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नगर पंचायत कुरूद में अवैध तरीके से कारोबार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जून। जिले के आरंग में अवैध प्लाटिंग का मामला शांत नहीं हुआ है कि अब मंदिर हसौद नगर पंचायत कुरूद में अवैध प्लाटिंग के मामले ने तूल पकड़ा है। बड़े रकबे में अवैध प्लाटिंग को लेकर स्थानीय लोगों ने शिकायत दर्ज कराई है। मालूम हुआ है अवैध प्लाटिंग कारोबार में ग्राहकों के साथ बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा करते हुए रकम वसूल किया जा रहा है। तय ज़मीन से अधिक ज़मीन की बिक्री रोड रास्ता में छोड़ी गयी ज़मीन को सरकारी ज़मीन को बेचने एवं उनके स्थान पर प्लाट एरजेस्ट करने सिस्टम बना लिया गया है। इस तरह के अवैध कारोबार को लेकर प्रशासन भी आंख मूंदे हुए है। सार्वजनिक उपयोग के लिए रिक्त भूमि ज़रूरी सुविधा ना देते हुए गैरकानूनी तरीके से अवैध प्लाटिंग का खेल चल रहा है। जिस पर कोई भी ठोस कार्यवाही ज़िम्मेदारों के ऊपर नही किया जा रहा है। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही नगर पंचायत आरंग में भु माफिया की गुंडागर्दी करने का मामला सामने आया था। कार्रवाई करने पहुंचे अधिकारी और कर्मचारियों के साथ में बदसूलकी कर भूमाफियाओं ने झूमा झटकी और गाली गलौज की थी। मामले में शिकायत होने पर पुलिस ने दो लोगों की गिरफ्तारी भी की। जबकि इस केस में लगभग 19 लोगों के खिलाफ में एफआईआर दर्ज किया गया। कुछ दिनों बाद नगर पंचायत कुरूद का मामला बाहर आया है।
नगर पंचायत मंदिर हसौद कुरुद में विभागीय अफसरों की सांठगांठ से भी सरकारी जमीन के वारे न्यारे करने की खबरें चर्चा में है। अवैध रूप से प्लाटिंग कारोबार में भूमि को समतल कर रोड रास्ता बनाकर अवैध प्लाटिंग किया जा रहा है। जिम्मेदार अफसरों के मौके से नदारद रहने की वजह से उनकी भूमिका भी संदेह के दायरे में है। भूमफिया लगातार एक जगह से लेकर दूसरे जगह तक बेरोकटोक अवैध प्लाटिंग करने में लगे हुए हैं।
रेरा और नगर निवेश विभाग कहीं नहीं: जानकारी के मुताबिक मंदिर हसौद के ग्राम कुरूद में जिस खसरे की जमीन पर अवैध प्लाटिंग चल रही है वहां नगर निवेश विभाग और रेरा कहीं नहीं है। बिना ले आउट नक्शा पास कराए और बिना किसी अनुमति के ही अवैध प्लाटिंग का खेल किया गया है। अभी तक निवेशकों को गुमराह कर लाखों रुपये की वसूली तक हो चुकी है। सबसे ज्यादा कृषि भूमि पर अवैध तरीके से प्लाटिंग की गई है। जिला प्रशासन ने अवैध प्लाटिंग पर प्रतिबंध लगा रखा है, किंतु नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है।
प्राइवेट प्लाट के बहाने सरकारी जमीन
जिन जगहों पर अवैध प्लाटिंग शुरू हुई है वहां आसपास में सरकारी जमीन भी मौजूद है। बड़े रकबे में सरकारी जमीन दबाकर भी षडय़ंत्र किया जा रहा है। करीबी सूत्र का कहना है कृषि भूमि को आवासीय मद में डायर्वसन बताकर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। रेरा और फिर नगर निवेश से बिना ले आउट एप्रुव किए ही जमीन बेच दी गई है। जिसकी जानकारी ग्राहकों को नभी नहीं है।
मिलीभगत से कारोबार
सरकारी तंत्र की मिलीभगत से अवैध प्लाटिंग का कारोबार क्षेत्र में जोरों पर है। आरंग में माफियाराज सामने आने के बाद भी प्रशासनिक तंत्र की चुप्पी अपने आप में बड़ा सवाल खड़े करती है।
- परमानंद जांगड़े,
पूर्व जिला पंचायत सदस्य
शिकायत पर कार्रवाई
फिलहाल अवैध प्लाटिंग की जानकारी मुझे नहीं है। हां अगर शिकायत आई तो मामले में कार्रवाई जरूर करेंगे।
- अतुल विश्वकर्मा
एसडीएम
रायपुर, 9 जून। खमतराई इलाके में दाल कारोबार में मैनेजर ने मालिक को लाखों रुपये की चपत लगा दी। दाल बिक्री में फर्जीवाड़ा करते हुए मैनेजर ने लाखों रुपये हड़प लिए। धोखाधड़ी की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया। गुरूवार को पुलिस ने जानकारी दी कि तेलीबांधा निवासी अभिषेक शर्मा ने रिपोर्ट दर्ज कराई। आरोप है कि उनके आनंद ट्रडर्स में काम करने वाले मैनेजर डोमन चंद्राकर और ललित अग्रवाल ने षड्य़ंत्रपूर्वक लाखों रुपये का नुकसान पहुंचाया। फर्म के दाल को बेचकर फर्जीवाड़ा किया गया। प्रार्थी ने बताया उसके फर्म में डोमन चंद्राकर विगत तीन वर्षो से मैनेजर है जो अनाज विक्रय एवं विक्रय राशि प्राप्त करने का काम करता है । उसका व्यापारी ललित अग्रवाल (गर्ग) के साथ नजदीकी संबंध है । 11 मार्च को खरीदी बिक्री के बिलों की जांच करने के दौरान फर्जीवाड़ा सामने आया। दूसरे फर्मों के नाम पर स्टॉक भेजकर आरोपी ने रकम प्राप्त की जबकि फर्म को फर्जी दस्तावेज दिखाकर गुमराह कर दिया।
