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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ, 29 सितम्बर। सडक़ों तथा गांवों में घुमंतू गायों को लेकर राज्य सरकार ने अब मोबाईल वैन के जरिये उनके संरक्षण की योजना को सडक़ पर उतारा है। मोबाईल वैन के जरिये उन गायों का इलाज तत्काल संभव हो पाएगा जो किसी भी दुर्घटना या अन्य कारणों से बीमार या घायल है। एक फोन से तत्काल मोबाईल वैन वहां तक पहुंचेगी और उसमें बैठा स्टाफ उसके उपचार में तत्काल पहल करेगा। जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने रायगढ़ जिले के सात ब्लाकों के लिये सात मोबाईल वैन को जिला पंचायत अध्यक्ष ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
मोबाईल वैन छत्तीसगढ़ शासन की पशु संरक्षण अभियान का एक हिस्सा है। जिसके तहत घायल होनें वाले पालतू व घुमंतू गायों की असमय मौत को रोकने के साथ-साथ घायल होनें पर उनका तत्काल इलाज संभव हो इसकी व्यवस्था इस मोबाईल वैन में की गई है।
जिपं अध्यक्ष ने 7 मोबाईल वैन को हरी झंडी दिखाने के बाद कहा कि भूपेश बघेल सरकार ने पशुधन के लिये एक बड़ी योजना शुरू की है, जिसके तहत सडक़ से लेकर गांव तक घायल व बीमार गायों के लिये उपचार की पहल की गई है। उनका कहना था कि शुरू से ही उनकी सरकार ने इन बेजुबान जानवरों को घायल होनें के बाद इलाज मुहैया कराने की योजना बनाई थी जिसको मूर्त रूप दिया गया है। वहीं रायगढ़ जिले के पशु विभाग के उप संचालक ने बताया कि सात मोबाईल वैन जिले के 7 ब्लाकों में रवाना की गई है, और इनमें एक नंबर के जरिये संपर्क किया जा सकेगा जिसकी कमान पूरे कंट्रोल रूम से होगी।
उन्होंने बताया कि टोल फ्री नंबर पर कॉल किये जाने के बाद यह वैन तत्काल घायल गाय की सूचना देने वाले की जगह पहुंचेगी और इसमें बैठा स्टाफ इलाज के जरिये पहल करेगा। उप संचालक ने यह भी बताया कि एक वैन में डॉक्टर, कम्पाउंडर सहित चार लोगों का स्टाफ रहेगा। जीपीएस सिस्टम से इसकी निगरानी सतत जारी रहेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 29 सितम्बर। देश-दुनिया में जाकर छत्तीसगढ़ के शिक्षा मॉडल का ढिंढ़ोरा पीटने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की झूठ के पोल खुलते जा रहे हंै। सरकारी और आत्मानंद स्कूलों में शिक्षकों की कमी के कारण पढ़ाई ठप है। शिक्षकों की पदोन्नति और पदस्थापना में भ्रष्टाचार जिसे कोर्ट की लताड़ के बाद प्रदेश सरकार को स्वीकारना पड़ा, किसी से छिपा नहीं है। उक्त बातें कहते हुए जिला भाजपा महामंत्री अरुणधर दीवान ने जारी विज्ञप्ति में कहा है कि छत्तीसगढ़ में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी और हिंदी माध्यम स्कूल के माध्यम से विश्वस्तरीय शिक्षा देने का दावा करने वाली भूपेश सरकार छत्तीसगढ़ में 56 हजार से अधिक शिक्षकों के खाली पद नहीं भर पाई है।
छत्तीसगढ़ के जिस शिक्षा मॉडल और बेहतरीन सरकारी स्कूलों का भूपेश बघेल दम भरते रहते हैं उसकी असलियत जनता के सामने आने लगी है। स्कूलों में अभी तिमाही परीक्षाएं शुरू हो रही हैं और ज्यादातर स्कूलों में शिक्षकों की कमी बनी हुई है। कई जगह तो स्कूल के बच्चों और पालकों ने मिलकर स्कूल में तालाबंदी तक की, लेकिन भूपेश सरकार नींद से नहीं जागी। और तो और जिन स्वामी आत्मानंद स्कूलों में बेहत्तर शिक्षा देने का दावा भूपेश बघेल करते हैं वहां के परीक्षा परिणाम बहुत ही खराब रहे हैं।
श्री दीवान ने बताया कि रायगढ़ जिले में 238 ऐसे स्कूल हैं जहां एक शिक्षक के भरोसे पढ़ाई चल रही है। सबसे खराब स्थिति तो जनजाति बाहुल्य क्षेत्रों में है।
इसमें लैलूंगा, धरमजयगढ़, घरघोड़ा और तमनार में ज्यादा शिक्षकों की कमी है। लैलूंगा में 250, धरमजयगढ़ में 298, घरघोड़ा में 139, तमनार में 104 और खरसिया ब्लॉक में 113 शिक्षकों की कमी है। पुसौर ब्लॉक में भी 110 शिक्षकों की कमी है।
जिस स्वामी आत्मानंद स्कूल का ढोल पीटकर भूपेश के शिक्षा मॉडल का गुणगान किया जा रहा है, वहां भी रेगुलर तो छोडि़ए संविदा शिक्षकों की भर्ती भी स्कूल खुलने के चार माह बाद भी नहीं कर पाए हैं।
अरुणधर ने कहा कि विधानसभा में तत्कालीन स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बताया था कि छत्तीसगढ़ के स्कूलों में 56 हजार 232 पद खाली हैं। इनमें प्राथमिक शाला में 27150, पूर्व माध्यमिक शाला में 19619, हाई स्कूल में 2515 और हायर सेकंडरी स्कूल में 6948 शिक्षकों की कमी है। यह सरकार की खोखली शिक्षा नीति को दर्शाती है।
जुलूस का जगह-जगह ठंडे शरबत व नाश्ते से स्वागत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 29 सितम्बर। पैगंबर हजरत मोहम्मद का जन्मदिन ईद मिलादुन्नबी के रूप में बड़े ही धूम-धाम से मनाया गया।
भाईचारा का पैगाम देने वाले त्योहार ईद मिलाद-उन-नबी पर शहर के कई स्थानों पर जुलूस निकाला गया। इस अवसर पर मुस्लिम समाज के लोगों ने घर में ईद की खुशियां मनाने और नमाज अदा करने के बाद जुलूस निकालकर अपनी खुशियों का इजहार किया। सभी लोगों ने मिलकर अपने अपने तयशुदा मार्गों से जुलूस निकाला गया। जहां चांदनी चौक से एकत्रित होकर शहर के सभी प्रमुख मार्गों से जुलूस निकाला गया।
