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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपट्टनम, 8 मई। कल छत्तीसगढ़ सीमा तारलागुड़ा थाने के चेक पोस्ट में संदेह के आधार पर ट्रक को रोकने का प्रयास करने पर ड्राइवर फरार हो गया। ट्रक की तलाशी करने पर उसमें मवेशी भरे मिले। ट्रक को जब्त कर लिया गया है।
ज्ञात हो कि बीते कुछ माह से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के आसपास व कांकेर, कोंडागांव के आसपास से कंटेनर व ट्रकों में अवैध रूप से मवेशियों का भारी तस्करी किया जा रहा है। पिछले माह रायपुर के आसपास से 2 कंटेनर भर के मवेशियों को लेकर छत्तीसगढ़ सीमा और महाराष्ट्र सीमा से एक गाड़ी तारलागुड़ा बॉर्डर होते हुए तेलंगाना चली गई, दूसरी गाड़ी तिमेड बॉर्डर होते हुए महाराष्ट्र के गढ़चिरोली जिला के सिरोंचा तहसील के पेटीपाका के ग्रामीणों द्वारा रोड जाम कर मवेशियों से भरी कंटेनर को पकड़ा गया। मौके से ड्राइवर फरार हो गया। उस कंटेनर में 52 मवेशियों थे जिसमें 13 मवेशिया मृत पाए गए जिसकी जानकारी सिरोंचा थाने में दी गई थी।
कल छत्तीसगढ़ सीमा तारलागुड़ा थाने के चेक पोस्ट में संदेह के आधार पर ट्रक को रोकने का प्रयास किया जा रहा था कि ड्राइवर फरार हो गया जिसकी तलाशी करने पर उस ट्रक में मवेशियों भरा हुआ था। वाहन क्रमांक सी जी 04 जे सी 9369 बताया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 8 मई। पड़ोसी राज्य तेलंगाना व महाराष्ट्र से यहां पहुंचे तेंदूपत्ता ठेकेदारों और उनके सहयोगियों को बिना कोविड जांच व बिना प्रोटोकॉल के फॉलो किये क्षेत्र में भेज दिए जाने पर भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने सवाल खड़े किए हैं।
भाजपा जिला अध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि जिला प्रशासन ने कोरोना प्रकोप को लेकर लॉकडाउन जैसे महत्वपूर्ण निर्णय लिये हैं। कोरोना का आंध्रा म्यूटेंट नया स्ट्रेन का तेलंगाना, महाराष्ट्र में अत्यधिक प्रभाव को देखते हुए तेलंगाना,महाराष्ट्र सीमा क्षेत्रों को नाकेबंदी कर सघन जांच करवाने में काफी गम्भीरता व सजगता दिखाई ।किंतु ऐसा क्या मोह था ? तेंदुपत्ता ठेकेदारों व उनके सहयोगियों के प्रति कि कोविड नियमों का पालन,परिपालन किये बगैर क्षेत्र व जिला मुख्यालय में बेखौफ घूमने की इजाज़त दे दिया। श्री मुदलियार ने कहा कि यह बात सत्य है कि तेंदूपत्ता संग्रहण यहां के गांव,गरीब, आदिवासियों के जीवन-यापन का बहुत बड़ा साधन व आधार है।किंतु वर्तमान परिप्रेक्ष्य में कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर उनके जीवन को सुरक्षित करने का दायित्व भी प्रशासन व वनविभाग का है ।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से संक्रमित लोगों की वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए कोरोना की दूसरी लहर के बीच आंध्रा म्यूटेंट का नया स्ट्रेन मिलने से जहां लोगो में खौफ है ,जो मौजूदा स्ट्रेन के मुकाबले नया वेरिएंट कई गुना ज्यादा खतरनाक है। इस बात की वैज्ञानिकों एवं चिकित्सकों ने पुष्टि भी कर दी है। इसका असर भी विगत दिनों तेलंगाना से आये लोहंडीगुड़ा क्षेत्र के युवक की नया स्ट्रेन पाए जाने से मौत होना पश्चात बस्तर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने चिंता जाहिर किया और पूरे बस्तर संभाग के जिलों को हाई अलर्ट घोषित किया गया है। श्री मुदलियार ने आगे कहा कि बावजूद इसके बीजापुर में वनविभाग व जिला प्रशासन ने तेलांगाना और महाराष्ट्र से आये हुए तेंदूपत्ता ठेकेदारों व उनके सहयोगियों को कोविड-19के प्रोटोकॉल का पालन किये बिना उन्हें अपने अपने कार्य क्षेत्रों में भेजा गया।
जबकि कोरोना संक्रमण के भीषण प्रकोप से सम्पूर्ण देश जूझ रहा है। ऐसे वक्त सर्वविदित है,कि कोविड नियमों का पालन कर अपना आरटी पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट 72 घण्टे पूर्व का तेलंगाना, महाराष्ट्र से लेकर इस जिले में तेंदूपत्ता तोड़ाई प्रारंभ के पूर्व निर्धारित समय से प्रवेश कर कोरोना नियमों का पालन में इस जिले में भी कोरोना मापदण्डो के मुताबिक क्वारन्टीन होते और यहां का आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर उन्हें अनुमति दिया जाता तो नया स्ट्रेन का खतरा नही रहता। उन्होंने कहा कि इसकी जिम्मेदारी वन विभाग के मण्डल अधिकारी एवं जिला प्रशासन की हैं । परंतु ऐसा न कर तेंदूपत्ता ठेकेदारों व उनके सहयोगियों को लॉकडाउन के नियमों का उचित पालन न कराकर उन्हें खुली छूट दे दी गई । जो कोरोना संक्रमण के नए स्ट्रेन को आमंत्रण जैसा है । श्री मुदलियार ने कहा कि इस विषय पर क्षेत्रीय विधायक का भी किसी प्रकार का संज्ञान नही लेना उन्हें अपने क्षेत्र के प्रति संवेदशीलता को दर्शाता हैं। ऐसे संवेदनशील विषयों पर मौन रहना क्षेत्रीय विधायक की मौन स्वीकृति को दर्शाता है।
उन्होंने राज्य सरकार व जिला प्रशासन से मांग कि हैं कि इस क्षेत्र के गांव,गरीब आदिवासियों का तेंदूपत्ता संग्रहण कोविड नियमों के मापदंडों का पूर्णतया पालन करते हुए किया जायें। और तेंदूपत्ता संग्राहकों को कोरोना प्रकोप से बचाये व सुरक्षित रखें।तथा कितने ठेकेदार व उनके सहयोगी जो बीजापुर जिले में प्रवेश किये उनकी सूची व उनके मेडिकल रिपोर्ट्स यदि क्वारन्टीन किये तो किन-किन केंद्रों में और कितने दिन एवं उनके आर टी.पीसीआर रिपोर्ट्स और उनकी वर्तमान स्थिति, को सार्वजनिक किया जाये।