औद्योगिक क्षेत्र में घूम-घूमकर करता था चोरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जून। उरला के मेटल पार्क में चोरी की घटना को अंजाम देकर भागने वाले शातिर को पुलिस ने दबोचा है। वारदात को अंजाम देकर शातिर के फरार होने के पहले ही पेट्रोलिंग टीम ने उसे दबोच लिया। आरोपी से पूछताछ में औद्योगिक क्षेत्र में दूसरे जगहों पर भी चोरी करने का पता चला है। आरोपी ओमान कुमार निवासी उदया सोसायटी है। वह दोपहिया में चोरी का सामान ले जाते रात के वक्त पकड़ा गया। रात में गश्त करने वाली टीम ने संदेहास्पद स्थिति में आरोपी को पकडक़र पूछताछ की। पुलिस ने बताया आरोपी के कब्जे से ट्रक का कमानी पट्टा 2 नग , और स्कूटी बरामद किया गया। स्कूटी के दस्तावेज भी नहीं मिले। दोपहिया के चोरी के मामले में भी पुलिस ने छानबीन शुरू की। आरोपी आदतन चोर है। इसके खिलाफ में पहले भी मामले दर्ज किए गए हैं।
बिलासपुर से लौटते वक्त हुआ हादसा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जून। सिलतरा नए ओवर ब्रिज के ऊपर टाटीबंध बायपास में गुरूवार को दोपहिया सवार सडक़ दुर्घटना का शिकार हो गए। ट्रक से टकराने के बाद दोनों की मौके पर मौत हो गई। मृतकों की पहचान नितेश आगरकर निवासी बढ़ा अशोक नगर और मनीष देवांगन निवासी चंगोराभाठा के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया दोनों किसी काम से बिलासपुर गए हुए थे। जब अपनी दोपहिया से रायपुर लौट रहे थे तभी सुबह नौ बजे हादसा हो गया। दोपहिया चलाते वक्त रफ्तार पर नियंत्रण नहीं लगा सके। दोपहिया के सीधे ट्रक के पीछे घुस जाने से दोनों युवकों की मौत हो गई। दोनों का सिर टकराते हुए डाले के नीचे बाइक में ही दब गया। इसी वक्त उनकी मौत हो गई। बताया गया कि ट्रक चालक रात के वक्त गाड़ी खड़ी करने के बाद कहीं चला गया था। पास से गुजरते वक्त दोपहिया सवार खुद को संभाल नहीं पाए। पुलिस ने बताया कि अगर युवक हेलमेट पहने होते ही उनकी जान बच गई होती। प्रारंभिक जानकारी में पता चला है कि नितेश अपने किसी काम से मनीष को साथ लेकर बिलासपुर गया था। सुबह होने के बाद दोनों वापस रायपुर के लिए लौट रहे थे। इसी दौरान सिलतरा मार्ग में दोनों हादसे का शिकार हा
गए। बाइक सवारों के हादसे में शिकार होने की सूचना राहगीरों ने पुलिस को दी। तुरंत मौके पर पहुंचकर शव बाहर निकाला गया। जिस तरह से बाइक के परखच्चे उड़ गए, संभव है कि वे तेज गति से दोपहिया दौड़ा रहे थे। हाईस्पीड होने के कारण ही उनका नियंत्रण छूट गया। बहरहाल मामले में मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
रायपुर, 9 जून। उरला क्षेत्र के ग्राम कारा के पास अज्ञात वाहन की चपेट में आकर एक अधेड़ की मौत हो गई। रात को अंधेरे में अज्ञात वाहन चालक ने पीछे से अधेड़ को चपेट में लिया। दो दिन बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। बताया गया घटना 7 जून रात दस बजे के आसपास की है। अजय कुमार साहू निवासी ग्राम बुंदेली बेमेतरा अपनी दोपहिया से जा रहा था। रास्ते से गुजरते वक्त संभवतया किसी भारी वाहन ने उसे पीछे से चपेट में ले लिया। सिर में गंभीर चोट आने की वजह से उसकी मौत हो गई। इस मामले में सूचना मिलने पर पुलिस ने मर्ग कायम किया है।
रायपुर, 9 जून। रेलवे स्टेशन गुरूद्वारा के पीछे एक होटल में युवक उठाईगिरी का शिकार हो गया। अज्ञात चोर ने बैग से महंगा फोन चुरा लिया। चोरी की सूचना देने पर पुलिस ने अपरध दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि नरेश बेहरा होटल में रूका हुआ था। उसने अपना फोन बैग में रखकर उसे कमरे में छोड़ दिया। इसी बीच किसी अज्ञात शख्स ने फोन गायब कर दिया। पुलिस ने बताया कि संदेह के आधार पर होटल के कर्मचारियों से भी पूछताछ करेंगे। फिलहाल केस में अज्ञात की पतासाजी कर रहे हैं। होटल में लगे सीसीटीवी कैमरा जांच कर पुलिस ने संदिग्धों की खोजबीन के बारे में बताया ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जून। छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल रायपुर ने प्री.बीएड/ प्री.डीएलएड 2022 प्रवेश परीक्षा की तारिख जारी किया है। 12 जून से बीएड-डीएलएड की परीक्षाएं शुरू होगी। जिसमे प्री.बीएड की परीक्षा प्रथम पाली में सुबह 10 बजे से 12.15 बजे तक 41 परीक्षा केन्द्रों में एवं प्री.डीएलएड की परीक्षा द्वितीय पाली में दोपहर 2 बजे से शाम 4.15 बजे तक 14 परीक्षा केन्द्रों में संचालित होगी। कलेक्टर ने इस परीक्षा के सुचारू रूप से संचालन के लिए डिप्टी कलेक्टर को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
मृत्युदर में लाई जा सकती है कमी
रायपुर, 9 जून। बच्चों में डायरिया को रोकने और इसकी रोकथाम के लिए प्रदेश में 21 जून से 5 जुलाई तक गहन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा मनाया जाएगा। इस दौरान सभी स्वास्थ्य केंद्रों में ओआरएस-जिंक कॉर्नर की स्थापना के साथ ही लोगों को डायरिया के बारे में जागरूक करने कई गतिविधियां संचालित की जाएंगी। राज्य शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों तथा सिविल सर्जन्स को परिपत्र जारी कर इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। डायरिया शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों में मृत्यु के मुख्य कारणों में से एक है। इसके शीघ्र उपचार से बाल मृत्यु दर में कमी लाई जा सकती है।
