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वैध अभिलेख न होने पर वन मंडल की कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 मार्च। राजनांदगांव वन मंडल ने जिले के दर्जनभर आरा मिलों में सील एवं काष्ठ जब्ती की कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कि वन मंडल ने उक्त कार्रवाई वैध अभिलेख नहीं होने के मामले में की।
मिली जानकारी के अनुसार राजनांदगांव वनमंडल के अंतर्गत वन अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा आरा मिलों में काष्ठों का मिलान अथवा वैध अभिलेखों के नहीं होने के कारण छत्तीसगढ़ काष्ठ चिरान (विनियम) अधिनियम 1984 के तहत कार्रवाई कर आरा मिलों को सील एवं काष्ठ जब्त किया गया। वनमंडलाधिकारी ने बताया कि कार्रवाई के दौरान कुशल इंडस्ट्रीज कातुलबोड़ भाठागांव, हरसहाय बालाराम खंडेलवाल सॉ मिल राजनांदगांव, एवर ग्रीन इंडस्ट्रीज ग्राम महरूमखुर्द, इस्माईल सॉ मिल गैंदाटोला, जय काली ट्रेडिंग कंपनी राजनांदगांव, गट्टानी ट्रेडिंग कंपनी, कटकवार सॉ मिल डोंगरगांव, दुबे आरा मिल गैंदाटोला, गुरूनानक सॉ मिल बिहरीकला, सिंध सॉ मिल डोंगरगांव, ग्राम आसरा के किसान ईश्वर लाल, कृष्णा टिम्ब्र मार्ट राजनांदगांव में कार्रवाई के दौरान पीलिंग मशीन, आरा मशीन, मिनी बैंड सॉ, काष्ठ, कहुंआ एवं करंज सील एवं जब्त किया गया।
इसी प्रकार काष्ठों का बिना सक्षम अधिकारी के परिवहन अनुज्ञा पत्र नहीं होने पर छत्तीसगढ़ अभिवहन (वनोपज) नियम 2001 के अंतर्गत काष्ठ वाहन मालिक तहसील छुरिया के ग्राम भोलापुर निवासी सुरेन्द्र चतुर्वेदी के ट्रेक्टर एवं ट्रॉली में 11 नग नीम लट्ठा तथा तहसील डोंगरगांव के ग्राम अर्जुनी निवासी संजय के महेन्द्रा ट्रेक्टर एवं 11 नग नीम लट्ठा को जब्त कर भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 52 के प्रावधानों के तहत राजसात की कार्रवाई की गई।
वनमंडलाधिकारी ने जानकारी दी कि राजनांदगांव वनमंडल अंतर्गत संस्थित एवं संचालित हो रही सभी आरा मिलों को नियमानुसार अनुज्ञा पत्र की आवश्यकता होती है और यह अनुज्ञा पत्र प्रत्येक वर्ष जनवरी माह में अनुज्ञापन अधिकारी वनमंडलाधिकारी के हस्ताक्षर से विहित शुल्क की अदायगी के पश्चात् अधिकतम 3 वर्षों के लिए जारी की जाती है। इसके साथ-साथ प्रतिबंधित काष्ठ के भंडारण पाए जाने पर छत्तीसगढ़ वनोपज (व्यापार विनिमन) अधिनियम 1969 एवं भारतीय वन अधिनियम 1927 के अंतर्गत जब्ती की कार्रवाई करते वन अपराध कायम किया जाता है।
वनमंडल अंतर्गत आरा मिल, पीलिंग मशीन अनाधिकृत रूप से संचालित एवं प्रतिबंधित काष्ठ का भंडारण अथवा परिवहन रोकने के उद्देश्य सेे सभी आरा मिल संचालकों को सूचित किया गया है कि छत्तीसगढ़ काष्ठ चिरान (विनियम) अधिनियम 1984 की धारा 7 के तहत वनमंडलाधिकारी के निर्देश पर वन अमलों के अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा आकस्मिक निरीक्षण एवं जांच की कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही परिवहन मालिकों को भी सूचित किया गया है कि वनोपज सिरिस (अलबीजिया प्रजातियां) एवं नीम (अजाडरक्टा इंडिका) प्रजाति का जिले के भीतर वनोपज का परिवहन करने के लिए ग्राम पंचायत या उसके प्राधिकृत व्यक्ति का अभिवहन पास जारी करेगा एवं जिले के बाहर वनोपज का परिवहन करने के लिए अभिवहन पास, वनमंडलाधिकारी द्वारा प्राधिकृत वन अधिकारी (फारेस्ट ऑफिसर) द्वारा जारी किया जाएगा।
असाइनमेंट से परीक्षा लेने उठाई मांग
राजनांदगांव, 3 मार्च। एनएसयूआई ने उच्च शिक्षा मंत्री के नाम दिग्विजय कॉलेज की प्राचार्य को मांग पत्र सौंपते परीक्षाएं असाइनमेंट के माध्यम से कराने की मांग की। मंगलवार को एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष राजा यादव के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने प्राचार्य को मांग पत्र सौंपा।
जिला उपाध्यक्ष यादव ने बताया कि प्रदेश एवं जिले में कोरोना महामारी बढ़ रही है और छात्रों की परीक्षाएं भी नजदीक आ रही है। ऐसे में विद्यार्थियों की चिंता बढ़ रही है। ऐसे में ऑफलाइन परीक्षा की संभावना नहीं के बराबर है। उन्होंने मांग करते कहा कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी ओपन बुक (असाइनमेंट के माध्यम से) परीक्षाएं ली जानी चाहिए। छात्र नेता गीतेश साहू एवं गोपाल साहू ने कहा कि ऑनलाइन पढ़ाई हुए हैं तो परीक्षाएं भी उसी की तरह लिया जाना चाहिए।
राजनांदगांव, 3 मार्च। छत्तीसगढ़ श्री वैष्णव महासभा के जिलाध्यक्ष संतोष वैष्णव एवं महासचिव संदीपदास वैष्णव ने बताया गया कि 27 फरवरी को वैष्णव भवन के लिए चयनित स्थल में राजनंादगांव मंडल का चुनाव संपन्न हुआ।
उक्त चुनाव प्रक्रिया में मंडलेश्वर के पद पर अनुपदास वैष्णव शंकरपुर, उपमंडलेश्वर जागेश्वरदास वैष्णव देवसरा, सचिव राजेन्द्रदास वैष्णव ममता नगर एवं कोषाध्यक्ष दिग्विजयदास वैष्णव चिखली विजयश्री को प्राप्त किए। कार्यक्रम का संचालन जिला महासचिव संदीप दास वैष्णव एवं आभार एवं समापन जिलाध्यक्ष संतोष वैष्णव ने किया। उक्त जानकारी जिलाध्यक्ष संतोष वैष्णव ने दी।
28 दिन बाद लगेगा दूसरा टीका
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 मार्च। जिले में कोविड-19 टीकाकरण के द्वितीय चरण के तीसरे दिन राजगामी संपदा न्यास समिति सदस्य रमेश खंडेलवाल ने कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लगवाया। बुधवार को श्री खंडेलवाल ने शहर के पीटीएस स्थित क्रिश्चियन फेलोशिप अस्पताल में पहुंचकर कोविड-19 टीकाकरण की शर्तों के अनुरूप वैक्सीन लगवाया। दूसरे चरण का टीकाकरण बीते एक मार्च से शुरू हुआ। वहीं टीकाकरण के लिए शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय पेंड्री राजनांदगांव में कोविड टीकाकरण नि:शुल्क तथा निजी अस्पतालों युनाइटेड हॉस्पिटल, छत्तीसगढ़ ईएनटी केयर अस्पताल भरकापारा एवं किश्चियन फेलोशिप हॉस्पिटल पीटीएस में 250 रुपए का चार्ज लिया जा रहा है।
इस दौरान श्री खंडेलवाल ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में 45 वर्ष से अधिक और वरिष्ठ नागरिकों को कोविड-19 टीकाकरण लगाने के निर्देश पर वह टीका लगवा रहे हैं। श्री खंडेलवाल ने लोगों से आह्वान करते कहा कि कोरोना से बचाव के लिए मास्क का उपयोग बेहद जरूरी है। साथ ही भीड़भाड़ वाली जगहों में जाने से बचें, जरूरत पडऩे पर ही घरों से बाहर निकले, बार-बार साबुन से हाथ धोएं। साथ ही सतर्कता बरतते सावधानी रखें।
कोरोना वैक्सीनेशन के लिए निगम में कार्यशाला आयोजित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 मार्च। 60 वर्ष से अधिक के वरिष्ठ नागरिकों व 45 से 59 वर्ष के मध्य को-मार्बिड (पहले से किसी बीमारी से ग्रसित) व्यक्तियों के कोविड-19 टीकाकरण के नगर निगम सीमाक्षेत्र में सुचारू संपादन के लिए मंगलवार को नगर निगम सभागृह में महापौर हेमा देशमुख की अध्यक्षता मेंं पार्षदों की बैठक आहुत की गयी।
