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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 29 दिसंबर। जिला लोक अभियोजन की कोरोना से एक दिन पहले मौत हो गई। इसके बाद से कोण्डागांव अधिवक्ता संघ विरोध के मुद्रा में नजर आ रहा है। अधिवक्ता संघ का आरोप है कि, कोण्डागांव के जिला व सत्र न्यायालय में कोविड-19 को लेकर उचित व्यवस्था नहीं की गई है। साथ ही कोण्डागांव के अधिवक्ता संघ ने मांग की कि, जिला लोक अभियोजन की मौत न्यायालयीन कार्य के दौरान संक्रमित हो जाने के चलते हुई है। ऐसे में मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए की राशि क्षतिपूर्ति के रूप में दी जाए।
इस बारे में कोण्डागांव के अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि शासन व न्यायालय के कार्य संपादन के दौरान ही लोक अभियोजन अधिकारी कोविड-19 पॉजिटिव हो गए थे। इसके बाद उनकी 28 दिसंबर को उपचार के दौरान रायपुर में मौत हो गई है। शासकीय कार्य के संपादन के दौरान हुए मौत के चलते अधिवक्ता के परिजनों को 50 लाख रुपए की क्षतिपूर्ति की राशि दी जाए।
कोण्डागांव के जिला अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों ने दावा किया है कि कोण्डागांव के न्यायालय में कोविड-19 से लडऩे के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं है। संघ के पदाधिकारियों की माने तो लंबे समय के बाद न्यायालय खुलने से प्रकरणों से संबंधित लोगों की भीड़ टूट पड़ी है। लेकिन उच्चतम न्यायालय के निर्देश के अनुपालन में न्यायालय में बॉडी टेंपरेचर स्कैनर, सैनिटाइजर, बिना मास्क की पहुंचने वालों को रोकने की जवाबदेही, कोविड-19 जांच जैसी कोई सुविधा न्यायालय परिसर में नहीं है।
कोण्डागांव जिला के न्यायालय अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि, न्यायालय में कोविड-19 के विरुद्ध अव्यवस्था चरम पर पहुंच चुकी है। जिसके चलते एक अधिवक्ता साथी की मौत हो गई है तो वहीं कई अधिवक्ता व न्यायालय के कर्मचारी अब तक कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हैं।
लगातार लोगों के संक्रमण होने और मौत के मामले को ध्यान में रखते हुए व्यवस्था सुधारे जाने का प्रस्ताव पारित किया गया है। कोविड-19 अव्यवस्था के चलते कोण्डागांव के न्यायालय परिसर में जिला एवं सत्र न्यायालय के अधीनस्थ संचालित कोण्डागांव जिला के सभी न्यायालयों में 10 दिनों के लिए यानी 6 जनवरी तक वकील प्रवेश नहीं करेंगे।
कोण्डागांव के जिला एवं सत्र न्यायालय में कार्यरत शासकीय लोक अभियोजन अधिवक्ता के कोविड-19 से मौत के बाद उन्हें शोक श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कोण्डागांव के न्यायालय बार रूम में अधिवक्ताओं ने मौन धारण कर शोकाकुल के प्रति संवेदना व्यक्त की और मृत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी की।
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कोण्डागांव, 29 दिसंबर। ग्राम पंचायत बनियागांव में प्रीमियर क्रिकेट लीग के माध्यम से विगत 15 दिनों तक लोगों का मनोरंजन किया। इस प्रतियोगिता में 8 टीमों ने भाग लिया था। जिसमें प्रथम पुरस्कार 77 हजार 777 रुपए और द्वितीय पुरस्कार 44 हजार 444 रुपए का था। इस प्रतियोगिता के अध्यक्ष राकेश साहू व उपाध्यक्ष सहदेव पोयाम, सचिव द्रुपत राज सेठिया, डिकेन्द्र सेठिया, अभिषेक दीक्षित, पालेश्वर दीवान आदि कमेटी के सदस्य थे।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि शिवनाथ दीक्षित, जिला पंचायत सदस्य बलसिंग बघेल, जनपद उपाध्यक्ष मनोज सेठिया, दासुराम सोढ़ी, तुलसी राम पोयाम, सोमारू राम साहू, समुंद राम पोयाम, कोशराम पटेल, राहुल नेताम, यशवंत देवांगन, विकास साहू, ज्योति एक्का व अन्य ग्रामीण जन उपस्थित थे।
