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जगह-जगह पर मटका फोड़ व भंडारा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 30 अगस्त। सोमवार को जिले भर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। घर-घर में कृष्ण जन्माष्टमी की तैयारियां चलती रही। झांकियों के साथ मंदिर भी कृष्णलला के आगमन को लेकर सजाए गए थे।
मंदिरों को रंग-बिरंगे झालरों से सजाया गया था। छोटे-छोटे बच्चे - बच्चियों को राधा-कृष्ण की वेशभूषा से सजाया गया था। वहीं भैरमगढ़ तहसील के गौराबेड़ा गांव में यादव समाज के द्वारा राधा-कृष्ण मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई, वहीं दोपहर को कुंडीय महायज्ञ कार्यक्रम व भोजन व प्रसाद का वितरण किया गया। जगह-जगह पर मटका फोड़ व भंडारा एवं प्रसाद का वितरण किया गया।
यादव समाज द्वारा कलश यात्रा भी निकाली गई, जिसमें सैकड़ों की संख्या में कृष्ण भक्त शामिल हुए। इधर बीजापुर में भी जन्माष्टमी के मौके पर शिव मंदिर में सामने मटका फोड़ का आयोजन किया, जिसमें युवाओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
भैरमगढ़ के कार्यक्रम के दौरान मुख्य रूप से जिला अध्यक्ष दयालुराम यादव, सुरेश यादव(संभागीय सचिव) युवा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष जगदेव यादव, युवा प्रकोष्ठ जिला उपाध्यक्ष बृजलाल यादव, रतिराम यादव, संन्तुराम, लक्की , धनर्यज कंवलसिह, लम्बोदर, सुरज कुमार, सदाराम, रामनाथ, पंडरु, सतो बाई, सुखमती आदि उपस्थित रहे।
भारी बारिश और पुलिस समझाइस के बाद छोड़ी जिद, साढ़े तीन घंटे नाकेबंदी के बाद ज्ञापन सौंपा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 30 अगस्त। अपने संवैधानिक हक को लेकर सोमवार को जिला मुख्यालय सहित सभी ब्लाक मुख्यालयों के मार्गो में सर्व आदिवासी समाज के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में आदिवासी एक जुट होकर सुबह साढ़े आठ बजे से भारी वाहनों को नगर प्रवेश से रोकने लगे थे।
बीजापुर स्थित तुरनार चौक में लंबी लगी मालवाहकों की कतारों के बीच एसडीओपी कुंजाम ने आदिवासी समाज से नाकेबंदी खत्म करने की अपील के बाद विभिन्न मुद्दों पर बहस होने लगी। अंतत: आदिवासी समाज के लोगों ने सहमति जाहिर कर एसडीएम देवेश ध्रुव को ज्ञापन सौंप कर समापन किया।
सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष अशोक तलान्डी ने बताया कि बीजापुर के तुरनार चौक, भोपालपटनम के फारेस्ट नाका, आवापल्ली के इलमिडी चौक व भैरमगढ़ के पुसनार में गुज्जा राम पवार, अल्वा मदनैया, नरेंद्र बुरका व आयतू राम तेलामी के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के समाज प्रमुखों, युवाओं द्वारा आर्थिक नाके बंदी के लिए भारी वाहनों, मालवाहक वाहनों को आगे बढऩे से रोक दिया। साढ़े 11 बजे बारिश के कारण बीजापुर में एसडीएम देवेश ध्रुव को ज्ञापन सौंपा गया और समापन किया गया। इसी तरह भोपालपटनम, उसूर व भैरमगढ़ में तहसीलदार को राष्ट्रपति, राज्यपाल के नाम से कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौपा गया।
अशोक तलान्डी ने बताया कि छग सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश इकाई के आव्हान पर पूरे प्रदेश में अपने संवैधानिक हक के लिए समाज ने आज आर्थिक नाके बंदी का कार्यक्रम किया था। लगातार समाज द्वारा प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को ज्ञापन सौंपा गया पर आदिवासियों की मांगों पर भूपेश बघेल सरकार द्वारा कोई पहल न किये जाने से यह कदम उठाने के लिए बाध्य होना पड़ा।
क्या है मांगें
सिलगेर घटना में मारे गए आदिवासियों के परिजनों को 50-50 लाख का मुआवजा और परिजनों को योग्यतानुसार शासकी नॉकरी व घायलों को 5 लाख का मुआवजा, नक्सल समस्या के स्थायी समाधान के लिए पहल, पदोन्नति में आरक्षण, बैक लॉग भर्ती किये जाने, आदिवासियों का उत्पीडऩ रोकने, वन अधिकार कानून 2006 व पेसा कानून के क्रियान्वयन नियम तत्काल लागू करने जैसे 20 सुत्रीय मांगे रही।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 29 अगस्त। अखिल विश्व गायत्री परिवार शान्ति कुन्ज हरिद्वार उत्तराखण्ड के तत्वावधान में गायत्री परिवार सदैव ही जन कल्याणकारी कार्य को आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से तालमेल कर परम पूज्य गुरुदेव पंडित श्री राम शर्मा आचार्य एवं वन्दनीय माता भगवती देवी शर्मा के सूक्ष्म संरक्षण में करता रहा है।
इसी क्रम में शान्तिकुंज के वरिष्ठ परिजन अमर लाल नाग और मोहित कुमार की टोली बस्तर सम्भाग में शान्तिकुंज की स्वर्ण जयंती के अवसर पर जनसंपर्क अभियान पर शाखाओं में पहुंच रही हैं। जनसंपर्क अभियान की कड़ी में छत्तीसगढ़ के अन्तिम छोर भोपालपटनम में टोली द्वारा नगर के हृदय स्थल में विराजित शिव मंदिर में 1 कुंडीय गायत्री महायज्ञ संपन्न कराया गया, जिसमें नगर के महिलाओं और प्रबुद्धजनों ने अपनी भागीदारी देकर कार्यक्रम को चिरस्मरणीय बना दिया।
इस कार्यक्रम में 4 पुंसवन संस्कार जो माताओं के गर्भधारण के 3 से 7 माह के भीतर सनातन संस्कृति से वैदिक मन्त्रोचार से किया जाता है वह संपन्न हुआ। इस संस्कार का मूल उद्देश्य यह है की बच्चे को गर्भ में ही दैवीय संस्कार जागृत हो सके और संसार में आकर जन कल्याणकारी कार्य कर महान व्यक्तित्व बन सके। कार्यक्रम पश्चात भोपालपटनम के परिजनों की गोष्ठी संपन्न हुई जिसमें आगामी कार्यक्रमों और गायत्री परिवार प्रमुख व देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.प्रणव पण्ड्या एवं आ.शैल जीजी का संदेश सुनाया गया।
कार्यक्रम में बीजापुर गायत्री शक्तिपीठ के ट्रस्टी एवं व्यवस्थापक जयपालसिंह राजपूत तथा परिव्राजक श्याम जी शाह के साथ शाखा के वरिष्ठ परिजन संतोष कुमार अग्गीवार,खेमिन साहू,के.जी.भूमेश्वर, के.जी.सावित्री,राधा यालम के साथ बहुत से समर्पित परिजन उपस्थित थे। भोपालपटनम कार्यक्रम के बाद मद्देड़ के वरिष्ठ गायत्री साधक सुशीला देवी सोनी के घर पर श्रद्धालुओं को एकत्रित कर दीपयज्ञ कराया गया। मद्देड़ के कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया और गुरुदेव का संदेश प्राप्त किया।
भोपालपटनम, 27 अगस्त। ग्राम पंचायत वाड़ला में सचिव के द्वारा 14वें वित्त आयोग की राशि को ग़बन करने के मामले में कल सीपीआई ने स्थानीय विधायक, कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ से मुलाकात कर वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए जांच रिपोर्ट सौंपा और तत्काल कार्रवाई की माँग की, जिसमें प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए सचिव को तत्काल निलंबित कर दिया है।