स्वास्थ्य विभाग में बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के उप संचालक डॉ. वी.आर. भगत ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों तथा सिविल सर्जन्स को सभी विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारियों और विकासखण्ड कार्यक्रम प्रबंधकों को गहन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा के दौरान संचालित किए जाने वाले कार्यक्रमों व गतिविधियों की जानकारी देने तथा आवश्यक समन्वय के लिए निर्देश पत्र जारी करने कहा गया है। उन्होंने बताया कि सभी ए.एन.एम. और मितानिनों को डायरिया केस प्रबंधन, उपचार, काउंसलिंग पर प्रशिक्षण तथा अभियान के दौरान उनके द्वारा की जाने वाली गतिविधियों के लिए निर्देशित करने और आईडीसीएफ टूलकिट प्रदान करने कहा गया है। सभी स्वास्थ्य केन्द्रों के टंकियों की सफाई के भी निर्देश दिए गए हैं।
अपने-अपने जिलों के लिए ओ.आर.एस. और जिंक टेबलेट का उठाव करते हुए इनका वितरण सुनिश्चित करने भी कहा है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी परिपत्र में सीएमएचओ और सिविल सर्जन्स को कोरोना संक्रमण के प्रति सतर्कता बरतते हुए दीवार लेखन, सोशल मीडिया एवं प्रचार-प्रसार के विभिन्न माध्यमों के जरिए डायरिया के रोकथाम एवं नियंत्रण की जानकारी लोगों तक पहुंचाने कहा है। विभाग ने गहन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा के आयोजन में महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायत विभाग, स्थानीय प्रशासन, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन तथा विभिन्न विभागों के साथ काम कर रहे डेवलपमेन्ट पार्टनर्स का सहयोग लेने के निर्देश दिए गए हैं।
साथ ही निजी अस्पतालों व आई.ए.पी., आई.एम.ए. जैसी निजी एजेंसियों को भी इसमें शामिल करने कहा है।
डॉ. भगत ने बताया कि गहन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा के दौरान घर, कुएं व जल-स्रोतों की साफ-सफाई तथा पानी को स्वच्छ रखने के लिए क्लोरीन टेबलेट्स का वितरण किया जाएगा। उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों जैसे ईंट-भट्टा, खानाबदोश स्थल, बाढ़ की संभावना वाले क्षेत्रों, ऐसे उप स्वास्थ्य केंद्र जहां एएनएम उपलब्ध नहीं हैं, प्रवासी मजदूर, सडक़ पर रहने वाले बच्चों, मलिन बस्तियों जैसी जगहों पर अधिक ध्यान देने एवं ओ.आर.एस. की पूर्व उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
आईडीसीएफ के दौरान मितानिनों द्वारा छह माह से पांच वर्ष तक के बच्चों वाले घरों में ओ.आर.एस. पैकेट का वितरण तथा इसके उपयोग के संबंध में सलाह प्रदान कर ओ.आर.एस. घोल बनाने की विधि का प्रदर्शन किया जाएगा। मितानिनें लोगों को साफ-सफाई के प्रति प्रेरित भी करेंगी। वे लोगों को डायरिया प्रकरणों की पहचान, ए.एन.एम. या स्वास्थ्य केन्द्रों पर संदर्भन, डायरिया के लक्षण व खतरों के बारे में भी बताएंगी।
गहन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा के दौरान सभी स्वास्थ्य केन्द्रों के ओ.पी.डी. तथा आई.पी.डी. वार्ड में ओ.आर.एस.-जिंक कार्नर की स्थापना की जाएगी। साथ ही वहां निर्जलीकृत डायरिया प्रबंधन का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। जिले के आईएपी व आईएमए से समन्वय कर सभी निजी चिकित्सालयों में भी ओ.आर.एस.-जिंक कार्नर स्थापित कराया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने सीएमएचओ व सिविल सर्जन्स को सभी संस्थाओं में ओ.आर.एस. और जिंक टैबलेट की पर्याप्त उपलब्धता तथा पोषण पुनर्वास केन्द्रों में भर्ती डायरिया से पीडि़त अति गंभीर कुपोषित बच्चों का प्रबंधन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
रायपुर, 9 जून। 3 जून को अंचल के दिवंगत साहित्यकार लक्ष्मण मस्तुरिया की 73 वीं जयन्ती मनाई गई । 3 नवंबर 2018 को उनका दुखद निधन हो गया था। 7 जून को उनकी जयन्ती के अवसर पर लक्ष्मण मस्तुरिया सुरता संगोष्ठी का आयोजन महादेवघाट रायपुरा स्थित कबीर सत्संग भवन में किया गया । इस आयोजन में अंचल के अनेक साहित्यकार, कलाकार शामिल हुए। लक्ष्मण मस्तुरिया छत्तीसगढ़ अंचल के सुमधुर गायक एवं प्रसिद्ध गीतकार थे। एक समय था जब रेडियो में बजते हुए उनके गीत को सुनकर राह चलते लोग ठहर जाते थे। मन डोले रे माघ फगुनवॉज्ज् बखरी के तुमा नार बरोबर मन झुमरेज्ज् जैसे लोक प्रिय गीतों की उन्होंने ने रचनाए की। आपने दैनिक समाचार पत्रों के लिए स्तंभ भी लिखा। दैनिक भास्कर के लिए माटी कहे कुम्हॉर सेज्ज् तथा संवेत शिखर के लिए लोक सुधार उनके उनके उल्लेखनीय स्तंभ हैं।
रायपुर, 9 जून। छत्तीसगढ़ किसान सभा ने केंद्र की मोदी सरकार द्वारा इस वर्ष की खरीफ फसलों के लिए घोषित समर्थन मूल्य को सी-2 लागत से भी कम बताया है और कहा है कि समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी पेट्रोल-डीजल-बीज-खाद-दवाई के मूल्य में बढ़ोतरी के कारण कृषि लागत में हुई वृद्धि की भी भरपाई नहीं करती।