इस दौरान शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया। तरह-तरह की सामग्री बाटी गईं। कहीं शरबत का इंतजाम किया गया तो कहीं पानी का इंतजाम किया गया,जगह-जगह शरबत पिलाकर फूल मालाओं से इस्तकबाल किया गया। कई स्थानों पर लोगों ने सार्वजनिक लंगर का आयोजन भी ईद के अवसर पर किया। डीजे की धुन पर नाचते गाते मुस्लिम समाज के लोगों ने जुलूस निकालकर पूरे शहर का भ्रमण किया। इस दौरान जगह-जगह लोगों ने जुलूस का आत्मीय स्वागत करते हुए खाने पीने की वस्तुओं का वितरण किया। पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिन को ईद मिलादुन्नबी के रूप में मनाया जाता है और इस दिन नमाज पढ़ कर आपसी भाईचारे और अमन चैन शांति की दुआ मांगी जाती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 29 सितम्बर। सरिया को रायगढ़ जिले में यथावत नहीं रखने के बाद सरिया क्षेत्र के लोगों में जबरदस्त रोष देखा जा रहा है। अक्रोशित ग्रामीणों और भाजपाइयों का कहना है कि पवित्र नवाखाई त्योहार के दिन जहां लोग अपने घरों में कुलदेवी और अपने गांव में ग्राम देवी जी का नया अन्न के साथ पूजा तथा वंदना करते हैं।
ऐसे पावन पर्व के दिन ही आज से दो वर्ष पूर्व सरिया क्षेत्र के लोग अपनी कुलदेवी एवं ग्रामदेवी माता की वंदना छोडक़र मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास में उनके बुलावे पर विधायक प्रकाश नायक के साथ रायपुर पहुंचे थे और सरिया को रायगढ़ जिले में यथावत रखने हेतु मांग पत्र सौंपा था जिस पर मुख्यमंत्री ने वहां उपस्थित सरिया के जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिकों की मौजदूगी में यह आश्वस्त किया था कि सरिया क्षेत्र रायगढ़ जिले में ही रहेगा।
वहीं बरमकेला में दावा आपत्ति के समय-सीमा के दौरान अठारह हजार से भी अधिक लोगों की उपस्थिति में रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक ने यह बात कही थी कि हम रायगढ़ में थे,हैं और आगे भी रहेंगे,भूपेश बघेल जो कहते हैं-उसे करते हैं ,भूपेश है तो भरोसा है। परन्तु ऐन वक्त पे उन्होंने पलटी मार दी और अपने वायदों के विपरित सरिया को सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला में शामिल कर दिया जिससे क्षेत्र में उनके प्रति आक्रोश है।
गांव-गांव में चलाया जा रहा है अभियान
भारतीय जनता पार्टी मण्डल सरिया के आह्वान पर नवाखाई त्योहार 2023 के दिन को विश्वासघात दिवस के रूप में मनाया गया था तथा इस मौके पर आयोजित जनसभा में यह शंखनाद किया गया था कि पवित्र नवाखाई के दिन जो हमारे साथ विश्वासघात किया गया था उस धोखे को याद दिलाने के लिए आज से हम क्षेत्र के प्रत्येक गांव में जायेंगे और इन दोनों नेताओं का पुतला जलायेंगे।
इसी तारतम्य में गत दिवस ग्राम साल्हेओना,मानिकपुर एवं गोबरसिंहा में कार्यक्रम आयोजित कर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस बीच आक्रोशित लोगों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और विधायक प्रकाश नायक का पुतला दहन कर अपना विरोध जताया।
चौथी लाइन का निर्माण व विद्युतीकरण
रायगढ़, 29 सितम्बर। मुंबई हावड़ा मुख्य रेल मार्ग पर बिलासपुर और झारसुगुड़ा के बीच 2 अक्टूबर से 18 अक्टूबर के बीच जहां कुछ ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है तो वहीं कुछ ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया है। इसका कारण बिलासपुर और झारसुगुड़ा के बीच चौथी रेल लाइन का निर्माण कार्य और विद्युतीकरण है। इससे यात्रियों की मुसीबत दोगुना बढ़ जाएगी।
इस ब्लॉक से 16 ट्रेनें रद्द हो रही हैं, जिनमें लंबी दूरी की भी शामिल हैं। वहीं चार एक्सप्रेस को मार्ग बदलकर चलाने की सूचना मंगलवार को रेलवे प्रशासन ने जारी की। अक्टूबर के पहले सप्ताह से लेकर 18 अक्टूबर तक बिलासपुर से झारसुगुड़ा के बीच चौथी लाइन का काम तेजी से चलेगा। अभी वर्तमान में जामगा और झारसुगुड़ा के बीच चैथी लाइन का निर्माण एवं विद्युतीकृत का कार्य एक साथ किया गया है।
रेल अफसरों के अनुसार इस सेक्शन में लाजकुरा रेलवे स्टेशन में वर्तमान में स्थित वाई-कर्व को लाजकुरा एवं ब्रजराजनगर स्टेशनों के बीच एक नए लोकेशन पर परिवर्तित किया जा रहा है। इस वाई-कर्व को परिवर्तित करने से अप एवं डाउन दोनों दिशाओ की ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी। इस नॉन इंटरलॉकिंग कार्य को कराने के लिए 2 से 18 अक्टूबर तक कई ट्रेनें रद्द होने जा रही हैं, जिनमें ज्यादातर यात्री सफर करते हैं। 2 से 18 अक्टूबर तक रेल यात्रियों की सुविधा के लिए रायगढ़ व झारसुगुडा के बीच 12834 हावड़ा-अहमदाबाद एक्सप्रेस पैसेंजर बनकर चलेगी।
पीएम सुरक्षा के लिए रायगढ़ से पुलिस बल लेकर आ रही थी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 29 सितम्बर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभा में रायगढ़ से पुलिसकर्मियों को बिलासपुर लेकर जा रही बस की चपेट में आकर बाइक सवार दो युवक की मौत हो गई। वहीं हादसे में घायल एक युवक की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
हादसा खरसिया थाना क्षेत्र के ग्राम पतरापाली के समीप हुई। जानकारी के मुताबिक बिलासपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जन सभा होना है। पीएम सुरक्षा व कानून व्यवस्था में रायगढ़ जिले से भी पुलिस बल की मांग की गई थी। इस कारण पुलिस लाइन से सरकारी पुलिस बस सीजी 03- 5354 बस करीब 22 पुलिसकर्मियों को लेकर बिलासपुर रवाना हुआ था।
बुधवार को रायगढ़ बिलासपुर नेशनल हाइवे 49 के बरगढ़ पतरापाली क्षेत्र में शाम करीब 6.30 बजे बस पहुंची थी, तभी सक्ती की ओर से रायगढ़ आ रही तेज रफ्तार बाइक क्रमांक सीजी 11 बीएफ 8549 के चालक बैजनाथ कंवर निवासी ग्राम अरहटपुर थाना बालोद जिला जांजगीर चांपा व उसमें सवार टीकाराम कुर्मी, रवि कुमार यादव स्कार्पियो को ओव्हर टेक करने के दौरान बस के साइड से टकरा गए।
इससे बस और बाइक बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं बस और बाइक की गति अधिक होने से बाइक बेकाबू हो गया और उस पर से बैजनाथ का नियंत्रण नही रहा। जिससे दुर्घटना का शिकार होकर वह लहूलुहान होकर अचेत हो गया। जबकि उसके दो साथी भी गंभीर रूप से जख्मी हो गए। जिन्हें बस में सवार पुलिसकर्मियों ने डायल 112 व अन्य उच्च अधिकारियों को अवगत कराते हुए घायलों को इलाज के लिए खरसिया अस्पताल लेकर गए।