सीपीआई बीजापुर जिला सचिव कमलेश झाड़ी ने इसी मामले में प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि सिफऱ् निलंबित कर जाँच की खानापूर्ति न करें, बल्कि ग्रामीणों के माँग के अनुरूप पंचायत खाते के14वें वित्त आयोग की राशि का एक-एक रुपये का वसूली होनी चाहिए। सचिव के कथन अनुसार इस भ्रष्टाचार में संलिप्त सभी बड़े जिम्मेदार अफसरों पर भी कार्रवाई हो और इस मामले में एफआईआर भी हो। अन्यता सीपीआई आनेवाले दिनों में आंदोलन के लिए बाध्य होगी जिसकी संपूर्ण जवाबदेही शासन प्रशासन की होगी।।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 26 अगस्त। भोपालपटनम जनपद पंचायत के वाडला ग्रामपंचायत में 14वें वित्त आयोग की 21 लाख रूपये की गबन की मामला सामने आने के 15 दिन बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होने से ग्रामीणों में नाराजगी है। उन्होंने आंदोलन की बात कही है।
बीजापुर जिले के सी पी आई के जिला सचिव कमलेश झाड़ी के नेतृत्व में एक जांच दल बनाकर ग्राम पंचायत वाडला पहुँचे और पंचायत के सरपंच चेन्द्रा कुडेम वार्ड पंच सम्मक्का भगत एवं शोभा कोरम ग्राम के पटेल कोरम शिवराम ग्रामीण मलैया भगत लक्मन तालण्डी राकेश कोरम व अन्य ग्रामीणों से मुलाकात कर जानकारी ली तो इन्होंने सी पी आई नेता को बताया कि पेंदम हरिगोपाल सचिव जब से इस पंचायत में आया है सरपंच के साथ तालमेल नहीं बनाता है और बिना ग्राम सभा बिना पंचायत प्रस्ताव बनाए अपने मनमाने ढंग से काम करता है। अभी तक जो भी निर्माण कार्य हुए है जिसमें मजदूरों को भी बाहर से ले आकर कार्य कराते है। सरपंच ने बताया कि 24 अगस्त को जिला से एक जाँच दल आया। मौके पर पहुँच कर वस्तुस्थिति का पता लगाया तो निर्माण कार्य के बिना ही उक्त राशि सरकारी खजाने से खाली हो गया है। ग्रामपंचयत का जो 21 लाख रूपये गबन किये हंै, वे पूरे फर्जी बिल लगाकर मेरे डी एस सी का गलत तरीखे से उपयोग कर अपने बेटे के खाते में हस्तन्तरित करा लिया है जो बाद में बैंक के स्टेटमेंट से मुझे पता चला है। सरपंच का कहना है कि 14वें वित्त आयोग की इस राशि से आश्रित ग्राम गोखूर में ढाई-ढाई सौ मीटर का 2 सी सी सडक़ निर्माण व मट्टीमरका में 2 पुलिया निर्माण व शौचालयों का निर्माण करना था । सरपंच एंव वार्ड पंचों व ग्रामीणों का सी पी आई नेता के सामने यह कथन था कि ऐसे भ्रष्टाचार में लिप्त सचिव पर उचित कार्यवाही कर तत्काल इस पंचायत से हटाना चाहिए।
पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर सीपीआई नेता कमलेश ने कहा कि हमारी जाँच दल जिला कलेक्टर एंव जिला पंचायत सीईओ व स्थानीय विधायक से मुलाकात कर सचिव के द्वारा किये गए गबन की जानकारी प्रस्तुत करेंगे। अगर उचित कार्रवाई नहीं करने पर ग्रामीणों के साथ सडक़ की लड़ाई लडऩे को तैयार है।
जनपद पंचायत सीईओ ओंकार सिंह का कहना है कि जिलापंचायत से जांच टीम का गठन किया गया है, जांच जारी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 25 अगस्त। भोपालपटनम छात्र संघ की पूर्व अध्यक्ष रही नेहा परस्ते ने बुधवार को विधिवत रूप से भाजपा प्रवेश कर लिया। उनके भाजपा प्रवेश पर पूर्व मंत्री महेश गागड़ा व महिला मौर्चा की बीजापुर प्रभारी दीप्ति पांडेय उन्हें बधाई दी है।
यहां अटल सदन भाजपा कार्यालय में आयोजित भाजपा महिला मौर्चा की जिला कार्यकारिणी की बैठक में इंद्रावती महाविद्यालय भोपालपटनम की छात्र संघ की अध्यक्ष रहे चुकी नेहा परस्ते ने बीजापुर की प्रभारी दीप्ति पांडेय की मौजूदगी में उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा प्रवेश करने के बाद नेहा परस्ते ने बताया कि उनकी एमएससी की पढ़ाई पूरी हो गई है, और अब वे समाज के बीच काम करने के उद्देश्य से उन्होंने भाजपा प्रवेश किया हैं। वर्ष 2016 में कॉलेज छात्र संघ चुनाव में इंद्रावती महाविद्यालय से एबीवीपी पैनल ने जीत हासिल की थी। जिसमें नेहा को अध्यक्ष चुना गया था।
अध्यक्ष नेहा के नेतृत्व में महाविद्यालय में प्रयोगशाला पुस्तकालय व बैठक व्यवस्था सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं पर काम किया था। इस अवसर पर पूर्व वनमंत्री महेश गागड़ा, भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार, महिला मौर्चा जिलाध्यक्ष जया देवी चिडेम, महामंत्री माया झाड़ी, जिला उपाध्यक्ष उर्मिला तोकल, रिंकी परस्ते सहित महिला मौर्चा की मंडल अध्यक्ष रितु मडे मौजूद रही।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 17 अगस्त। जिले के गंगालूर के आश्रित गांव पुसनार में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर मरीजों का उपचार किया तथा उन्हें दवाइयों का वितरण किया।
कलेक्टर के निर्देश पर सीएमएचओ डॉ. आरके सिंह के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मंगलवार को जिले के गंगालूर के आश्रित गांव पुसनार में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया । यहां स्वास्थ्य अमला ने 88 मरीजों का पहले जांच किया । इसके बाद उपचार कर दवाईयां बांटी।
स्वास्थ्य विभाग के टीम में जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. संतोष, विकासखंड कार्यक्रम अधिकारी डॉ. चेलापति राव, सेक्टर सुपरवाईजर, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, वार्ड बॉय एवं मितानिन शामिल थे। इस शिविर में कुल 88 मरीजों का उपचार किया गया जिसमें मलेरिया के 8 मरीज, गर्भवती 02 महिलाएं, सर्दी-खांसी के 16 मरीज, मोतियाबिंद जांच 6 मरीजों का किया गया। वहीं उच्च रक्त चाप एवं मधुमेह जांच 6-6 मरीजों का किया गया एवं 27 मरीजों का हीमोग्लोबिन जांच किया गया। इसके अतिरिक्त अन्य सामान्य कमजोरी के मरीजों का उपचार कर दवाईया वितरण किया गया।
स्वास्थ्य जांच शिविर में ग्राम प्रमुख एवं ग्रामीणों के बीच विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। जिसके अंतर्गत पुसनार के बड्डेपारा में हास्पिटल निर्माण के लिए स्थान चिन्हित किया गया। सभी गर्भवती माताओं को संस्थागत प्रसव कराने के लिये प्रेरित किया एवं घर प्रसव में होने वाली जटिलता और खतरों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। शिशुओं के टीकाकरण के महत्व को बतलाते हुए कोई भी टीका न छुटे, इसके लिये प्रेरित किया। बढ़ती उम्र के साथ होने वाले स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के विषय में महिला एवं पुरुषों से अलग-अलग चर्चा की गयी। किशोरी बालिकाओं के साथ निजी संक्रमण के विषय पर चर्चा की गयी। सामान्य दाग, खुजली भी कुष्ट रोग हो सकता है जिसके लिये जांच एवं उपचार की सरलता के विषय में चर्चा हुआ।
