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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 सितंबर। जिला चिकित्सालय में बच्चों के इलाज, और अस्पताल की लचर व्यवस्था को लेकर शुक्रवार को भाजपा द्वारा पुलिस लाइन टिकरापारा में मातृ एवं शिशु चिकित्सालय का निरीक्षण किया। प्रभारी से समस्या सुधारने के संबंध में बात की गई इस दौरान भाजपा रायपुर शहर जिलाध्यक्ष श्रीचन्द सुंदरानी, जिला महामंत्री ओंकार बैस, रमेश सिंह ठाकुर, प्रफुल्ल विश्वकर्मा, योगी अग्रवाल, सत्यम दुवा, बजरंग खंडेलवाल, श्याम चक्रवर्ती, ललित जैसिंघ, मुरली शर्मा, अकबर अली, अनुराग अग्रवाल शामिल हुए ।
रायपुर, 24 सितंबर। नगरीय प्रशासन एवं विकास तथा श्रम मंत्री एवं आरंग विधायक डॉ. शिवकुमार डहरिया ने शुक्रवार को अपने निवास कार्यालय में जनदर्शन के माध्यम से कोविड 19 के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए आम नागरिकों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग जिलों एवं विधानसभा क्षेत्र से आए आम नागरिकों से आवेदन लिए और नियमानुसार आवेदनों पर उचित कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। मंत्री डॉ डहरिया का विभिन्न क्षेत्र से आए नागरिकों और जनप्रतिनिधियों ने सम्मान भी किया। समस्याओं के निराकरण के संबंध में उन्होंने अनेक आवेदन पर त्वरित कार्यवाही हेतु संबंधित अधिकारियों को फोन लगाकर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।
रायपुर, 24 सितंबर। न्यू सर्किट हाउस, सिविल लाईन में 25 सितम्बर शनिवार को जिला स्तरीय एक्सर्पोटर कॉनक्लेव का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अध्यक्ष सौरभ कुमार, आईएएस कलेक्टर रहेंगे।
मुख्य महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र व्ही.के देवांगन ने बताया कि कार्यक्रम का आयोजन जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, रायपुर द्वारा किया गया है। यह एक दिवसीय कार्यक्रम प्रात: 11 बजे से होगा। इसमें भारत सरकार एवं राज्य शासन के अधिकारी, बैंकर्स, औद्योगिक संघों के पदाधिकारी, जिले के निर्यातक शामिल होंगे।
कार्यक्रम में उद्योग द्वारा निर्यात में संवर्धन करने के दृष्टि से निर्यात की संभावनाओं, शासन की योजनाओं एवं नीतियों, प्रोत्साहन तथा सुविधाओं के बारे में अवगत कराया जाएगा।
9 वार्डों में पेयजल आपूर्ति नहीं, कंपनी को नोटिस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 सितंबर। आबकारी मंत्री के बंगले के समीप शंकर नगर में शुक्रवार की सुबह केबल कंपनी के खुदाई कार्य के चलते पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। इससे आसपास के मंत्रियों के बंगले में भी पानी भर गया है। पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने से 9 वार्डों में पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पाई। निगम प्रशासन ने कहा है कि पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने के मामले पर जिम्मेदार केबल कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन ने कहा कि नगर निगम का अमला पाइप लाइन की मरम्मत काम में लगा हुआ है, और जल्द ही दुरूस्त कर लिया जाएगा। इस वजह से 9 वार्डों में शुक्रवार की शाम पेयजल सप्लाई बाधित रहेगी। नगर निगम आयुक्त प्रभात मलिक ने सम्बंधित क्षेत्र के जोन कमिश्नर को टाटा प्रोजेक्ट केबल कम्पनी को नोटिस देकर कम्पनी पर जुर्माना करने की कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