जहां डाक्टरों ने जांच के पश्चात बाइक चालक बैजनाथ को मृत घोषित कर दिया। वहीं दोनों घायलों को रवि को बेहतर इलाज के लिए रायगढ़ रिफर किया गया। जहां उपचार के दौरान घायल रवि की गुरुवार की सुबह मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही खरसिया एसडीओपी मौके पर दल बल के साथ पहुंची। हादसे के बाद कानूनी कार्रवाई करने के बाद बस को गंतव्य के लिए रवाना किया गया जबकि पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर मामले को विवेचना में ली हैं।
इस संबंध में खरसिया एसडीओपी निमिषा पाण्डेय ने बताया कि बुधवार की शाम को यह हादसा हुआ है स्कार्पियो को ओव्हर टेक कर आगे जाने के दौरान पुलिस बस से बाइक सवार टकरा गए। इलाज के दौरान रात में एक बाइक चालक की मृत्यु हुई थी जबकि जिला अस्पताल में रिफर गए एक घायल की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई है। पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है।
रायगढ़, 29 सितम्बर। रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन करने वाले तस्करों पर गुरुवार को धरमजयगढ़ थाने के प्रशिक्षु डीएसपी अमन लखीसरानी और थाना प्रभारी अमित तिवारी के नेतृत्व में ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई।
कार्रवाई में रेत से भरे 10 ट्रेक्टर को स्थानीय मांड नदी पर स्थित डोंगाघाट से जब्त कर उन्हें थाने लाया जिसके बाद क्षेत्र के रेत माफियाओं में हडक़ंप मचा हुआ है। धरमजयगढ़ के मांड नदी पर स्थित डोंगाघाट में लंबे समय से रेत माफिया तस्करी को अंजाम देते रहे है। वहीं बीचबाच पुलिसिया कार्रवाई के बावजूद इनके हौसले बुलंद रहते थे, लेकिन इस बड़ी कार्रवाई के बाद रेत के अवैध कारोबारियों के होश उड़ गए है।
क्षेत्र में खनिज माफिया द्वारा मांड नदी से रोजाना सैकड़ों ट्राली रेत निकाले जाने की खबर आयदिन देखने और सुनने को मिलती रहती थी वही कार्रवाई के आभाव में रेत माफिया सक्रिय होकर बेखौफ नदी में रोजाना अवैध उत्खनन कर ट्रैक्टर ट्राली में रेत भरकर खुलेआम इस अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 29 सितम्बर। यहां दो फोटो का जिक्र है जिसमें पहली फोटो 2002 की है जिसमें गढ़उमरिया में किरोड़ीमल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलेजी की नई बिल्डिंग का उद्घाटन समारोह में नवगठित छत्तीसगढ़ राज्य के दिग्गज मंत्री जिसमें सीएम अजीत जोगी, गृहमंत्री नंदकुमार पटेल, स्वास्थ्य मंत्री कृष्ण कुमार गुप्ता और सिंचाई मंत्री शक्राजीत नायक मौजूद थे।
जिले के पहले इंजीनियरिंग कॉलेज को लेकर सभी ने बड़ी-बड़ी बातें की। युवाओं को तेजी से औद्योगिक नगरी के रूप में बदल रहे रायगढ़ जिले में इंजीनियरिंग की नौकरी और उसकी पढ़ाई के लिए केआईटी कॉलेज की तारीफ में कूब कसीदे पढ़े गए। शासन द्वारा प्रवर्तित व स्व वित्तपोषित का दर्जा दिया गया जिसका संचालन शासकीय किरोड़ीमल पॉलीटेक्निक सोसायटी को दिया गया। हालांकि तब भी इसे पूर्ण शासकीय करने की मांग की गई थी लेकिन 2 साल पुराने केआईटी को भव्य बिल्डिंग की चमक ने ढक लिया। उस समय के शिक्षकों के चेहरों को देखें तो समझ आएगा कि कितनी खुशी थी। कठिन परीक्षा व इंटव्यू देकर नौकरी मिली मानों पूरा जीवन यहीं सेट हो गया।
दूसरी तस्वीर 22 साल बाद यानी 2023 के सितंबर महीने के 28 तारीख की है। केआईटी का स्टाफ क्रमिक आमरण अनशन पर बैठा है। इनके आंदोलन का 66 दिन आज पूरा हो गया। इस दौरान वे सभी जनप्रतिनिधियों के दर-दर जाकर ठोकर खा चुके हैं। न तो शासन इनके साथ खड़ा है और न ही प्रशासन। कितनी शर्म की बात है कि जिन लोगों ने हजारों इंजीनियर देश को दिए हैं वो आज अपने वेतन समेत अन्य मांगों के लिए आमरण अनशन कर रहे हैं। ऐसे में रायगढ़ जिले के औद्योगिक नगरी होने का क्या फायदा। क्या रायगढ़ सिर्फ इनके धुएं, डस्ट और प्रदूषण के लिए बचा है।
केआईटी का कोई सुनवइया इसलिए नहीं है कि यहां शासन-प्रशासन जब चाहे अपने मन से कुछ भी निर्माण करा दे क्योंकि तय रकम उनके हिस्से में भी आएगी। लेकिन जब यहां के स्टाफ को वेतन देने की बारी आती है तो कॉलेज की संरचना को लेकर अधिकारी दुहाई देते हैं। डीएमफ फंड से दो बार तनख्वाह दी जा चुकी है। अभी 18 महीने से केआईटी के स्टाफ का वेतन रूका है। शिक्षक बैंक डिफाल्ट हो रहे हैं, उन्हें धमकी मिल रही है। बच्चों को स्कूल से निकाला जा रहा है। इलाज या पढ़ाई के खर्च के लिए संपत्ति-जमीन बेची जा रही है।
केआईटी में इतने साल काम करने के बाद अब ज्यादातर लोगों को अन्यत्र नौकरी करने की उम्र सीमा भी खत्म हो चुकी है। केआईटी ने बच्चों का तो भविष्य बना दिया लेकिन अपने शिक्षकों का बर्बाद कर दिया। केआईटी को लेकर शासन के पास कोई स्पष्ट कार्ययोजना नहीं है। शासन ने कल ही कैबिनेट की बैठक में एक कॉलेज को 100 प्रतिशत अनुदान देने की घोषणा की है। पहले भी निजी मेडिकल कॉलेज को अधिग्रहित कर सरकारी का दर्जा दिया लेकिन केआईटी की किस्मत तब भी नहीं चमक सकी जब उसकी वर्किंग सोसायटी का अध्यक्ष उसकी के जिले का है। यानी किरोड़ीमल पॉलीटेक्निक सोसायटी का अध्यक्ष पदेन तकनीकी शिक्षा मंत्री होता है जो खरिसया विधायक उमेश पटेल हैं। हालांकि उन्होंने कई मौको पर कहा कि वे केआईटी का भला करेंगे उनके रहते केआईटी कभी बंद नहीं होगा। पर ऐसा क्या कारण हैं जो केआईटी का अभी तक उद्धार नहीं हो पाएगा। अब केआईटी से कोई क्या ही उम्मीद करे।
विरोध व्यापक पर नहीं पड़ रहा फर्क
