बिलासपुर
पीडि़त बैगाओं ने की दोषी पर कार्रवाई और मामले के जांच की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगी रोड (कोटा), 30 मई। राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र के नाम से जाने वाले अचानकमार टाइगर रिजर्व से लगे जंगल में निवास करने वाले करका ग्राम पंचायत के बैगा आदिवासियों पर लूमन सिंह बैगा (35), राम सिंह बैगा (27) इतवार सिंग, वीर सिंग बैगा (35) नकटा बांधा करका ग्राम पंचायत के निवासी वन विकास निगम व एटीआर के सुरेन्द्र कुमार नवरंगे, अरुण सिंग व अधिकारी तथा कर्मचारियों द्वारा मारपीट करने का आरोप बैगा आदिवासियों ने लगाया है।
ज्ञात हो कि एटीआर के जंगल में भालू मृत पाया गया था, जिसकी जांच हेतु पूछने हेतु बुलाया गया था। बैगा आदिवासियों ने विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है। वन विभाग के अधिकारियों पर आदिवासियों से मारपीट का आरोप लगा है। पीडि़त बैगाओं ने दोषी पर कार्रवाई और मामले के जांच की मांग की है, वहीं बैगा आदिवासियों बैगाओं को न्याय दिलाने की बात कर रहे है। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष आदित्य दीक्षित ने दोषियों के ऊपर कार्रवाई की मांग प्रशासन से की हैं।
बहुतायात कि संख्या में वनवासी जनजाति के लोगों ने वन ऑफिसर के प्रति आक्रोशित जनजाति के लोगों ने वन विभाग के कर्मियों पर आरोप लगाते हुए रेंजर के साथ-साथ कई वन कर्मियों और अधिकारियों द्वारा पिटाई कर दी। जनजाति लोगों के आक्रोश को देखकर वन कर्मी, घटना की सूचना पुलिस के पास रिपोर्ट करने की बात कही है और मौके पर पहुंच गई। घायल ने बताया कि अधिकारी की मौजूदगी में उन लोगों की पिटाई हुई है, लेकिन किसी ने उन लोगों को नहीं बचाया। वहीं, आक्रोशित लोगों को देर रात तक भैसा झार नर्सरी में ले जाकर मार पीट किए पूरे प्रकरण की जांच हो वहीं, मौके पर स्थानीय जनप्रतिनिधि भी पहुंच गए हैं।
डॉक्टर निखलेश गुप्ता खंड चिकित्सा आधिकारी ने बताया कि इलाज किया गया है चोट है जांच की जा रही हैं।
वैभव साहू प्रोजेक्ट रेंज ऑफिसर वन विकास निगम ने बताया कि हम लोगों द्वारा मारपीट नहीं की गई है। कुलेस्वर सिंह भानु सरपंच प्रतिनिधि करका ने बताया मेरे सुपुर्द बैगाओं को किए है। वन विकास वाले मारपीट किए हैं, थाने में रिपोर्ट हुई है।