बैठक में आयुक्त चंद्रकांत कौशिक द्वारा कोविड-19 वेक्सिनेशन के संबंध में शासन से प्राप्त मार्गदर्शन/निर्देश अनुसार नगर निगम सीमा क्षेत्र में निवासरत 60 वर्ष से अधिक के वरिष्ठ नागरिकों व 45 से 59 वर्ष के मध्य को-मार्बिड व्यक्तियों को कोविड-19 टीकाकरण लगाए जाने के संबंध में जानकारी दी गई।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने बताया कि कोविड-19 वेक्सिनेशन 3 फेस में लगाया जाना है। जिसमें प्राथमिकता के तौर पर स्वास्थ्य कर्मी/आंगनबाड़ी/मितानित, पुलिस कर्मी, नगर निगम कर्मी, होमगार्ड एवं 3. 60 या अधिक उम्र के व्यक्ति एवं 45 से 59 वर्ष के मध्य बीमार व्यक्तियों को लगाया जाना था। जिसमें प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों एवं शासकीय अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रथम डोज लगाया गया है और अब 60 वर्ष से अधिक के नागरिकों एवं 45 से 59 वर्ष के मध्य बीमार व्यक्तियों को वेक्सिन लगाना प्रारंभ किया गया है। जिले में अब तक 3 लाख लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है। जिसमें से 20 हजार पाजिटिव केस पाए गए। अब तक के 98 प्रतिशत लोग ठीक भी हो चुके हैं, किन्तु कोरोना का प्रकोप अभी भी कम नहीं हुआ है।
डॉ. चौधरी ने बताया कि प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों के अलावा शासकीय कर्मियों को टीका लगाया गया और अब 60 वर्ष से अधिक के वरिष्ठ नागरिकों एवं 45 से 59 वर्ष के मध्य के बीमार व्यक्तियों को टीकाकरण किया जा रहा है। उन्होंने पार्षदों से अपील की कि अपने-अपने वार्डों के वरिष्ठ नागरिकों एवं 45 से 59 वर्ष के मध्य बीमार व्यक्तियों को टीका लगाने के निवेदन करें।
महापौर हेमा देशमुख ने कहा कि मास्क का उपयोग करने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने बार-बार हाथ धोने, भीड़भाड़ वाली स्थान में जाने से कोरोना होने का खतरा नहीं होता। उसी प्रकार कोरोना वेक्सिनेशन से हम कोरोना महामारी से बच सकते हैं।
हम सब भी अपने अपने वार्ड के वरिष्ठ नागरिकों एवं 45 वर्ष से 59 वर्ष के बीच के बीमार व्यक्तियों को वैक्सिन लगाने के प्रेरित करें व उन्हें समझाईस दें, तभी हम इस अभियान में सफल होंगे। बैठक में नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु, महापौर परिषद के प्रभारी सदस्यगण, पार्षदगण व नामांकित पार्षदगण सहित स्वास्थ्य एवं निगम का अमला उपस्थित था।
राजनांदगांव, 3 मार्च। रायपुर रेंज पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में तृतीय लिंग समुदाय के 13 उम्मीदवारों का पुलिस आरक्षक पद पर चयन होने, जिनमें से राजनांदगांव से 3 उम्मीदवार के चयन होने पर सभी को महापौर हेमा देशमुख ने शुभकानाएं दी।
उन्होंने कहा कि तृतीय लिंग समुदाय के लोग सामान्य रूप से अपना जीवनयापन करते थे। समुदाय के लोगों का शासकीय नौकरी में आने से छत्तीसगढ़ में एक नई शुरूआत हुई है और इससे समाज के लोगों की उनके प्रति नजरिया भी बदली है।
उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए एक गौरव की बात है कि तृतीय लिंग समुदाय के लोगों को भी उच्च सम्मान मिलेगा। गुरूघासी दास बाबा की कही गयी बातें मनखे-मनखे एक समान मतलब हर व्यक्ति समान है। ये बाते अब चरितार्थ हुई।
उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू सहित पुलिस मुख्यालय का आभार व्यक्त करते कहा कि उन्होंने तृतीय लिंग के समुदाय के लोगों बढ़ावा देने में महती भूमिका निभाई है।
गर्मी में करें पेयजल की प्राथमिकता से व्यवस्था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 मार्च। गर्मी में पेयजल की व्यवस्था प्राथमिकता से करना आवश्यक है। सभी जनपद सीईओ पेयजल की उपलब्धता के लिए समुचित तैयारी रखें, इसके लिए हैंडपंप की स्थिति तथा अन्य सुविधाओं की जानकारी रखें। उक्त बातें कलेक्टर ने साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में कही।
कलेक्टर वर्मा ने बिना अनुमति बैठक में अनुपस्थित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीनेशन बढ़ाने की जरूरत है। अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्यकर्ताओं और कोरोना वारियर्स के बाद 45 से 59 वर्ष तक के विभिन्न प्रकार की बीमारियों से ग्रसित कोमार्बिड व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा रहा है। इसके लिए मेडिकल कॉलेज पेंड्री एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शंकरपुर में वैक्सीनेशन किया जा रहा है। वहीं तीन निजी चिकित्सालयों में भी वैक्सीनेशन आरंभ है। मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग एवं अन्य सुरक्षात्मक उपायों को निरंतर आदत में बनाए रखना है। उन्होंने कहा कि सेल्फ सस्टेनेबल गौठान की दिशा में कार्य करना है। इसके लिए महिला स्वसहायता समूह द्वारा निर्मित वर्मी कम्पोस्ट के विक्रय पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कृषि, वन, उद्यानिकी सहित संबंधित विभाग वर्मी कम्पोस्ट खरीदेंगे। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्रों के सुपोषण बाड़ी एवं स्कूलों के किचन गार्डन में भी इसका उपयोग किया जाएगा। उन्होंने सभी जनपद सीईओ से कहा कि गोधन न्याय योजना शासन की महत्वाकांक्षी योजना है इस पर विशेष ध्यान देते कार्य करें।
कलेक्टर वर्मा ने कहा कि प्रभारी मंत्री के निर्देशानुसार डीएमएफ द्वारा जारी राशि से वर्ष 2017-18 एवं वर्ष 2018-19 में लंबित कार्यों के लिए सभी संबंधित विभागों एवं जनपद सीईओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
सभी अधिकारी कार्य पूर्ण होने पर पूर्णता प्रमाण पत्र भेजे अन्यथा वेतन रोक दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंचायती राज के अंतर्गत मंशा यह है कि पंचायतें कार्य करें, लेकिन यह शिकायत आ रही है कि पंचायतों द्वारा ठेकेदार के माध्यम से गुणवत्ताविहीन कार्य कराया जा रहा है। उन्होंने अवैध प्लाटिंग, आकांक्षी जिला संकेतक, वनधन केन्द्रों के भवन निर्माण की स्थिति, वन अधिकार पत्रों के सत्यापन, धान के उठाव के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि देश के 5-6 राज्यों में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में सतर्कता जरूरी है। विगत दिनों लोगों में लापरवाही की प्रवृत्ति बढ़ी है। उन्होंने सभी बीएमओ को सैम्पल लेते रहने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज पेण्ड्री एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शंकरपुर में 45-59 आयु के बीमारी से ग्रस्त व्यक्तियों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ अजीत वसंत, वनमंडलाधिकारी राजनांदगांव एन गुरूनाथन, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, नगर निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक, एसडीएम राजनांदगांव मुकेश रावटे सहित सभी एसडीएम एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए विकासखंड स्तरीय अधिकारी जुड़े रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 मार्च। 38वीं छग बटालियन एनसीसी राजनांदगांव द्वारा तीन दिवसीय वार्षिक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय पेंड्री, केंद्रीय विद्यालय पेंड्री परिसर में किया जा रहा है।