इस प्रतियोगिता में कीर्ति स्टार, ईगल 11, आर्यन्स 11, आरकेसी 11, ड्रीम 11, रॉयल 11, शिवशक्ति 11, तिरुपति 11 टीमों ने भाग लिया। सभी टीमों ने शानदार खेल दिखाया। इस टूर्नामेंट में सबसे अधिक रन 331 मुरलीधर ने बनाया। साथ ही इनको मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार भी इनके नाम रहा। सबसे बेहतरीन बॉलर का खिताब गगनदीप ने 9 मैचों में 24 विकेट अपने नाम किया। वहीं कीर्ति स्टार प्रतियोगिता में विजय रहा।
फाइनल मैच में कीर्ति स्टार और तिरुपति 11 के मध्य हुआ। निर्धारित 10 ओवर के मैच में टॉस तिरुपति 11 जीता और बल्लेबाजी का फैसला किया। बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट के नुकसान पर 86 रन ही बना पाई, रन की पीछा करने उतरी कीर्ति स्टार ने धुँवाधार बैटिंग करते हुए मात्र 6 ओवर में 88 रन बनाकर जीत को अपना नाम किया। आकाश ने 9 गेंदों पर शानदार 26 रन बनाए और मैन ऑफद मैच से नवाजे गए।
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कोण्डागांव, 28 दिसंबर। कोण्डागांव कांग्रेस ने 28 दिसंबर को कांग्रेस का 136वां स्थापना दिवस ध्वजारोहण व मिठाई वितरण कर मनाया।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष झुमुकलाल दिवान व शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष यूसुफ रिजवी ने कांग्रेस के स्थापना से लेकर आज तक की उपलब्धियों को बताया। वहीं कांग्रेस को किसान गरीब मजदूर की पार्टी बताई और कहा, कांग्रेस जब-जब सरकार में रही है, किसानों के हित में कदम उठाया है। हरित क्रांति कांग्रेस की देन है। कम्प्यूटर क्रांति के जनक कांग्रेस के तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी जी रहे। उद्योग के क्षेत्र में भी भारी विकास हुआ है। आजादी के बाद देश में सुई से लेकर आज हवाई जहाज बन रही है, तो ये कांग्रेस की देन है।
आगे बताया कि, 2018 में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनते ही 1 घंटे के अंदर किसानों का कर्जा माफ किया। कांग्रेस पार्टी सदैव गरीब मजदूर किसानों के हित में काम करते आई है और सदैव आमजन के साथ खड़ी हैं।
आज स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में महिला जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुखबति मरकाम, शहर जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष तबस्सुम बानो, जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष विशाल शर्मा, प्रदेश युवा कांग्रेस प्रवक्ता तरुण भौमिक, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष बुधराम नेताम, जिला महामंत्री सुरेश पाटले, दलसाय मरकाम, महामंत्री शहर कांग्रेस कपिल चोपड़ा, शहर कांग्रेस उपाध्यक्ष सुब्रत राय, शहर सचिव सौरभ आचार्य, जनपद उपाध्यक्ष मनोज सेठिया, युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष नंदू दीवान, नारायणपुर युवा कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र कोर्राम, शहर महिला कांग्रेस प्रवक्ता शिल्पा देवांगन, भारत देवांगन, पारस गोस्वामी, महिला कांग्रेस नेत्री हेमा देवांगन, गुनमती नायक, रंजीत गोटा, कमलेश दुबे, वकील मानिकपुरी व मीडिया प्रभारी जिला कांग्रेस रितेश पटेल के साथ भारी संख्या में कांग्रेसी मौजूद थे।