कोविड संक्रमण की रोकथाम, कोविड अनुरुप व्यवहार करने, व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ-साथ अपने परिसर को साफ सुथरा रखने, कोविड टीकाकरण लगवाने इत्यादि के लिए प्रेरित किया गया।
15 अगस्त को बीजापुर बनेगा रेस का गवाह
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 13 अगस्त। जिला मुख्यालय बीजापुर स्वतंत्रता दिवस पर एक इतिहास रचने जा रहा है। यहां पहली बार नेशनल लेवल की ओपन साइकिल रेस का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें देश भर के एक हजार से भी ज्यादा प्रतिभागी भाग लेंगे।
ज्ञात हो कि इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर जिला मुख्यालय में ओपन सायकल रेस का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सभी आयु वर्ग के खिलाड़ी भाग ले सकते हंै।
इस साइकिल रेस के लिए प्रतिभागी स्वयं का साइकिल लेकर स्पर्धा में शामिल हो सकते हंै। साइकिल रेस 30 किलोमीटर का होगा, जिसमें प्रतिभागियों को बीजापुर के मिनी स्टेडियम से नैमेड़ चौक तक और वहां से यू टर्न लेकर वापस मिनी स्टेडियम तक आना होगा। इस स्पर्धा में भाग लेने वाले प्रतिभागी 15 अगस्त की सुबह 9 बजे तक स्टेडियम पहुंचकर तत्काल अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हंै।
मनवा बीजापुर साइकिल रेस स्पर्धा में प्रथम पुरस्कार 31 हजार रुपये नगद बस्तर विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष व बीजापुर विधायक विक्रम शाह मण्डावी की ओर से दिया जाएगा। द्वितीय पुरस्कार 21 हजार रुपये नगद जीव्हीआर निर्माण बाजार की ओर से दिया जाएगा। तृतीय पुरस्कार 11 हजार रुपये नगद जय कुमार नायर की ओर से दिया जाएगा।
चौथा पुरस्कार सायकल जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडिय़म की ओर से दिया जाएगा, पांचवा पुरस्कार सायकल जिला कांग्रेस कमेटी बीजापुर द्वारा दिया जाएगा, छठवां पुरस्कार सायकल भारतीय जनता पार्टी जिला बीजापुर द्वारा दिया जाएगा।
सातवां पुरस्कार सायकल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला बीजापुर द्वारा दिया जाएगा, आठवां पुरस्कार सायकल प्रेस क्लब बीजापुर द्वारा दिया जाएगा।
नौवां पुरस्कार सायकल व्यापारी संघ बीजापुर द्वारा दिया जाएगा, दसवां पुरस्कार सायकल जिला ठेकेदार संघ बीजापुर द्वारा प्रदान किया जाएगा।
सरपंच ने कलेक्टर से की लिखित शिकायत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपट्टनम, 13 अगस्त। भोपालपटनम जनपद पंचायत के वाडला के सरपंच कुडेम चंद्रा ने अपने वार्ड पंच के साथ लिखित शिकायत कलेक्टर को करते हुए पत्र में लिखा है कि सचिव ने सरपंच और वार्ड पंचों को संज्ञान में न लेते हुए बिना पंचायत प्रस्ताव का 14वें वित्त आयोग का लगभग 21 लाख रुपये गबन किया है।
सरपंच का आरोप है कि पूरे फर्जी बिल लगाकर उक्त राशि को अपने या अपने परिवार वालों के खाते में ट्रांसफर करा लिया। सरपंच ने जिसकी जानकारी जनपद पंचायत से लेकर जब बैंक से स्टेटमेंट निकाला गया तो पूरा मामला सामने आया तब सरपंच ने अपने सचिव से इस राशि के बारे में जानकारी चाही तो सचिव ने गोलमोल जवाब दिया।
उक्त गबन की राशि की जानकारी जनपद के अधिकारियों तक शिकायत करने पर भी कोई कार्यवाही नहीं होने पर कलेक्टर से शिकायत पत्र देकर गबन की गई राशि की जांच कर सचिव पर कार्यवाही करने की मांग की है। सरपंच का सचिव पर यह भी आरोप है कि मनरेगा काम में भी बहुत बड़ा घोटाला है। सचिव ने मजदूरों का मजदूरी भी नहीं देते, जिससे सरपंच-पंच सहित सभी ग्रामीण परेशान हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 10 अगस्त। विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर 16 लाख रुपये ईनामी नक्सली दंपति ने नक्सलवाद की खोखली विचारधारा व भेदभाव पूर्ण व्यवहार से तंग आकर समर्पण कर दिया। समाज की मुख्यधारा में लौट आये हैं। आत्मसमर्पित नक्सली दंपति पर 8-8 लाख रुपये का ईनाम घोषित था।
सोमवार को यहां एसपी ऑफिस में सेंट्रल रीजनल ब्यूरो(सीसी प्रोटेक्शन ग्रुप कमांडर) राजू कारम(24) ने अपनी पत्नी सेंट्रल रीजनल ब्यूरो (सीसी प्रोटेक्शन ग्रुप सदस्या) सुनीता कारम(21) के साथ डीआईजी सीआरपीएफ कोमल सिंह व पुलिस अधीक्षक कमलोचन कश्यप के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों आत्मसमर्पित नक्सली दंपति पर 8-8 लाख रुपये का ईनाम घोषित था। नक्सलवाद की खोखली विचारधारा, प्रताडऩा व भेदभाव पूर्व व्यवहार से तंग आकर तथा सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर सरेंडर किये नक्सली राजू व उसकी पत्नी को 10-10 हजार रुपये नगद प्रोत्साहन राशि दी गई। जिले में चलाये जा रहे नक्सली उन्मूलन अभियान में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। इस अवसर पर सीआरपीएफ कमांडर यादवेंद्र सिंह यादव व एएसपी पंकज शुक्ला भी मौजूद रहे।
इन वारदातों में रहे शामिल
फरवरी 2015 में ग्राम डोडीजोड़ी थाना फुलबानी जिला कंधमाल( उड़ीसा) में पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शामिल।
जून 2015 में ग्राम लुबेंदगढ़ थाना रामपुर जिला कालाहांडी(उड़ीसा) में हुए पुलिस व नक्सली मुठभेड़ में शामिल।
मई 2016 में ग्राम बोगबेड़ा थाना रामपुर जिला कालाहण्डी ( उड़ीसा) में पुलिस व नक्सलियों के बीच हुए हमले शामिल।
जुलाई 2016 में ग्राम पिंडीनदेल थाना फिरिंगिया जिला कंधमाल ( उड़ीसा) पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में शामिल।
दिसंबर 2016 में ग्राम डांडीपारा थाना फिरिंगिया जिला कंधमाल (उड़ीसा) पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में शामिल।
मई 2017 में जिला नुवापाड़ उड़ीसा से जंगल के रास्ते लौटते वक्त जिला कांकेर के जंगल पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शामिल। वही दिसम्बर 2017 में ग्राम मुक्कबेली थाना फरसेगढ़ क्षेत्र में हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शामिल रहे। इस मुठभेड़ में नक्सलियों के प्लाटून नंबर 2 का कमांडर संदीप कुरसम उर्फ पर्व घायल हुए था। फरवरी 2018 में ग्राम पुजारी कांकेर के कर्रेगुट्टा पहाड़ में तेलंगाना की ग्रेहाउंड्स पुलिस के साथ मुठभेड़ में शामिल रहे। इस मुठभेड़ में सीआरसी कंपनी नंबर 2 के 9 नक्सली इस मुठभेड़ में मारे गये व एक जवान शहीद हुए था।
कौन है नक्सली राजू