केआईटी के स्टाफ 66 दिन से हड़ताल पर हैं। विभिन्न तरीके से उनका विरोध जारी है। कभी वो विधायक निवास मार्च करके जाते हैं तो कभी अम्बेडकर मूर्ति के पास शिक्षक सम्मान कार्यक्रम करते हैं। संबंधित जनप्रतिनिधियों को गुहार लगाने के बाद अब सोशल मीडिया में क्रिएटिव मीम से लेकर हाथों में मेंहदी लगाकर विरोध जता रहे इन सब के बावजूद जिम्मेदारों कों कोइ फर्क नहीं पड़ रहा। फिर चाहे किसी की तबियत खराब हो या फिर कोई गंभीर हो जाये। स्टाफ के क्रमिक भूख हड़ताल का आज चौथा दिन हैं। जिस आधार पर केआईटी कर्मियों की अनदेखी हो रही उससे नहीं लगता की उनकी हड़ताल का कोई सुखद परिणाम निकले।
इलाज के अभाव में बीमार परिजन मर रहे
नियति का सबसे क्रूर रूप केआईटी के कर्मचारी देख रहे हैं। बुधवार को इलाज के अभाव में केआईटी के प्यून अजीम बक्स के पिता का निधन हो गया। इन्हीं अजीम का कुछ दिन पहले पिता के इलाज में पैसे नहीं होने के कारण प्रभाव पडऩे को लेकर विडियो वायरल हुआ था। स्थिति नहीं सुधरी और अंतत: उनका निधन हो गया। इसी तरह दो महीना पहले प्यून चैनसिंह सिदार की पत्नी का भी इलाज ठीक से नहीं होने के कारण निधन हो गया। उन्होंने अपना घर बेचा, जमीन गिरवी रखी तब भी काम नहीं बना तो वे कॉलेज प्रबंधन के सामने कुछ एडवांस के लिये गिड़गिड़ाये नतीजा सिफर ही रहा। ड्राईवर कृपासिंधु सिदार की पत्नी भी 4 महीने पहले इलाज के अभाव में दम तोड़ दी। कुछ दिनों के अंतराल में तीन केआईटी कर्मचारियों के परिजनों की मौत में कहीं न कहीं पैसा जुड़ा हुआ है। पैसा जो उनकी मेहनत का है। जिससे वे डेढ़ साल से महरूम है।
रायगढ़, 28 सितम्बर। बुधवार को थाना प्रभारी जूटमिल निरीक्षक रामकिंकर यादव द्वारा जूटमिल क्षेत्र के गणेशोत्सव समिति के प्रमुख सदस्यों का थाना जूटमिल में बैठक लिया गया।
थाना प्रभारी ने समिति के सदस्यों को बताया गया कि नगरीय प्रशासन द्वारा मूर्तियों के सुरक्षित विसर्जन के लिए अतरमुड़ा तालाब और विजयपुर तालाब को चिन्हिांकित किया गया है, इन्हीं तालाब में मूतियों का विसर्जन किया जाएं, विसर्जन दौरान छोटे बच्चों को तालाब के निकट जाने से रोका जावें। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रशासन के द्वारा केलो नदी में मूर्तियों के विसर्जन पर प्रतिबंध लगाया गया है।
नगर निगम ने भी इसकी सूचना गणेश चतुर्थी से पहले ही जारी कर दिया गया और गणेश या अन्य प्रतिमा विसर्जन के लिए अतरमुड़ा मांगलिक भवन तालाब और विजयपुर तालाब की सुविधा दी गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 28 सितम्बर। औद्योगिक नगरी रायगढ़ में ढाबों की आड़ में खुलेआम खनिज व कोयले की अफरा-तफरी की जा रही है। कलेक्टर के निर्देश पर खनिज विभाग ने छापामार कार्रवाई की जिसमे कई ढाबों में स्पंज आयरन, आयरन और व पैलेट्स मिले हैं।
खनिज विभाग की टीम ने रविवार को ढाबों की जांच की जहां गेरवानी के स्टार ढाबा के पास 10 टन आयरन पैलेट्स जब्त किया गया। इसी तरह भूपदेवपुर स्थित लकी ढाबा के पास 100 से ज्यादा बोरों में आयरन डंप मिला।
जिले में कोयला से लेकर आयरन ओर और स्पंज आयरन उद्योगों में बने उत्पाद की अफरातफरी जोरों पर है। उद्योगों के अधिकारी, कर्मचारी से मिलीभगत कर ट्रांसपोर्टर और ढाबा संचालक इसे अंजाम दे रहे हैं। आमतौर पर ढाबों में दाल, रोटी व चावल ही मिलता है लेकिन जिले के ज्यादातर ढाबा संचालक खनिज की कालाबाजारी करने में व्यस्त है और खनिज विभाग और पुलिस भी इन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
रविवार को उद्योग के रास्तों में चल रहे ढाबों में खनिज की अफरातफरी की खबरें सामनें आई थी। जिसको जिला प्रशासन ने गम्भीरता से लिया। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने खनिज विभाग को जांच के आदेश दिए। खनिज विभाग ने जिले के आसपास आधा दर्जन से अधिक डब्बो में दबिश दी तो ज्यादातर ढाबों के आसपास कोयला, आयरन ओर एवं आयरन पैलेट्स की बड़ी मात्रा पाई गई।
जांच के दौरान गेरवानी के स्टार ढाबा में अधिकारी पहुंचे तो वहां 10 टन आयरन पैलेट्स मिला। पूछताछ में स्टाफ आरिफ अहमद ने बताया की ढाबा चक्रधर नगर निवासी अब्दुल गफार के नाम पर है। लेकिन ढाबा के बगल में डंप आयरन पैलेटस की कोई जानकारी खनिज विभाग के अफसर नहीं निकाल सके। इसी तरह भूपदेवपुर स्थित लकी ढाबा में भी करीब 100 बोरियों में आयरन ओर मिला। उक्त ढाबा भूपदेवपुर के जगदीश सिदार के नाम पर है लेकिन यहां भी संबंधित आयरन ओर कहां से आया इसकी जानकारी खनिज विभाग को नहीं मिल सकी। बहरहाल अब देखने वाली बात होगी कि जिला प्रशासन इस मामले में आगे क्या कार्रवाई करती है।
सीसीटीवी में कैद संदिग्धों के फुटेज, नाकेबंदी कर संदिग्धों की तलाश जारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 28 सितम्बर। बुधवार की सुबह करीब 11 बजे मनोज कुमार डड़सेना, सुपरवाइजर, जय मां नाथल दाई क्रेशर उद्योग टिमरलगा चंद्रपुर उसके क्रेशर मालिक मनीष अग्रवाल द्वारा दिये गये 9 लाख रूपये के सेल्फ चेक को कैश कराने केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड के पास स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा आया था।
बैंक से चेक का आहरण कर मनोज रूपयों को अपने मोटरसाइकिल के डिक्की पर रख कर केवड़ाबाड़ी चौक की ओर जा रहा था, तभी चौक पर ट्रैफिक जाम के बीच अज्ञात व्यक्तियों द्वारा डिक्की से रूपये निकाल लिये। घटना की सूचना पर तत्काल कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची।
पीडि़त से पूछताछ, प्रारंभिक जांच एवं घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज चेक करने पर 2 होंडा यूनिकॉर्न बाइक पर सवार 4 अज्ञात व्यक्तियों द्वारा मनोज डडसेना का पीछा कर घटना को अंजाम दिए जाने की संभावना है। एसएसपी सदानंद कुमार द्वारा सभी थाना प्रभारियों को नाकेबंदी कर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी का निर्देश दिया गया है, पुलिस टीमें माल-मुल्जिम की पतासाजी में जुट गई है।