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कोण्डागांव, 28 दिसंबर। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा व पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस बैठक में कलेक्टर ने जिले के अंतर्गत आने वाली 110 किमी के राष्ट्रीय राजमार्ग पर सडक़ सुरक्षा की दृष्टि से सुरक्षा मानकों के अनुरूप डेलिनेटर, केट्स आई को समय पर न लगाए जाने पर ठेकेदार को निर्धारित नियमानुसार नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही जिला मुख्यालय व जिले के नगरीय इलाकों में सडक़ों के दोनों ओर, वाहन गैरेजों, बैंकों, शासकीय कार्यालयों आदि के निकट अव्यवस्थित रूप से खड़े किए गए वाहनों के विरूद्ध एसडीएम व पुलिस बल को संयुक्त रूप से मिलकर अभियान के माध्यम से कार्रवाई को कहा।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर लंबे समय से पार्क किए गए वाहनों को जिला प्रशासन, नगरीय प्रशासन व पुलिस द्वारा संयुक्त अभियान चलाया जाएगा। जिसके तहत इन वाहनों के विरूद्ध जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने मुख्यमार्ग पर आने वाले ग्रामों में गति सीमा, रोड डायवर्सन आदि सुरक्षा साइन बोर्ड लगाने हेतु अधिकारियों को कहा।
इस अवसर पर कलेक्टर ने नगरों के अंतर्गत ट्रैफिक व्यवस्था के सुधार, भीड़-भाड़ वाले इलाकों में पार्किंग स्थलों के चयन, मुख्यमार्ग पर आने वाले 23 ग्रामों में स्ट्रीट लाईट्स की व्यवस्था, संगम मार्गों पर रम्बल स्ट्रीप व बैरियरों की व्यवस्था करने को निर्देशित किया।
साथ ही सडक़ों पर मोटर गैराजों द्वारा खड़ी की गई पुरानी गाडिय़ों को हटवाने के साथ कोण्डागांव की सडक़ों को स्वच्छ बनाने को कहा। ज्ञात हो कि जिले के अंतर्गत प्रतिवर्ष औसत 100 से अधिक लोगों की राष्ट्रीय राजमार्ग पर दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है। वहीं 200 से अधिक लोग गम्भीर रूप से घायल हो जाते हैं। जिसे देखते हुए जिला सडक़ सुरक्षा समिति इस वर्ष सघन अभियान चलाकर सडक़ हादसों को रोकने का प्रयास कर रही है।
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कोण्डागांव, 28 दिसंबर। रोजगारी पारा वार्डवासियों ने सडक़ को लेकर 3 घंटे तक जाम कर गाडिय़ों को रोककर विरोध प्रदर्शन किया।
वार्डवासियों का कहना है कि 16 महीने से जयस्तंभ चौक से जोंदरापदर तक डामर रोड को खोदकर रखा गया है, जिससे वार्डवासी धूल से परेशान हैं। लोग इस धूल से दमा सर्दी से बीमार हो रहे हैं।
इस रोड के लिए वार्डवासी विधायक मोहन मरकाम और कलेक्टर को भी कई बार मिल चुके हैं, लेकिन अब तक कुछ नहीं किया गया। जिससे परेशान होकर वार्डवासियों ने 28 दिसंबर को 3 घंटे तक रोड को जाम कर दिया।
प्रशासन को चक्काजाम की खबर मिली, तब तत्काल पीडब्लूडी के कार्यपालन अभीयंता, एसडीओ, एसडीएम, तहसीलदार और पुलिस पहुंची। इसके बाद पीडब्लूडी ई ने कहा कि, मार्च तक इस रोड को बनवा देंगे, क्योंकि मैं अभी ही आया हूं और इस काम को सबसे पहले मिशन की तरह करवाउंगा। एसडीएम ने कहा कि, यहा पर बेरिकेट्स लगा देगे और बड़ी गाडिय़ों को आने-जाने पर रोक लगा देंगे। तब जाकर वार्डवासियों ने माना और कहा कि, अगर मार्च तक रोड नहीं बना तो बहुत ही बड़ा आंदोलन होगा। जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
कोण्डागांव, 28 दिसंबर। राज्य शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजनांतर्गत जिले में चल रहे कार्यों की प्रगति जानने कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने सभी संबंधित विभागों की समीक्षा बैठक बुलाई। इस दौरान उन्होंने जिले में गोबर खरीदी बढ़ाने, गोठानों में पशुओं की स्थिति, वर्मी कम्पोस्ट निर्माण, हितग्राहियों को भुगतान आदि विषयों पर चर्चा की।
उन्होंने हितग्राहियों को भुगतान के दौरान आ रही समस्याओं को दूर करने के लिए सभी जनपद मुख्य कार्यपालन अधिकारियों व नगरीय निकायों के सीएमओ को जल्द से जल्द समस्या को हल कर भुगतान करने के निर्देश दिए। साथ ही वर्मी कम्पोस्ट निर्माण की गति में वृद्धि के लिए जल्द से जल्द केचुओं को खरीद विभाग अथवा स्व-सहायता समूहों द्वारा करा कर वर्मी टांको में डालने के प्रबंध हेतु कहा।