नक्सल पंथ से तौबा कर समाज की मुख्यधारा में लौटे राजू कारम मूलत: बीजापुर जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र के एड्समेटा गांव का रहने वाला है। उसने वर्ष 2013 में गंगालूर एरिया कमेटी सरकार अध्यक्ष के द्वारा संगठन में पीएलजीए सदस्य के रूप भर्ती किया गया। इस दौरान एड्समेटा में 10 दिन का प्रशिक्षण दिया। 2013 अक्टूबर माह में राजू को सीसी मेम्बर जम्पन्ना उर्फ जगु नरसिम्हा रेड्डी के गार्ड के लिए उड़ीसा भेज दिया गया। यहाँ उसने साल 2017 तक काम किया। वर्ष 2017 में सीसी मेम्बर जम्पन्ना के तेलंगाना पुलिस के समक्ष समर्पण से पूर्व राजू को तेलंगाना स्टेट कमेटी प्रभारी व सीसी मेम्बर हरिभूषण के साथ काम करने तेलंगाना स्टेट कमेटी भेज गया।
राजू को सेंट्रल रीजनल ब्यूरो में सीसी प्रोटेक्शन ग्रुप में कमांडर की जिम्मेदारी दी गई। इस पद पर वह मार्च 2021 तक कार्यरत रहा। नक्सली राजू कारम अपने साथ एसएलआर रायफल लेकर चलता था। उस पर 8 लाख रुपये का ईनाम सरकार ने घोषित कर रखा था। वही नक्सली राजू कारम की पत्नी सुनीता कारम मूलत: मंडीमरका थाना जगरगुंडा जिला सुकमा की रहने वाली है। इसने वर्ष 2014 में जगरगुंडा पामेड़ एरिया/ एसीएम कमलेश ताती के द्वारा संगठन में पीएलजीए सदस्या के रूप में भर्ती किया। जुलाई 2014 को चिन्नाबोडक़ेल के जंगल में उसे एसीएम मंगेश ने 30 दिन प्रक्षिक्षण दिया। अगस्त 2014 में बासागुड़ा एसओएस कमांडर अनिता कुरसम के साथ काम किया। जनवरी 2015 में सीसी मेम्बर जम्पन्ना उर्फ जगु नरसिम्हा रेडडी के गार्ड ड्यूटी के लिए उड़ीसा भेज दी गई। इस दौरान वे अपने पास सिंगल शॉर्ट बंदूक रखती थी। यहां उसने 2017 तक काम किया। इसके बाद जनवरी 2021 में उसे तेलंगाना स्टेट कमेटी प्रभारी व सीसी मेम्बर हरिभूषण के द्वारा सेंट्रल रीजनल ब्यूरो सीसी प्रोटेक्शन ग्रुप का सदस्य बना दिया गया। इस दौरान वह अपने साथ इंसास रायफल लेकर चलती थी। सुनीता पर भी सरकार ने 8 लाख रुपये का ईनाम घोषित कर रखा था।
बीजापुर, 9 अगस्त। भारतीय युवा कांग्रेस का 61वां स्थापना दिवस जिले के युवा कांग्रेसियों ने ध्वजारोहण कर मनाया। सोमवार को यहां कांग्रेस भवन में जिले के युवा कांग्रेसियों व जिला कांग्रेस के पदाधिकारियों की मौजूदगी में युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष एजाज अहमद सिद्दीकी ने संगठन के 61वें स्थापना के मौके पर ध्वजारोहण किया व सभी को बधाई दी। इस अवसर पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष अध्यक्ष लालू राठौर, जिपं अध्यक्ष शंकर कुडियम, प्रदेश सचिव युवा कांग्रेस कमलेश कारम, सुखदेव नाग, मनोज अवलम, ऋषभ कुमार, अशोक राठी, विनोद तालुकदार, श्रवण कुमार, अख्तर खान, रवि कोरम व मुकेश बुरका सहित अन्य युवा कांग्रेसी मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 9 अगस्त। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत भोपालपटनम के सौजन्य से आदर्श गोठान रुद्रारम में हरेली त्योहार बड़े ही धूम-धाम से मनाया गया।
रुद्रारम के गोठान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ राज्य कृषक कल्याण परिषद के सदस्य बसन्त राव ताटी ने सर्वप्रथम बैल एवम गेड़ी की पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया इसके पश्चातअतिथियों ने गोठान परिसर में पौधा रोपण भी किया। इस कार्यक्रम में कृषि विभाग द्वारा स्व सहायता समूह की महिलाओं को मिनी रईस मिल एवं किसानों को स्प्रे पंप का वितरण भी अतिथियों द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित सहायता समूह की महिलाओं ने कुर्सी दौड़ एवं मटका फोड़ जैसे परम्परागत खेलो में उत्साह पूर्वक भाग लिया। मुख्य अतिथि बसन्त ताटी के द्वारा किये गये गेड़ी नृत्य का दर्शकों ने आनंद लिया।
बसन्त राव ताटी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने के बाद प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की लुप्त होती कला एवं संस्कृति के साथ-साथ परंपरागत खेलो को पुनर्जीवित करने का काम किया है। ताटी ने कहा कि हरेली त्योहार एवं 09 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस पर शासकीय अवकाश घोषित करने वाली भूपेश बघेल की एक मात्र पहली सरकार है देश मे आज तक किसी भी अन्य सरकारों ने हरेली त्योहार एवं विश्व आदिवासी दिवस में शासकीय अवकाश की घोषणा नही की। ताटी ने नरवा गरवा धुर्वा बाड़ी, गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, सौर सुजला योजना,राष्ट्रीय खाद्यान्न सुरक्षा मिशन जैसे शासन की अति महत्वकांक्षी योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुवे उक्त योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ लेने की बात कही। सभा में उपस्थित महिलाओं को अधिक से अधिक समूह बनाकर शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेते हुवे परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए प्रेरित किया सभा को जनपद पंचायत भोपालपटनम की अध्यक्ष निर्मला मरपल्ली ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर जिला संसद प्रतिनिधि कामेश्वर राव गौतम, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रमेश पामभोई, जनपद सदस्य अनुबाई, कौशल्य, सुनील गुरला,सालिक राम नागवंशी यालम राममूर्ति,अरुण वासम साहित विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी एवं ग्रामीण जन उपस्थित रहे ।
वोट बैंक की राजनीति छोड़ किसानों की चिंता करें विधायक - घासीराम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 8 अगस्त। रासायनिक उर्वरक खाद की किल्लत को लेकर स्थानीय विधायक विक्रम मंडावी ने केंद्र सरकार पर खाद उपलब्ध नहीं करने का आरोप लगाया है, जिस पर भाजपा जिला अध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने पलटवार करते हुए जिम्मेदारी से भागने और भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है।
इस समय कृषि कार्य के बीच किसान रासायनिक उर्वरक खाद को लेकर परेशान हैं, चूंकि खाद की अनुपलब्धता के चलते किसान बाजार का चक्कर काट रहे हैं। इस समस्या को लेकर स्थानीय विधायक विक्रम मंडावी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि केंद्र सरकार राज्य को खाद उपलब्ध नहीं करवा रही है।
इस पर भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार और किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष घासीराम नाग ने साझा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर विधायक के बयान पर पलटवार किया है। जिला अध्यक्ष श्री मुदलियार ने कहा कि विधायक को सिर्फ अपनी लोकप्रियता एवं स्वहित की चिंता है, इन्हें किसानों की कोई चिंता नहीं है। इस समय किसानों की समस्या पर ध्यान देना चाहिए था।