और यदि ऐसा नही तो इस क्षेत्र में कोरोना की दूसरी लहर में आया नया स्ट्रेन पाया जाता है तो इसकी पूर्णत: जवाबदेही संबंधित अधिकारी एवं तेलंगाना/महाराष्ट्र के ठेकेदारों की होगी ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 5 मई। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के मतगणना संपन्न होने के बाद वहां भडक़ी हिंसा में भाजपा के दस कार्यकर्ता मारे गए। इसके विरोध में भाजपा ने देश भर में धरना-प्रदर्शन किया।
बुधवार को यहां जिला मुख्यालय सहित सभी मंडलों में भाजपा जिलाध्यक्ष निवास मुदलियार के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन कर घटना का विरोध किया। भाजपा जिला अध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने बताया कि जिस प्रकार पश्चिम बंगाल में हुए हिंसा में भाजपा कार्यकर्ता मारे गए है।
उसका टीएमसी कार्यकर्ताओं पर आरोप लगा हैं। उन्होंने कहा कि टीएमसी कार्यकर्ताओं की वजह से लोकतंत्र शर्मसार हुआ हैं। ऐसी हिंसा किसी भी शर्त पर स्वीकार नहीं हैं। श्री मुदलियार ने आगे बताया कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मंगलवार को बंगाल दौरे रहे। उन्होंने वहां पीडि़त परिवार से मिला। उन्होंने कोविड नियमों के तहत देशभर में धरना प्रदर्शन का आव्हान किया था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड कोटा , 30 अप्रैल। नपं अध्यक्ष ने कोरोना जांच सेंटर में टेंट और पानी टेंकर की व्यवस्था की।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोटा में करोना जांच सेंटर में प्रतिदिन कोटा नगर और आसपास के ग्रामीण कोरोना जांच के लिए सैकडों की संख्याओं में आते हैं। चिलचिलाती धूप गर्मी जांच सेंटर में बडी संख्या में लोगों को अपनी बारी का इंतजार करते समय लगता हैं। इसी समस्या को देखते हुए कोटा नगर पंचायत अध्यक्ष अमृता प्रदीप कौशिक ने कोरोना जांच सेंटर के बाहर टेंट लगाकर आम जनता को चिलचिलाती धूप गर्मी से बचाव के लिए तत्काल सुविधा उपलब्ध करवाया और पीने के पानी हेतु पानी टेंकर का सुविधा प्रति दिन प्रदान करने कहा गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 29 अप्रैल। तेलंगाना में कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलने के चलते अब मजदूर वहां से 150 किमी पैदल ही अपने घरों की ओर वापस लौट रहे हैं।
एक महीने पहले मजदूरी करने तेलंगाना के सेंड्रापटनम गए बस्तर जिले के बास्तानार के 14 मजदूर गुरुवार को पैदल बीजापुर पहुंचे। इनमें 10 साल की दो छोटी बच्चियां भी शामिल हैं। दरअसल लॉकडाउन होने के चलते पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद हैं। जिसकी वजह से ये मजदूर जंगल पहाड़ नालों को पार कर 150 किमी पैदल चलकर भूखे प्यासे बीजापुर पहुंचे। इन मजदूरों को यहां से उनके गांव तक भेजने की व्यवस्था किसी तरह की गई।
ज्ञात हो कि यहां काम होने के बावजूद मजदूर मजदूरी के लिए यहां से तेलंगाना-महाराष्ट्र की ओर जाते हंै। मजदूरों का कहना है कि गांव में काम तो है, लेकिन भुगतान नहीं होता, इसी के चलते उन्हें पड़ोसी राज्यों में मजदूरी करने जाना पड़ता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 28 अप्रैल। लॉक डाउन के नियमों का उल्लंघन करना महिंद्रा ट्रेवल्स को भारी पड़ गया। एसडीएम व तहसीलदार ने कलेक्टर के आदेश पर महिंद्रा कंपनी की 4 बसों को जब्त कर भैरमगढ़ व नेलसनार थाना के सुपुर्द कर दिया हैं।
भैरमगढ़ तहसीलदार जुगल किशोर पटेल ने बताया कि कुछ समय से सूचना थी कि महिंद्रा ट्रेवल्स लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करते हुए यात्री बसों का परिचालन अवैध तरीके से कर रहा हैं। कलेक्टर के आदेश पर आज सुबह भैरमगढ़ में नाकाबंदी कर महिंद्रा ट्रेवल्स की 4 बसों को जब्त किया गया हैं। इनमें 1 बस भैरमगढ़ व 3 बसों को नेलसनार थाना के सुपुर्द किया गया हैं। तहसीलदार पटेल के मुताबिक यह बस संचालक आम यात्रियों व छुट्टी से लौटने वाले फोर्स के जवानों को रातों रात छोड़ कर अलसुबह वापस लौट जाते थे। उन्होंने बताया कि लॉक डाउन के चलते सभी बसों का परिचालन बंद है। ऐसे महिंद्रा ट्रेवल्स की बसें लॉक डाउन का उल्लंघन करते परिचालन कर रही थी। तहसीदार पटेल ने बताया कि यहां से प्रकरण तैयार कर कलेक्टर कार्यालय भेज दिया गया हैं। आगे की कार्यवाही वही से होगी। इस कार्यवाही के दौरान एसडीएम एआर राणा, तहसीलदार जुगल किशोर पटेल मौजूद रहे।
बीजापुर, 27 अप्रैल। कल भैरमगढ़ पुलिस और सीआरपीएफ जवानों ने एक नक्सल-आरोपी को गिरफ्तार किया है।
जिले में चलाये जा रहे माओवादी विरोधी अभियान के तहत् थाना भैरमगढ़ एवं केरिपु 199 का संयुक्त बल 26 अप्रैल को केशकुतुल की ओर निकली थी। अभियान के दौरान केशकुतुल से 01 माओवादी मिडियामी आयतु उर्फ आयतु उर्फ चेन्दरु उम्र 36 वर्ष निवासी केशकुतुल थाना भैरमगढ़ जिला बीजापुर को पकड़ा गया। पकड़ा गया आरोपी 12अप्रैल 2007 को केशकुतुल केशामुण्डी पारा के पास पुलिस पार्टी पर फायरिंग करने की घटना में शामिल था । गिरफ्तार माओवादी के विरूद्ध थाना भैरमगढ़ में 01 स्थाई वारंट भी लंबित है । गिरफ्तार माओवादी के विरूद्ध थाना भैरमगढ़ में वैधानिक कार्यवाही उपरान्त न्यायालय बीजापुर पेश किया गया ।