इसके अतिरिक्त कुछ गोठानों मे ंगोबर खरीदी में कमी को देखते हुए इसे जल्द से जल्द बढ़ाने, डिकम्पोजरों के प्रयोग को बढ़ाने, निलंबित हुए भुगतानों को शीघ्र पुन: भुगतान करने एवं वनविभाग को आवर्ती चराई स्थलों पर खरीदी का भुगतान जल्द करने को कहा। वर्तमान में कुल 221 गोठानों में से 108 गोठानों में गोबर खरीदी सक्रिय रूप से की जा रही हैं।
कोण्डागांव, 28 दिसंबर। शांति फाऊंडेशन ने गरीब परिवारों को राशन कार्ड उपलब्ध कराया।
कुछ रोज पहले अखबार के माध्यम से यह खबर तब सुर्खियों में आ गया जब जिला मुख्यालय गांधी वार्ड के कुछ गरीब परिवार कचरे में फैके हुए मिल के भुसे को छान कर वहां से अनाज के दाने चुनकर अपना पेट भरने में मजबूर हैं। यह घटना जैसे ही अखबार में आई शांति फाउंडेशन के सदस्य यतिन्र्द छोटू सलाम, पवन सिंह ठाकुर, राजेश नाग, पंकज बाकची, अतुल सिंह ठाकुर, समीर खान के माध्यम से जरूरत मंदो परिवार को राशन उपलब्ध करवाया गया और उन में शांति फाउंडेशन के सदस्यों के साथ जा कर गरीब परिवारों से मिलकर समस्या का समाधान करते हुए खाद्य निरीक्षक हितेश दास मानिकपुरी व नवीनचंद्र श्रीवास्तव ने तत्काल जरूरत मंद परिवार को राशन कार्ड उपलब्ध करवाने व उन्हें चिन्हांकित कर शांति फाउंडेशन को सूचना जानकारी देने की बात कही हैं।
शांति फाउंडेशन के अध्यक्ष यतिन्र्द छोटू सलाम ने कहा कि, प्रशासन की कोई भी योजना क्यों उन तबको तक नही पहुंच पाता यह समझ से परे हैं। जबकि ये योजनाएं ही उन तबको के लिए ही पारित किया जाता हैं। शांति फाउंडेशन के द्वारा जिले के हर जरूरत मंद व्यक्ति तक पहुंच कर जिला प्रशासन को सुचना कर जरूरत मंद व्यक्ति का कार्य कराया जा रहा हैं। और इस कार्य के लिए हमे जिले के हर जागरूक व्यक्ति का सहयोग चहिए, इससे यह कार्य और आसानी से हो सके।
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कोण्डागांव, 28 दिसंबर। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और नवाचार के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले 45 शिक्षकों को अलख सामाजिक संस्था बिश्रामपुर जिला सूरजपुर के माध्यम से गत वर्षों की भांति इस वर्ष शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें कोण्डागांव जिले के शासकीय उच्च प्राथमिक शाला मड़ानार में पदस्थ शिक्षक शिवचरण साहू को शिक्षारत्न से सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विकास खंड शिक्षा अधिकारी सूरजपुर पंडित भारद्वाज वर्चुअल रहे। वही कार्यक्रम की अध्यक्षता वयोवृद्ध समाजसेवी कुलवंत सिंह, विशिष्ट आतिथ्य श्रवण सिंह सरपंच रुनियाडीह, अर्जुन सिंह सरपंच सरस्वतीपुर, राजेश अग्रवाल अध्यक्ष अलख, हेमराज सचिव अलख व दिलीप सोनी द्वारा किया गया।
इस संस्था का उद्देश्य जिले सहित राज्य के शासकीय विद्यालयों में पदस्थ उन शिक्षकों को प्रोत्साहित करना हैं जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और समाजसेवा के क्षेत्र में अपना अमूल्य योगदान दे रहे हैं।
ज्ञात हो कि, कोरोना वैश्विक महामारी के चलते इस साल स्कूल बंद हैं। राज्य शासन के माध्यम से संचालित पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम अंतर्गत मिस कॉल गुरुजी, लाउडस्पीकर कक्षा, मोहल्ला कक्षा व बुलटू के बोल के माध्यम से बच्चों को पढ़ाई से जोड़े रखने का कार्य संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में जिला सहित राज्य के शिक्षक बढ़-चढक़र भाग ले रहे हैं और बच्चों को सतत अध्ययन-अध्यापन से जोडऩे में सफल हुए हैं। इस कठिन समय में हमारे शिक्षक, जिन्होंने छात्र हित में अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर लगातार नई-नई तरकीबों को अपनाकर शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। उन्हें मा. शाला रुनियाडीह के प्रांगण में आयोजित इस कार्यक्रम में सम्माननित किया गया।