भाजपा जिलाध्यक्ष ने आगे कहा कि राज्य सरकार खपत अनुसार मांग पत्र केंद्र सरकार को दिया था, मांग पत्र में 11.75 लाख मैट्रिक टन खाद की मांग की गई थी, जिसे केंद्र ने समयनुसार उपलब्ध करवाया था, लेकिन राज्य सरकार ने मुनाफ़ा कमाने के फेर में खाद को प्राइवेट व्यापारियों को बेच दिया, जिसके चलते खाद संकट की स्थिति बनी हुई है। अगर विधायक अपनी विफलता को छुपाने ये कहते हैं कि केंद्र सरकार ने मांग अनुसार खाद नहीं दिया है तो वे अपनी सरकार से मांग करें और श्वेतपत्र जारी करवायें, आखिर झूठ के बल पर कब तक चलेंगे। सरकार की जवाबदेही है इस वक्त किसानों को खाद उपलब्ध करवाना। हर बात के लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराना उचित नहीं है, कांग्रेस की जनविरोधी नीतियों को जनता अब समझ चुकी है। विधायक को जनता को गुमराह करने की नाकाम कोशिशों से अब बाज आना चाहिए।
वहीं भाजपा किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष घासीराम नाग ने विधायक को अपनी नाकामी छुपाने के लिए जनता और किसानों में भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है। श्री नाग ने आगे कहा कि क्षेत्रीय विधायक और कांग्रेस सरकार आखिर कब तक केंद्र सरकार की आड़ लेकर बचते रहेंगे, जिम्मेदारी से भागने का प्रयास विधायक कर रहे हैं। किसान इनकी मंशा समझ चुके हैं। विधायक को वोट बैंक की राजनीति छोड़ किसानों के हित मे चिंता कर उन्हें तत्काल खाद उपलब्ध कराना चाहिए। जिले के व्यापारी तेलंगाना राज्य से खाद लाकर मोटे दाम में बेच रहे हैं और किसान मजबूरी में ले रहे हैं। सरकार किसान हितैषी होने की बात करती है जो महज जुमला नजर आ रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 8 अगस्त । समग्र शिक्षा अभियान के समावेशी शिक्षा त था पंचायत एवं समाज कल्याण विभाग के सामूहिक प्रयास से ब्लाक बीजापुर के 19 दिव्यांग बच्चों को सहायक उपकरण प्रदान किया गया।
पोटाकेबिन बीजापुर में आयोजित कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम, जिला पंचायत सदस्य एवं बस्तर विकास प्राधिकर के सदस्य नीना रावतिया उददे जनपद उपाध्यक्ष सोनू पोटाम डिप्टी कलेक्टर उमेश पटेल, जिला मिशन समन्वयक, विजेंद्र राठौर, बीईओ मो. जाकिर खान, बीआरसी कामेश्वर दूब्बा की मौजूदगी में दिव्यांग बच्चों को उनके जरूरत के मुताबिक सहायक उपकरण का वितरण किया गया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम ने बच्चों का उत्साह वर्धन करते हुये कहा कि दिव्यांगता बच्चों के विकास में बाधक नही बनना चाहिए इसके लिए शासन ने समावेशी शिक्षा के तहत् सहायक उपकरण से लेकर छात्रवृत्ति तक की व्यवस्था की है इसका लाभ देकर बच्चों के विकास में हम सब को सहभागी बनना है। जिला पंचायत सदस्य नीना रावतिया उददे ने कहा कि दिव्यांग बच्चों के सामाजिक तथा शैक्षणिक समानता के लिए समावेशी शिक्षा एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है, जिसके जरिये दिव्यांग बच्चों को समान्य बच्चों की तरह स्कूलों में समान वातावरण देकर उनके भविष्य को संवारा जाता है। दिव्यांगता कभी भी जीवन में बांधा नहीं बननी चाहिए। बल्कि उनके अंदर विशेष गुणों को पहचान कर उन्हे प्रोत्साहित करते हुए आगे बढऩे में मदद करना सच्ची मानवता है। इस दिशा में पंचायत एवं समाज कल्याण विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है जिसके चलते सहायक उपकरण की उपलब्धता आसानी से हो रही है।
कार्यक्रम के अंत में दिव्यांग बच्चों को अतिथियों के द्वारा ट्राईसाईकल, बैशाखी, लैंस, श्रवण यंत्र सीपी चेयर, एमआर कीट तथा लो-विजन कीट का वितरण किया गया।
डंडे नहीं करचर्स के सहारे जाएंगे स्कूल
मिंघाचल नदी के पार बसे गांव चेरकंटी की रहने वाली अमीशा दौरा जो पोटाकेबिन में कक्षा आठवीं में अध्यनरत है। उसको सहायक उपकरण के रूप में कर्चस का वितरण किया गया। अमीशा को बचपन में लकवा ग्रसित होने से अपंगता का सामना करना पड़ रहा था। गांव और समाज के लोग उसके अपंगता को लेकर प्रतिकूल बाते किया करते थे। अमीशा के माता-पिता ने अपनी बेटी को सहारा दिया और अपने
कंधों पर ढोकर स्कूल छोडने लगे। इसके बाद माता-पिता ने अमीशा को डंडे के सहारे चलने का अभ्यास कराया जिसे लेकर अमीशा स्कूल आने-जाने लगी। कुछ समय बाद अमीशा की पढाई की रूचि को देखते हुए जनपद प्राथमिक शाला बीजापुर में दाखिला दिलाया गया। जहां की शिक्षिका काजल चक्रवर्ती के प्रोत्साहन व मार्गदर्शन में अमीशा का हौसला बढ़ता गया। पैरो से अपंग अमीशा की रूचि पढ़ाई के साथ-साथ ड्राईंग और पेंटिग में भी है।
संतोष को मिली ट्राइसाइकिल
चिन्नाकवाली निवासी बिच्चेम कोरसा के पुत्र संतोष कोरसा दो साल की उम्र में घर के बाहर खेलते-खेलते आग से जल जाने से जख्मी होकर अपंग हो गया। इसके चलते उसे स्कूल जाने में कठिनाई होती थी, इसके चलते प्रतिदिन सकूल नहीं जा रहा था। अब उसे ट्राइकिलप्रदान की गई है। जिससे वह प्रतिदिन समय पर स्कूल जा सकेेगा। संतोष की इच्छा पढ़ाई कर शिक्षक बनने की हैं। वह शिक्षक बनकर लोगों को प्रेरणा देना चाहता है।
14 साल बाद खुले स्कूल को कर दिया था ध्वस्त
घंटी की गूंज और बच्चों की किलकारी से दुबारा गुलजार हुआ गोरना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 8 अगस्त। जिले के घोर माओवाद प्रभावित इलाके गोरना में ध्वस्त स्कूल को दुबारा स्थापित करने में जिला प्रशासन ने सफलता पाई है। यहां जिला प्रशासन और ग्रामीणों की मदद से दो साल पहले बंद स्कूल को दुबारा शुरू कर आस्थाई शेड बनाया गया था जिसे बीते साल कोरोना काल में असामाजिक तत्वों ने ध्वस्त कर दिया था ।
स्कूल ध्वस्त होने के बाद एक बार फिर गोरना के बच्चों के भविष्य अंधकारमय हो गया था जिसे जिला प्रशासन ने अपने मज़बूत इरादों से फिर से स्थापित कर उम्मीदों को जीवित किया है। ग्रामीणों के सहमत होने के बाद गोरना में फिर से स्कूल स्थापित करने की कवायद शुरू की गई जो जद्दोजेहद के बाद फिर से बच्चों की शिक्षा के मंदिर के रूप में तैयार हो गई।
ज्ञात हो कि सलवा जुडूम अभियान के बाद बीजापुर में सैकड़ों स्कूल नक्सल दहशत से बंद हो गए थे जिनमें गोरना का प्राथमिक शाला भी शामिल है। इन स्कूलों को दुबारा खोलने की कवायद भूपेश बघेल सरकार की कयादत में फिर शुरू हुई जिसके चलते 14 साल बाद गोरना में ग्रामीणों के सहयोग से स्कूल संचालित कर शिक्षा का अधिकार दिया गया। अभी स्कूल खुले साल नही ंबीता था कि असामाजिक तत्वों ने स्कूल के आस्थाई शेड को जमींदोज कर शिक्षा के रास्ते बंद कर दिए।कोरोना काल के बाद शासन के स्कूल खोलने के निर्णय का सकारात्मक माहौल गोरना में देखने को मिला। टूटे और ध्वस्त स्कूल को देखकर मायूस बच्चे स्कूल खुलते ही उत्साह से अपने ज्ञान दूतों के पास पहुंचने लगे हैं।