बताया गया कि नेताजी कन्हैयालाल बाजारी वार्ड क्रमांक 15, वीर शिवाजी वार्ड नम्बर 16, ठक्कर बापा वार्ड नम्बर 17, भनपुरी टंकी से यतियतनलाल वार्ड नम्बर 4, बंजारी माता मंदिर वार्ड नम्बर 5, शंकर नगर टंकी से गुरुगोविन्द सिंह वार्ड नम्बर 29, शंकर नगर वार्ड नम्बर 30, कालीमाता वार्ड नम्बर 11, पंडित रविशंकर शुक्ल वार्ड नम्बर 35 के क्षेत्र में शुक्रवार की शाम पानी की आपूर्ति नहीं हो पाएगी। दूसरी तरफ, पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने से शंकर नगर मार्ग पर पानी भर गया। कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के घर में पानी घुस गया। यहां भी पानी निकालने की व्यवस्था में निगम अमला जुटा रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 सितंबर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने शुक्रवार को बिलासपुर विधायक शैलेष पाण्डेय के आरोपों, और फिर उनके खिलाफ निष्कासन के प्रस्ताव पर जरूरत पड़ी तो जांच कमेटी का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी तक उनके पास कोई जानकारी नहीं आई है।
श्री मरकाम ने मीडिया से चर्चा में कहा कि जिला कांग्रेस कमेटी ने विधायक को निष्कासित करने का प्रस्ताव पारित किया है। यह प्रस्ताव उन्हें नहीं मिला है। यह जानकारी उन्हें मीडिया के माध्यम से मिली है। विधायक ने भी कार्रवाई को लेकर आरोप लगाए हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सारी जानकारी बुलाई जा रही है, और जरूरत पड़ी तो जांच कमेटी बनाई जाएगी।
यह पूछे जाने पर कि वो किसी के साथ नहीं है, इस पर मरकाम ने कहा कि मीडिया के लोग सवाल पूछते हैं, तो कहना पड़ता है। वे संगठन के प्रमुख हैं, और सारे नेता उनके साथ हैं।
अविभाजित मप्र-छग के छह दशकों का दृश्यात्मक दस्तावेज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 सितंबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय में मुकुंद रेडियो द्वारा प्रकाशित मोनोग्राफ का विमोचन किया। इस मोनोग्राफ में 1952 से 2021 तक अविभाजित मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के लगभग छह दशकों का दृश्यात्मक दस्तावेज संकलित है।
मुकुंद रेडियो के संचालक संजय मोहदीवाले ने मुख्यमंत्री को बताया कि 1950 के दशक में स्थापित इस संस्थान में उनके पिता स्व. मुकुंद राव मोहदीवाले ने सभी राजनैतिक- सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सचित्र ब्यौरा रखने की परंपरा शुरू की, जिसे आज उनकी तीसरी पीढ़ी भी निभा रही है। इस तरह संस्थान में श्वेतश्याम दौर से लेकर आज के डिजिटल युग तक छत्तीसगढ़ अंचल में आयोजित कार्यक्रमों में शिरकत करने वाली मशहूर हस्तियों की तिथिवार तस्वीरों की एक लघु दीर्घा मौजूद है। इन्हीं तस्वीरों के दस्तावेज को मोनोग्राफ की शक्ल में प्रकाशित किया गया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मोनोग्राफ के प्रकाशन पर मुकुंद रेडियो संस्थान को बधाई देते हुए कहा कि ऐसा फोटो दस्तावेज इक_ा करना, जिसमें प्रदेश में आयी सभी शख्सियतों का रिकॉर्ड हो और उसे दशकों तक सहेज कर सिलसिलेवार रूप से प्रकाशित करना अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण और प्रशंसनीय कार्य है। मोनोग्राफ के आकल्पक व सम्पादक राजेश गनौदवाले ने मुख्यमंत्री को बताया कि किताब में प्रथम राष्ट्रपति स्व. डॉ राजेन्द्र प्रसाद, पूर्व प्रधानमंत्री स्व. मोरारजी देसाई,स्व. श्रीमती इंदिरा गांधी, स्व. चन्द्रशेखर,स्व. अटल बिहारी बाजपेयी, पूर्व राष्ट्रपति स्व. ज्ञानी जैल सिंह,स्व. रविशंकर शुक्ल, स्व. मन्ना डे, पंकज उधास, स्व. बेगम अख्तर, स्व. जगजीत सिंह जैसी हस्तियों के छत्तीसगढ़ आगमन से लेकर मुख्यमंत्री श्री बघेल के कार्यकाल के 2 वर्षों की चुनिंदा तस्वीरें शामिल हैं।
श्री बघेल ने मोनोग्राफ का अवलोकन कर प्रदेश में आयोजित उन पुराने कार्यक्रमों की स्मृतियां ताज़ा की, जिनमें वे स्वयं मौजूद रहे थे। उन्होंने मोनोग्राफ की प्रति स्वहस्ताक्षरित कर शुभकामना संदेश में लिखा कि मुकुंद रेडियो छत्तीसगढ़ के लिए जाना पहचाना नाम है। प्रत्येक बड़े आयोजन में उनकी उपस्थिति सफलता की परिचायक है। यह पुस्तक मुकुंद रेडियो का सफरनामा है। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी और समीर मोहदीवाले उपस्थित रहे।