मुख्यमंत्री ने वर्चुअल कार्यक्रम में पंचायत पदाधिकारियों और अधिकारियों को दी बधाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 25 अप्रैल। राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस के अवसर पर जिले के भोपालपटनम ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत गोटाईगुड़ा को नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्रामसभा पुरस्कार प्रदान किया गया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर विडियो काफ्रेंसिंग के जरिये आयोजित वर्चुअल पुरस्कार कार्यक्रम में उक्त पुरस्कार प्रदान करते हुए पंचायत पदाधिकारियों और अधिकारियों को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी तथा कहा कि पहली बार नक्सल प्रभावित ईलाके के ग्राम पंचायत को यह प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है, जिससे पंचायत प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को और बेहतर ढंग से कार्य करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने पंचायतीराज व्यवस्था की देन के लिए देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि आज पंचायतीराज संस्थायें सशक्त हो गई हैं और इन संस्थाओं में महिलाओं सहित अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों को समुचित प्रतिनिधित्व मिला है। उन्होंने कोविड की विषम परिस्थिति के दौरान ग्रामीणों की सहमति से ग्रामों में मनरेगा के रोजगारमूलक कार्य खोले जाने सहित जरूरतमंदों को रोजगार सुलभ कराये जाने कहा। वहीं समावेशी विकास की अवधारणा के अनुरूप योजनाओं का कारगर क्रियान्वयन करने सहित बेहतर ढंग से कार्य करने पर बल दिया।
मुख्यमंत्री ने कोविड संक्रमण से बचाव के लिए ग्रामीण इलाकों में सभी की सहभागिता से बेहतर उपाय एवं प्रबंध करने कहा। उन्होने बाहर से आने वाले लोगों की निगरानी करने एवं कोविड जांच सहित उनके क्वारंटाईन हेतु समुचित व्यवस्था किए जाने कहा। इस अवसर पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टीएस सिंहदेव ने भी राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार हेतु पंचायत प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को बधाई दी और ग्रामीण विकास की योजनाओं के बेहतर कार्यान्वयन करने पर बल दिया। वहीं राजस्व मंत्री एवं प्रभारी मंत्री जिला बीजापुर जयसिंह अग्रवाल ने विडियो काफ्रेंसिंग से जुडक़र प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार प्राप्त करने के लिए पंचायत पदाधिकारियों एवं अधिकारियों को बधाई दी और ग्रामीण इलाकों में जनकल्याण के लिए उत्कृष्ट कार्य करने पर जोर दिया।
गौरतलब है कि केन्द्रीय पंचायती राज मंत्रालय द्वारा प्रदत्त किए जाने वाले राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार 2021 के अंतर्गत छत्तीसगढ़ को 12 पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस के अवसर पर आज नई दिल्ली में आयोजित वर्चुअल समारोह में विजेता पंचायतीराज संस्थाओं के खातों में पुरस्कार राशि का अंतरण किया। इस दौरान केन्द्रीय पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
यह लगातार दूसरा वर्ष है, जब प्रदेश की पंचायतीराज संस्थाओं को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर 12 पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। वर्ष 2020 में भी प्रदेश को ई-पंचायत पुरस्कार और 11 पंचायतीराज संस्थाओं को विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया था। इसके पहले 2019 में भी राज्य की पंचायतों को 11 राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए थे। इस वर्ष 2021 में राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार के तहत् प्रदेश की पंचायतों में आईसीटी के उपयोग में बेहतर प्रदर्शन हेतु भारत सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ को ई-पंचायत पुरस्कार प्रदान किया गया। तीन अलग-अलग वर्गों मेें प्रदान किये जाने वाले इस पुरस्कार में छत्तीसगढ़ को प्रथम वर्ग में पूर्वोत्तर के असम राज्य के साथ संयुक्त रूप से दूसरा स्थान मिला। वहीं केन्द्रीय पंचायतीराज मंत्रालय द्वारा बस्तर अंचल के जिला पंचायत कोंडागांव सहित गरियाबंद तथा तिल्दा जनपद पंचायत और सरगुजा जिले के अम्बिकापुर ब्लॉक के रिरी, बालोद जिले के गुंडरदेही ब्लॉक के माहुद, कबीरधाम जिले के सहसपुर लोहारा ब्लॉक के माहराटोला तथा रायपुर जिले के आरंग ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत बैहार को दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार प्रदान किया गया। वहीं बीजापुर जिले के दूरस्थ भोपालपटनम ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत गोटाईगुड़ा को नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्रामसभा पुरस्कार, रायपुर जिले के अभनपुर ब्लॉक अंतर्गत नवागांव को बाल हितैषी पुरस्कार और आरंग ब्लॉक के ग्राम पंचायत बैहार को ग्राम पंचायत विकास योजना पुरस्कार प्रदान किया गया।
वर्चुअल पुरस्कार कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में मुख्यमंत्री के सलाहकारद्वय राजेश तिवारी एवं विनोद वर्मा सहित सिद्धार्थ कोमल परदेशी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सचिव आर. प्रसन्ना एवं संचालक पंचायत मोहम्मद कैसर अब्दुल हक मौजूद थे। वहीं बीजापुर कलेक्टोरेट एनआईसी कक्ष में कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल, सीईओ जिला पंचायत रवि कुमार साहू, उपसंचालक पंचायत गीत कुमार सिन्हा तथा सरपंच ग्राम पंचायत गोटाईगुड़ा सीताराम तोड़ेम सहित अन्य पंचायत प्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपट्टनम, 25 अप्रैल। प्रदेश भारतीय जनता पार्टी संगठन के आह्वान पर भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार के निर्देश अनुसार भोपालपटनम मण्डल अध्यक्ष के मार्गदर्शन में भोपालपटनम मण्डल इकाई के द्वारा कोरोना काल में प्रदेश काँग्रेस सरकार की विफलताओं के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता अपने-अपने घर के सामने कोविड 19 का निर्देशों का पालन करते हुए भूपेश सरकार की विफलताएं गिनाई।