स्कूल की घंटी और बच्चों की किलकारी की गूंज फिर से गोरना को नई पहचान दे रहे। पुस्तकों के साथ बच्चे अपने सुनहरे भविष्य को गढऩे की दिशा में आशाओं के साथ अपनी उपस्थिति स्कूल में दे रहे हैं। गोरना के पालक अब अपने बच्चों के शिक्षा में मददगार साबित हो रहे हैं।स्कूल के जमीं दोज हो जाने के बाद एक बार फिर गोरना के बच्चों के भविष्य पर अंधकार छा गया। इस अंधकार को दूर करने का बीड़ा कलेक्टर रितेश अग्रवाल ने उठाया और मजबूत इरादों के साथ स्कूल फिर से स्थापित करने की मुहिम् को अमली जामा पहनाया। कलेक्टर की पहल से विभागीय अमले और ज्ञान दूतों ने ग्रामीणों से बात की और उन्हें शिक्षा के महत्व को समझाते हुए स्कूल दुबारा तैयार करने के लिये एक सकारात्मक माहौल तैयार किया।यहां के ज्ञान दूत सोनू और और सुरेश स्कूल संचालन से काफी उत्साहित होकर बच्चों को ककहरा सिखाने में जुट गये हैं। बच्चों को मिड डे मिल मिल जाने से माताओं की चिंता दूर हो गई है अब वे खूद बच्चो को लेकर स्कूल आने लगी हैं।
आसान नहीं है गोरना की राह
बीजापुर से महज पांच किलोमीटर दूरी होने के बावजूद गोरना की राह किसी के लिए आसान नही मानी जाती है। जिले के सर्वाधिक माओवाद प्रभावित इलाकों में इस गांव की पहचान की जाती है। इस गांव तक जाने के लिये न सडक़ है न ही यहां बिजली है। इन हालातो में यहाँ स्कूल दुबारा खोला जाना महत्वपूर्ण उपलब्धि से कम नहीं मानी जा सकती।
वोट बैंक की राजनीति छोड़ किसानों की चिंता करें विधायक - घासीराम
भोपालपटनम, 7 अगस्त। रासायनिक उर्वरक खाद की किल्लत को लेकर स्थानीय विधायक विक्रम मंडावी ने केंद्र सरकार पर खाद उपलब्ध नहीं करने का आरोप लगाया है, जिस पर भाजपा जिला अध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने पलटवार करते हुए जिम्मेदारी से भागने और भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है।
इस समय कृषि कार्य के बीच किसान रासायनिक उर्वरक खाद को लेकर खासा परेशान हैं चूंकि खाद की अनुपलब्धता के चलते किसान बाजार का चक्कर काट रहे हैं,इस समस्या को लेकर स्थानीय विधायक विक्रम मंडावी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि केंद्र सरकार राज्य को खाद उपलब्ध नहीं करवा रही है ।
इस पर भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार और किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष घासीराम नाग ने साझा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर विधायक के बयान पर पलटवार किया है। जिला अध्यक्ष श्री मुदलियार ने कहा है विधायक को सिर्फ अपनी लोकप्रियता एवं स्वहित की चिंता है, इन्हें किसानों की कोई चिंता नहीं है। इस समय किसानों की समस्या पर ध्यान देना चाहिए था।
भाजपा जिलाध्यक्ष ने आगे कहा है कि राज्य सरकार खपत अनुसार मांग पत्र केंद्र सरकार को दिया था, मांग पत्र में 11.75 लाख मैट्रिक टन खाद की मांग की गई थी, जिसे केंद्र ने समयनुसार उपलब्ध करवाया था, लेकिन राज्य सरकार ने मुनाफ़ा कमाने के फेर में खाद को प्राइवेट व्यापारियों को बेच दिया, जिसके चलते खाद संकट की स्थिति बनी हुई है। अगर विधायक अपनी विफलता को छुपाने ये कहते हैं कि केंद्र सरकार ने मांग अनुसार खाद नहीं दिया है तो वे अपनी सरकार से मांग करें और श्वेतपत्र जारी करवायें, आखिर झूठ के बल पर कब तक चलेंगे। सरकार की जवाबदेही है इस वक्त किसानों को खाद उपलब्ध करवाना। हर बात के लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराना उचित नहीं है, कांग्रेस की जनविरोधी नीतियों को जनता अब समझ चुकी है। विधायक को जनता को गुमराह करने की नाकाम कोशिशों से अब बाज आना चाहिए।
वहीं भाजपा किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष घासीराम नाग ने विधायक को अपनी नाकामी छुपाने के लिए जनता और किसानों में भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है। श्री नाग ने आगे कहा कि क्षेत्रीय विधायक और कांग्रेस सरकार आखिर कब तक केंद्र सरकार की आड़ लेकर बचते रहेंगे, जिम्मेदारी से भागने का प्रयास विधायक कर रहे हैं। किसान इनकी मंशा समझ चुके हैं। विधायक को वोट बैंक की राजनीति छोड़ किसानों के हित मे चिंता कर उन्हें तत्काल खाद उपलब्ध कराना चाहिए। जिले के व्यापारी तेलंगाना राज्य से खाद लाकर मोटे दाम में बेच रहे हैं और किसान मजबूरी में ले रहे हैं। सरकार किसान हितैषी होने की बात करती है जो महज जुमला नजर आ रहा है।
इलाज के लिए की 50 हजार की आर्थिक मदद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 6 अगस्त। कुछ माह से लगातार बीमार चल रहे जिले के वरिष्ठ पत्रकार समैया पागे से शुक्रवार को क्षेत्रीय विधायक विक्रम मंडावी मिलने पहुंचे। उन्होंने पत्रकार पागे से मिलकर उन्हें इलाज के लिए 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद कर इलाज के लिए आगे भी हर सम्भव मदद का भरोसा दिया।
बीजापुर जिले के वरिष्ठ पत्रकार समैया पागे का उपचार हैदराबाद में हो रहा है। इलाज के कारण उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। शुक्रवार बीजापुर पहुंचे विधायक विक्रम मंडावी से स्थानीय पत्रकारों ने मिलकर इस बात की उन्हें सूचना दी। विधायक विक्रम तत्काल बीमार पत्रकार से मिलने उनके घर पहुंचे,घर पहुंच पत्रकार पागे का हाल चाल पूछा और उन्हें 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी। साथ ही विधायक विक्रम ने पत्रकार पागे को आगे भी इलाज में हर सम्भव मदद का भरोसा दिया है।
इस अवसर पर विधायक के साथ जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम,जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष लालू राठौर,बस्तर विकास प्राधिकरण सदस्या श्रीमती नीना रावतिया उद्दे, मीडिया प्रभारी राजेश जैन सहित बीजापुर के पत्रकार भी मौजूद रहे। पत्रकार समैया पागे ने मदद के लिए विधायक का आभार व्यक्त किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 5 अगस्त। लंबित मांगों को लेकर अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन की बैठक सम्पन्न हुई, जिसमें फेडरेशन के पदाधिकारियों ने साफ कहा है कि सात अगस्त तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है, तो प्रदेश भर के कर्मचारी राजधानी पहुंचकर धरना प्रदर्शन करेंगे।
बुधवार को खण्ड समन्वयक कार्यालय में अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन की जिला इकाई की बैठक फेडरेशन के जिला अध्यक्ष मोहम्मद जाकिर खान व संयोजक केडी राय की मौजूदगी में सम्पन्न हुई। बैठक में लंबित महंगाई भत्ता सहित विभिन्न मांगों को लेकर चर्चा की गई। फेडरेशन के जिला सचिव कैलाश रामटेके ने बताया कि बैठक में संघ के सभी पदाधिकारियों ने लंबित मांगों के त्वरित निराकरण की मांग की है। इसमें विभिन्न विभागों के वेतन विसंगति, पंचायत शिक्षकों की अनुकंपा नियुक्ति सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई।