एम्स में योजना के अंतर्गत 12 विभागों की पांच लाख तक की चिकित्सा नि:शुल्क
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 सितंबर। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), रायपुर में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लाभार्थियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस वर्ष में अब तक लगभग 12 हजार रोगियों ने स्वयं को पंजीकृत कराते हुए नि:शुल्क आईपीडी की सेवाएं प्राप्त की। सेवाओं के प्रति उत्साह को देखते हुए एम्स में पृथक काउंटर के माध्यम से रोगियों को विशेष सहायता प्रदान की जा रही है।
गुरुवार को आयुष्मान भारत के तीन वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में एम्स के रजिस्ट्रेशन काउंटर्स के पास जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें रोगियों और उनके परिजनों को जानकारी दी गई कि गरीबी की रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले रोगी पांच लाख रुपये तक और गरीबी की रेखा से ऊपर के रोगी 50 हजार रुपये तक का नि:शुल्क उपचार प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए योजना में स्वयं को पंजीकृत कराना होता है जिसकी प्रक्रिया बेहद आसान है। इसके लिए सेंट्रल डोम में आयुष्मान भारत काउंटर की सहायता ली जा सकती है।
निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरकर ने कहा कि योजना से गरीब परिवारों के गंभीर रोगियों को तुरंत उपचार प्रदान करने में काफी सहायता मिली है। अभी तक एम्स में योजना प्रारंभ होने के बाद 23468 रोगी इस योजना का लाभ उठा चुके हैं। वर्तमान में 12 विभागों की सेवाएं योजना के अंतर्गत प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने योजना को स्वस्थ समाज की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
इसके अतिरिक्त कार्यक्रम संयोजक सौरभ कुमार ने मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना और डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना के बारे में भी प्रतिभागियों को जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। धन्यवाद उप-चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रमेश चंद्राकर ने दिया।
रायपुर, 24 सितंबर। छत्तीसगढ़ शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा विभिन्न प्राकृतिक आपदा पीडि़तों को जिला कलेक्टर के माध्यम से आर्थिक अनुदान सहायता स्वीकृत की जाती है । राजनांदगांव जिले में राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत अंबागढ़ चौकी, खैरागढ़, डोंगरगढ़ तथा मोहला तहसील के आपदा प्रभावितों के लिए सहायता अनुदान राशि 42 लाख 13 हजार 507 रूपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है।
राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों के तहत राजनांदगांव जिले के अंबागढ़ चौकी तहसील में एक व्यक्ति के तालाब में डुबने मृत्यु होने पर 4 लाख रूपए, आंधी तुफान एवं अतिवर्षा से 7 मकान आंशिक क्षति होने पर 19 हजार 200 रूपए, आंधी तुफान से पशु धन क्षति होने पर 1500 रूपए, आग से धान फसल क्षति होने पर 22 हजार 207 रूपए, सर्पदंश से 2 व्यक्तियों की मृत्यु होने पर 4-4 लाख रूपए सहायता राशि स्वीकृत की गई है।