मण्डल इकाई के द्वारा कहा गया कि सरकार सभी मोर्चाओं पर विफल रही है। जैसे प्रदेश में चल रही महामारी कोरोना वायरस की जंग में पूरी तरह विफल रही है। एक ओर प्रदेश में कोविड़ 19 का प्रकोप चल रहा है सरकार प्रदेश में क्रिकेट का आयोजन करा रहा है। मण्डल इकाई ने सरकार पर आरोप लगाया कि प्रदेश की अस्पतालों में कोविड़ 19 के मरीजों को पर्याप्त बेड नहीं है ऑक्सीजन नही पहुँच पा रहा है और अस्पतालों में स्टॉफ की कमी है। दवाओं की कालाबजारी हो रही है। सभी स्वाथ्य सुविधाएं लचर हो गया है। प्रदेश की जनता परेशान है। भूपेश सरकार गहरी नींद में है।
मण्डल इकाई की सरकार से अपील है कि इस विकट विपत्ति में जागो सरकार जागो और अपने प्रदेश की जनता की चिंता करो। इस विरोध-दर्शन में हर कार्यकर्ता व पदाधिकारी अपने घर के सामने बैठकर विरोध-प्रदर्शन किया जिसमें जिला महिला मोर्चा अध्यक्ष जाना चिडेम जिला पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ अध्यक्ष पी. संतोष कुमार भोपालपटनम मण्डल अध्यक्ष वेंकटेशवर आलम महिला मोर्चा अध्यक्ष ऋतु परस्ते युवामोर्चा अध्यक्ष गिरजाशंकर आदि शामिल रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 25 अप्रैल। लॉकडाउन में दुकान के पीछे से सामान बेचने की शिकायत पर जांच में सही मिली और उक्त दुकान को सील कर दिया गया है। तहसीलदार ने पंचायत को उक्त दुकानदार के खिलाफ एक हजार का जुर्माना वसूलने के निर्देश पर तत्काल चालान काटा गया।
ज्ञात हो कि लॉकडाउन में जिले में सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद करने के आदेश जारी किया है। ग्रामीणों का कहना है कि भोपालपटनम तहसील के ग्राम तिमेड के अंकिनपल्ली प्रमोद नामक किराना दुकानदार अपनी दुकान को पीछे से खोलकर बेच रहा है जिसको स्थानीय ग्रामीणों ने सरपंच को संज्ञान में लेते हुए अधोहस्ताक्षरी लिखित शिकायत भोपालपटनम के एसडीएम के नाम से आवेदन बनाए थे।
ग्राहकों द्वारा बताया जा रहा है कि 150 रुपये की तेल पैकेट 200 रुपये के हिसाब से और भी समान अपने औने-पौने दाम में बेच रहा है जिससे गरीब ग्रामीण परेशान हो रहे हैं।
इस शिकायत को कलेक्टर ने संज्ञान में लेते हुए एसडीएम को कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद तहसीलदार और भोपालपट्टनम टीआई ने कार्रवाई शुरू कर दी है। दुकान को सील कर दिया गया है।
भोपालपटनम टीआई विनोद एक्का के द्वारा जांच प्रक्रिया चालू किया गया। शिकायतकर्ता गोवर्धन राव एवं पी संतोष से बयान लिया गया। केपी रवि पुलिस आरक्षक को दो पैकेट तेल 400 में बेचा गया उसने भी टीआई-तहसीलदार को बयान दिया।
बीजापुर, 25 अप्रैल। शनिवार की रात बीजापुर के वरिष्ठ शिक्षक हमीद हाई का निधन हो गया। स्व. हाई को उनके शिक्षा ग्रहण के समय से ही स्पोर्ट्स में काफी दिलचस्पी थी। वे क्रिकेट व टेबल टेनिस के बेहतरीन खिलाड़ी थे। बीजापुर के लोगो में हमीद हाई काफी लोकप्रिय और मिलनसार व्यक्ति के रूप में जाने जाते थे। उनके निधन की खबर सुनकर जिले में शोक की लहर दौड़ गई है। स्व. हमीद हाई शिक्षिका सुनीता हाई के पति और सलीम हाई के बड़े भाई थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 अप्रैल। यहां से दस किमी दूर तुमनार गांव में एक खेत में पेड़ पर शनिवार की सुबह जिला पंचायत के ड्राइवर बलविंद कुमार तेलम (23) एवं उसकी चचेरी बहन निशा तेलम (20) ने एक ही फंदे से फ ंासी लगाकर आत्महत्या कर ली।
सूत्रों के मुताबिक सुकलू तेलम नयापारा की बेटी निशा और उसके छोटे भाई मंगू तेलम डोंगरीपारा का बेटा बलविंद एक दूसरे से विवाह करना चाहते थे। जब यह बात गांव के लोगों और परिजनों को पता चली तो बुजुर्गों ने शुक्रवार को गांव में ही बैठक की। बुजुर्गों नेे चचेरे भाई-बहन के रिश्ते को नामंजूर कर दिया। शनिवार की सुबह दोनों ने एक ही गमछे से उनके खेत में आम के पेड़ में फ ांसी लगा ली।
सुबह इसकी खबर फैलते ही गांव के लोग यहां एकत्र हो गए। फिर कोटवार ने कोतवाली में इसकी खबर दी। बताया गया है कि निशा आठवीं तक पढ़ी थी और घर में ही रहती थी। बलविंद कुमार तीन साल से जिला पंचायत में गाड़ी चलाता था। बताया गया है कि दोनों एक दूसरे को चाहते थे, लेकिन भाई-बहन की शादी अवैध होने के कारण इसे बुजुर्गों ने नामंजूर कर दिया। इसे लेकर दोनों ने आत्महत्या कर ली। पुलिस मामले की विवेचना कर रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 अप्रैल। तीन दिनों तक बंधक बनाए जाने के बाद नक्सलियों ने शुक्रवार की रात सब इंस्पेक्टर मुरली ताती की हत्या कर दी।
गंगालूर थाने से करीब छह सौ मीटर दूर सामुदयिक स्वास्थ्य केन्द्र के आगे पेदापारा में सुबह मुरली ताती का शव मिला। उसके पास नक्सलियों ने एक पर्चा भी छोड़ रखा था। उसमें नक्सलियों ने मुरली पर आरोप लगाए हैं।
भाकपा (माओवादी) की पश्चिम बस्तर डिविजनल कमेटी ने कहा है कि मुरली ताती सलवा जुड़म के समय से 2006 से 2021 तक डीआरजी में था। वह एड़समेटा, पालनार एवं मधुवेण्डी में हत्या, महिलाओं पर अत्याचार, छेड़छाड़, फर्जी मुठभेड़ों में पीएलजीए कार्यकर्ताओं की हत्या करना आदि में सक्रिय था। वह निर्दोष ग्रामीणों को झूठे मामलों में जेल भेजने, लूटपाट एवं गष्त के दौरान लोगों को परेषान करने में शामिल था। नक्सलियों ने डीआरजी जवानों से कहा है कि पुलिस की नौकरी छोड़ लोगों के साथ रहो।