अपनी त्वरित प्रतिक्रिया में छत्तीसगढ़ किसान सभा के अध्यक्ष संजय पराते तथा महासचिव ऋ षि गुप्ता ने कहा है कि जिस तरीके से अनाज मगरमच्छों के मुनाफे के लिए किसानों की फसलों को लूटने के लिए समर्थन मूल्य घोषित किया गया है, उससे देशव्यापी किसान आंदोलन की इस मांग को ही बल मिलता है कि समर्थन मूल्य का आधार सी-2 लागत होना चाहिए, न कि एफ-2 लागत। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य एफ-2 लागत पर आधारित है और पूरी तरह से स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के खिलाफ है। इस मूल्य पर तो खेती-किसानी की लागत भी नहीं निकलने वाली है, किसानों की आय दुगुनी करने का दावा तो जुमला ही बनकर रह गया है।
रायपुर, 9 जून। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने मैग्नेटो मॉल के पीवीआर में परिवार संग फिल्म सम्राट पृथ्वीराज देखी। पूर्व सीएसआईडीसी अध्यक्ष छगन लाल मुंदड़ा, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व रायपुर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव मुख्य रूप से मौजूद थे।
रायपुर, 9 जून। रायपुर के युवा नेत्र एवं रेटिना विशेषज्ञ डॉ प्रांजल मिश्र मुम्बई में आयोजित राष्ट्रीय नेत्र विशेषज्ञ संघ(आल इंडिया ओफ्थलमोलोगिकल सोसायटी) के 80 वे राष्ट्रीय अधिवेशन में सम्मानित किया गया।
डॉ. प्रांजल के आंखों के पर्दे रेटिना पर केंद्रित शोधपत्र को बेस्ट पेपर अवार्ड तथा एशिया पेसिफिक कॉन्फ्रेंस में प्रस्तुत रिसर्च पेपर को बेस्ट फ्री पेपर एवार्ड मिलने पर इंटरनेशनल ओफ्थलमिक हीरो ऑफ इंडिया का सम्मान प्रदान किया गया। डॉ. प्रांजल मिश्र रायपुर निवासी हैं ,शंकरदेव नेत्रालय गोहाटी से नेत्र विशेषज्ञ की उपाधि प्राप्त करने के उपरांत नारायण नेत्रालय बेंगलुरु से रेटिना की बीमारियों एवं सर्जरी में दो वर्षीय फेलोशिप की है डॉ. प्रांजल के 20 से अधिक रिसर्च पेपर अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित हो चुके हैं। डॉ.प्रांजल ने लाइफ लाइन एक्सप्रेस में आयोजित नेत्र शिविरों में सेवाएं प्रदान की है। डॉ. प्रांजल वर्तमान में पं.जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज सम्बद्ध मेकाहारा रायपुर में नेत्र विभाग में कार्यरत हैं।
मांगे पूरी नहीं हुई तो अनिश्चित कालीन धरना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जून। आंगनबाडी कार्यकर्ता सहायिका अपनी एक सूत्रीय मांगों को लेकर गुरूवार को बूढ़ातालाब धरना स्थल पर दो दिवसीय हड़ताल पर हैं। सरकार के जन घोषणा पत्र में किये गये वादे को पूरा करने की मांग की है। कई बार रोड पर उतरकर आंदोलन कर चुकी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दीदीयों ने शासन का हमेशा अपनी लम्बित मांगो के लिए धरना प्रदर्शन किया। लेकिन आज तक मांगों को पुरा नही की गई। जिस पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपनी मांगो को मनवाने धरने पर बैठ गई हैं।
आंगनबाड़ी सहायिका यूनियन सीटू के प्रांताध्यक्ष गजेन्द्र झा ने बताया कि सरकार के जन घोषणा पत्र में किये गये वादे को पूरा करने की मांग की है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का वेतन 6500 रूपए देय है। जो की बहुत कम है। कार्यकर्ता भिषण गर्मी में भी पूरा कार्यो का निवर्हन कर रहे है साथ ही शासन द्वारा दिये गये अन्य सभी विभागों के कार्य को भी कर रही है। कोविड महामारी में भी सर्वे से लेकर सुखा राशन एवं टीकाकरण जागरूक्ता मे अपनी पूरी क्षमता से योगदान दिया है । लगातार सभी योजनाओं पर ईमानदारी से कार्य करते आ रही है जिसके कारण विभाग को कई बार पुरस्कृत एवं सम्मान की प्राप्ति हुई है । कुपोषण की दर को कम करने के लिए आंगनबाडी कार्यकर्ता सहायिका दिन - रात पूरी ईमानदारी से इस कार्य में जुटी हुई है । इस सबके बावजूद शासन इन्हे अनदेखा कर रही है ।
उन्होंने कहा कि तीन साल से भी अधिक समय बितने के बाद भी सरकार ने अपने वादे पूरे नही किया। प्रदेश सरकार ने किसी भी मांग पर कोई सहमती नहीं दिया है । जिसके कारण आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपनी मांग नियमितीकरण की मांग की है। जो की जन घोषणा पत्र में वादे किए गये थे लिखित में कलेक्टर दर उसे तत्काल पूरा करने की मांग की है। जिसके लिए प्रदेश की आंगनबाडी कार्यकर्ता , सहायिका 9-10 जून को दो दिन तक धरना देकर महा आंदोलन करने जा रही है। जिसके बाद भी मांगे पूरी नही हुई तो 07 से 11 जुलाई तक निश्चित कालिन धरना प्रदर्शन करेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जून। सूने मकानों में धड़ाधड़ चोरी की घटनाएं होने के बाद चोर गैंग अब कांप्लेक्स में भी धावा बोल रहे हैं। सोन डोंगरी स्थित मीडिया सिटी के फ्लैट में घुसकर चोरों ने दर्जनभर मकानों के ताले तोड़े। यहां से नगदी समेत जेवर और घरेलू सामान चुरा