बैठक में जिला संयोजक केडी राय ने कहा कि आगामी सात अगस्त तक अगर उनकी लंबित मांगों को पूरा नही किया जाता है तो आठ अगस्त को प्रदेश भर के कर्मचारी राजधानी में धरना प्रदर्शन करेंगे। जिलाध्यक्ष मोहम्मद जाकिर खान ने समस्त शासकीय सेवकों से अपील करते हुए कहा कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो सभी आठ अगस्त को राजधानी पहुंचे। वहीं फेडरेशन के संरक्षक ए सुधारक, उपाध्यक्ष महेश शेट्टी व कोषाध्यक्ष बालेन्द्र राठौर ने फेडरेशन से जुड़े सभी कर्मचारियों से एक होकर संघर्ष करने की अपील की है।
सचिव रामटेके बताया कि बैठक के दौरान संगठन का भी विस्तार किया गया हैं। इसमें छग स्वास्थ्य कर्मचारी संघ से सदाशिव दुर्गम, छग शालेय शिक्षक संघ बीजापुर से तरुण सेमल, उसूर से नागेश झाड़ी, भोपालपटनम से संजय चिंतुर को फेडरेशन का सहसचिव बनाया गया हैं। इस अवसर पर शिक्षक संघ के कामेश्वर दुब्बा, पेंशनर कल्याण संघ के कुस्टुड जुमड़े, वाहन चालक संघ के बालेन्द्र राठौर, सहायक शिक्षक फेडरेशन के महेश शेट्टी, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के गणपत गुरला, छग स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के पी शरद व पांडुराम मस्के मौजूद रहे।
इसके अलावा बैठक में जिस संगठन के पदाधिकारी मौजूद नहीं हो सके, उन्होंने दूरभाष पर अपनी सहमति व्यक्त कर दी है।
शिकारियों को न्यौता दे रही आईटीआर-पूर्व वनमंत्री
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 4 अगस्त। पिछले दिनों इंद्रावती टाइगर रिजर्व के उपसंचालक ने बाघों का आंकड़ा सार्वजनिक कर विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। पूर्व वनमंत्री ने आरोप लगाया है कि इंद्रावती टाइगर रिजर्व बाघों के आंकड़ों को उजागर कर सीधे तौर पर शिकारियों को न्यौता दे रही है।
ज्ञात हो कि इंद्रावती टाइगर रिजर्व का क्षेत्र बाघों के संरक्षित वाला क्षेत्र हैं। सरकार बाघों के संरक्षण व उनके संवर्धन के लिए योजनाएं संचालित कर उनके सुरक्षित विचरण के लिए लगातार काम कर रही है। लेकिन बीते दिनों इंद्रावती टाइगर रिजर्व के उपसंचालक ने पांच बाघों के आंकड़े उजागर कर न सिर्फ बाघों के संरक्षण पर सवालिया निशान लगाया है, बल्कि शिकारियों को भी सीधे तौर पर न्यौता दे दिया है। इंद्रावती टाइगर रिजर्व के उपसंचालक डीके मेहर के बाघों के आंकड़े सार्वजनिक करने पर पूर्व वनमंत्री महेश गागड़ा ने उन्हें निशाने पर ले लिया हैं।
पूर्व वनमंत्री ने कहा कि उपसंचालक को बाघों के आंकड़े उजागर नहीं करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले ही बाघ के खाल के साथ बीजापुर के कांग्रेस नेता व सरकारी कर्मचारियों को जगदलपुर में पकड़ा गया था। इसके चंद दिनों बाद चन्दूर के दो लोगों को बाघ के खाल के साथ तेलंगाना के मुनगु में पकड़ा गया। यहां तेलंगाना वन विभाग ने वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की।
पूर्व वनमंत्री गागड़ा का कहना है कि यह सब देखने के बाद ये पता चलता है कि यहां इंद्रावती टाइगर रिजर्व में जो अमला होना चाहिए था, दरअसल वो अमला यहां नहीं है। भौगोलिक स्थिति को देखते हुए सुरक्षा मापदंडों के तहत विभाग को आंकड़ा उजागर नहीं करना चाहिए था। उन्होंने इसे इंद्रावती टाइगर रिजर्व की घोर लापरवाही बताया है।
उल्लखनीय है कि कुछ दिन पहले इंद्रावती टाइगर रिजर्व के उपसंचालक डीके मेहर ने मीडिया को बताया था कि वर्ष 2018 में यहां से तीन मल के सैम्पल भेजे गए थे। इसके बाद पांच सैम्पल भेजे गए थे। जिसमें पांच बाघों की पुष्टि राष्ट्रीय बाघ संरक्षण अभिकरण ने की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 3 अगस्त। जिले में इन दिनों मनमाने तरीके से बढ़े रेत की कीमत को लेकर अब भाजपा भी इसके विरोध में सामने आ गई है। भाजपा जिलाध्यक्ष ने रेत माफियाओं पर सरकार का संरक्षण होने का आरोप लगाया हैं।
बीजापुर भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने बयान जारी कर आरोप लगाया कि प्रशासन के सांठगांठ से इन दिनों रेत माफियाओं ने रेत का दाम आसमान पहुंचा दिया है। इसके चलते प्रशासन भी निष्क्रिय है। वहीं सरकार माफिय़ाओं को संरक्षण दे रही है। जिससे उनके हौसले बुलंद हंै।
श्री मुदलियार ने अपने बयान में कांग्रेस सरकार और प्रशासन पर रेत माफियाओं को संरक्षण देने का सीधा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि भद्रकाली, तारलागुड़ा में प्रशासन से सांठगांठ कर अनुमति से अधिक रेत भण्डारण किया गया है। उन्होंने कहा है कि जिला प्रशासन अत्यधिक भंडारण किये गए रेत को केवल दिखावा के दृष्टि से जुर्माना से दण्डित किया गया है जो पर्याप्त नही है। उन्होंने उक्त भण्डारण रेत को विधि पूर्वक नीलामी करने की मांग की हैं।
श्री मुदलियार ने कहा कि जिले के रेत ठेकेदार अनुमति से अधिक भण्डारण कर मनमानी दर तय कर रहे हैं। इसकी खबर प्रशासन को नही होना निष्पक्षता पर संदेह को दर्शाता है। आसमान छूती रेत के दर से निजी निर्माण कार्यों में असर पड़ रहा है। इस विषय को प्रशासन संज्ञान में लेते हुए तत्काल आवश्यक कार्रवाई करें।
उन्होंने कहा कि जब हजार पंद्रह सौ में मिलने वाली रेत अब सीधे चार से पांच हजार में मिलने लगी है। तो ऐसे में आम गरीब पक्का मकान का सपना भी नही देख सकता, इसका प्रभाव प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बन रहे मकानों पर भी पड़ रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 3 अगस्त। मंगलवार को जिले के किसानों ने अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
यहां नैमेड में आयोजित किसानों ने अपनी पांच प्रमुख मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया। किसानों ने जिले के गोदामों में यूरिया डीएपी आदि की व्यवस्था पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराने, 15 क्विंटल धान की बजय 20 क्विंटल लेने, किसानों को 2500 प्रति क्विंटल एक मुस्त दिए जाने, पूर्व सरकार की दो साल के बोनस देने का वायदा किया गया था, उसे कोरोना काल में देने तथा किसानों के ऋण माफ करने की मांग किसानों ने महामहिम राज्यपाल से की हैं। किसानों ने अपनी मांगों का ज्ञापन लैम्प्स प्रबधंक को सौंपा।
इस अवसर पर सरपंच गुड्डू कोरसा, मनोज कोरसा, रमेश कुमार,आशु मोडियाम, चिन्ना ताती, लक्ष्मण मिच्चा, शंकर तेलम, बुच्ची हपका, महेंद्र सकनी, जयमती सहित कुटरू पदेडा भैरमगढ़ के किसान मौजूद रहे।