शिक्षकों और अतिथियों द्वारा आम, नीम, जामुन व गुलमोहर सहित कुल 11 पौधों का रोपण सडक़ किनारे कर सुरक्षा ट्री गार्ड के लिए 1100 रुपए प्रति ट्री गार्ड सहयोग राशि भेंट की गई। कार्यक्रम को कुलवंत सिंह के माध्यम से संबोधित किया गया।
विकासखंड शिक्षा अधिकारी पंडित भारद्वाज के माध्यम से वर्चुअल संबोधन कर उपस्थित शिक्षकों को और बेहतर कार्य संपादन करने के लिए प्रेरित किया गया। अलख सामाजिक संस्था के माध्यम से सेवानिवृत्त शिक्षक बालकिशन राजवाड़े, रंजय कुमार सिंह, गोवर्धन सिंह, प्रियंका सिंह, सीबीएल कुशवाहा, रविशंकर साहू, नंदकुमार सिंह, सुजीत कुमार मौर्य फूलमती सारथी, रीता गिरी, मनोज कुमार जायसवाल, धर्मानंद गोजे, दिनेश साहू, नीता गिरी, अरुण प्रताप सिंह, वसुंधरा गोजे, अमरेंद्र कुमार पांडेय, लुकेश्वर सिंह, कृष्ण कुमार ध्रुव, मोहम्मद मुस्ताक अली, संतोष गुप्ता, जनशिक्षक बिजेन्द्र लाल जायसवाल, तिलेश्वरी राजवाड़े, एम टोप्पो, रिजवान अंसारी, विद्यावती सिंह, बिजेन्द्र भारती, नवीन जायसवाल, एचएन शर्मा, महेश कुमार दोहरे, अंजूलता भारद्वाज, सतीश भारद्वाज, मनोज कुमार पाटनवार, शिवचरण साहू, पवित्र मोहन बेहरा, राजेन्द्र जायसवाल, श्रीकांत पांडेय, मीना राजवाड़े, ललिता एक्का, प्रमोद साहू, कुलदीप सिंह, योगेश्वर दास महंत सहित कुल 45 उत्कृष्ट शिक्षकों का सम्मान शॉल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र भेंटकर किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन सीमांचल त्रिपाठी, रीता गिरी व दिनेश साहू द्वारा तथा आभार प्रदर्शन राजेश अग्रवाल द्वारा किया गया। विद्यालय परिवार की ओर से समस्त अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट की गई।
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कोण्डागांव, 28 दिसंबर। छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कांग्रेस पार्टी के 136वें स्थापना दिवस की प्रत्येक भारतवासी को बधाई व शुभकामना देते हुए कहा, भारत की आजादी की लड़ाई से लेकर आधुनिक भारत के निर्माण में कांग्रेस की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। आजादी के बाद से 2019 तक भारत के 17 आम चुनाव में से कांग्रेस ने 7 में पूर्ण बहुमत प्राप्त किया और 4 में सत्तारूढ़ गठबंधन का नेतृत्व किया। लगभग आधी सदी तक कांग्रेस केंद्र सरकार का हिस्सा रही। आज भले ही अधिकांश राज्यों में कांग्रेस की सरकार नहीं है लेकिन कांग्रेस ही देश का एक मात्र राजनैतिक दल हैं। जिसका कार्यकर्ता भारत के उत्तर दक्षिण पूरब पश्चिम के हर गांव में मिल जाएगा।
आगे कहा कि आजादी की लड़ाई में कांग्रेस किसी एक वर्ग की नहीं बल्कि सम्पूर्ण भारत की अगुवाई कर रही थी। कांग्रेस में कई विचार धाराएं थी, गांधीजी सहित कांग्रेस के नेतृत्वकर्ताओं ने वैचारिक मतभिन्नता का पूरा सम्मान किया तथा विभिन्न विचारों को ले कर स्वतंत्र भारत के एक लक्ष्य के साथ कांग्रेस दुनिया के सबसे बड़े सफल अहिंसक आंदोलन को चलाने में कामयाब हुई।
उन्होंने आगे कहा देश की सामयिक जरूरत के अनुसार कांग्रेस ने समय समय पर प्रथमिकता को बदल कर योजनाओं को बनाया। आजादी के पहले स्वतंत्रता आंदोलन आजादी के बाद गणतंत्र का निर्माण संविधान निर्माण प्राथमिकता में थे। नेहरू जी के बाद शास्त्री जी के समय अनाज देश की सुरक्षा को लक्ष्य रख कर जय जवान जय किसान का नारा दिया गया। इंदिरा जी हरित क्रांति बीस सूत्री कार्यक्रम, अंतरिक्ष कार्यक्रम, परमाणु कार्यक्रम से सुदृढ़ भारत के लक्ष्य को प्राथमिकता में रखा। राजीव गांधी जब भारत के प्रधानमंत्री बने तब देश को 21वीं सदी की ओर ले जाने के लिए कांग्रेस की प्राथमिकता में सूचना प्रोद्योगिकी और कम्प्यूटर क्रांति थी। पंचायतों को सशक्तीकरण कर सत्ता के विकेंद्रीकरण का मार्ग भी खोला गया। 2014 में केंद्र की सत्ता हाथ से जाने के बाद राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस एक सजग विपक्ष की भूमिका निभा रही हैं। बहुमत के अतिवादी चरित्र का विरोध जिस बेबाकी और निडरता से राहुल गांधी कर रहे हैं। वह कांग्रेस के उन्ही मूल्यों उपज हैं जिन मूल्यों को ले कर कांग्रेस ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक आंदोलन और भारत के सबसे बड़े राष्ट्रवादी आंदोलन भारत की आजादी की लड़ाई को लड़ा था।