बताया गया है कि मुरली गैस वाली गाड़ी में परपा से बैठकर बीजापुर आया था। इसके अगले दिन वह चेरपाल तक आया और फिर अपनी बहन के घर भोगामगुड़ा गया। वहां उसकी बहन नहीं थी तो वह एक दोस्त के साथ साइकिल से पालनार पहुंच गया। वहां बीजजात्रा चल रहा था। वहां पूजा पाठ के बाद भोज चल रहा था।
यहां पहले से ही नक्सली मौजूद थे। वहां नक्सलियों ने उसका अपहरण कर लिया। मुरली के चाचा और भाई उसकी तलाश में घूम रहे थे और नक्सलियों से उसे छोडऩे की गुजारिश कर रहे थे लेकिन वह नहीं मिला। पता चला कि अपहरण के बाद उसे आठ किमी दूर कोरचोली ले जाया गया। फिर अगले दिन उसे बैलाडीला की तराई में बसे गांव एड़समेटा ले जाया गया। फिर पेदापारा में उसका शव मिला।
नई पुलिस लाइन में श्रद्धांजलि
नई पुलिस लाइन में मुरली के पार्थिव शरीर को लाया गया। यहां बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक विक्रम शाह मण्डावी, आईजी पी. सुंदरराज, कलेक्टर रितेश अग्रवाल, एसपी कमलोचन कश्यप, डीएफओ अशोक पटेल एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे। यहां पत्रकारों से चर्चा में आईजी ने कहा कि हमने जवान को मुक्त कराने की कोशिश की थी। मुरली ताती का अंतिम संस्कार जेलबाड़ा में उनके घर के समीप किया गया। उनकी निधन से गांव गमगीन रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपट्टनम, 23 अप्रैल। महामारी कोरोना वायरस कोविड 19 के बढ़ते क्रम को देखते हुए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सभी अंतराज्यीय सीमाओं को पूरी तरह नाकाबंदी की है। इधर छत्तीसगढ़ सीमा के अंतिम छोर तारलागुड़ा में भी थाना परिसर के सामने पंडाल बनाकर स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस, राजस्व व पंचायत विभाग के कर्मचारी शासन के निर्देशों का पालन करते हुए अपनी सेवाएं दे रहे हैं। मीडिया के द्वारा जानकारी लेने पर बताया गया कि अभी तक किसी प्रकार के कोरोना पॉजेटिव केस नहीं आए हैं।
आज भोपालपटनम के एसडीएम डॉ हेमेंद्र भुआर्य, तहसीलदार शिवनाथ बघेल भी बॉडर का निरीक्षण करने गए थे। इस दौरान तारलागुड़ा के टीआई अग्रवाल, आयुर्वेदिक डॉ लक्ष्मीनारायन पटेल, ग्राम पंचायत के सचिव व पटवारी, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी मौजूद थे। आज स्वास्थ्य विभाग के द्वारा ग्राम देपला में कोरोना कोविड 19 का एंटीजन टेस्ट किया जा रहा था।
बीजापुर, 21 अप्रैल। एक आरक्षक ने अपनी पत्नी की चरित्र शंका के चलते गला घोंट कर हत्या कर दी। इस घटना का खुलासा मंगलवार को हुआ।
थाना प्रभारी शशिकांत भारद्वाज ने बताया कि घटना 18 अप्रैल की है। आरक्षक पल्लव बुधु (33) ने 2011 में मैनी पल्लव से शादी रचाई थी और इनके तीन बच्चे भी है। कुछ दिनों से पति और पत्नी के बीच काफी विवाद चल रहा था।
थाने से मिली जानकारी के अनुसार आरक्षक हमेशा अपनी पत्नी पर चरित्र शंका का आरोप लगाता था और अपनी पत्नी से मारपीट करता था। गत 18 अप्रैल को आरक्षक अपनी पत्नी को सुबह 10.30 बजे जंगल लकड़ी काटने के बहाने से ले गया और सूनसान जगह देखकर कपड़े से पत्नी का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और सुनसान जंगल में शव को फेंक दिया। फिर बड़े ही शातिर तरीके से शांति नगर में अपने घर पर आकर आरक्षक पड़ोसियों से ही पूछने लगा कि मेरी पत्नी को आप लोगों ने देखा क्या वो सुबह से घर नहीं आयी है। फिर पड़ोसियों को शक हुआ कि आरक्षक ने ही अपनी पत्नी को कुछ कर दिया है और अब मासूम बन रहा है और शांतिनगर के निवासियों ने इस घटना की जानकारी पार्षद पुरषोत्तम सल्लुर को दी।
पार्षद सल्लुर ने घटना की जानकारी बीजापुर कोतवाली को दी और पुलिस ने तत्काल इस घटना पर कार्रवाई करते हुए आरक्षक को अपने कब्जे में ले लिया और पुलिस की कड़ी पूछताछ के बाद आरोपी ने अपनी पत्नी की कत्ल की बात कबूली। पूछताछ के बाद आरोपी पुलिस को घटना स्थल पर ले गया और सारी बात कबूली। पुलिस ने यह भी बताया कि आरक्षक ने तीन महीने पहले एक दूसरी महिला से शादी रचाई है। इधर आरोपी को हिरासत में भेज दिए गया है और महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
नपा ने लोगों को प्रोत्साहित करने निकाला तरीका
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 20 अपै्रल। यहां नगर पालिका ने कोरोना वैक्सिनेशन को गति देने व लोगों को प्रोत्साहित करने एक अनूठी पहल शुरू की हैं। यहां पालिका क्षेत्र में कोरोना टीकाकरण कराने वाले लोगों को दो किलो मुफ्त में टमाटर दिया जा रहा है। इसका असर ये हो रहा है कि टीकाकरण केंद्रों में लोग पहुंचकर टीकाकरण करवाया रहे हैं।
टीकाकरण की सुस्त गति से नाखुश पालिका अधिकारियों को एक सब्जी व्यापारी की 70 कैर्रेट यानी करीब 1400 किलोग्राम टमाटर दान करने से संजीवनी मिल गई है। नगरपालिक के 15 वार्डो में अब टीकाकरण के लिए शारीरिक दूरी और मास्क के साथ टीकाकरण में बढ़ोत्तरी हो रही है। पालिका क्षेत्र में अब तक 1200 से ज्यादा लोगों को कोरोना का टीका ( कोविशील्ड) लगाया जा चुका है।