शिविर एक मार्च से प्रारंभ है। इस शिविर का आज अंतिम दिवस है। प्रशिक्षण शिविर में जिलेभर के कुल 150 कैडेट हिस्सा ले रहे हैं। शिविर में शामिल कैडेट समेत अधिकारी-कर्मचारियों का कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कैडेटों को शिविर में ड्रील, मैपरीडिंग, वेपन ट्रेनिंग, मिल्ड क्राफ्ट,बैटल क्रॉफ्ट एवं फायरिंग जैसे विषयों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
शिविर सेनानी लेफ्टिनेंट कर्नल आरके अग्रवाल ने ओपनिंग एड्रेस में शिविर से संबंधित उद्देश्यों से अवगत कराया। जिसमें कैडेट आर्मी शिविर की तरह घर से दूर रहकर कठिन परिस्थितियों में शिविर के दौरान अपने अंदर नेतृत्व क्षमता का गुण विकसित कर सके। एनसीसी कैडेटों द्वारा शिविर में शारीरिक चुस्ती व फिट रहने के लिए मुख्य रूप से नियमित आर्मी ड्रील का प्रशिक्षण एवं अभ्यास कराया जा रहा है। हथियार प्रशिक्षण गतिविधियों में 22 रायफल का खोलना-जोडऩा एवं हिस्से पुर्जे की जानकारी बताई गयी तथा विस्तार से फायरिंग तरीकों को मस्केटरी द्वारा समझाया गया। इसके पश्चात बालिका एनसीसी कैडेटों द्वारा पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय राजनांदगांव के फायरिंग रेंज राजनांदगांव में 22 रायफल से फायरिंग कराई गई। साथ ही फायरिंग के दौरान एक गोली एक दुश्मन के लक्ष्य को निर्धरित कर फायरिंग की बारीकियों को समझाया गया। शिविर प्रशिक्षण के दौरान मेजर किरण लता दामले एनसीसी अधिकारी, हिरेन्द्र ठाकुर, रेणु त्रिपाठी एवं सुबेदार मेजर मुक्तियार 38वीं छग बटालियन के स्टाफ की उपस्थिति में फायरिंग प्रशिक्षण का संचालन किया गया।
राजनांदगांव, 3 मार्च। नगर पालिक निगम के नवागत आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी ने मंगलवार को कार्यभार ग्रहण किया। छग शासन सामान्य प्रशासन विभाग महानदी भवन मंत्रालय रायपुर के आदेश पर आशुतोष चतुर्वेद (राप्रसे आर.आर.-2014) संयुक्त कलेक्टर को आयुक्त नगर पालिक निगम राजनांदगांव के पद पर प्रतिनियुक्ति पर आगामी आदेश पर्यन्त तक पदस्थ किया गया है। उक्त आदेश के परिपालन में श्री चतुर्वेदी ने मंगलवार अपरान्ह 4 बजे नगर निगम कार्यालय पहुंचकर आयुक्त चंद्रकांत कौशिक से कार्यभार ग्रहण किया एवं नगर निगम के अधिकारियों से परिचय प्राप्त किया। तत्पश्चात महापौर हेमा देशमुख से उनके कक्ष में सौजन्य भेंट की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि पारिवारिक माहौल में मिलजुल कर राजनांदगांव के विकास के लिए कार्य करना है। सभी अधिकारी कर्मचारी मुझसे से सीधे बात कर सकते हैं, किसी प्रकार का संकोच नहीं करना है।
राजनांदगांव, 03 मार्च। शासकीय कमलादेवी राठी महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजनांदगांव के आईक्यूएसी, खेल विभाग एवं संगीत विभाग के तत्वावधान से महिलाओं के लिए 15 दिवसीय एरोबिक्स एवं जुम्बा की क्लास क्रीड़ा विभाग में प्रारंभ की गई। उक्त आयोजन का उद्घाटन प्राचार्य डॉ. सुमन सिंह बघेल ने किया।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. बघेल ने कहा कि लॉकडाउन के कारण लंबे समय से खेल गतिविधियां बंद थी और यह पहला अवसर है कि खेल विभाग में यह आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने छात्राओं/महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने एवं विभिन्न गतिविधियों जैसे दौड़़, साईकलिंग, योगा, एरोबिक्स में भाग लेने की सलाह दी। कार्यक्रम में डॉ. हरप्रीत कौर गरचा, आबेदा बेगम, डॉ. सुषमा तिवारी, सुजाता ठाकुर, डॉ. सीमा अग्रवाल, डॉ. निवेदिता लाल एवं अतिथि व्याख्याता तथा महिला कर्मचारी एवं करीब 50 प्रतिभागी छात्राओं के अलावा नगर की महिलाओं ने भी बढ़-चढक़र हिस्सा लिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. नीता एस. नायर एवं रामकुमारी धुर्वा ने किया।
राजनांदगांव, 3 मार्च। राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण अभियान के अंतिम दिन गोलबाजार सब्जी फुटकर व्यापारी संघ के सदस्यों ने समर्पण राशि भेंट की। जयस्तंभ चौक में अस्थायी संग्रह केन्द्र में व्यापारी संघ के सदस्यों ने राशि का संग्रह कर मंदिर निर्माण के लिए समर्पित किया। इस अवसर पर अभियान समिति के पदाधिकारी मौजूद थे।
राजनांदगांव, 3 मार्च। प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य फूलोदेवी नेताम द्वारा नीशु शाह को प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की प्रदेश सचिव नियुक्त किया गया। श्रीमती शाह पूर्व में मोहला की महिला कांग्रेस की ब्लॉक अध्यक्ष थी। वर्तमान में वह सर्वआदिवासी समाज की जिला ईकाई राजनांदगांव की महिला प्रभाग की सचिव है। प्रदेश महिला कांग्रेस प्रदेश सचिव नियुक्त किए जाने पर मोहला-मानपुर विधानसभा के कांग्रेस पार्टी के कार्यकत्र्ता, महिला कांग्रेस तथा आदिवासी समाज के प्रबुद्धजन तथा आतरगांव के निवासियों में हर्ष व्याप्त है। वे श्रीमती शाह को महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव बनाने पर राज्यसभा सदस्य फूलोदेवी नेताम तथा वन पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर का धन्यवाद ज्ञापित किया।
राजनांदगांव, 3 मार्च। छग सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी संघ जिला शाखा राजनांदगांव द्वारा पशु औषधालय भोजटोला मोहला में पदस्थ एवं 28 फरवरी को सेवानिवृत्त हुए सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी रंजन सिंह नेताम का सेवानिवृत्ति पश्चात विदाई समारोह आयोजित किया गया। एक मार्च को आयोजित बिदाई समारेाह में विभाग प्रमुख उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं राजनांदगांव डॉ. राजीव देवरस एवं संघ के सदस्यों समेत डॉ. प्रतिभा भोसले उपस्थित थे।
इस अवसर पर डॉ. राजीव देवरस ने कहा कि रंजन ने अपने कार्यों को आजीवन पूरी ईमानदारी, लगन एवं निष्ठापूर्वक संपादित किया। छग सहायक पशु चिकित्साअधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष उत्तम फंदियाल ने संघ के पूर्व जिलाध्यक्ष रंजन सिंह नेताम को सरल, सौम्य, हंसमुख स्वभाव का धनी बताया। महेश साहू ने भी इनके सरल स्वभाव एवं मृदुभाषिता की सराहना की। इस दौरान एसएल कडिय़ामे ने भी अपने विचार रखे। संचालन फहीम कुरैशी एवं पल्लवी मेश्राम ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपसंचालक डॉ. राजीव देवरस ने रंजन सिंह नेताम को शॉल एवं श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया। जबकि राजनांदगांव जिलाध्यक्ष ने उन्हें स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 मार्च। ग्राम रानीतराई के संपूर्ण महिला समूह ने जस गीत प्रतियोगिता का कार्यक्रम आयोजित किया। मुख्य अतिथि के रूप में असंगठित कामगार मजदूर कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश सचिव योगेन्द्र दास वैष्णव, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी कोषाध्यक्ष बबलू सेन, पूर्व सचिव चैन सिंह साहू, ब्लॉक उपाध्यक्ष ओमप्रकाश साहू, इंदलराम साहू, भरत साहू, देवेन्द्र साहू उपस्थित थे। आयोजन समिति में अध्यक्ष दशोदाबाई, सचिव अमृका साहू, संचालक कुंतीबाई तिवारी, भोजबाई साहू, निर्णायक भगवती प्रसाद तिवारी, हेमलता साहू, उद्घोषक नरेश थे।