डेढ़ साल बाद बजी स्कूल की घंटिया, बच्चों के चेहरे पर लौटी खुशी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 3 अगस्त। डेढ़ साल के लंबे जद्दोजेहद के बाद सोमवार को सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में घंटियां बजी और बच्चों की आधी क्षमता के साथ कक्षाएं शुरू हुईं। लम्बे इंतजार के बाद स्कूल खुलने से बच्चों में उत्साह और उमंग का माहौल देखा गया वहीं पढ़ाई शुरू होने से पलकों ने राहत की सांस ली ।
बीजापुर ब्लॉक के 23 संकुलों के 173 स्कूल शाला प्रबन्धन समिति और पालकों की सहमति से शासन के निर्देशानुसार कोविड नियम के तहत आधी क्षमता के साथ प्रारम्भ किये गए। 2 अगस्त से स्कूल शुरू होने पर सभी जगहों पर समारोह आयोजित कर बच्चों का स्वागत किया गया। नगर पालिका अध्यक्ष बेनहुर रावतिया, जनपद उपाध्यक्ष सोनू पोटाम, पार्षद कलाम खान, जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद ठाकुर , बीईओ मोहम्मद ज़ाकिर खान व बीआरसी कामेश्वर दुब्बा की मौजूदगी में जनपद प्राथमिक शाला, जनपद माध्यमिक शाला, बालक उमावि बीजापुर , पोटा केबिन बीजापुर में शाला प्रवेश उत्सव समारोह पूर्वक आयोजित कर बच्चों का तिलक गुलाल से स्वागत कर लड्डू से मुंह मीठा किया गया। इस दौरान बच्चों को पुस्तक गणवेश पेन का वितरण किया गया। गंगालूर में जनपद उपाध्यक्ष सोनू पोटाम, सरपंच राजू कलमू और शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों की उपस्थिति में उत्साह और उमंग के साथ स्कूल फिर से शुरू किए गए।
गंगालूर के मिडिल स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में बच्चों को तिलक और मिठाई के साथ स्वागत कर पुस्तक गणवेश के साथ मास्क भी वितरण किया गया। बच्चों और शिक्षकों का कोविड जांच कर मास्क उपयोग करने की समझाइश दी गई । इस अवसर पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों तथा शाला विकास समिति के सदस्यों ने बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए नियमित रूप से सुरक्षा मानक के साथ स्कूल आकर पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया। बीजापुर के 23 संकुल गंगालूर तोडक़ा गोंगला पुसनार, बुरजी ,पीडिया चेरपाल, रेड्डी , पदेडा संजयपारा ,तुमनार , पेदाकोड़ेपाल, कैका, नेमेड़, दुगोली, धनोरा, बोरजे, तोयनार, इटपाल, डिपोपारा बीजापुर, पूजारीपारा बीजापुर ,बीजापुर ब में एसएमसी प्रस्ताव के आधार पर सभी स्कूल प्रारम्भ किये गए । एक स्कूल हलबापारा शांति नगर शिक्षक के कोरोना संक्रमित होने से आज शुरू नही किया जा सका।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 3 अगस्त। पिछले डेढ़ साल कोरोना संक्रमण के बाद स्कूल खोलने की कवायद के बीच बीजापुर ब्लॉक के अति संवेदनशील व दुर्गम क्षेत्र में 6 स्कूल के शिक्षक नदी नालों के तेज बहाव की बाधाओं को पार कर बच्चों के बीच स्कूल पहुंचे। स्कूल पहुंचकर शिक्षकों ने राष्ट्रगान के साथ भारत माता के जयकारे लगाए और बच्चों का तिलक और मिठाई के साथ स्वागत कर विधिवत कक्षाओं का संचालन शुरू किया।
बीजापुर ब्लॉक के मिंगाचल नदी के पार बसे गांव आज भी पहुंचविहीन इलाके के रूप में जाने जाते हैं। यह इलाका अतिसंवेदनशील होने के कारण आसानी से आवागमन करना संभव नहीं है। चिन्नाजोजेर के शिक्षक हेमलाल रावटे, जारगोया के शिक्षक सुधीर नाग और आनन्द ओडेट, चेरकंटी के शिक्षक राजू पुजारी, पदमुर के शिक्षक शिवचरण पाण्डे, कोटेर के शिक्षक रामचंद्रम वारगेम और नदीपारा पैदाकोडेपाल के शिक्षक सुरेन्द यादव ने नदी के तेज बहाव की बाधाओं को पार कर स्कूल प्रारम्भ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
लगातार बारिश के कारण इन इलाकों में नदी नाले उफान पर हैं । इन हालातों में शासन के निर्देशों के अनुरूप बच्चो के बीच पहुंचकर स्कूल शुरू करना एक चुनौती थी। इन हालातों में इन शिक्षकों ने बाधाओं को दूर करने का बीड़ा उठाया और पहुंच गए अपने गांव के बच्चों के बीच शिक्षा की अलख जगाने।
बीजापुर, 2 अगस्त। राज्य सरकार के निर्देश पर आज से जिले में कोरोना नियमों के साथ स्कूलों को खोल दिया गया हैं। कक्षा आठवीं दसवीं बारहवीं व प्राथमिक स्कूलों की कक्षाएं प्रारंभ हो गई है। इसी के तहत सोमवार को गंगालूर में शाला प्रवेश उत्सव मनाया गया।
जनपद प्राथमिक शाला गंगालूर में आयोजित शाला प्रवेश उत्सव में स्थानीय जनप्रनिधि व शिक्षा अधिकारी मौजूद रहे। यहां कार्यक्रम में मुख्य अतिथि शिक्षा समिति अध्यक्ष सोनू पोटाम ने स्कूल खुलने पर छात्रों को बधाई दी। साथ ही उन्होंने छात्रों से कोरोना गाइडलाइन का विशेष रूप से पालन करने को कहा। उन्होंने इससे पहले नवप्रवेशी बच्चों को तिलक लगाकर उनका स्वागत किया। बच्चों को गणवेश व पुस्तकों का वितरण कर उन्हें रोजाना स्कूल आने के लिए प्रोत्साहित किया। वही खण्ड शिक्षा अधिकारी मोहम्मद जाकिर खान ने कहा कि प्रत्येक शिक्षक व बच्चे रोजाना मास्क पहनकर स्कूल आएं। उन्होंने कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल के तहत स्कूलों में नियमित रूप से सेनेटाइजर व साफ सफाई होती रहे। साथ ही शिक्षकों से बच्चों के स्वास्थ्य का विशेष रूप से ध्यान रखने की बात कही। शाला प्रवेश उत्सव के दौरान जनपद प्राथमिक शाला गंगालूर को गुब्बारों से सजाया गया था।
इस अवसर पर सरपंच राजू कलमू, पूर्व सरपंच मंगल राणा, उप सरपंच लच्छू हेमला, नरेंद्र हेमला, प्रधान अध्यापक एम. श्रीनिवास व कन्या शाला की प्रधान अध्यापिका बेलारानी दुर्गम सहित स्कूल स्टाफ व वार्डपंच मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रा.आ. एम. श्रीनिवास व संकुल समन्वयक रमन झा ने किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 1 अगस्त। शहीद जवानों की स्मृति में त्यौहार पोदला ऊरस्कना के तहत वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित की गई, जिनमें थाना व कैम्पों में विभिन्न प्रजातियों के पौधे जवानों ने रोपे।
ज्ञात हो कि बस्तर के आईजी पी. सुंदरराज के निर्देश पर 1 से 9 अगस्त तक शहीद जवानों की स्मृति में पोदला ऊरस्कना के तहत वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम मनाया जाना है। इसी के तहत रविवार को जिले के भैरमगढ़, भोपालपटनम, बीजापुर व उसूर के थाना परिसरों व कैम्पों में जवानों द्वारा विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपे गए। इस दौरान जिलाबल व छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के जवानों ने थाना व कैम्प परिसरों की साफ सफाई कर वृक्षारोपण कार्यक्रम में हिस्सा लिया।