छत्तीसगढ़ के वाहनों के लोडिंग में भेदभाव का लगाया आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 28 सितम्बर। जिला टेलर मालिक कल्याण संघ द्वारा कलेक्टर को अपनी समस्याओं से अवगत कराते ज्ञापन दिया।
उन्होंने अपने ज्ञापन में लिखा है कि 5 सितंबर को आपको ज्ञापन के माध्यम से पूर्व में ओडिशा के कुलड़ा कोल माइंस में हमारे छत्तीसगढ़ गाडिय़ों के साथ भेदभाव एवं लोडिंग ना मिलने की समस्याओं से अवगत कराया गया था, उसके बाद हमारे द्वारा वहां जाकर 15 सितंबर एवं 25 सितंबर को दो बार उनसे बातचीत करके एक अनुकूल वातावरण में कार्य बिना भेदभाव विवाद के चलता रहे ऐसा यूनियन के द्वारा कोशिश की गई, परंतु माइंस में वहां की यूनियन के लोगों द्वारा हमारे यूनियन के पदाधिकारियों सदस्यों के साथ अनुचित एवं राज्य स्तरीय भेदभावपूर्ण व्यवहार किया गया एवं हमको धमकी भरे शब्दों में स्पष्ट कहा गया कि यहां बार-बार क्यों आते हो तुमको जो भी करना हो वह तुम अपने छत्तीसगढ़ में जाकर करो यहां पर माइंस में हम जैसा चाहेंगे वैसा कार्य करेंगे। हमें तुमसे कोई बात नही करनी और जिस गाड़ी को जिस नंबर जहां की गाडिय़ों को हम लोडिंग देना चाहे उसे ही लोडिंग देंगे हम किसी भी नियम से बंधे नहीं है, तुमको जो करना है वह वहां पर कर लेना और हमारे साथ बहुत ही अभद्रता पूर्ण व्यवहार किया गया, जो कि सर्वथा अनुचित है। जबकि ओडिशा में यदि माइंस स्थित है तो माइंस का कोयला हमारे रायगढ़ जिले के फैक्ट्री में खाली होता है उसे हिसाब से आपसी ताल मिलाकर के ही इस धंधे को हम चला सकते हैं। इस पर किसी भी प्रकार का राज्य स्तरीय विवाद करना सर्वथा अनुचित है हमने कभी भी ओडिशा की गाडिय़ों के साथ ना हमारे यहां स्थित माइंस में ना ही फैक्ट्री में कभी भी भेदभाव की नीति नहीं अपनाई है परंतु आज उनके द्वारा जो किया जा रहा है वह बहुत ही निंदनीय अनुचित एवं धमकाने वाला कृत्य है।
ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने जिले के कलेक्टर एवं एसपी को अवगत करवाया हैं कि हमारे द्वारा 30 सितंबर दिन शनिवार से टपरिया बॉर्डर तमनार के आसपास पूर्ण रूप से ओडिशा माइंस से आने वाली गाडिय़ों पर बंदी की जाएगी एवं जब तक कोई समुचित समाधान नहीं निकलता तब तक हम शांतिपूर्ण तरीके से बंदी करेंगे। उन्होंने आशंका भी जताई है कि इस बंदी के दौरान रात्रि में ओडिशा से सटे गांव से धन बल के द्वारा वहां पर व्यक्ति भेज कर विवाद करवाने की पूरी कोशिश करेंगे, इसलिए यूनियन के लोगों ने जिला पुलिस अधीक्षक से धरना स्थल पर सहयोग एवं सुरक्षा प्रदान करने की मांग भी की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 28 सितम्बर। सांसद प्रतिनिधि मनीष गांधी ने कहा कि डेंगू महामारी को लेकर नगर निगम के द्वारा आज महा अभियान चलाया जाना था। जिसे लेकर कांग्रेस की वर्तमान निगम सरकार तीजा का पर्व मनाने में शामिल रही जिस शहर ने जवान मौत देखा हो। ओर जब आज पूर्व निर्धारित निगम के द्वारा महा सफाई अभियान चलाया जाना था। तब इस पर्व को मनाने के लिए आज ही का दिन क्यों चूना गया? तीन तीन मौत होने के बाद भी निगम में बैठी कांग्रेस की शहर सरकार पूरी तरीके से फेल साबित हो गई।
आम लोगों को अब पता भी चल गया की झूठे वादे और आम जनता को गुमराह करने के लिए कांग्रेस पूरी तरीके से दोषी है। पूरे शहर में जब डेंगू एक महामारी का रूप लेते जा रही है वहीं कांग्रेस की महापौर तीजा त्यौहार के नाम पर साडिय़ों का वितरण कर आम लोगों को इस महामारी से ध्यान भटकने व अपनी राजनीतिक हितों को साधने के लिए काम कर रही है। निश्चित तौर पर तीजा का पर्व मनाना चाहिए मगर ऐसे वक्त पर नहीं जब शहर में डेंगू की महामारी अपने चरम पर है। महापौर आज के अपने उद्बोधन में प्रदेश के कामों को गिनवाने में लगी हुई थी। मगर महापौर रहते हुए रायगढ़ में उनके द्वारा करवाए गए एक भी विकास कार्यों को वह समाज के सामने नहीं रख पाई इससे जाहिर होता है कि निगम अपने इन साढे तीन से चार वर्षों में कोई बड़ी उपलब्धि हासिल नहीं कर पाई हैं।
केंद्र के द्वारा किए गए कार्यों को अगर छोड़ दे तो महापौर को अपनी उपलब्धि बतलाने के लिए एक भी ऐसा काम नहीं है। जिसे शहर के लोगों को बतला सके की हां यह बडा काम मैंने इस शहर के लिए किया है। आज शहर का यह हाल है कि लोग मूलभूत आवश्यकताओं के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं। महापौर मैडम को शहर की जनता को यह बतलाना चाहिए की डेढ़ से दो माह पूर्व स्वास्थ्य विभाग व निगम के संयुक्त बैठक में जब डेंगू को लेकर सारी तैयारी के बारे में चर्चा कर ली गई थी तो क्या कारण रहा कि आज डेंगू पूरे शहर में विकराल रूप लेते जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 28 सितम्बर। सेंट्रल के इनर व्हील क्लब ने शासकीय उच्चतर माध्यमिक कन्या विद्यालय में एक वेबिनार का आयोजन किया, जहां डॉ. पूजा बोंदिया ने युवा छात्राओं को मासिक धर्म चक्र, यौन शिक्षा, लड़कियों की विशिष्ट बीमारियों जैसे पीसीओडी, यूटीआई, एचआईवी, एसटीडी आदि और उचित स्वास्थ्य देखभाल के बारे में सिखाया। वेबिनार के बाद डॉक्टर स्वास्थ्य संबंधी समस्या वाली लड़कियों से व्यक्तिगत रूप से मिलते हैं और उन्हें दवा लिखते हैं।
इस दौरान क्लब अध्यक्ष अनीता अग्रवाल ने अपनी टीम के सदस्यों मनीषा अग्रवाल, सीमा बोदिया और मोना गुप्ता के साथ 80 छात्रों को सेनेटरी नैपकिन और स्टेशनरी के पैकेट भी वितरित किए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 28 सितम्बर। शहर में डेंगू के मामलों को नियंत्रित करने कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के मार्गदर्शन में हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में अब शहर के तालाबों में मच्छर जनित रोगों के लिए जिम्मेदार लार्वा को नष्ट करने के लिए गंबूजिया मछली छोड़ी गई है। ये मछली पानी की सतह पर रहती है और डेंगू मलेरिया जैसी बीमारियां पैदा करने वाले लार्वा को खा कर नष्ट कर देती हैं।