बीजापुर नगरपालिका की यह अनूठी पहल दरअसल कोई सरकारी योजना नही है। बल्कि एक व्यापारी के टमाटर दान से संभव हुआ है। अशोक जसवाल नाम के व्यापारी ने 70 कैर्रेट यानी 1400 किलो टमाटर नगरपालिका को दान किया है। टीकाकरण के बदले टमाटर देने की पहल के बाद बीते 2 दिनों में टीकाकरण में वृद्धि देखने को मिल रही है। खबर लिखे जाने तक 1209 लोगों को टीकाकरण किया गया है। अब टीकाकरण में तेजी देखी जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 अपै्रल। बीते शुक्रवार को गौ तस्करी का मामला प्रकाश में आया था गौ तस्कर बीजापुर के रास्ते तेलंगाना राज्य ले जा रहे थे। जिसे ग्रामीणों की सजगता के चलते महाराष्ट्र पुलिस ने पकड़ा था। इस पर अब भाजपा जिला अध्यक्ष ने सरकार और प्रशासन की मिलीभगत का आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को एक ट्रक से गौ तस्करी होने की सूचना भोपालपट्टनम ग्रामीणों को लगी थी और जब वाहन को रोकने का प्रयास किया गया था तब चेक पोस्ट नाका को तोडक़र बीजापुर सीमा पार निकल गए थे, जिसकी सूचना ग्रामीणों ने महाराष्ट्र पुलिस को दी थी। उसके बाद गाड़ी रोककर अपने कब्जे में कर लिया था। तस्कर भाग निकलने में कामयाब हो गए थे। वाहन से 13 मृत गायें पाए गए थे अन्य 39 जीवित गायों को पेटिपाका ग्राम के कांजीहाउस में रखा गया है। आगे की कार्यवाही महाराष्ट्र पुलिस कर रही है, इस पर अब भाजपा ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से आरोप लगाया है।
जारी वक्तव्य में भाजपा जिला अध्यक्ष श्रीनिवासन मुदलियार ने कहा है कि इन दिनों कोविड के चलते जगह-जगह पुलिस बल तैनात है और रायपुर राजधानी से लेकर प्रदेश के अंतिम छोर तिमेड भोपालपट्टनम तक चेक पोस्ट लगा हुआ है। इसके बावजूद भी कहीं चेकिंग न होना यह संदेह पैदा करता है कि जब कोई वाहन चार सौ किलोमीटर से अधिक का सफर करके तस्कर राज्य से बाहर चला जाता है और प्रशासन को इसकी भनक तक नही लगती है आखिर यह कैसे संभव हो सकता है।
जारी विज्ञप्ति में श्री मुदलियार ने आगे कहा कि चेक पोस्ट होने बावजूद भी वाहन का चेकिंग न करना यह स्पष्ट होता है कि इस कृत्य में शासन-प्रशासन की मिलीभगत है। इनके शह के बगैर इस प्रकार का कार्य बेधडक़ कोई नहीं कर सकता। जबकि शासन प्रशासन को मालूम है कि गौ तस्करी प्रतिबंध है। बावजूद नाक के नीचे से तस्करी हो रही है।
सरकार ऐसे मामलों को गंभीरता से ले और कार्यवाही के लिए प्रशासन को निर्देश दे, ताकि भविष्य में इस प्रकार की तस्करी न हो सके, यह पुलिस विभाग, वन विभाग की निंद्रा को भी दर्शाता है। चूंकि जगह-जगह इन विभाग के चेक पोस्ट होने बावजूद भी कोई चेकिंग न होना महज समझ से परे है,ऐसे मामलों में गंभीरता बरतें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 18 अपै्रल। भोपालपटनम तहसील में लॉकडाउन का कड़ाई से पालन किया जा रहा है, जिसके तहत भोपालपटनम सीमा से लगे तिमेड नाका में स्वास्थ्य कर्मी एवं पुलिसकर्मी पूर्ण जिम्मेदारी के साथ अपनी सेवाएं दे रहे हैं। तिमेड के हल्का के पटवारी भी शामिल है। इधर तरला गुड़ा चौक में पुलिस कर्मियों का निगरानी है। भोपालपटनम के गांधी चौक में भोपालपटनम थाना प्रभारी विनोद एक्का अपने स्टाफ के साथ एवं नगर पंचायत के कर्मचारियों के साथ लोगों को लॉकडाउन के कड़ाई से पालन करने का आह्वान कर रहे।
सुबह-शाम को नगर पंचायत के द्वारा लॉकडाउन के संबंध में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य केंद्र जाकर कोरोना का टीका लगाने हेतु प्रचार प्रसार किया जा रहा है और लोगों को अति आवश्यक कार्य पर बाहर निकले नहीं तो घर पर सुरक्षित रहने की अपील की जा रही है। पुलिसकर्मी के द्वारा चौक-चौराहों पर निगरानी रखी जा रही है।
ग्रामीणों ने गौ तस्करी करते पकड़ा वाहन, पहले भी हुए है खुलासे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 18 अपै्रल। देश भर में गौ तस्करी पर प्रतिबंध लगा हुआ है। बावजूद तमाम कोशिशों के बाद भी देश में गौ-तस्करी बदस्तूर जारी है। बीते दिनों गौ तस्करी का एक बड़ा खुलासा महाराष्ट्र के ग्रामीणों ने किया हैं। रायपुर से महाराष्ट्र के रास्ते तेलंगाना के बूचडख़ाने ले जाये जा रहे मवेशियों से भरी एक ट्रक को ग्रामीणों ने पकड़ा है।
शुक्रवार की सुबह ग्रामीणों को खबर मिली थी कि सीमावर्ती राज्य छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय राजमार्ग 63 के तिमेड़ पुल से एक ट्रक में दर्जनों मवेशियों को अवैध तरीके से कत्लगाहों में ले जाया जा रहा हैं। जिस ट्रक में मवेशी ले जाये जा रहे थे, वह ट्रक तिमेड़ चेक पोस्ट पर फारेस्ट नाका को तोडक़र चालक ट्रक को महाराष्ट्र की ओर लेकर भागा। तिमेड़ के ग्रामीणों ने इसकी खबर महाराष्ट्र पुलिस व स्थानीय ग्रामीणों को दी। महाराष्ट्र के अंकीसा गांव के ग्रामीणों ने मवेशियों से भरी ट्रक को रोकने का प्रयास किया, लेकिन चालक ने वाहन को न रोककर तेजगति से वाहन को तुमनुर गांव की ले गया।
अंकीसा के ग्रामीणों ने तुमनुर के ग्रामीणों को इसकी खबर दी। इसके बाद गांव के युवा सामाजिक कार्यकर्ता किरण वेमुला ने तस्करी की जा रही वाहन को रोकने के उद्देश्य से सडक़ पर ट्रेक्टर के पहिये डालकर मार्ग को जाम कर दिया। लेकिन वाहन चालक ने उसपर से भी वाहन निकालकर आगे बढऩे का प्रयास करने लगा। लेकिन उसका यह प्रयास सफल नहीं हो सका और तकनीकी खराबी के चलते ट्रक अनियंत्रित होकर सडक़ किनारे जा रुकी, और वाहन में सवार तस्कर मौके से फरार होने में कामयाब हो गए। इसके बाद वाहन की तलाशी ली गई। जिसमें 52 मवेशियों को भरा गया था। इनमें से 13 मवेशियों की मौत हो चुकी थी। अन्य 39 मवेशियों को पेंटिपाका गांव के कांजीहाउस में रखा गया हैं। इधर खबर लिखे जाने सिरोंचा पुलिस ने मामला पंजीबद्ध कर तस्करी में शामिल फरार आरोपियों की पतासाजी कर रही हैं।
उल्लखनीय है कि फरवरी माह में भी रायपुर से महाराष्ट्र के रास्ते तेलंगाना के बूचडख़ानों में ले जाये रहे मवेशियों से भरे एक ट्रक को महाराष्ट्र में पकड़ा गया था। पकड़े गए ट्रक में 42 मवेशियों थे। जिसमें 14 मृत व 28 जीवित पाए गए थे। लगातार गौ तस्करी के मामले सामने आने के बाद इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि रायपुर के तार तेलंगाना के बूचडख़ानों से जुड़े हो?