पुरूष वर्ग में प्रथम जय महाशक्ति भनेश्वरी सेवा भजन मंडली एवं फाग मंडली सिंगारपुर, द्वितीय जय बजरंग सेवा भजन मंडली सुरगी, तृतीय आदर्श सेवा एवं फाग भजन मंडली बांसपाईपारा वार्ड नं. 39 राजनांदगांव, चतुर्थ गऊ सुरहीन जस जगराता परिवार भरदा कोनारी, पंचम जय जननी सेवा भजन मंडली बाजार नवागांव तथा महिला वर्ग में प्रथम माता के फूल बालिका जस परिवार सलौनी, द्वितीय जय महामाया बालिका निर्मल जस मंडली आनंद धाम सगनी, तृतीय जय मां भवानी जस परिवार बालिका समिति पुराना ढाबा वार्ड नं 4 राजनांदगांव, चतुर्थ जय मां बम्लेश्वरी बालिका सेवा भजन मंडली पेंड्री वार्ड नं 4 राजनांदगांव, झांकी वर्ग जय मां सरस्वती विना वादनी जस झांकी मूंदगांव, द्वितीय जय मां भवानी सेवा जस झांकी परिवार खुर्सीपार, तृतीय ज्ञान गंगा जस झांकी परिवार कन्हारपुरी राजनांदगांव, चतुर्थ जय मां बाल सखा पूरन जस झांकी परिवार ठाकुरटोला एवं पंचम जय मां भनेश्वरी जस झांकी परिवार सिंघोला शामिल है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 मार्च। पंडित शिवकुमार शास्त्री की पुण्यतिथि पर एक मार्च को संस्कारधानी में आयोजित दो विभिन्न कार्यक्रमों में उनका पुण्य स्मरण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। प्रथम कार्यक्रम कान्यकुब्ज सभा भवन निराला नगर राजनांदगांव में आयोजित किया गया। वहीं द्वितीय आयोजन भाजपा कार्यालय में आयोजित किया गया।
कान्यकुब्ज समाज के शिक्षा एवं सांस्कृतिक प्रभारी अखिलेश तिवारी ने बताया कि प्रथम आयोजन में कान्यकुब्ज सांस्कृतिक भवन में स्थित उनकी प्रतिमा पर कान्यकुब्ज सभा के सदस्यों एवं गणमान्य अतिथिगणों द्वारा पुष्पांजलि अर्पित की गई। समारोह में कान्यकुब्ज समाज के अध्यक्ष डॉ. सूर्यप्रकाश द्विवेदी, संस्कार श्रद्धांजलि समिति राजनांदगांव अध्यक्ष सतीश भट्टड़, कान्यकुब्ज विप्रगण वीडी तिवारी, करुणा शंकर तिवारी, प्रभात तिवारी, प्रदीप कुमार मिश्रा, रामकुबेर मिश्र, अवधेश मिश्रा, सुनील बाजपेयी, नीरज बाजपेयी, भूपेंद्र बाजपेयी, संदीप बाजपेयी, शैलेष शुक्ला, अखिल शुक्ला, विकास शुक्ला, विवेक शुक्ला, दिवाकर बाजपेयी, अरुण शुक्ला, लक्ष्मीकांत मिश्रा, डॉ. प्रकाश नारायण बाजपेयी एवं इंजीनियर पातांजलि बाजपेयी उपस्थित थे। तत्पश्चात भाजपा कार्यालय में स्थापित पं. शास्त्री की प्रतिमा में पुष्पांजलि एवं श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान डॉ. प्रकाशनारायण बाजपेयी, पातंजलि बाजपेयी, खूबचंद पारख, मधुसूदन यादव, डॉ. सूर्यप्रकाश द्विवेदी ने अपने विचार रखे। अंत में दो मिनट की मौन श्रद्धांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि सभा का समापन किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 मार्च। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के तीसरे बजट पर जिले के भाजपा और कांग्रेसी नेताओं ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी। एक ओर जहां भाजपा नेताओं ने प्रदेश सरकार के बजट को निराशाजनक बताया, वहीं कांग्रेस नेताओं ने इस बजट को जनहितैषी करार दिया।
वास्तविकता से परे बजट - पारख
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष खूबचंद पारख ने बघेल सरकार के तीसरे बजट पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते कहा कि इस बजट से यह आईने की तरह साफ हो गया है कि विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा जारी किया गया संकल्प पत्र महज चुनाव जीतने का एक निम्न स्तरीय हथकंडा मात्र था। अब चुनाव जीतने के बाद उसे पूरा करने की क्षमता भूपेश सरकार खो चुकी है। पारख ने कहा कि इस बजट में न तो वेतनभोगियों के लिए कोई प्रावधान है और न ही समाज के कमजोर वर्ग के उन्नति के लिए कोई मार्ग शेष है। प्रदेश का युवा, मेहनतकश कामगार, गरीब मजदूर अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहा है।
नवा छग गढऩे की ठोस प्रतिबद्धता वाला बजट- कुलबीर
शहर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा ने बजट को जनहितैषी व ग्रामीण अर्थव्यवस्था वाला बजट बताया है। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल के बावजूद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व कांग्रेस सरकार महात्मा गांधी के विचारों के अनुरूप गांव, ग्रामीण अर्थव्यवस्था व आदिवासियों के सुदृढ़ीकरण एवं किसानों की सच्चे हितैषी साबित हो रही है, जो बजट में नजर आ रहा है। बजट में नवीन कौशल्या मातृत्व योजना के तहत द्वितीय संतान बालिका के जन्म पर 5 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि, धरस विकास योजना अन्नदाताओं के खेतों तक आवागमन की सुविधा के लिए कच्चे धरसा को पक्के मार्ग में बदलने के लिए प्रावधान किया है।
हतोत्साहित करने वाला बजट-किशन
नगर पालिक निगम के नेता प्रतिपक्ष किशन यदु ने बजट को हतोत्साहित करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े दावे करने वालों के बजट में संस्कारधानी का कोई हिस्सा ही नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अपने कार्यकाल में जहां राजनांदगांव जिले में बड़ी योजनाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर को तरजीह दी। उन्होंने विकास के नए आयाम गढ़े। भूपेश बघेल सरकार जनहित से परे स्वार्थ की राजनीति पर उतारू है और इस बजट के साथ ही उन्होंने इस साबित किया है। श्री यदु ने कहा कि पहले ही लगभग आधा दर्जन सरकारी कार्यालयों को दुर्ग ले जाया गया। सीधे तौर पर मौजूदा सरकार राजनांदगांव को बदलापुर बनाना चाह रही है।
जिलाध्यक्ष, क्षेत्रीय नेताओं का स्वागत सूची में नाम नहीं होने से हंगामा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 मार्च। केंद्र सरकार की बहुप्रतिक्षित प्रसाद योजना का शुभारंभ कार्यक्रम कांग्रेसी नेताओं के गुटीय लड़ाई की भेंट चढ़ गई। धर्मनगरी डोंगरगढ़ में मां बम्लेश्वरी के स्थल को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने की यह महत्वाकांक्षी योजना के उद्घाटन समारोह में कांग्रेसियों के बीच चल रही आंतरिक लड़ाई उस वक्त सतह पर आ गई, जब समारोह के मुख्य अतिथि गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू की मौजूदगी में डोंगरगढ़ के कांग्रेसी नेताओं ने स्वागत सूची में नाम नहीं होने को लेकर हंगामा खड़ा कर दिया। मंच पर आसीन गृहमंत्री समेत अन्य विशिष्ट अतिथि कांग्रेसियों को आपस में लड़ते देख रहे थे।