इसी तरह खैरागढ़ तहसील में आग से 2 व्यक्तियों की मृत्यु होने पर 4-4 लाख रूपए, डोंगरगढ़ तहसील को आंधीतूफान अतिवृष्टि से 4 मकान आंशिक क्षति होने पर 12 हजार 800 रूपए, आग से 1 मकान की आंशिक क्षति होने पर 3 हजार 200 रूपए, आकाशीय बिजली गिरने से 2 बैल की मृत्यु होने पर 50 हजार रूपए, आग से 1 गाय की मृत्यु होने पर 30 हजार रूपए, आग से 3 दुकान की क्षति होने पर 60 हजार रूपए सहायता राशि स्वीकृत की गई है। मोहला तहसील को तालाब में डूबने से 3 लोगों की मृत्यु होने पर 4-4 लाख रूपए, आंधी तुफान से क्षति होने पर एक प्रकरण में 3 हजार 200 रूपए, सर्पदंश से एक व्यक्ति की मृत्यु होने पर 4 लाख रूपए, आकाशीय बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मृत्यु होने पर 4 लाख रूपए, आग से 2 मकान की आंशिक क्षति होने पर 11 हजार 400 रूपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 सितंबर। राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक 1 जून 2021 से अब तक राज्य में 1074.3 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून से आज 24 सितम्बर तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार कोरबा जिले में सर्वाधिक 1496.6 मिमी और कबीरधाम जिले में सबसे कम 861.7 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सरगुजा में 941.4 मिमी, सूरजपुर में 1263.8 मिमी, बलरामपुर में 1045.8 मिमी, जशपुर में 1103.2 मिमी, कोरिया में 1013.3 मिमी, रायपुर में 917.7 मिमी, बलौदाबाजार में 976 मिमी, गरियाबंद में 1043.4 मिमी, महासमुंद में 905.5 मिमी, धमतरी में 977.3 मिमी, बिलासपुर में 1071.9 मिमी, मुंगेली में 1047.6 मिमी, रायगढ़ में 927.6 मिमी, जांजगीर चांपा में 1129.1 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 1366.1 दुर्ग में 975.5 मिमी, राजनांदगांव में 954.9 मिमी, बालोद में 899.5 मिमी, बेमेतरा में 1170.4 मिमी, बस्तर में 1062.3 मिमी, कोण्डागांव में 1057.2 मिमी, कांकेर में 997.4 मिमी, नारायणपुर में 1237.4 मिमी, दंतेवाड़ा में 1114.5 मिमी, सुकमा में 1360.8 मिमी, और बीजापुर में 1163.9 मिमी औसत वर्षा रिकार्ड की गई।
12 सौ सिलेंडर जप्त
रायपुर 23 सितंबर। अमर गैस एजेंसी बिरगांव के स्टाफ कर्मचारी द्वारा अपने ही गैस एजेंसी के घरेलू और व्यवसायिक सिलेंडर से गैस चोरी के मामले में खाद्य विभाग के द्वारा बड़ी कार्यवाही करते हुए 1171 नग गैस सिलेंडर द्रवित पेट्रोलियम (प्रदाय औऱ वितरण विनियमन) आदेश 2000 औऱ आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध करने की कार्यवाही की जा रही है।
जिला खाद्य नियंत्रक श्री तरुण राठौर ने बताया कि खाद्य विभाग को लगातार इस बात की शिकायत मिल रही थी कि बिरगांव में घरेलू गैस सिलेंडर में वजन की कमी आ रही है साथ ही सिलेंडर जल्दी खत्म हो रहा है। खाद्य विभाग की टीम ने उरकुरा स्थित एक खुले प्लाट में 360 घरेलू गैस सिलेंडर रखे वाहन क्रमांक
CG04MU0845, CG04MF2987, CG04JC4310, CG04MU6548, CG04LS1812 एवं CG04LR6432 की जांच किये जाने पर गैस एजेंसी के ही दो कर्मचारी घरेलू गैस सिलेंडर से पीतल के बांसुरी से सिलेंडर की सील औऱ केप को निकाल कर 191 घरेलू और व्यवसायिक सिलेंडर से 272 किलो गैस निकाल चुके थे। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने छापा मारा तो बांसुरी छोड़ कर दोनो कर्मचारी भाग निकले। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने मौके पर गैस सिलेंडर परिवहन करने वाले ट्रक सहित जिन 5 केरियर वाहनों में गैस उपभोक्ताओं को घरेलू सिलेंडर की आपूर्ति की जाती थी उन्हें जप्त कर अमर इंडेन गैस एजेंसी के नंदनवन स्थित गोदाम में जाकर हर सिलेंडर का तौल कराया गया जिसमें 191 सिलेंडर में वजन कम पाया गया। एजेंसी के दो कर्मचारी के द्वारा इस कार्यवाही को अंजाम दिया गया था । गैस एजेंसी के स्टॉक रजिस्टर औऱ मूल्य सूची सहित गोदाम में रखे गैस सिलेंडर की संख्या में अंतर पाए जाने के कारण खाद्य निरीक्षक रीना साहू ने 1171 खाली एवम भरे हुए सिलेंडर जप्त कर लिया है। खाद्य विभाग के सहायक खाद्य अधिकारी संजय दुबे के साथ खाद्य निरीक्षक मनीष यादव,सोनल चंद्राकर,रीना साहू, संदीप शर्मा, श्रद्धा चौहान, की टीम ने जांच कर अमर इंडेन गैस एजेंसी के प्रबंधक के विरुद्ध द्रवित पेट्रोलियम गैस (प्रदाय और वितरण विनियमन) आदेश 2000 औऱ आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत कार्यवाही की जाएगी।