लिया। अगले दिन चोरी की सूचना देने पर पुलिस छानबीन में जुटी। मीडिया सिटी में लगे सीसीटीवी कैमरे में चोरों का फुटेज मिला है। इसके पहले भी यहां चोरी की घटनाएं हुई लेकिन पुलिस अभी तक आरोपियों का पता नहीं लगा सकी। पूर्व में छह से सात फ्लैट के ताले तोडक़र अंदर से सामान चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। मीडिया सिटी में रहने वालों का कहना है चोरों ने रात दो बजे से सुबह चार बजे के बीच वारदात को अंजाम दिया है। सोनडोंगरी में बस रही नई कॉलोनियों के बीच पुलिस की गश्त कमजोर पडऩे की वजह से चोर लगातार इसका फायदा उठा रहे हैं। आमानाका और उरला थाना के बार्डर के रास्ते में चोरों ने उत्पात मचा रखा है। दो थानों के बीच पेट्रोलिंग की खस्ता हालत होने की वजह से मकानों में लगातार चोरियां हो रही है। सोनडोंगरी मार्ग रात के वक्त सूनसान रहता है। कई बार राहगीरों से लूटपाट की भी कोशिश हुई है। सिलतरा बायपास का नया रास्ता खुल जाने की वजह से भी दोपहिया सवार यहां से गुजरते हैं। मजदूरी करने वाले कई लोगों को बीच रास्तेे में लूटपाट का शिकार बनाया जा चुका है। मोबाइल और पर्स लूट की घटना यहां आम है।
तेलीबांधा पुलिस की गश्त में पकड़े गए बदमाश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जून। तेलीबांधा पुलिस ने दो शातिर बाइक चोरों को पकड़ा है। आरोपियों की निशानदेही से चोरी की तीन दोपहिया बरामद की गई। आरोपियों ने शहर के अलग-अलग ठिकानों से वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया था। तेलीबांधा पुलिस के बताए अनुसार आरोपी राहुल ताण्डी निवासी मौदहपारा, और नीरज कुमार नंदा उर्फ पतालू निवासी श्याम नगर को गश्त के दौरान पकड़ा गया। आरोपी संदिग्ध हालत में घूम रहे थे इसी दौरान उन पर नजर पड़ी। हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तभी आरोपियों ने चोरी की घटनाओं को अंजाम देने का खुलासा किया। वाहन चोरी के केस में छानबीन करने के बाद आरोपियों के पास से दोपहिया बरामद हुए। आरोपियों ने दोपहिया चुरा लेने के बाद उसे नत्थानी कांप्लेक्स के अंदर झाडिय़ों में छिपा रखा था। सुजकी एक्सेस 125 क्रमांक सी.जी. 04 डी.क्यू. 7632, एक्टीवा क्रमांक सी.जी. 04 सी.जेड.7794, एक्टीवा क्रमांक सी.जी. 04 के.सी. 8443 बरामद होने के बाद उनके मालिकों के बारे में खोजबीन शुरू की गई। पुलिस ने बताया बरामद दोपहिया की कीमत एक लाख रुपये से ज्यादा है। कार्यवाही में थाना तेलीबांधा से निरीक्षक भावेश कुमार गौतम, सउनि राम भगत, अतुलेश राय, प्र.आर. सुरजीत सोनवानी, आर. कमलेश सिंह, विपुल सिंह, दानेश्वर वर्मा की महत्वपूर्ण भूमिंका रही।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जून। विगत दिवस हिमाचल प्रदेश के शिमला प्रवास के दौरान छत्तीसगढ़ की सुश्री अनुसुईया उइके ने हिमाचल प्रदेश के राजभवन में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर एवं गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मुलाकात की। इस भेंट के दौरान राज्यपाल सुश्री उइके ने देश प्रदेश की वर्तमान परिस्थिति, सामाजिक सद्भाव एवं जनता के विभिन्न समस्याओं के संबंध में चर्चा की। साथ ही राज्यपाल ने राजभवनों में किए जा रहे नवाचार एवं गतिविधियों के संबंध में संबंधित राज्यपालों से विचार-विमर्श किया।
इस अवसर पर सुश्री उइके ने प्रदेश के नागरिकों को उनके अधिकारों की रक्षा एवं भारत शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराने के संबंध में राज्यपालों से चर्चा की। साथ ही राज्यपालों से शिक्षा में आमूलचूल परिवर्तन लाने के लिए घोषित राष्ट्रीय शिक्षा नीति का क्रियान्वयन किस प्रकार किया जा सके इस पर भी विचार विमर्श किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जून। इंडिया फर्स्ट टेक स्टार्टअप कॉनक्लेव बेंगलुरू में छत्तीसगढ़ राज्य के स्टार्टअप ने शानदार प्रदर्शन करते हुए विभिन्न 4 केटेगरी में बेस्ट स्टार्टअप का अवार्ड प्राप्त किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने राज्य के अवार्ड प्राप्त करने वाले सभी स्टार्टअप कम्पनियों और उद्योग विभाग के अधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी है। गौरतलब है कि स्टार्टअप कम्पनियों को प्रोत्साहित करने के लिए विगत 8 और 9 जून को ऑल इंडिया काउंसिल फॉर रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन द्वारा बेंगलुरू में इस कॉनक्लेव का आयोजन किया गया था।