मंच पर मौजूद डोंगरगढ़ विधायक भुनेश्वर बघेल विवाद को बढ़ता देखकर डोंगरगढ़ शहर कांग्रेस अध्यक्ष संजीव गोमास्ता से बात करने पहुंचे तो शहर अध्यक्ष ने विधायक को भी फटकार लगाई। इस दौरान दोनों के बीच गरमा-गरमी बहस भी हुई। हालांकि शहर अध्यक्ष गोमास्ता ने आरोप लगाया कि जिलाध्यक्ष पदम कोठारी समेत कई प्रमुख नेताओं का नाम स्वागत सूची से गायब है। जबकि जिले के दूसरे ब्लॉकों के नेताओं को स्वागत करने का मौका दिया गया। हालांकि इस दौरान जिलाध्यक्ष पदम कोठारी चुप्पी साधे रहे। जबकि उनके पक्ष में दूसरे नेता हंगामा खड़ा करते नजर आए। बताया जा रहा है कि जब यह हंगामा चल रहा था उस दौरान वर्चुअल संबोधन में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल भी जुड़े हुए थे। दोनों नेताओं ने भी कार्यकर्ताओं की नाराजगी को देखा।
मिली जानकारी के अनुसार स्वागत के दौरान ही कांग्रेस के शहर अध्यक्ष संजीव गोमास्ता ने यह कहकर विरोध शुरू कर दिया कि स्वागत सूची में उनके सहित कांग्रेस नेताओं का नाम नहीं है। इसी बात को लेकर हंगामा खड़ा हो गया। इस दौरान संध्या देशपांडे सहित स्थानीय नेता गोमास्ता के समर्थन में खड़े होकर विरोध करने लगे। इनका आरोप था कि जानबूझकर संगठन के नेताओं की उपेक्षा की जा रही है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष पदम कोठारी भी हंगामे के दौरान उपस्थित थे।
मंच से मंत्री ताम्रध्वज साहू ने भी विरोध कर रहे कांग्रेस नेताओं को समझाने की कोशिश की। डोंगरगढ़ विधायक बघेल भी मंच से नीचे उतरकर कांग्रेसियों को समझाया, लेकिन पदाधिकारी इस कदर नाराज थे कि उन्हें भी खरीखोटी सुना दी।
शहर अध्यक्ष गोमास्ता ने जमकर अपने नेताओं को सुनाया। इधर भाजपा नेताओं ने भी हंगामा खड़ा करते कहा कि उनके पार्टी के अध्यक्ष अमित जैन से 10 लोगों का नाम स्वागत के लिए लिया गया, लेकिन किसी से स्वागत नहीं कराया गया। हंगामे के बीच कार्यक्रम में अफरा-तफरी मची रही। बाद में किसी तरह मामला शांत किया गया।
वर्चुअल माध्यम से मुख्यमंत्री, केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री से जुड़े
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 मार्च। मां बम्लेश्वरी के नाम से दुनियाभर में प्रसिद्ध डोंगरगढ़ के पर्यटन विकास की दिशा में मंगलवार को प्रसाद योजना के रूप में बड़ी शुरूआत हुई। यहां 43 करोड़ 33 लाख रुपए की राशि से पर्यटन विकास की शुरूआत की जाएगी। इसमें श्रीयंत्र के आकार का पिलग्रिम फैसिलिटेशन सेंटर के निर्माण के साथ ही प्रज्ञागिरी पहाड़ी पर ध्यान केंद्र और अन्य सुविधाएं आरंभ की जाएगी।
वर्चुअल माध्यम से जुड़े मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि वर्ष 2018 से प्रसाद योजनांतर्गत डोंगरगढ़ को लाने की प्रक्रिया चली थी और आज इसे पूर्णता मिली। इसमें सांसद, पर्यटन मंत्री और केंद्रीय पर्यटन मंत्री सहित इससे जुड़े सभी लोगों की मेहनत है। डोंगरगढ़ हिंदू, जैन और बौद्ध धर्म की आस्था का केंद्र है। चैत्र और शारदेय नवरात्रि में हर दिन हजारों लोगों की भीड़ यहां जुटती है। सालभर में लगभग 50 लाख लोग यहां जुटते हैं और माता का आशीर्वाद लेते हैं। प्रसाद योजना से इन पर्यटकों के लिए सुविधाएं और बढ़ेंगी। इस योजना से यहां पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। जिसका लाभ स्थानीय लोगों को होगा। छत्तीसगढ़ में पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं हैं, इस दिशा में जितना काम होगा, पर्यटन में उतनी ही वृद्धि होगी।
वर्चुअल माध्यम से जुड़े केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सरकार प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि अविभाजित मध्यप्रदेश के दिनों में मैं डोंगरगढ़ नवरात्रि पर आया था और मेरी धार्मिक स्मृतियां और श्रद्धा इस तीर्थ स्थल से जुड़ी है। यह स्थल सनातन, बौद्ध और जैन मान्यताओं का प्रमुख स्थल है। यह भारत की सांस्कृतिक विविधता दर्शाता है। इस क्षेत्र में पर्यटन की बड़ी संभावना है। प्रसाद योजना से डोंगरगढ़ के पर्यटन विकास की नई संभावनाएं खुलेंगी। उन्होंने कहा कि इन पर्यटक केंद्रों में बुनियादी सुविधाएं और सौंदर्यीकरण के जितने कार्य होंगे, यहां के विकास के लिए उतनी ही संभावनाएं बढ़ेंगी।
इस दौरान पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल से मिला और उन्होंने आश्वस्त किया कि छत्तीसगढ़ में पर्यटन को आगे ले जाएंगे। आप जो प्रस्ताव बनाएंगे, छत्तीसगढ़ के विकास के लिए किसी तरह की कमी नहीं होगी। सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि प्रसाद योजना तीर्थस्थलों में अधोसंरचना सुधार के लिए लाई गई है। इस योजना के माध्यम से पर्यटन में अभिवृद्धि होगी। मां बम्लेश्वरी के साथ ही चंद्रगिरी और प्रज्ञागिरी के तीर्थ के रूप में भी यह क्षेत्र प्रसिद्ध है। प्रसाद योजना से इसके विकास की नई संभावनाएं खुलेंगी।
इस मौके पर डोंगरगढ़ विधायक भुनेश्वर बघेल, खुज्जी विधायक छन्नी साहू, छत्तीसगढ़ राज्य अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष धनेश पाटिला, नगर पालिका डोंगरगढ़ अध्यक्ष सुदेश मेश्राम, प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ टूरिज्म रानू साहू, कलेक्टर टीके वर्मा, एसपी डी. श्रवण, जिला पंचायत सीईओ अजीत वसंत, मां बम्लेश्वरी देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष नारायण लाल अग्रवाल, उपाध्यक्ष रघुवर प्रसाद अग्रवाल एवं सदस्य नवनीत तिवारी, बिरधीचन्द भंडारी, गोविंद चोपड़ा, सुभाष अग्रवाल, विनोद तिवारी, संजय अग्रवाल सहित जनप्रतिनिधि एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मंत्री साहू ने की पूजा-अर्चना
पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने डोंगरगढ़ में नीचे मां बम्लेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना की। मंत्री ने मां बम्लेश्वरी से प्रदेश की खुशहाली, सुख-शांति और समृद्धि के लिए कामना की।
दो दिवसीय लोक मड़ई एवं कृषि मेला का समापन
शहीदों के परिजनों का सम्मान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 मार्च। कलेक्टर टीके वर्मा एवं एसपी डी. श्रवण ने विकासखंड डोंगरगढ़ के लाल बहादुर नगर में आयोजित दो दिवसीय लोक मड़ई एवं कृषि मेला का समापन समारोह का शुभारंभ किया। उन्होंने मंच में देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना कर दूसरे दिन कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम नक्सली हिंसा में शहीद वीर जवानों के परिजनों को शॉल और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण तथा डोंगरगांव विधायक एवं लोक मड़ई एवं कृषि मेले के संरक्षक दलेश्वर साहू, छत्तीसगढ़ अल्प संख्यक आयोग सदस्य हफीज खान, राजगामी संपदा न्यास अध्यक्ष विवेक वासनिक उपस्थित थे।