रायपुर, 23 सितम्बर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर के मूर्धन्य साहित्यकार हरिहर वैष्णव के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह साहित्य जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है । स्व. हरिहर वैष्णव ने बस्तर के लोक साहित्य की समृद्ध विरासत को सहेजने में अपना जीवन समर्पित कर दिया । मुख्यमंत्री श्री बघेल ने ईश्वर से उनकी आत्मा की शान्ति और परिजनों को दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
ज्ञातव्य है कि श्री वैष्णव बस्तर के लोक साहित्यकार थे, उन्होंने जनजातियों में प्रचलित कहानियों, गीतों को लिपिबद्ध किया। हिंदी के साथ ही बस्तर की स्थानीय बोलियों, हल्बी, भतरी में भी उन्होंने साहित्य का सृजन किया ।
शैलेष का बयान स्थानीय स्तर पर आपसी राजनीति का हिस्सा-चौबे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 सितंबर। बिलासपुर विधायक शैलेष पाण्डेय के पंकज सिंह के खिलाफ पुलिस कार्रवाई पर आपत्ति, और विवाद पर सरकार के मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि यह स्थानीय स्तर की आपसी राजनीति का हिस्सा है। इसमें सरकार की भूमिका नहीं है।
शैलेष पाण्डेय ने आशंका जाहिर थी कि टीएस सिंहदेव से जुड़े होने के कारण पुलिस कार्रवाई की जा रही है। इस पूरे मामले में श्री चौबे ने कहा कि इसमें सरकार की स्थिति की कोई बात नहीं है। यह स्थानीय स्तर की आपस की राजनीति का हिस्सा है। आपसी प्रतिस्पर्धा के चलते दिया गया बयान है, और इसमें सरकार की भूमिका नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह मामला अनुशासनहीनता के दायरे में आएगा, तो प्रदेश अध्यक्ष के अधीन होगा। उन्होंने कहा कि विधायक ने जिस लहजे में बात की है वह स्थानीय राजनीति के चलते दिया गया बयान है। श्री चौबे ने मीडिया से चर्चा में कहा कि अक्टूबर के पहले हफ्ते में सीएम बघेल दिल्ली जा सकते हैं।
जानकारी के मुताबिक, इस दौरान उनकी राहुल गांधी से मुलाकात होगी। मुलाकात में राहुल गांधी के छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर चर्चा हो सकती है। उन्होंने कहा कि इससे पहले 20 सितंबर की सुबह अचानक टीएस सिंहदेव दिल्ली रवाना हो गए थे। हालांकि, मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि अपनी बहन के जन्मदिन में शामिल होने के लिए दिल्ली जा रहे हैं। यह कोई राजनीतिक दौरा नहीं है। टीएस सिंहदेव के बाद अब सीएम भूपेश बघेल के दिल्ली दौरे से सियासी हलचल तेज हो गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 सितंबर। पुरी पीठ के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती आज सुबह पुरी जोधपुर एक्सप्रेस से रायपुर पहुंचे। स्टेशन पर उनका उत्साह के साथ स्वागत किया गया। इसके बाद वे सडक़ मार्ग से धमतरी रवाना हो गए। उनका यह प्रवास राष्ट्र उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत है।
वे धमतरी के महालक्ष्मी ग्रीन में नवनिर्मित श्री राधा कृष्ण भवन में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होंगे। 24 एवं 25 सितंबर को सुबह 11 बजे से 1 बजे तक सनातन संस्कृति के संरक्षण के लिए विचार गोष्ठी, सत्संग दीक्षा तथा पीठ परिषद, आदित्यवाहिनी, आनंदवाहिनी का विशेष संगोष्ठी कार्यक्रम रखा गया है।
सितंबर की शाम 7 बजे वह शंकराचार्य आश्रम रामा भाटा रायपुर पहुंचेंगे जहां 28 सितंबर तक विभिन्न कार्यक्रम निर्धारित है। 26 सितंबर को सुबह 11 बजे से 1 बजे तक तथा दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक पीठ परिषद, आदित्यवाहिनी तथा आनंद वाहिनी संगठन का संगोष्ठी के माध्यम से प्रशिक्षण शिविर होगा। 27 सितंबर को सुबह श्रद्धालुओं के लिए धर्म अध्यात्म एवं राष्ट्र रक्षा संबंधी संगोष्ठी होगी। शाम को वे श्रद्धालुओं से मिलने के लिए सुलभ रहेंगे। 28 सितंबर को दोपहर 12 बजे वे जम्मू तवी एक्सप्रेस से रायपुर से दिल्ली प्रस्थान करेंगे।