उद्योग विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बेंगलुरू में आयोजित कॉनक्लेव में छत्तीसगढ़ के स्टार्टअप को इमोबिलिटी वर्ग में स्मार्ट यात्री प्राइवेट लिमिटेड, महिला वर्ग में ग्रीनफील्ड इकोसोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, एग्रीटेक वर्ग में सिद्धार्थ एग्रो मार्केटिंग एंड लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड तथा ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी वर्ग में प्रॉमिनेंट इनोवेशन लैब प्राइवेट लिमिटेड को बेस्ट स्टार्टअप का अवार्ड प्रदान किया गया। स्टार्टअप इनक्यूबेशन हेतु इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय - रबी को सर्वश्रेष्ठ इनक्यूबेशन सेंटर के रूप में सम्मानित किया गया। कॉनक्लेव में वाणिज्य एवं उद्योग विभाग छत्तीसगढ़ शासन की ओर से संयुक्त संचालक, संजय गजघाटे ने छत्तीसगढ़ राज्य में स्टार्टअप इकोसिस्टम व विभाग द्वारा प्रदान की जा रही विभिन्न अनुदानों के विषय में विस्तृत जानकारी दी तथा निवेशकों को राज्य में स्टार्टअप स्थापित करने व निवेश हेतु आमंत्रित किया। उल्लेखनीय है कि इस कॉनक्लेव में छत्तीसगढ़ से 12 स्टार्टअप कम्पनियों ने अपनी भागीदारी दी थी। कॉनक्लेव में सहायक संचालक सुमन देवांगन और प्रबंधक हेमेश देवांगन ने भी विभाग का प्रतिनिधित्व किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जून। शहर की शराब दुकानों में स्टॉक टेकिंग का काम शुरू होने के बाद आबकारी के सर्वर ने दम तोडऩा शुरू कर दिया है। आलम अब यह है कि शराब बोतलों की स्केनिंग में लेटलतीफी होने के चलते समय पहले शटर गिराने की नौबत है। बड़ी दुकानों में व्यवस्था बदहाल होने के कारण कर्मचारी समय पहले दुकानों में तालाबंदी कर रहे हैं। पिक आवर के वक्त शराब खरीदी के लिए भीड़ जुट रही है लेकिन शराब नहीं मिलने की वजह से वहां हंगामा खड़े हो रहा है। बुधवार की रात मोटर स्टैंड और भनपुरी की शराब दुकानों में भी शौकीनों ने हंगामा किया। कर्मचारियों ने दुकान बंद होने के समय के पहले ही शटर गिरा दिया, जिसके बाद शराब खरीदी के लिए लाइन में खड़े लोग हंगामा करने लगे। दुकान बंद करने का समय रात दस बजे है लेकिन कर्मचारी एक से डेढ़ घंटे पहले शॉप पर ताला जड़ रहे। आबकारी से जुड़े एक अफसर का कहना है स्टॉक टेकिंग का काम हर महीने चलता है लेकिन इस महीने शराब की स्केनिंग शुरू होने के बाद डाटा बेस ठीक तरह से काम नहीं कर रहा है। स्केनिंग होने के बावजूद सर्वर में डाटा अपलोड होने परेशान बढ़ रही है।
सर्वर के डाउन होने की वजह से दोबारा स्टॉक स्केन करना पड़ रहा है। जब तक शराब की स्केनिंग नहीं होती तब तक कर्मचारी बिक्री नहीं कर सकते हैं, ऐसे में व्यवस्था काफी प्रभावित हो रही है। सर्वर डाउन होने का असर शराब से प्राप्त होने वाले राजस्व पर भी पड़ रहा है।
पिकआवर में बिक्री नहीं, आबकारी को नुकसान
जिले में आबकारी विभाग को शराब दुकानों से पिक ऑवर में सबसे ज्यादा राजस्व मिलता है। शाम छह बजे के बाद रात दस बजे तक सबसे ज्यादा भीड़ जुटती है। फाफाडीह, कटोरा तालाब, तेलीबांधा, भनपुरी, मोटर स्टैंड, सड्ढू जैसी बड़ी दुकानों में सबसे ज्यादा बिक्री राशि आबकारी के खाते में जमा होती है। अगर इसी टाइन सर्वर डाउन होने से स्केनिंग का काम रूके तो आबकारी के लिए यह बहुत बड़ा नुकसान है। अफसरों का कहना है बिना स्केनिंग के शराब बिक्री नहीं कर सकते।
बार-बार स्केनिंग से दुकानों में हालत खराब
कई दुकानें ऐसी है जहां पर शराब की दोबारा स्केनिंग करने की वजह से कर्मचारियों को भी हलाकान होना पड़ रहा है। आबकारी ने जो साफ्टवेयर बनाया है उसमें पूरे प्रदेशभर की दुकानों से शराब का स्टाक टेकिंग किया जाता है। एक समय में दुकानों से लोड बढऩे की वजह से सर्वर में लोड बढ़ता है। सर्वर के डाउन होने की वजह से स्केन किया डाटा डिलीट हो जाता है, ऐसे में दोबारा से स्टॉक की स्केनिंग करने की मजबूरी है। कई दुकानों में कर्मचारी भी स्टॉक टेकिंग करते हलाकान हैं।
समय लगता है
स्टॉक टेकिंग के वक्त थोड़ बहुत समय लगता है। सर्वर की कोई परेशानी नहीं है। दुकानों ज्यादा स्टॉक आने से कभी कभार देरी होती है।
- अनिमेष नेताम,
जिला आबकारी
उपायुक्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जून। डायल 112 की कार्रवाई में बाधा डालकर स्टॉफ से दुव्र्यवहार करने का मामला सामने आया है। डेरापारा व्यास तालाब के पास नाबालिग समेत कुछ लोगों ने डायल 112 की टीम के साथ दुव्र्यवहार किया। रास्ता रोक लेने के बाद मारपीट की कोशिश की। पुलिस ने बताया, बुधवार की रात डेरापारा व्यासतालाब के पास खमतराई में मारपीट होने की सूचना मिली थी। क्वीक रिस्पांस टीम तुरंत मौके पर पहुंची। यहां मालूम हुआ कि करण मरकाम और उसके साथी से राकेश ध्रुव का झगड़ा हुआ था। डायल 112 स्टाफ ने मारपीट करने वालों को थाना चलने कहा जिसके बाद चार लोगों ने बदसलूकी शुरू कर दी। वेन में सवार आरक्षक सचिन मंगेश्कर के साथ मारपीट करने लगे। इस दौरान सचिन के हाथ में चोट आई। पुलिस की कार्रवाई में बाधा डालकर मारपीट करने के मामले में आरोपी बैसाखु धु्रव, तुलसीदास उईके, आकाश उईके के साथ एक नाबालिग के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया। मामले में मौके से करण और नूतन नामक युवक फरार हो गए। जल्द उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