गांव में नहीं पहुंचा आज तक एम्बुलेंस, बुनियादी सुविधाएं नहीं, सिर्फ आश्वासन
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कोण्डागांव, 27 दिसंबर। जिला अंतर्गत बयानार थाना क्षेत्र का एक छोटा सा गांव कोहकड़ी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा है। इस गांव में शासकीय संसाधनों की बात करें तो सडक़, पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे बुनियादी सुविधाएं ग्रामीणों से कोसों दूर है। लेकिन इस गांव के आम जनता आज भी स्थानीय प्रशासन व क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से पूरी उम्मीद लगाए रखे हैं कि उनके क्षेत्र में देर सवेर ही सही विकास की लौ जरूर जलेगी। इसी आशाओं के साथ कोहकाड़ी के ग्रामीणों ने लगातार विधायक स्तर के जनप्रतिनिधियों से लेकर जिला स्तर के अधिकारियों तक पहुंची व्यथा सुनाई हैं। लेकिन हर बार की तरह उन्हें विकास के बजाय विकास के वादे ही मिले हैं।
विकास खण्ड कोण्डागांव अंतर्गत मुख्यालय से लगभग 70 किमी दूर ग्राम पंचायत छोटेउसरी के कोहकड़ी में आज तक विकास का लौ नहीं जल पाया हैं। इस गांव में आज पहली बार मीडिया का कैमरा पहुंचा। यहां के ग्रामीणों ने अपनी व्यथा सुनाई, जिसके अनुसार बीमारी के साथ-साथ परिस्थितियों से भी लडऩा होता हैं। क्योकि पंचायत मुख्यालय से गांव तक पहुंचने के लिए कोई सडक़ ही नहीं हैं। यहां केवल पगडंडी से होकर ही पहुंचा जा सकता हैं। ऐसे में लगभग 7 किमी की दूरी तक गांव के छोटे हो या बुजुर्ग या फिर गर्भवती महिला सभी को डोला के ही सहारे एम्बुलेंस तक और फिर एम्बुलेंस से नजदिकी अस्पताल पहुंचाया जाता हैं।
कोहकड़ी में आजादी के 70 बरस बाद भी गांव के लोग साफ पेयजल के लिए तरस रहे हैं। कोहकाड़ी के लाऊड़पारा की बात करे तो, यहां के वाशिंदों के लिए सरकार आज तक एक हैंडपंप भी नहीं खोद पाई हैं। ऐसे में पूरा लाऊड़पारा अपने खेत में बने (बिहरी) झरिया के पानी से प्यास बुझाता हैं। गांव के पंच मणिराम कोर्राम के अनुसार, छोटेउसरी पंचायत का आश्रित ग्राम कोहकड़ी तक पहुंचने के लिए जिला मुख्यालय से चेमा तक डामर की पक्की सडक़ हैं। तो वहीं चेमा से छोटेउसरी तक सीसी सडक़ भी बनाई गई है। लेकिन पंचायत मुख्यालय से ना जाने क्यों उनके गांव तक लगभग 7 किमी पहुंचने के लिए सभी शासकीय प्रसानिक तंत्र दम तोड़ देता हैं। उनके गांव में 26 मकान है, जिसमें 370 लोगों का निवास हैं। इन 370 लोगों तक बुनियादी सभी सुविधाएं पहुंचने से पहले दम तोड़ चुकी हैं।
गांव में है 4 बिहरी, गर्मी में कीचड़ से सने पानी से बुझता है प्यास
गांव के लोगों के अनुसार, उनके गांव में चार बिरही (झरिया) हैं। इन चार बिरही में धोडग़ी नाला में एक, चिहरा नाला में एक, झरिया टट में एक और एक झोरकी नाम से ग्रामीणों ने अपनी प्यास बुझाने के लिए निर्माण किया हैं। ग्रामीणों ने दावा किया है कि, चोरों झरियां बारिश के दौरान पूरी तरह से डुब कर जलमग्न हो जाता है। इस कारण बारिश में खेत में जमा पानी से प्यास बुझाई जाती हैं। तो वहीं गर्मी के मौसम में मात्र एक या दो बिहरी में पानी रहता हैं। जिसमें या तो पानी पीने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, या फिर दैनिक अन्य उपयोग में।