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए आयुक्त नगर निगम सुनील चंद्रवंशी ने बताया कि शहर के तालाबों में मच्छर जनित बीमारियों का कारण बनने वाले लार्वा को नष्ट करने के लिए गंबूजिया मछली डाली गई हैं। उन्होंने बताया कि शहर के फटहा मुड़ा, भुजबंधान तालाब, जय सिंह तालाब में ये मछलियां डाली गई हैं। दूसरे तालाबों में मछलियां डाली जा रही हैं। इसके लिए करीब 20 हजार मछलियों की व्यवस्था की गई हैं। ये मछलियां लार्वा को तेजी से समाप्त करने के लिए जानी जाती हैं।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने मार्गदर्शन में शहर में डेंगू नियंत्रण के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता डोर टू डोर सर्वे के साथ नगर निगम द्वारा साफ -सफाई का कार्य किया जा रहा है। दवा के छिडक़ाव के साथ फॉगिंग भी की जा रही है। ताकि डेंगू के लार्वा को पनपने से रोका जा सके।
मच्छर के लार्वा नष्ट करने में गंबूजिया मछली कारगर
गंबूजिया मछली साफ और ऊपरी जल सतह पर रहती है, जहां मच्छर के लार्वा रहते हैं। गंबूजिया को मच्छरों के लार्वा विशेषकर पसंद होते हैं। एक मछली की आयु डेढ़ साल होती है और रोज 100 से 300 लार्वा तक खा सकती है। बात पूरे जीवनकाल की करें तो एक मछली लाखों लार्वा चट कर जाती हैं। साल भर में यह तीन बार प्रजनन करती है। यदि एक बार किसी तालाब में छोड़ दिया जाए तो संख्या बढ़ती जाती है।
पति पर हत्या की आशंका
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 27 सितम्बर। लैलूंगा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मुस्कटी निवासी महिला का शव फांसी के फंदे से लिपटा पाया गया है। मृतिका का नाम राजकुमारी चौहान पति सकीर्तन चौहान है।
मृतिका राजकुमारी चौहान अपने पति के साथ 25 सितंबर अपने मायके ग्राम रुमकेरा आई थी। उसी रात गांव में ही डांस प्रतियोगिता आयोजन था जहां,उसके परिजन रात्रि खाना खाकर डांस देखने चले गये। 26 सितंबर की सुबह परिजन जब घर लौटे तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई, क्योंकि उन्होंने देखा तो घर की परछी के म्यार में राजकुमारी फांसी के फंदे में लिपटी हुए मृत मिली। जब यह घटना हुई तब मृतिका का पति घर में ही था साथ ही लाश को बैठी हुई हालत में देखकर घर वालों ने पति पर ही हत्या की आशंका जाहिर की है। परिजनों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी, मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है और मामले की जांच में जुटी है। बहरहाल मृतिका के परिजनों ने थाने में आवेदन देकर पति पर ही शक जताया है। मृतिका ने आत्महत्या की है या उसकी हत्या की गई है यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट से कन्फर्म होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 27 सितम्बर। हाईकोर्ट द्वारा पीएससी की चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए 13 नियुक्तियों पर रोक लगाए जाने के बाद प्रदेश भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने सूबे के मुखिया भूपेश बघेल से पूछा तथ्य मिलने पर जांच की बात कहने वाले अब कौन क्यों है? तथ्य मिलने के बाद जांच की बजाय भूपेश सरकार का मौन संदेहों को जन्म दे रहा है।
भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा बतौर विपक्ष 2021 छत्तीसगढ़ पीएससी परिणाम में घोटाले संबंधी जानकारी सामने लाती रही स विपक्ष धर्म का पूरी शिद्दत से निर्वहन करते हुए भाजपा ने बकायदा पीएससी से जुड़े चेयरमैन एवं कांग्रेस से जुड़े संगे सबंधियो नाते रिश्तेदारों के नाम भी उजागर करते हुए तथ्य भी रखे लेकिन भूपेश सरकार जांच की बजाय भर्ती स्कैम में शामिल रही।
श्री चौधरी ने कहा लाखों रुपयों की रिश्वत देकर अयोग्य लोग संवैधानिक पदों पर आयेगे तो भ्रष्टाचार को प्रोत्साहन मिलेगा और आम छत्तीस गढिय़ा के अपने चकनाचूर होंगे। कांग्रेस की भूपेश सरकार ने अपने चहेतों का चयन अलगदृअलग पदो पर करवाया है। छत्तीसगढ़ के युवाओं के साथ धोखाधडी की गई है। पिछले महीने पीएससी के जारी परिणामों में 15 ऐसे लोग चयनित हुए जिनका संबंध किसी न किसी रूप में कांग्रेस के नेताओं से एवम पीएससी के वर्तमान चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी से जुड़ा हुआ है। भाजपा की ओर से उनके द्वारा यह मामला उठाए जाने पर कांग्रेस ने राजनीति करने का आरोप लगाए हुए सबूत मांगे। हाई कोर्ट की टिप्पणी को सबसे बड़ा सबूत बताते हुए ओपी ने कहा मुख्यमंत्री को इस मामले में जांच की घोषणा करनी चाहिए अन्यथा जनता यह माना लेगी कि सरकार की सरपरस्ती में घोटाले को अंजाम दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से भाजपा नेता ने कहा, टामन सिंह सोनवानी के परिवार से एक दो नहीं बल्कि पांच पांच लोगो की नियुक्ति पीएससी में की गई है। टामन सिंह के बेटे नितेश और बहु निशा की नियुक्ति डिप्टी कलेक्टर के पद में हुई, बड़े भाई के बेटे साहिल की डीएसपी, भाई की बहू दीपा की आबकारी अधिकारी और बहन की बेटी सुनीता की श्रम अधिकारी के पद पर नियुक्ति मिली है। सभी अभ्यर्थियों के नाम के आगे का उपनाम अर्थात सरनेम जानबूझ कर छुपाया गया ताकि भेद न खुल सके। डिप्टी कलेक्टर के पद में 13 और नियुक्तियां हुई को शक के दायरे में है। राज्यपाल के सचिव अमृत खलखो के बेटे बेटी नेहा खलखो और निखिल खलखो का चयन डिप्टी कलेक्टर के पद में हुआ। कांग्रेस नेता के ओएसडी के रिश्तेदार की बेटी प्रज्ञा नायक, प्रखर नायक, कांग्रेस नेता के ओएसडी के साढू की बेटी खुशबू बिजोरी, कांग्रेस नेता सुधीर कटियार के दामाद शशांक गोयल, बहु भूमिका