कलेक्टर वर्मा ने कहा कि प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली लोक मड़ई का आकर्षण भव्य होता है। इसका लोक इंतजार करते हैं। लोक मड़ई में विभिन्न विभाग कृषि, मछलीपालन, पशुपालन, उद्यानिकी विभाग तथा कृषि से जुड़े विभागों की प्रदर्शनी लगाई जाती है। जिसका लाभ किसानों को मिलता है। राजनांदगांव जिला उन्नतशील कृषि के लिए जाना जाता है। इस क्षेत्र में धान के साथ-साथ उद्यानिकी, पशुपालन, मछलीपालन, सब्जी, फूल की खेती उन्नत तरीके से की जाती है। उन्नतशील कृषि में लोक मड़ई का बहुत बड़ा साथ रहा है। उन्होंने कहा कि लोक मड़ई में लोक कलाकार को प्रदर्शन करने के लिए मंच मिलता है। लोक संस्कृति, लोक गायन और विभिन्न विधाओं के लिए प्रस्तुति यहां दी जाती है। जिससे हमारे क्षेत्र के कलाकारों को मंच में कला दिखाने का मौका मिलता है।
एसपी डी. श्रवण ने कहा कि लोक मड़ई का आयोजन पहला अनुभव है। यहां आकर बहुत अच्छा लगा। लोक मड़ई में अलग-अलग कलाकारों के लिए मंच मिलता है। इसमें छत्तीसगढ़ की संस्कृति झलकती है। इस मंच के माध्यम से छत्तीसगढ़ के कला को स्थान मिलता है। उन्होंने कहा कि लोक मड़ई एवं कृषि मेला का आयोजन बहुत ही सराहनीय है। इससे कलाकारों में रूचि भी दिखाई देती है।
छग अल्प संख्यक आयोग सदस्य हफीज खान ने कहा कि लोक मड़ई कार्यक्रम में वर्षों की सहभागिता दिखाई देती है। यहां अन्नदाता, किसान, मजदूर प्रदर्शनी के माध्यम से जानकारी लेकर लाभ प्राप्त करते हैं। लोक मड़ई में छत्तीसगढ़ की संस्कृति, लोक कला को देखने और सुनने का अवसर मिलता है। इस तरह के आयोजन में लोगों में कृषि तथा लोक कला के प्रति जागरूकता बढ़ती है।
लोक मड़ई एवं कृषि मेला के समापन संध्या में कलाकारों ने मनमोहन छत्तीसगढ़ी कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। मेले में राम वनगमन पथ की प्रदर्शनी लोगों के आकर्षण का केन्द्र रहा।
कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि, लोक कलाकार, वरिष्ठ नागरिक एवं अधिकारी सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
देवरचा घाट में बने नए रास्ते से बकरकट्टा-छुईखदान का सफर हुआ आसान
प्रदीप मेश्राम
राजनांदगांव, 2 मार्च (‘छत्तीसगढ़’)। राजनांदगांव जिले के घोर नक्सलग्रस्त बकरकट्टा के लिए छुईखदान ब्लॉक का देवरचा घाट वरदान साबित हुआ है। ऊंचेदार और दुर्गम के पहाड़ में बने नए रास्ते से जनजातियों की उबाउ और थकान भरे सफर को लगभग खत्म सा कर दिया है।
देवरचा घाट के जरिये बकरकट्टा की पहुंच घंटेभर से कम हो गई है। करीब 4 किमी के इस घाट को काटने के लिए प्रशासन की भरसक कोशिश अब समाप्त हो गई है। 4 किमी के मार्ग के तैयार होने के बाद बकरकट्टा के करीब 30-35 गांवों के बाशिंदों को छुईखदान के 55 किमी के सफर से छुटकारा मिल गया है। पूर्व में छुईखदान से साल्हेवारा होकर ग्रामीणों को बकरकट्टा तक करीब 85 किमी का लंबा फासला तय करना पड़ रहा था। जबकि जिला मुख्यालय से बकरकट्टा की दूरी तकरीबन 140 किमी है।
यानी देवरचा घाट के तैयार होने से जिला मुख्यालय की दूरी भी घट गई। देवरचा घाट को पार कर वन बाशिंदे सिर्फ 30 किमी की दूरी तयकर छुईखदान पहुंच सकते हैं। मोटर साइकिल और बस के माध्यम से साल्हेवारा से छुईखदान तक पहुंचने के लिए दो से ढ़ाई घंटे का वक्त अब एक घंटे का रह गया है। राजनांदगांव कलेक्टर टीके वर्मा चुनौती से भरे देवरचा घाट के तैयार होने से अपने कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि मानते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कलेक्टर टीके वर्मा ने कहा कि वाकई में पहले असीमित चुनौतियों को पाट कर नए मार्ग का निर्माण सुखद अनुभव का अहसास कराता है। घाट को लांघकर अब जनजाति समुदाय सीधे कस्बों का रूख कर सकता है। इस बीच देवरचा घाट की सडक़ को बकरकट्टा-छुईखदान से जोडऩे के लिए करीब 300 मीटर की तीन पुल भी बनकर तैयार है। इन पुलों से होकर ही लोगों की आवाजाही संभव होगी। वैसे बकरकट्टा पहुंचना हमेशा से प्रशासन के लिए तकलीफदेह रहा है। तत्कालीन कलेक्टरों ने सिर्फ कागजों से ही विकास की ईबारत लिखी। बताया जाता है कि लोक निर्माण विभाग को घाट तैयार करने के लिए प्रशासन ने तमाम साधन-संसाधन मुहैया कराया, ताकि प्रशासन की बहुप्रतिक्षित इस कार्ययोजना को तय समय पर अस्तित्व में आने में कोई अड़चन पैदा न हो। बकरकट्टा-छुईखदान का यह रास्ता भविष्य में पर्यटन के मानचित्र पर भी नजर आएगा। रास्ते के किनारे रानी रश्मिदेवी जलाशय के सैलानियों को घाट का दीदार करने में रोमांच का अहसास होगा। राजनांदगांव के उत्तरी इलाके की जनजाति समुदाय के लिए यह घाट विकास के सारे रास्ते भी खोलेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 मार्च। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को विधानसभा में वित्त विभाग के मुखिया के नाते सरकार का वर्ष 2021-22 का बजट पेश किया। बजट पर कांग्रेस और भाजपा नेताओं ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है। बजट से कांग्रेस ने जहां खुशी जाहिर की है, वहीं भाजपा ने बजट को निराशाजनक बताते तंज कसा है।
छग सरकार का बजट बेहद निराशाजनक - पांडेय
सांसद संतोष पांडेय ने छग सरकार द्वारा पेश किए गए बजट को बेद निराशाजनक करार दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा अपने चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादे जैसे शराबबंदी, युवाओं को रोजगार, संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण, शिक्षाकर्मी से शिक्षक बने शिक्षकों को क्रमोन्नति, पदोन्नति का लाभ देने, आंगनबाड़ी कर्मचारियों, अन्य कर्मचारियों सहित आम जनता से किए कई वादों को पूरा करने के संबंध में बजट में कोई प्रावधान व जिक्र नहीं किया गया है। इसके अलावा केंद्र सरकार की योजनाओं का भी अपने बजट में जिक्र कर राज्य सरकार ने वाहवाही लूटने व श्रेय लेने की कोशिश की है।
संकल्प को पूरा करने वाला बजट - हेमा
महापौर हेमा सुदेश देशमुख ने कहा कि यह बेहतर वित्तीय प्रबंधन, सामाजिक संतुलन और छत्तीसगढ़ के समग्र विकास के संकल्प की स्पष्ट छाप दिखाने वाला जन कल्याकारी बजट है और गढ़बो नवा छत्तीसगढ की परिकल्पना को साकार करने वाला बजट है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा पत्रकारों की दुर्घटना जन्य आकस्मिक मृत्यु पर परिवार को 5 लाख रुपए की सहायता का प्रावधान कर चौथे स्तंभ के प्रति अपना सकारात्मक व मानवीय दृष्टिकोण दिखाया है। इसी प्रकार स्वच्छता दीदीयों के मानदेय में 1 हजार रुपए की वृद्धि कर 5 हजार से 6 हजार कर उनको आर्थिक सम्बल प्रदान किया गया है।
बिना प्लानिंग का बजट, योजनाओं में दम नहीं-मधुसूदन
जिला भाजपा अध्यक्ष मधुसूदन यादव ने छत्तीसगढ़ सरकार के प्रस्तुत बजट को अर्थहीन एवं योजनविहीन तरीके से बनाया बजट कहा है। सरकार की पौनी पसारी योजना का ग्रामीणीकरण कर इंडस्ट्रीयल पार्क खोलने की योजना पूरी तरह से फ्लॉप होना है, क्योंकि पौनी पसारी योजना ही असफल हो गई है तो उसका विस्तार का हश्र क्या होगा, वो पहले से दिख रहा है। इसी तरह प्राधिकरणों के इस्टैब्लिशमेंट में जितनी राशि खर्च होगी उतना तो उस विभाग में विकास कार्य के लिए बजट ही एलाट नहीं किया गया है। सफेद हाथी की श्रृंखला खड़ा करना इस सरकार की आदत हो गई है। छत्तीसगढ़ विकास के रास्ते से भटक गया है।