पूरे गांव का सबसे महंगा वाहन आज भी साइकिल
गांव के किसी भी ग्रामीण ने अपने गांव में आज तक कोई एम्बुलेंस नहीं देखा हैं, देखते भी कैसे यहां तक पहुंचने के लिए सडक़ ही नहीं हैं। ग्रामीणों की माने तो गांव में सबसे महंगा वाहन साइकिल है। गांव तक पक्की सडक़ और नदी नाला पार करने के लिए पुल नहीं होने से गांव के किसी ने भी चाह कर भी मोटर साइकिल तक नहीं खरीदा। अब ग्रामीण पंचायत मुख्यालय हो या जिला मुख्यालय गांव के सबसे महंगे वाहन साइकिल से ही सफर किया करते हैं।
नाला के पार है स्कूल, बरसात हुआ तो बच्चों की लम्बी छुट्टी तय
विकास से कोसों दूर छोटेउसरी के कोहकड़ी के ग्रामीणों को पता है कि, उनके गांव में विकास का लौ शिक्षा के माध्यम से ही जलेगा। शिक्षा की अलाप जलाने गांव के लगभग 18 बच्चों को प्राथमिक शिक्षा के लिए नाला के पार स्कूल जाना होता हैं। नाला पार शिक्षा के मंदिर में पहुंचने से पहले बच्चों को जीस नाला को पार करना होता है, वह बारिश के दौरान लगभग 3 माह पूरी तरह से लबालब होता हैं। ऐसे में बारिश के बाते ही गांव के बच्चों की स्कूल से लम्बी छुट्टी हो जाती हैं।
कई बार दिया लिखित आवेदन - ग्रामीण
गांव के पंच समेत स्थानीय महिला, पुरूष व बुजूर्गों ने कहा कि, उनके माध्यम से कई बार क्षेत्र के विधायक को लिखित आवेदन दिया गया हैं। लगातार हस्ताक्षर करके आवेदन देने के बाद भी आज तक किसी एक समस्या का भी समाधान नहीं हो पाया हैं।
हर घर में लगेगा नल, सर्वे दल भेज समस्या का किया जाएगा समाधान - कलेक्टर
इन मामले पर कोण्डागांव कलेक्टर पुष्पेन्द्र मीणा ने कहा, कोण्डागांव के कोहकाड़ी क्षेत्र से पेयजल की समस्या का शिकायत मिली है। जिले के ऐसे गांव जहां पेयजल की समस्या हैं, उन गांव में जल जीवन मिशन के तहत हर घर में नल दिया जाएगा। ताकि इन क्षेत्रों से पेयजल की समस्या समाप्त हो जाए। साथ ही कलेक्टर ने कहा कि, गांव में सर्वे दल भेज कर सभी तहर के समस्याओं को पता करवाया जाएगा और उनका निराकरण भी करवाया जाएगा।
कोण्डागांव, 27 दिसंबर। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया की जिला शाखा कोण्डागांव से जुड़े तमाम कम्युनिस्ट कार्यकर्ताओं व सदस्यों ने अपने-अपने ग्राम पंचायत स्तर पर कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया का 95वां स्थापना दिवस मनाया।
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया की जिला शाखा कोण्डागांव के अंतर्गत आने विभिन्न ग्रामों में जिला सचिव तिलक पाण्डे के दिशा निर्देश में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया का 95वां स्थापना दिवस मनाया गया। इसी क्रम में कोण्डागांव जिले के जनपद पंचायत माकडी अंतर्गत आने वाले ग्राम कांटागांव में भी एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जहां राज्य परिषद् सदस्य शैलेष, बिरज नाग, दिनेश मरकाम, बिसम्बर मरकाम, लक्ष्मण महाविर, श्याम पोयाम, झगडूराम मरकाम आदि सहित काफी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
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कोण्डागांव, 27 दिसंबर। न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में 27 दिसंबर को छुट्टी वाले दिन पेयजल की भारी समस्या रही। कॉलोनी वासियों ने अपनी प्यास बुझाने के लिए पड़ोस के खेत में लगाए गए बोरवेल से पानी का जुगाड़ बनाया।
हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के माध्यम से जिला मुख्यालय कोण्डागांव के मंडी परिसर बड़ेकनेरा मार्ग पर न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी का निर्माण किया गया हैं। यहां बोर्ड ने 44 क्वाटर बनावाया हैं, जिसमें टाइप एफ, जी और एच कैटेगिरी शामिल हैं। वर्तमान में यहां के 44 शासकीय आवास में 100 से ज्यादा लोग रहते है, जिसमें आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त से लेकर लेकर लिपिक तक शामिल हैं। कई कर्मचारी तो जिला कलेक्टर कार्यालय में ही अपनी शासकीय सेवा दे रहे हैं।