कटियार, कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला के बेटे स्वर्णिम शुक्ला इन सब के नाम पीएससी की सूची में शामिल है। मामले की संज्ञान में आते ही माननीय हाई कोर्ट में सभी की नियुक्ति पर रोक लगा दी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 27 सितम्बर। मंगलवार की शाम लैलूंगा पुलिस ने मोटर साइकिल में गांजा का तस्करी करते हुए चार युवकों को कोडासिया-राजपुर रोड़ में घेराबंदी कर पकड़ा गया है। कल दोपहर थाना प्रभारी लैलूंगा निरीक्षक मोहन भारद्वाज को ग्राम गश्त के दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि चार युवक एक होण्डा साईन मोटर सायकल में अवैध मादक पदार्थ गांजा बिक्री हेतु परिवहन करते ओडिसा से लैलूंगा कोडासिया की ओर आ रहे हैं। इस पर लैलूंगा स्टाफ द्वारा कोडासिया-राजपुर रोड में घेराबंदी कर आरोपियों को धर दबोचा।
आरोपी युवकों को पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम शत्रुधन महंत (33), राम गोपाल यादव (22), रूपसिंह कंवर (27), बजरंग दास मानिकपुरी (25) बताया गया। उनके पास रखे थैला के अंदर 01-01 किलो का 3 पैकेट में अवैध मादक पदार्थ गांजा बरामद हुआ जिसका तौल कराने पर कुल 03 किलो गांजा कीमती 36 हजारे पाया गया। आरोपियों को विधिवत नोटिस देकर अवैध गांजा एवं परिवहन में प्रयुक्त वाहन मोटर सायकल होण्डा साईन कीमती 20 हजार को जब्त किया गया। मामले में लैलूंगा पुलिस ने चारों आरोपियों पर नारकोटिक्स एक्ट (धारा 20बी एनडीपीएस एक्ट) के अनुसार कार्रवाई करते हुए रिमांड पर भेजा गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 27 सितम्बर। छेड़छाड़ के मामले में जेल की हवा खाने के बाद पीडि़ता तथा उसके परिजनों को केश वापस लेने बाबत लगातार प्रताडि़त करने तथा इसी प्रताडऩा से क्षुब्ध होकर पीडि़ता द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या कर लेने के मामले में सत्र न्यायाधीश की अदालत ने आरोपी को दोषी करार देते हुए सात साल के सश्रम कारावास तथा अर्थदण्ड से दंडित किया है।
अभियोजन पक्ष के अनुसार मामला संक्षेप में इस प्रकार है कि अभियुक्त कन्हैया लाल दलाल 36 साल निवासी इंदिरा नगर द्वारा साजिया नाज के साथ छेड़-छाड़ किया जाता था, जिसकी रिपोर्ट पीडि़ता साजिया नाज ने सिटी कोतवाली थाने में की थी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी कन्हैया को गिरफ्तार करते हुए छेड़छाड़ के मामले में जेल दाखिल कराया था। आरोपी कन्हैया लाल दलाल जमानत पर छूट कर आने के पश्चात साजिया नाज तथा उसके पिता को रिपोर्ट वापस लेने के लिए धमकी देता रहा। उसकी बात नहीं मानने पर अपने पास रखे फोटो वीडियो को सोशल मीडिया में वायरल करने की धमकी भी दिया जाता रहा। जिससे मानसिक रूप से परेशान होकर साजिया नाज ने 28 अक्टूबर 2021 को इस आशय की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इसके बावजूद आरोपी कन्हैया लाल दलाल अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और साजिया नाज को लगातार केस वापस लेने के लिए दबाव देकर धमकी दिया जाता रहा तथा मोबाईल में फोटो दिखाकर बदनाम करने का प्रयास किया गया, जिससे प्रताडि़त होकर 17 नवंबर 2021 को साजिया नाज अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
इस मामले में जांच उपरांत पुलिस ने आरोपी को सत्र न्यायाधीश अरविंद कुमार सिन्हा की अदालत में पेश किया गया जहां दोनों पक्षो की दलीलों को सुनने के बाद न्यायाधीश ने कन्हैया लाल दलाल को धारा 306 के तहत दोषी करार देते हुए 7 साल के सश्रम कारावास के अलावा 1 हजार रूपये के अर्थदण्ड से दंडित किया है। अर्थदण्ड की राशि न पटाने पर 06 माह का अतिरिक्त कारावास भुगतने का प्रावधान रखा गया है। इस मामले में लोक अभियोजक दीपक शर्मा ने पैरवी की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 27 सितम्बर। मंगलवार की शाम यात्रियों से भरी बस अनियंत्रित होकर सडक़ किनारे पलट गई। इस दुर्घटना में एक यात्री को चोट आई है। घटना धरमजयगढ़ के पास घटित हुई।
जानकारी के अनुसार रायगढ़ शहर के केवड़ाबाडी बस स्टैण्ड से मंगलवार की शाम तकरीबन 5 बजे यात्रियों लेकर निकली शमीम बस धरमजयगढ़ नीचे पारा पेट्रोल पंप के पास पहुंची ही थी कि अनियंत्रित होकर सडक़ किनारे पलट गई। बताया जा रहा है कि चलती बस के सामने का पट्टा अचानक टूट गया जिससे बस अनियंत्रित हो गई और यह घटना घटित हो गई जिससे बस में सवार एक लडक़ी के पैरों में चोटे आई है। जिसे उपचार हेतु अस्पताल ले जाया गया है। इसके अलावा बस में सवार अन्य किसी को भी चोट नहीं आई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 27 सितम्बर। सोमवार की शाम गणेश विसर्जन में गए एक 9 साल के मासूम बालक की केलो नदी के तेज बहाव में डूबने से मौत हो गई। गोताखोरों एवं पुलिस की टीम ने मंगलवार की दोपहर मासूम का शव बरामद हुआ। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजते हुए मामले को जांच में ले लिया है।
जानकारी के अनुसार शहर के जूटमिल थाना क्षेत्र के सार्वजनिक गणेश उत्सव कार्नर वाली युवा समिति के सदस्यों ने सोमवार की शाम गाजेबाजे के साथ मूर्ति विसर्जन के लिये निकली। जहां केलो नदी के कयाघाट में मूर्ति का विसर्जन किया जा रहा था इसी दौरान मोहल्ले का ही एक 9 साल का मासूम बालक नदी में उतरा था। बालक को नदी के गहराई का अंदाजा नहीं था लिहाजा पानी के तेज बहाव में अचानक मासूम लापता हो गया। आसपास मौजूद लोगों के द्वारा पानी में डूबे युवक को ढूंढने का काफी प्रयास किया गया परंतु अंधेरा होनें की वजह से कल देर रात तक उसका कोई पता नहीं चल सका था।