नई ऊंचाईयों को ले जाने वाला बजट- रईस
संयुक्त जिला महामंत्री रईस अहमद शकील ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ विकास के लिए जो बजट प्रस्तुत किया, उस बजट में सभी वर्गों का विशेष ध्यान रखा गया है। वार्षिक बजट 2021-22 में महिलाओं को बेहतर सुविधा देने के साथ-साथ तृतीय लिंग समुदाय, दिव्यांग, बुजुर्गों के स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर विशेष प्राथमिक दी गई है। कन्या छात्रावास तथा आश्रम के विकास के लिए भी बजट में राशि का प्रावधान किया गया है। सभी पांच संभागीय मुख्यालयों में आदर्श पुर्नवास केन्द्र की स्थापना करने के लिए एक करोड़ 50 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है।
ऊंट के मुंह में जीरे के समान- चौधरी
किसान नेता अशोक चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को किसानों के पंप कनेक्शन जो कि लाखों की तादाद में बिजली कनेक्शन के लिए इंतजार कर रहे हैं, उनके ऊपर ध्यान देना चाहिए था, वह बजट में शामिल नहीं किया गया है। यदि किसानों को सिंचाई के लिए पानी ही उपलब्ध नहीं होगा तो खेती कैसे होगी, सुजला योजना एवं पीएम सिंचाई योजना के तहत किए गए प्रावधान भी ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। कुल मिलाकर बजट अच्छा नहीं कहा जा सकता है
समग्र विकास और दूरदृष्टि वाला बजट- शाहिद
छग प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री शाहिद भाई ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बजट प्रस्तुत कर यह साबित कर दिया है कि उनकी सोच समग्र विकास वह दूर दृष्टि वाली है। मोर जमीन मोर मकान, गोठान, मतस्य पालन को कृषि का दर्जा सहित मैदानी क्षेत्रों में कार्य करने वाले पटवारी एवं स्वच्छता दीदियों को लाभ देने की बात हो प्रशासनिक व्यवस्था के लिए नई तहसील अनुविभाग गठन, नक्सल क्षेत्रों में विकास के साथ-साथ सुरक्षा हेतु दल गठन और पौनी पसारी योजना सहित छग की कला, शिल्प, कृषि उत्पादों को एक छत में लाकर आवश्यकता एवं रोजगार की सुगम व्यवस्था करना समग्र विकास की सोच का कार्य है।
भूपेश सरकार में इच्छा शक्ति की कमी- नीलू
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता नीलू शर्मा ने बजट को अत्यंत निराशाजनक व इच्छाशक्ति की कमी बताते कागजों का पुलिंदा बताया। उन्होंने कहा कि योजनाओं के लिए तो बड़े-बड़े आंकड़े दिखाकर बाजीगरी दिखाई, लेकिन यह बताना भूल गए की योजनाओं के लिए जारी राशि किस विभाग किस मद से व्यय होगी, कौन से विभाग द्वारा राशि व्यय की जाएगी, एजेंसी कौन होगी, जिस कार्य के लिए वाहवाही लूटी रहे हैं। जैसे मनरेगा की मजदूरी भुगतान, कोरोना से जंग, स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह केंद्र की राशि से किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास के लिए राज्य का अंशदान की क्या स्थिति है केंद्र की राशि के बावजूद राज्य उसे क्यों नहीं बनवा रही है, किस विभाग में कितने जनहित के कार्य स्वीकृत हैं, जैसे सवाल अनसुलझे हैं।छत्तीसगढ़ को आर्थिक गर्त में डालने की तैयारी है।
सभी के हितों वाला बजट- सुजीत
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य सुजीत दत्ता बाप्पी ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में किसान, नौजवान, दलित, आदिवासी एवं महिलाओं के हितों को ध्यान में रखकर एक जनहितकारी बजट पेश किया है। उन्होंने नए छत्तीसगढ़ की दिशा में एक और मजबूत कदम बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री व समस्त मंत्रीमंडल का धन्यवाद दिया।
बजट जमीनी सच्चाई से कोसों दूर- दिनेश
जिला भाजपा महामंत्री दिनेश गांधी ने कहा कि यह बजट जमीनी सच्चाई से कोसों दूर है और भूपेश सरकार ने एक बार फिर अपने राजनीतिक चरित्र के अनुरूप छलावों का दस्तावेज प्रस्तुत कर अपनी जिम्मेदारियों से पलायन करने की मानसिकता का परिचय दिया है। बजट में नया कुछ नहीं है। जनघोषणा पत्र में किए गए छत्तीस वादों को पूरा करने की इच्छाशक्ति व भावना भी इस बजट में कहीं नजर नहींं आ रही है। यह पूरा बजट भूपेश सरकार का सब्जबाग है। नवयुवकों को बेरोजगारी भत्ता, किसानों का दो साल का बोनस, कर्मचारियों से किये वादों को महिला उत्थान, गरीबी उत्थान व डेवलपमेंट इस बजट में कहीं नजर नहीं आ रहा है।
छत्तीसगढ़ को नई दिशा देने वाला बजट- प्रीति
छत्तीसगढ़ प्रदेश युवा कांग्रेस की प्रवक्ता प्रीति वैष्णव ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के बजट में जन आकांक्षाओं का सम्मान करते छात्रों, युवाओं, महिलाओं, किसानों कर्मचारियों सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। बजट सरकार का एक विजनरी डॉक्यूमेंट होता है, नए अंग्रेजी मीडियम स्कूल, नवीन महाविद्यालय, कन्या महाविद्यालय, नए छात्रावासों की स्थापना, रूलर इंड्रस्ट्रीयल पार्क की स्थापना, छत्तीसगढ़ के उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए सी.मार्टए व्यवसायिक कौशल को पुनर्जीवित करने के लिए चार नए बोर्डों का गठन, भूमिहीन कृषकों के लिए नवीन न्याय योजना को दर्शाते हैं कि छत्तीसगढ़ सरकार हर वर्ग के कल्याण हेतु समर्पित है।
युवाओं को हतोत्साहित करने वाला बजट- आलोक
भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेष कार्य समिति सदस्य आलोक श्रोती ने बजट को अब तक का सबसे निराशाजनक और युवाओं को हतोत्साहित करने वाला बताया है। छत्तीसगढ़ के 10 लाख बेरोजगारों को 2500 रुपए प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था, लेकिन बजट में बेरोजगारी भत्ते, स्वरोजगार, कौशल विकास का जिक्र तक नहीं है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली प्रदेश की सरकार ने छत्तीसगढ़ के युवाओं को धोखा दिया है और बीते दो वर्षों का बेरोजगारी भत्ता जो लगभग छह हजार करोड़ से अधिक है, कि राशि दबाकर बैठी है।
सपना दिखाने वाला बजट- कमल सोनी
जिला भाजपा सोशल मीडिया प्रभारी कमल सोनी ने कहा कि यह बजट केवल सपना दिखाने वाला है। उन्होंने कहा कि भाजपा की 15 साल की विकास व कांग्रेस की कुछ सालों का विकास छत्तीसगढ़ की आम जनता समझ चुकी है।
कांग्रेस की कथनी और करनी में कितना अंतर है, बहुत जल्दी व कम समय में ही समझ गए हैं, इसलिए सरकार को भी मालूम है, दोबारा छत्तीसगढ़ के जनता पुन: कांग्रेसी सरकार बनाने का मौका नहीं देगा, इसलिए कांग्रेस का अपना तीसरी बजट में गांव गरीब जनता मजदूर वर्गों को अपने बजट में कोई लाभ नहीं दिए हैं, सिर्फ छत्तीसगढ़वासियों को गुमराह करने वाला बजट है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 मार्च। सांसद संतोष पांडेय ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि भारत सरकार द्वारा धार्मिक पर्यटकों को विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रसाद योजना के तहत देशभर में कुछ महत्वपूर्ण स्थलों का चयन किया गया। जिसमें छत्तीसगढ़ के मां बम्लेश्वरी की पावन धरा डोंगरगढ़ को शामिल किया गया।