52 में से 13 मवेशी मृत मिले
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 18 अपै्रल। कल सुबह रायपुर से कंटेनर में 52 मवेशियों को तेलंगाना ले जाते ग्रामीणों की मदद से पकड़ा गया। ड्राइवर फरार है। वहीं कंटेनर में ठूंस-ठूंसकर भरे 52 मवेशियों में से 13 मवेशी मर चुके थे।
रायपुर के आसपास से एक कंटेनर गाड़ी में 52 मवेशियों को भरकर सीमा पार कर मवेशियों को तस्कर तेलंगाना राज्य ले जाया जा रहा था। तब सीमा पर लगी नाका पर कल सुबह लगभग 6 बजे नाका पर चौकीदार चिलम राममूर्ति का पुत्र चिलम अजीत के साथ कुछ और तिमेड़ के ग्रामीण उस कंटेनर को नाका के पास रोकना चाहा तो ड्राइवर नाका को तोड़ते हुए महाराष्ट्र सीमा में प्रवेश किया।
उक्त ग्रामीणों ने असर अली फोन कर जानकारी दी वहां भी ग्रामीणों द्वारा रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन ड्राइवर साइड से कट करते हुए स्पीड से गाड़ी आगे बढ़ाने में कामयाब हो गया।
सिरोचा तहसील के पेटीपाका के ग्रामीणों द्वारा हाईवे पर ट्रैक्टर का केज बिल डालकर रोकना चाहा तो नहीं रोका केज बिल कंटेनर की नीचे फंस कर कुछ दूर रोड पर रगड़ कर जाने से गाड़ी का एक्सेल राड टूट कर कंटेनर रोड के एक और उतर गई, जिससे आनन-फानन में ग्रामीण कंटेनर तक पहुंचते तक ड्राइवर उतर कर भाग गया। ग्रामीणों द्वारा कंटेनर में देखा गया तो 52 मवेशियों थे जिसमें 13 मवेशी या मर चुके थे।
बाकी जिंदा थे यह गाड़ी क्रमांक सीजी 04 जेबी 01 26 हरि ओम रोड लाइंस की गाड़ी थी। जिसकी शिकायत सिरोंचा थाना में दी गई है। पुलिस जांच कर रही है।
सात पीढ़ी बीत गई लेकिन सडक़ मयस्सर नहीं हो पाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 11 अप्रैल। नक्सलियों के चंगुल से अपहृत जवान को छुड़ाने वाले मध्यस्थों में शामिल तेलम बोरैया आज किसी पहचान के मोहताज नहीं रहे। आगामी दिनों में उन्हें और अन्य मध्यस्थों को मुख्यमंत्री सम्मानित भी करेंगे। लेकिन बात उनके घर तक पहुंचने की करें तो वहां तक पहुंचने के लिए पगडंडी भी नहीं हैं। सात पीढ़ी हो गई, लेकिन सडक़ तो दूर पगडंडी भी मय्यसर नहीं हुई।
बीजापुर के वरिष्ठ पत्रकार पवन दुर्गम ने कोबरा बटालियन के जवान को नक्सलियों के कब्जे से छुड़ाकर लाने वाले समाजसेवी और गोंडवाना समन्वय समिति के अध्यक्ष तेलम बोरैया से उनके कमरगुड़ा स्थित घर पहुंचकर उनसे खास बातचीत की। पत्रकार पवन दुर्गम के बोरैया से बातचीत का वीडियो वायरल हो रहा है।
पत्रकार पवन बताते हैं कि तेलम बोरैया आज किसी पहचान के मोहताज नहीं रहे। वे जवान को नक्सलियों के चुंगल से लाकर मिसाल बने हैं। आज पूरा देश उन्हें सलाम कर रहा है। लेकिन तेलम बोरैया जिस कमरगुड़ा गांव में सात पीढिय़ों से रह रहे हैं। वहां आज भी एक सडक़ मय्यसर नहीं है। वे नेताओं और अफसरों से मिन्नतें कर थक गए। लेकिन उनके घर तक पहुंचने एक सडक़ तक नहीं बन सकी।
पत्रकार पवन का कहना है कि देश के गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिस मध्यस्थ टीम के बदौलत छूटकर आने वाले जवान को बधाइयां दे रहे हैं। उसी टीम के वरिष्ठ सदस्य के घर तक पहुंचने के लिए पगडंडी भी नहीं है। उन्होंने जोर दिया कि उनकी क्या मांग है, ये भी सुनना चाहिए। पत्रकार ने ोउम्मीद जाहिर की है कि देश के जवान को सकुशल वापिस लाने वाले रिटायर्ड शिक्षक और समाजसेवी तेलम बोरैया के घर तक सडक़ बनाने की सरकार सोचेंगे।
पत्रकार पवन दुर्गम ने ‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता को बताया कि तेलम बोरैया से बातचीत का वीडियो वायरल होने के बाद कलेक्टर रितेश अग्रवाल ने उन्हें फोन कर जानकारी ली और उन्होंने इस सडक़ के लिए संबंधित अफसरों को स्टीमेट बनाने के निर्देश दिए हैं।
सात पीढ़ी बीत गई लेकिन सडक़ मयस्सर नहीं हो पाई
बीजापुर, 10 अप्रैल। नक्सलियों के चंगुल से अपहृत जवान को छुड़ाने वाले मध्यस्थों में शामिल तेलम बोरैया आज किसी पहचान के मोहताज नहीं रहे। आगामी दिनों में उन्हें और अन्य मध्यस्थों को मुख्यमंत्री सम्मानित भी करेंगे। लेकिन बात उनके घर तक पहुंचने की करें तो वहां तक पहुंचने के लिए पगडंडी भी नहीं हैं। सात पीढ़ी हो गई, लेकिन सडक़ तो दूर पगडंडी भी मय्यसर नहीं हुई।
बीजापुर के वरिष्ठ पत्रकार पवन दुर्गम ने कोबरा बटालियन के जवान को नक्सलियों के कब्जे से छुड़ाकर लाने वाले समाजसेवी और गोंडवाना समन्वय समिति के अध्यक्ष तेलम बोरैया से उनके कमरगुड़ा स्थित घर पहुंचकर उनसे खास बातचीत की। पत्रकार पवन दुर्गम के बोरैया से बातचीत का वीडियो वायरल हो रहा है।