रायपुर, 9 जून। लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत राजस्व विभाग ने अविवादित नामांतरण, अविवादित खाता विभाजन एवं सीमांकन प्रकरणों को तीन महीने में निराकरण करने समय सीमा निर्धारित किया गया है। इस समय सीमा मे कार्य पूरा नही करने वाले दो राजस्व अधिकारियों पर अर्थदंड लगाया गया।
जानकारी के मुताबिक समय सीमा में प्रकरणों का निराकरण नहीं करने वाले राज्जस्व अधिकारियों पर सौ रुपए प्रतिदिन, अधिकतम एक हजार रुपए परिव्यय व अर्थ दंड आरोपित किए जाने का प्रावधान किया है। नामांतरण और सीमांकन मामलों में समया अवधी में निराकरण में देरी पाए जाने पर रायपुर के अतिरिक्त तहसीलदार अभिषेक राठौर द्वारा सीमांकन प्रकरण का समय अवधि में निराकरण नहीं किए जाने पर सक्षम अधिकारी अनुविभागीय दंडाधिकारी (राजस्व) रायपुर ने राठौर को एक हजार रुपए परिव्यय/अर्थदंड से दंडित किया है।
इसी प्रकार धरसीवां के अतिरिक्त तहसीलदार अजय चंद्रवंशी के द्वारा अविवादित नामांतरण का समय सीमा में निराकरण नहीं किए जाने के कारण उन्हें भी एक हजार रुपए परिव्यय/अर्थदंड से दंडित किया है. उक्त दोनों ही अधिकारी परिव्यय राशि भुगतान के लिए दायी होंगे। जिसके बाद अनुविभगीय दंडाधिकारियों को समय पर कार्य पूरा करने के निर्देश दिया गया।
रायपुर। छत्तीसगढ़ मंत्रालय के अधिकारी, कर्मचारियों के लिए कोरोना बूस्टर डोज के टीके लगाए जाएंगे। इसके लिए 16-17 जून को मंत्रालय के एलोपैथिक डिस्पेंसरी में शिविर लगाया जाएगा।
रायपुर। तीन से चार बार मतदान का मॉक ड्रिल में प्रैक्टिस कराने के बाद सीएम भूपेश बघेल विशेष विमान से हरियाणा कांग्रेस के विधायकों को लेकर अब से कुछ देर पहले चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गए। क्रॉस वोटिंग के डर से छत्तीसगढ़ लाए गए थे।
ज्ञात हो कि हरियाणा में राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार अजय माकन को जीत दर्ज करने के लिए 31 विधायकों के मतों की आवश्यकता थी। लेकिन राज्यसभा उम्मीदवारी के लिए तीसरे नाम की घोषणा के बाद से ही कांग्रेस के खेमे में हड़कंप मच गया था। जिसके बाद लगभग एक हफ्ते पहले हरियाणा से 31 में से 28 विधायक छत्तीसगढ़ पहुँचे थे। इसके बाद से लगातार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरियाणा के विधायकों से मुलाक़ात करने आते रहें ।
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए बिलासपुर आईजी को राजस्थान पुलिस के साथ समन्वय के दिए निर्देश
रायपुर, 9 जून। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की बेटी की कोटा, राजस्थान में हुई हत्या पर गहरा दुःख जताया है। मुख्यमंत्री ने बिलासपुर आईजी को आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए राजस्थान पुलिस से समन्वय करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मृत छात्रा के परिवारजनों के प्रति संवेदना जताते हुए छात्रा के परिजनों को हर संभव सहयोग के निर्देश भी दिए हैं। बिलासपुर की यह छात्रा राजस्थान के कोटा में कक्षा 12 और नीट की तैयारी कर रही थी।
रायपुर. ऐसा बहुत कम होता है जब साहित्य के किसी आयोजन में लोगों की अच्छी-खासी मौजूदगी देखने को मिलती है. सामान्य तौर पर साहित्यिक आयोजन में वे ही लोग उपस्थित रहते हैं जिनका कार्यक्रम से जुड़ाव रहता है या फिर बतौर वक्ता उन्हें अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी होती है. पहली बार इससे उलट था. अभी इसी महीने 4 जून को जन संस्कृति मंच की रायपुर ईकाई द्वारा देश के प्रसिद्ध मार्क्सवादी विचारक राम जी राय की पुस्तक मुक्तिबोध:स्वदेश की खोज का विमोचन हुआ तो जितने लोग वृंदावन हाल के भीतर थे उतने ही लोग हाल के बाहर इस प्रतीक्षा में थे किसी तरह से एक गंभीर आयोजन का हिस्सा बन सकें. जन समुदाय की यह मौजूदगी सभी वर्ग और क्षेत्रों से थीं. इस मौके पर नवारुण प्रकाशन और जन संस्कृति मंच की तरफ से पुस्तक व पोस्टर प्रदर्शनी भी लगाई गई थीं. हिंदी पट्टी के किसी आयोजन में पुस्तकों की अच्छी-खासी बिक्री भी देखने को मिली.
कार्यक्रम की शुरुआत अजुल्का सक्सेना और वसु गंधर्व के गायन से हुई. दोनों ने मुक्तिबोध की कविता पर अपनी शास्त्रीय प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया.
अपने स्वागत वक्तव्य में जन संस्कृति मंच की रायपुर ईकाई के अध्यक्ष आनंद बहादुर ने बताया कि जसम देश के सबसे महत्वपूर्ण लेखकों, और संस्कृतिकर्मियों का संगठन है. पिछली 3 मई को जब रायपुर ईकाई का गठन हुआ तब यह बात बेहद शिद्दत से उठी थीं कि सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने वाली राजनीति के विषैले-खतरनाक दौर में जब सबसे ज्यादा लेखकों और कलाकारों को मुखर होकर बोलने की आवश्यकता है तब वे खामोश हैं. जन संस्कृति मंच ने तय किया है कि वह जरूरी हस्तक्षेप जारी रखेगा. इस मौके पर मुक्तिबोध के पुत्र रमेश मुक्तिबोध, गिरीश मुक्तिबोध, दिलीप मुक्तिबोध के हाथों रामजी राय की कृति 'मुक्तिबोध स्वदेश की खोज' का विमोचन किया गया.
