प्रस्तुति दी। वैभवी, अहाना, अवनी, पलक, गुंजन, श्रेया, शिवानी, शिवम, अरवन आरव, वैभू, अक्सा, माही आदि बड़ी संख्या में बच्चों ने भाग लिया।
अहाना ने समर कैंप के अपने अनुभव सुनाए। अवनी ने महिषासुर मर्दिनी श्लोक सुनाया। अरनव ने सेव वाटर पर स्पीच दिया, बच्चों ने सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव पर ड्रामा की प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम का संचालन ब्रम्हाकुमारी छाया दीदी ने किया और बच्चों को मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाई, खेलकूद, और अपनी, कलाओं और विशेषताओं को निखारने में ध्यान देना चाहिए, जब बच्चे मोबाइल चलाने में ध्यान देते हैं, तो न तो मानसिक विकास हो पाता न ही शारीरिक विकास हो पाता है। बच्चों को पढ़ाई के साथ मेडिटेशन भी कराये हम बच्चों को कहते हंै, टी.वी.मोबईल नहीं देखने को कहते है, और हम सभी ही अपने बच्चों के सामने ही टी.वी.मोबाईल चलते रहते हैं, हमारे बच्चे देखने और सुनने को ज्यादा समझते हैं , छोटे-छोटे बच्चों के सामने हमें शिक्षा प्रद, धार्मिक, समाजिक, बातें करना चाहिए, ताकि उनके देखकर और सुनकर अपने आचरण में उतारें।
समर कैंप में अतिथियों का बी.के. छाया बहन द्वारा सम्मान किया गया। कार्यक्रम में रामशंकर मिश्रा,प्राचार्य नरेंद्र मिश्रा, पार्षद लखन साहू, सुरेन्द्र मिश्रा, शैलेष,अमन, राम, आनंद आदि और संस्कृतिक कार्यक्रमों में बच्चों के माता-पिता भी शामिल हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 14 मई। छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के जजों के साथ काम करने के लिए संविदा पर विधि सहायकों की भर्ती की जा रही है।
यह विधि सहायक अधिकतम एख साल के लिए अनुबंध पर नियुक्त किए जाएंगे। इस दौरान उन्हें 30000 रुपए प्रतिमाह मानदेय के रूप में दिए जाएंगे। विधि सहायकों को हाईकोर्ट न्यायाधीशों की सहायता के लिए कानून एवं उससे संबंधित शोध कार्यों के लिए नियुक्त किया जाएगा। वे इस दौरान अपनी कानूनी दक्षता और ज्ञान को बढ़ा सकते हैं जो भविष्य में उनके काम आएगा। यह सहायक न्यायाधीशों को उनकी न्यायिक और प्रशासनिक कार्यों के निर्वहन में भी सहायता करेगा। आवेदन करने वाले विधि स्नातक की आयु 21 से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए। छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट की वेबसाइट से आवेदन पत्र डाउनलोड किया जा सकता है और इसे सभी प्रासंगिक दस्तावेजों के साथ न्यायालय को भेजना होगा। चयन केवल साक्षात्कार के माध्यम से होगा।