यहां निवासरत कर्मियों के अनुसार, 44 कॉलोनी के सैटअप अनुसार दो बोरवेल होने थे। लेकिन यहां एक ही बोरवेल लगाया गया हैं। जिस कारण यहां पानी की समस्या बनी हुई हैं। यहां 4 माह में दो बार पानी का बोर बिगड़ चुका हैं, ऐसा ही हाल 26 दिसंबर की शाम को भी रहा, जो कि 27 दिसंबर तक बना रहा।
इस बारे में स्थानीय निवासियों ने बताया, मामले की शिकायत विभाग के प्रमुख से दूरभाष में की गई हैं। लेकिन उनके माध्यम से गैरजिम्मेदार जवाब देते हुए कुछ समय बाद मोबाईल बंद कर दिया गया हैं। इस मामले पर जब हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी विभाग के ईई से चर्चा करना चाह गया तो उनका मोबाइल बंद रहा।
राज शार्दुल
विश्रामपुरी, 27 दिसंबर। (‘छत्तीसगढ़’) कोंडागांव जिले के धमतरी एवं ओडिशा से लगे क्षेत्र में साप्ताहिक मवेशी बाजारों में मवेशी तस्कर विश्रामपुरी के रास्ते बेखौफ होकर पशुओं की तस्करी कर रहे हैं। ओडिशा के रायगढ़ एवं अन्य क्षेत्रों से आने वाले तस्कर जंगल नदी-नाले रास्ते से बैल भैंस को मारते पीटते हांकते हुए ओडिशा की ओर ले जाते हैं। यह व्यवसाय दिनोंदिन फलफूल रहा है।
इन मवेशियों को नदी-नालों एवं जंगलों के रास्ते से पैदल भगाकर ले जाने से तस्करों का काम आसान हो जाता है। गाडिय़ों का खर्च बच जाता है एवं वाहनों के जब्त होने का डर नहीं रहता। तस्करों की यह भी चालाकी है कि यदि पुलिस मवेशियों को पकड़ भी लेती है तो हजारों मवेशियों को कब तक रोके रखा जाएगा। दूसरा पहलू यह भी कि ओडिशा के तस्कर स्थानीय किसानों एवं कोचियाओं को ढाल बनाकर व्यवसाय कर रहे हैं।
बस्तर के सीमावर्ती धमतरी जिले के सालेटोला, बेलर एवं करहीभदर आदि जगहों पर पशुओं का प्रति सप्ताह बाजार लगताा है। जहां गाय बैल भैंस सैकड़ों की संख्या में लाए जाते हैं। बाजार में बूढ़े एवं अनुपयोगी मवेशी भी लाए जाते हैं। इनकी तस्करी ओडिशा एवं आंध्रप्रदेश की ओर होती है।
मिली जानकारी के अनुसार वहां से पशुओं को पश्चिम बंगाल बांग्लादेश सीमा पहुचाया जाता है। जानकारी के अनुसार कोलकाता के बूचडख़ानों में मवेशियों की खपत होती है। इसी के चलते बूढ़े एवं अनुपयोगी मवेशी भी बाजारों में लाए जाते हैं।
मवेशियों की लगती है बोली
मवेशियों के छोटे-छोटे झुंड लेकर स्थानीय कोचिया बाजारों में पहुंचते हैं। झुंड को देखकर छोटे-बड़े सभी को मिलाकर बोलियां लगती है। तत्पश्चात उन समूह के मवेशियों पर पहचान के लिए पेंट से नंबर या चिन्ह डाल दिए जाते हैं।
रायगढ़ (ओडिशा) निवासी चेतराम यादव एवं भंवरलाल गंधर्व ने बताया कि वे प्रति बुधवार को यहां से छत्तीसगढ़ के साल्हेटोला एवं करहीभदर में लगने वाले पशु बाजार से मवेशियों को हांकते हुए ले जाते हैं जो विश्रामपुरी के मचली से भारोंड ओडिशा रास्ते रायगढ़ बाजार में पशुओं को पहुंचाते हैं।
तत्पश्चात उन्हें उमरकोट के बाजार में पहुंचाया जाता है। हर बाजार 70 से 80 मवेशी ले जाते हैं। इसके बदले में उनको प्रतिदिन के 300 रुपए के हिसाब से रोजी मिलता है। साथ ही वह बर्तन चावल दाल साथ में लेकर चलते हैं। दलाल पीछे कार में आता है जो बीच-बीच में निगरानी करते हुए निकल जाते हैं।
भाजपा के मंडल अध्यक्ष परदेसी राम नाग ने कहा कि यहां विश्रामपुरी से होकर मवेशियों की जो तस्करी होती है। उस पर रोक लगाया जाना चाहिए यहां से प्रति बाजार सैकड़ों की तादाद में मवेशियों को ओडिशा की ओर बेचा जाता है।
पड़़ताल करेंगे-एसपी
पुलिस अधीक्षक कोंडागांव सिद्धार्थ तिवारी ने इस संबंध में कहा कि वे मामले की पड़ताल करेंगे तथा संबंधित थाना को सूचित की जाएगी।