सांसद श्री पांडेय ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य सरकार द्वारा इसके लिए 9.52 एकड़ भूमि राजस्व विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल को आधिकारिक रूप से हस्तांतरित किया गया। भारत सरकार की इस महती योजना के तहत इस क्षेत्र में मोटेल ओपन, ओपन एयर थियेटर, सोलर पावर सिस्टम, लैंड स्किपिंग, मेडिटेशन सेंटर आदि-आदि के लिए (लगभग 41 करोड़ रुपए), बम्लेश्वरी मंदिर प्रांगण, परिसर व सीढिय़ों को (मरम्मत -सुधार) रेलिंग शेडिंग, बायो टॉयलेट जैसे महत्वपूर्ण मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था लगभग 7.50 करोड़ रुपए।
इसी तरह प्रज्ञागिरी क्षेत्र में भी मेडिटेशन सेंटर, बायो टॉयलेट, लाइब्रेरी, कैंटीन, सीढियों को मरम्मत कार्य करने एवं स्तूप निर्माण आदि-आदि कार्य लगभग 3 करोड़ रुपए पर आवागमन के साथ-साथ यात्रियों को आकर्षित करने एवं ठहराव एवं मनोरंजन की दृष्टि से प्रसाद योजना के तहत कार्य करने के लिए उक्त क्षेत्र में प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में आने वाले धार्मिक पर्यटकों विशेषकर मां बम्लेश्वरी देवी मंदिर, चंद्रगिरी मंदिर एवं प्रज्ञागिरी मंदिर को ध्यान में रखते तथा रेल सडक़ एवं वायु मार्ग से आसानी से पहुंचने यह पुण्य क्षेत्र चयन किया गया है।
उन्होंने कहा कि डोंगरगढ़ में यात्रियों को सुविधा एवं मनोरंजन की ध्यान में रखते टॉय ट्रेन चलाने के लिए मंत्री रेल प्रशासन भारत सरकार एवं राज्य सरकार से चर्चा करेंगे। रेल प्रशासन भारत सरकार से रायपुर मंडल डीआरएम को पत्र आ चुका है। पर्यटन विभाग छत्तीसगढ़ के साथ बैठक कर कार्य योजना बनाई जानी है। चूंकि टॉय ट्रेन के लिए लोको एवं कोचे/डिब्बे रायपुर डीआरएम के आधीन है। कार्य डोंगरगढ़ में होना है यह डीआरएम नागपुर मंडल के क्षेत्र में आता है।
उन्होंने कहा कि दोनों के साथ बैठकर विस्तृत कार्य योजना बनाई जानी है। तथा भारत सरकार रेल मंत्रालय से अनुबंध करना होगा, सौभाग्य से डोंगरगढ़ रेलवे स्टेशन रेलवे के ड्राइवर, गार्ड, ट्रेन/ट्रेक/मेंटेनेंस स्टाफ पूर्व से ही उपलब्ध है, इसलिए इस क्षेत्र में उक्त टॉयट्रेन चलाने में तकनीकी परेशानी नहीं होगी, ऐसा प्रतीत होता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 मार्च। कलेक्टर टीके वर्मा की अध्यक्षता में उभयलिंगी व्यक्तियों के लिए जागरूकता एवं संवेदनशीलता के लिए जिला कार्यालय समाज कल्याण विभाग द्वारा सोमवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें रायपुर से छत्तीसगढ़ तृतीय लिंग कल्याण बोर्ड के सदस्य विद्या राजपूत, रवीना बरिहा एवं शंकर यादव तथा राजनांदगंाव जिले से तृतीय लिंग समुदाय के 50 सदस्य एवं जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल हुए।
कलेक्टर वर्मा ने कहा कि उभयलिंगी व्यक्तियों को उनके रूचि और योग्यता के अनुरूप रोजगार मूलक प्रशिक्षण कौशल उन्नयन योजना के तहत प्रशिक्षण दिया जाए। कलेक्टर ने उभयलिंगी व्यक्तियों की समस्याओं के निराकरण के प्रति अतिरिक्त सतर्कता एवं संवेदनशीलता अपनाने की समझाईश दी।
छत्तीसगढ़ तृतीय लिंग कल्याण बोर्ड के सदस्य रवीना बरिहा ने तृतीय लिंग समूह प्राचीनकाल से आज तक की स्थिति के बारे में चर्चा की। उन्होंने बताया कि उभयलिंगी को खुद अपनी पहचान तय करने का अधिकार है कि उन्हें स्त्री या पुरूष किस रूप में पहचाना जाना चाहते हंै। इसी आधार पर उन्हें पहचान प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा।
बोर्ड के सदस्य शंकर यादव ने कहा कि उभयलिंगी को घर और बाहर दोनों जगह तिरस्कार का सामना करना पड़ता है। उपरोक्त स्थिति से निपटने केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा उठाये गए कुछ कदमों और संवैधानिक प्रावधानों तथा उच्चतम न्यायलय के गाईड लाइन का विस्तार से उल्लेख किया गया।
कार्यशाला के अंतिम में कलेक्टर द्वारा तृतीय लिंग कल्याण बोर्ड के सदस्यों को प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया गया। नोडल अधिकारी समाज कल्याण उप संचालक बीएल ठाकुर द्वारा आभार प्रदर्शन के साथ ही कार्यशाला संपन्न हुई। इस कार्यशाला में जिला पंचायत, स्वास्थ्य विभाग, नगर पालिक निगम, महिला एंव बाल विकास, स्कूल शिक्षा विभाग, खाद्य विभाग, राजस्व विभाग, कौशल विकास, क्रीड़ा विभाग के अधिकारी और समाज कल्याण विभाग के समस्त कर्मचारी शामिल हुए।
राजनांदगांव, 2 मार्च। बौद्धिक दिव्यांगता सशक्तिकरण संस्थान के अधीन संचालित समेकित क्षेत्रिय केन्द्र राजनांदगांव के द्वारा विगत दिनों सीआरसी राजनांदगांव में भारतीय पुनर्वास परिषद के नियमानुसार दो दिवसीय सीआरई कार्यक्रम का ऑनलाईन आयोजन किया गया। जिसमें 44 प्रतिभागी विभिन्न राज्यों से शामिल हुए।
सीआरई कार्यक्रम का शुभारंभ कुमार राजू द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्रतिदिन सुबह 10 से दोपहर 3.30 बजे तक विभिन्न अलग-अलग विभागीय प्रोफेशनल सहायक प्राध्यापक राजेन्द्र कुमार प्रवीण, सहायक प्राध्यापक मनोविज्ञानिक विभाग श्रीदेवी, पूनम (वाक एवं श्रवण विभाग), आशीष परासर (फिजियोथेरेपी विभाग), देबाशीष राऊत (ओक्कूपटीओनल थेरेपी) एवं प्रतिमा बार्ले (स्पीच थेरपिस्ट दुर्ग जिला अस्पताल) द्वारा पाठ्यक्रम के समय अपने-अपने विशेष क्षेत्र से संबंधित विषय पर ऑनलाइन क्लास लिया गया। जिसमें सभी प्रकार के बोली एवं भाषा बाधित छात्र-छात्रा एवं व्यक्ति के बारे में तथा उसके उपचार के आधुनिक तरीके के बारे में जानकारी दी गई।
तथा सभी क्लास के बाद आरसीआई के नियमानुसार मूल्यांकन भी किया गया और इस कार्यक्रम का समापन पूनम सीआरई, आशीष परासर, गजेन्द्र कुमार साहू सीआरई द्वारा किया गया।
बैठक में जिला पंचायत की विभिन्न योजनाओं का आय-व्यय का अनुमोदन तथा वित्तीय वर्ष 2020-21 का आय-व्यय की मदवार जानकारी एवं चर्चा की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 01 मार्च। 38वीं छग बटालियन एनसीसी राजनांदगांव द्वारा आज से तीन दिवसीय वार्षिक प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ सोमवार को एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय पेंड्री, केंद्रीय विद्यालय पेंड्री परिसर में किया गया। प्रशिक्षण शिविर में जिलेभर के कुल 150 कैडेट हिस्सा ले रहे हैं। बताया गया कि शिविर में प्रवेश करने वाले कैडेट समेत अधिकारी-कर्मचारियों का कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते प्रवेश दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि कैडेटों को शिविर में ड्रील, मैपरीडिंग, वेपन ट्रेनिंग, मिल्ड क्राफ्ट,बैटल क्रॉफ्ट एवं फायरिंग जैसे विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।