मंगलवार की सुबह जूटमिल एवं चक्रधर नगर पुलिस टीम के अलावा गोताखोरों की एक टीम केलो नदी में डूबे युवक की पतासाजी में फिर से जुटी हुई थी। इसी बीच दोपहर 3 बजे के आसपास पानी में डूबे युवक का शव बड़े अतरमुड़ा के पास मिला। जिसके बाद पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिये अस्पताल भेजते हुए मामले की जांच की जा रही है।
इस संबंध में चक्रधर नगर थाना प्रभारी प्रशांत राव आहेर ने बताया कि कल शाम केलो नदी में एक बालक डूब गया था। चक्रधर नगर पुलिस एवं जूटमिल पुलिस युवक की पतासाजी में जुटी हुई थी। मंगलवार की सुबह बड़े अतरमुड़ा के पास शव मिलने की जानकारी के बाद पुलिस टीम यहां पहुंची और गोताखोरों की मदद से शव को निकलवाकर पीएम के लिये भेज दिया गया है। मृतक जूटमिल थाना क्षेत्र के दुर्गा चौक का रहने वाला है जिसकी उम्र 8 से 9 साल के बीच है।
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
रायगढ़, 27 सितम्बर। सोमवार की शाम गणेश विसर्जन में गए एक 9 साल के मासूम बालक की केलो नदी के तेज बहाव में डूबने से मौत हो गई। गोताखोरों एवं पुलिस की टीम ने मंगलवार की दोपहर मासूम का शव बरामद हुआ। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजते हुए मामले को जांच में ले लिया है।
जानकारी के अनुसार शहर के जूटमिल थाना क्षेत्र के सार्वजनिक गणेश उत्सव कार्नर वाली युवा समिति के सदस्यों ने सोमवार की शाम गाजेबाजे के साथ मूर्ति विसर्जन के लिये निकली। जहां केलो नदी के कयाघाट में मूर्ति का विसर्जन किया जा रहा था इसी दौरान मोहल्ले का ही एक 9 साल का मासूम बालक नदी में उतरा था। बालक को नदी के गहराई का अंदाजा नहीं था लिहाजा पानी के तेज बहाव में अचानक मासूम लापता हो गया। आसपास मौजूद लोगों के द्वारा पानी में डूबे युवक को ढूंढने का काफी प्रयास किया गया परंतु अंधेरा होनें की वजह से कल देर रात तक उसका कोई पता नहीं चल सका था।
मंगलवार की सुबह जूटमिल एवं चक्रधर नगर पुलिस टीम के अलावा गोताखोरों की एक टीम केलो नदी में डूबे युवक की पतासाजी में फिर से जुटी हुई थी। इसी बीच दोपहर 3 बजे के आसपास पानी में डूबे युवक का शव बड़े अतरमुड़ा के पास मिला। जिसके बाद पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिये अस्पताल भेजते हुए मामले की जांच की जा रही है।
इस संबंध में चक्रधर नगर थाना प्रभारी प्रशांत राव आहेर ने बताया कि कल शाम केलो नदी में एक बालक डूब गया था। चक्रधर नगर पुलिस एवं जूटमिल पुलिस युवक की पतासाजी में जुटी हुई थी। मंगलवार की सुबह बड़े अतरमुड़ा के पास शव मिलने की जानकारी के बाद पुलिस टीम यहां पहुंची और गोताखोरों की मदद से शव को निकलवाकर पीएम के लिये भेज दिया गया है। मृतक जूटमिल थाना क्षेत्र के दुर्गा चौक का रहने वाला है जिसकी उम्र 8 से 9 साल के बीच है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 26 सितम्बर। रायगढ़ की गणेशउत्सव परंपरा के अनुसार पिछले सात दिनों तक भगवान गजानंद गणपति के शहर में जगह-जगह विराजे गणपति प्रतिमाओं का विधि विधान से पूजा अर्चना और भोग प्रसाद वितरण के बाद आज सातवें दिन इन प्रतिमाओं के विसर्जन का दौर प्रारंभ हुआ और सुबह से लेकर देर शाम तक केलो नदी से सटे कयाघाट, चक्रपथ मार्ग, चांदमारी रपटा घाट सहित कई स्थानों पर भगवान गणपति की प्रतिमाओं को पूरी श्रद्धा के साथ पूजा अर्चना पश्चात विसर्जित किया गया।
विसर्जन जुलूस में बड़ी संख्या में महिलाओं की भी सहभागिता देखी गई। इसी क्रम में शहर के चक्रधर नगर सिंधी कालोनी स्थित गणेश उत्सव मित्र मंडली द्वारा भी बिलासपुर से मंगाए गए भव्य डीजे के साथ कालोनी के युवाओं के द्वारा विसर्जन जुलूस निकाला गया और गणपति की विशेष आराधना पश्चात उनका विसर्जन किया गया।
कलाकार रिहर्सल कर अपने पात्र को पहचान देने में जुटे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 26 सितम्बर। ऐतिहासिक रामलीला समारोह की तैयारिया युद्ध स्तर पर प्रारंभ हो गई है। श्री गणेश चतुर्थी के दिन ही रामलीला के मंच, रावण दहन स्थल की पूजा अर्चना की जाती है इसके बाद रामलीला की तैयारियां प्रारंभ कर दी जाती है।
रामलीला आयोजन समिति के संरक्षक दीपक पांडेय ने बताया कि इस डिजिटल युग में भी प्रभु श्री राम जी की लीला को देखने भारी संख्या में श्रद्धालु आते हु ये बहुत बड़ी बात है। हमारे कलाकार बिना पारिश्रमिक लिए पूरे दस दिन ही नही गणेश चतुर्थी से निस्वार्थ जुड़े रहते हुए श्री राम प्रभु का आशीर्वाद ही है। इस मर्तबा रामलीला 17 अक्तूबर से 24 अक्टूबर का रहेगा। दशहरा के दिवस विशालकाय रावण के पुतले क्या दहन किया जाएगा। रामलीला की तैयारिया प्रारंभ हो गई है कलाकार रात्रि में रिहर्सल को आ रहे है। वही मां रामेश्वरी मंदिर में नवरात्र का त्योहार पूरे श्रद्धा भक्ति से मनाया जाएगा।
दीपक पांडेय ने आगे बताया कि रामलीला के मंचन के दौरान शहर की प्रतिभाशाली बच्चियों का नृत्य का कार्यक्रम रखा जायेगा। पूरे मैदान को दुल्हन की तरह सजाया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 26 सितम्बर। रायगढ़ की गणेशउत्सव परंपरा के अनुसार पिछले सात दिनों तक भगवान गजानंद गणपति के शहर में जगह-जगह विराजे गणपति प्रतिमाओं का विधि विधान से पूजा अर्चना और भोग प्रसाद वितरण के बाद आज सातवें दिन इन प्रतिमाओं के विसर्जन का दौर प्रारंभ हुआ और सुबह से लेकर देर शाम तक केलो नदी से सटे कयाघाट, चक्रपथ मार्ग, चांदमारी रपटा घाट सहित कई स्थानों पर भगवान गणपति की प्रतिमाओं को पूरी श्रद्धा के साथ पूजा अर्चना पश्चात विसर्जित किया गया।
विसर्जन जुलूस में बड़ी संख्या में महिलाओं की भी सहभागिता देखी गई। इसी क्रम में शहर के चक्रधर नगर सिंधी कालोनी स्थित गणेश उत्सव मित्र मंडली द्वारा भी बिलासपुर से मंगाए गए भव्य डीजे के साथ कालोनी के युवाओं के द्वारा विसर्जन जुलूस निकाला गया और गणपति की विशेष आराधना पश्चात उनका विसर्जन किया गया।