इस अवसर पर कृति के लेखक रामजी राय ने मुक्तिबोध की कर्मभूमि छत्तीसगढ़ में पुस्तक के विमोचन को एक उपलब्धि बताया. उन्होंने कहा कि यदि समकालीन जनमत की प्रबंध संपादक मीना राय ने सुझाव नहीं दिया होता तो शायद किताब का विमोचन यहां रायपुर में संभव नहीं हो पाता. लेखक राम जी राय अपने वक्तव्य के दौरान बेहद भावुक भी हो उठे. उन्होंने कहा कि अगर मुक्तिबोध के समूचे लेखन को खोजने का काम रमेश मुक्तिबोध ने नहीं किया होता तो आज उनका समग्र लेखन हमारे सामने नहीं आ पाता. उन्होंने कहा कि फैंटसी भी यथार्थ को जानने का एक टूल होता है. सबकी अपनी-अपनी फैंटसी होती है न कि सिर्फ कलाकारों की. लेनिन ने कहा था... तुमने हथियार साधू से लिया या डाकू से ये महत्व नहीं रखता, इसका इस्तेमाल कहां करोगे ये मायने रखता है. उन्होंने कहा कि मुक्तिबोध की भाषा पर भी काम होना चाहिए. उन्होंने कहा कि आजादी के समय से ही फासीवाद की झलक दिखने लगी थीं.आज फासीवाद अपने सबसे वीभत्स रुप में हमारे सामने हैं. फासीवाद को लेकर मुक्तिबोध की चिंता और अधिक जटिल यथार्थ की तरफ बढ़ रही है. हम केवल तर्कों से फासीवाद को हरा नहीं पाएंगे. इसे समझना होगा. इसके प्रतिवाद के लिए धरती पर कान लगाकर सुनना होगा.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और देश के प्रसिद्ध कवि बसंत त्रिपाठी ने कहा कि मुक्तिबोध स्वदेश की खोज हमारे समय की जरूरी किताब है. उन्होंने कहा कि मुक्तिबोध के समूचे लेखन को लेकर अलग-अलग तरह के निष्कर्ष निकाले जाते रहे हैं, लेकिन पहली बार राम जी राय ने अपनी पुस्तक में नई व्याख्या की है जिसमें मुक्तिबोध का प्रस्थान बिंदु, उनकी चिंतन धारा और उनकी सोच शामिल है.
छत्तीसगढ़ साहित्य परिषद के अध्यक्ष ईश्वर सिंह दोस्त ने कहा कि मूल्यांकन के बगैर आलोचना नहीं हो सकती और साहित्य का मूल्यांकन सिद्धांत के बगैर नहीं हो सकता. राम जी राय की यह किताब गहरी सैद्धांतिक बहस का पुर्नवास करती है. किताब मनोविश्लेषण और मार्क्सवाद के ताजा-तरीन सिद्धांतों के मार्फत मुक्तिबोध की फैटेंसी की अभिनव और बहस तलब व्याख्या को सामने लाती है.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रणय कृष्ण ने कहा कि मुक्तिबोध के काम और उनके मूल्यबोध से स्पष्ट आत्मीयता रख पाना बेहद जटिल है, लेकिन राम जी राय ने यह काम कर दिखाया है. उन्होंने किताब के भीतर मौजूद कई लेखों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि नक्सलबाड़ी और खाड़ी देश सहित अन्य लेखों को पढ़कर आज के फासीवाद को समझने की नई दृष्टि विकसित होती है. उन्होंने कहा कि अंतःकरण जो मनोभाव मुक्तिबोध के पास है वह इस किताब में उपस्थित हैं. तत्व विकास, अभिव्यक्ति का संघर्ष. उन्होंने कहा कि अगर हिंदोस्तान में फासीवाद से लड़ना है तो व्यापक जनसंघर्ष की आवश्यकता होगी.
युवा आलोचक प्रेम शंकर ने मुक्तिबोध की रचनाओं के जरिए रामजी राय की पुस्तक की खास बातों को रेखांकित किया तो आलोचना के संपादक आशुतोष ने कहा कि इस किताब पर आने वाले समय में जबरदस्त चर्चा होगी. यह किताब बताती है कि मुक्तिबोध को कैसे और क्यों पढ़ा जाय. किताब मुक्तिबोध को लेखकों की राजनीति से अलग करती है. उन्होंने कहा कि फासीवाद से लड़ने के लिए संसदीय लोकतंत्र के बाहर जाने की जरूरत क्यों है इसे बेहद शिद्दत से इस किताब में महसूस किया जा सकता है.
अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में आलोचक सियाराम शर्मा ने मुक्तिबोध को समय के पहले का कवि निरूपित किया. उन्होंने कहा कि मुक्तिबोध संकट को पहचानते थे इसलिए अपनी कविताओं में प्रतिरोध भी रच देते थे. उन्होंने कहा कि मुक्तिबोध की कविता हमेशा एक कार्यकर्ता बने रहने की मांग करती है चूंकि यह किताब भी जनता के लिए हैं इसलिए बेहद खास है. मुक्तिबोध जनता से बहुत प्यार करते थे. हम चाहे कहीं भी चले जाए...अंत में हमको जनता के पास जाना ही होगा. जनता के पास ही सभी समस्याओं का समाधान है. उसमें अग्नि, उष्मा व प्रकाश विद्यमान है.
कार्यक्रम का सफल संचालन युवा आलोचक भुवाल सिंह ने किया जबकि जन संस्कृति मंच के सचिव मोहित जायसवाल ने आभार जताया. इस दौरान बड़ी संख्या में साहित्यकार और संस्कृतिकर्मी मौजूद थे.
रायपुर, 9 जून। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने मैग्नेटो मॉल के पीवीआर में परिवार संग फिल्म सम्राट पृथ्वीराज देखी। पूर्व सीएसआईडीसी अध्यक्ष छगन लाल मुंदड़ा, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व रायपुर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव मुख्य रूप से मौजूद थे।