पत्रकार पवन बताते हैं कि तेलम बोरैया आज किसी पहचान के मोहताज नहीं रहे। वे जवान को नक्सलियों के चुंगल से लाकर मिसाल बने हैं। आज पूरा देश उन्हें सलाम कर रहा है। लेकिन तेलम बोरैया जिस कमरगुड़ा गांव में सात पीढिय़ों से रह रहे हैं। वहां आज भी एक सडक़ मय्यसर नहीं है। वे नेताओं और अफसरों से मिन्नतें कर थक गए। लेकिन उनके घर तक पहुंचने एक सडक़ तक नहीं बन सकी।
पत्रकार पवन का कहना है कि देश के गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिस मध्यस्थ टीम के बदौलत छूटकर आने वाले जवान को बधाइयां दे रहे हैं। उसी टीम के वरिष्ठ सदस्य के घर तक पहुंचने के लिए पगडंडी भी नहीं है। उन्होंने जोर दिया कि उनकी क्या मांग है ये भी सुनना चाहिए। पत्रकार ने उम्मीद जाहिर की है कि देश के जवान को सकुशल वापिस लाने वाले रिटायर्ड शिक्षक और समाजसेवी तेलम बोरैया के घर तक सडक़ बनाने की सरकार सोचेंगे।
पत्रकार पवन दुर्गम ने ‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता को बताया कि तेलम बोरैया से बातचीत का वीडियो वायरल होने के बाद कलेक्टर रितेश अग्रवाल ने उन्हें फोन कर जानकारी ली और उन्होंने इस सडक़ के लिए संबंधित अफसरों को स्टीमेट बनाने के निर्देश दिए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 9 अप्रैल। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने शुक्रवार को कांग्रेस भवन में संगठन का स्थापना दिवस मनाया और छात्र हित में संघर्ष करने की शपथ ली।
इस मौके पर कांग्रेस भवन के सामने ध्वजारोहण किया गया। कोविड 19 को ध्यान में रखते मास्क का इस्तेमाल किया गया और सोशल डिस्टेसिंग भी रखी गई। यहां एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव लक्ष्मण कड़ती, यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष एजाज सिद्धिकी, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष जगदेव यादव के अलावा अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद थे। देश में संवैधानिक लोकतांत्रिक मूल्यों को मानते छात्रहित की रक्षा की शपथ ली गई। ज्ञात हो कि एनएसयूआई की स्थापना 9 अपै्रल 1971 को हुई थी।
बोले किस-किस से बदला लेंगे गृहमंत्री
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 5 अप्रैल। तर्रेम थाना क्षेत्र में बीते शनिवार को नक्सल मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने व जवानों से मिलने बस्तर पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह व सीएम भूपेश बघेल के वापस लौटते ही नक्सलियों ने अपना बयान जारी किया है।
नक्सली नेता अभय ने प्रेसनोट जारी कर गृहमंत्री अमित शाह के बदला लेने वाले बयान पर पलटवार किया है। नक्सली नेता अभय ने कहा कि तर्रेम हमला को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का बदला लेने वाला बयान असंवैधानिक है। बयान पर नक्सल नेता ने कहा कि किस-किस से बदला लेंगे।
नक्सली नेता अभय ने कहा कि जवानों की मौत के लिए केंद्र, राज्य व नार्थ ब्लाक जिम्मेदार हैं। उसने मुठभेड़ों में शहीद जवानों के परिजनों के प्रति संवेदना जताते हुए कहा कि संगठन की लड़ाई जवानों से नहीं हैं।
नक्सली नेता ने कहा कि सरकार की तरफ हथियार उठाने की वजह से संगठन को उनसे लडऩा पड़ता हैं। वहीं नक्सली नेता अभय ने कहा कि पिछले चार माह में देश के अलग-अलग हिस्सों में 28 नक्सली मारे गए हैं।
बीजापुर, 5 अप्रैल। शनिवार को तर्रेम में हुई नक्सली वारदात के बाद देश के गृह मंत्री अमित शाह व प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बासागुड़ा पहुंचकर जवानों से मिलकर चर्चा की।
सोमवार की दोपहर करीब ढाई बजे सेना के हेलीकॉप्टर से बीजापुर के बासागुड़ा स्थित सीआरपीएफ 168 बटालियन के कैम्प पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह यहां जवानों से मुलाकात कर उनका हाल जाना। उनके साथ सीएम भूपेश बघेल भी मौजूद है। गृहमंत्री शाह व सीएम बघेल यहां करीब एक घण्टे रहे। उन्होंने जवानों से मिलकर उनकी हौसला अफजाई की, साथ अफसरों के साथ बैठकर नक्सली समस्या पर विस्तार से चर्चा की।
ज्ञात हो कि इससे पूर्व गृह मंत्री और सीएम भूपेश बघेल ने जगदलपुर में शहीद जवानों को अंतिम सलामी देने के बाद पुलिस के आला अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर आगे की रणनीति पर चर्चा की। इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह ने पत्रकारो से चर्चा करते हुए कहा कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम कर रहे हैं। इस दौरान डीजीपी डीएम अवस्थी, आईजी सुंदरराज पी, कलेक्टर रितेश अग्रवाल, एसपी कमलोचन कश्यप सहित पुलिस व सीआरपीएफ के आला अधिकारी मौजूद रहे।