रायपुर, 23 सितम्बर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मूर्धन्य कवि और लेखक रामधारी सिंह दिनकर की जयंती पर उन्हें नमन किया है। श्री बघेल ने कहा कि कवि, लेखक और साहित्यकार अपनी लेखनी से समाज को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। भारत के ऐसे ही रचनाकार श्री दिनकर ने मानवता की पीड़ा को अपनी लेखनी से उकेरा जिससे वे जन-जन के कवि बन गए। राष्ट्रप्रेम से ओत-प्रोत उनकी रचनाओं ने समाज को जगाने का काम किया इसलिए उन्हें राष्ट्रकवि भी कहा जाता है। उन्हें साहित्य सेवा के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार सहित कई राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री दिनकर की अमर रचनाएं पीढिय़ों तक देशप्रेम की रोशनी बिखेरती रहेंगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 सितंबर। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा छत्तीसगढ़ से संगीत एवं कला के क्षेत्र में दीर्घ साधना तथा उपलब्धियों को सम्मानित करने, मान्यता देने एवं प्रतिष्ठित करने के उद्देश्य से राज्य स्तरीय चक्रधर सम्मान स्थापित किया गया है, जिसके लिए प्रविष्टियां/अनुशंसाएं आमंत्रित की गई है। प्रविष्टियां संबंधी जानकारी विभागीय वेबसाईट पर देखी जा सकती है। प्रविष्टियों की अंतिम तिथि 11 अक्टूबर 2021 है। प्रविष्टियां विभाग के मेल आईडी पर स्वीकार की जाएंगी।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा साहित्य/आंचलिक साहित्य के क्षेत्र में दीर्घ साधना तथा उपलब्धियों को सम्मानित करने, मान्यता देने एवं प्रतिष्ठित करने के उद्देश्य से राज्य स्तरीय ‘पं. सुन्दरलाल शर्मा सम्मान‘ स्थापित किया गया है। इसके लिए प्रविष्टियां/अनुशंसाएं आमंत्रित की गई है। प्रविष्टियां संबंधी जानकारी विभागीय वेबसाईट पर देखी जा सकती है। प्रविष्टियों की अंतिम तिथि 11 अक्टूबर 2021 है। प्रविष्टियां विभाग के मेल आईडी पर स्वीकार की जाएंगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 सितंबर। चंगोराभाठा इलाके में मंगलवार की रात दो युवकों ने शराब के नशे में कार में तोडफ़ोड़ की, और गाली-गलौच कर भाग गए। यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। दीनदयाल पुलिस ने इस पूरे मामले में जुर्म दर्ज कर लिया है।
चंगोराभाठा के छुगानी प्राइड इलाके के रहवासी देवाशीष मिश्रा (34 वर्ष) ने दीनदयाल उपाध्याय थाने में रिपोर्ट लिखाई है। उसने बताया कि मंगलवार की सुबह शराब के नशे में कुशाग्र पाण्डेय ने घर आकर गाली गलौच की, और मारूति कार सीजी 04 एमसी 7100 में तोडफ़ोड़ कर भाग गए।
देवाशीष ने दीनदयाल थाने में रिपोर्ट लिखाई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 294, 506, और 427 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।
रायपुर, 23 सितम्बर। बस्तर के इतिहास, संस्कृति, लोक परंपराओं के मर्मज्ञ साहित्यकार हरिहर वैष्णव के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि ईश्वर इस दुख की घड़ी में परिवारजनों को सहनशक्ति एवं मृत आत्मा को शांति प्रदान करे।
बस्तर के इतिहास, संस्कृति, लोक परंपराओं के मर्मज्ञ साहित्यकार हरिहर वैष्णव प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन, प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी, प्रभारी महामंत्री प्रशासन रवि घोष, प्रभारी महामंत्री संगठन चंद्रशेखर शुक्ला, राजेंद्र तिवारी सदस्य, रमेश वल्र्यानी सदस्य, आरपी सिंह सदस्य, सुरेंद्र शर्मा सदस्य, सुशील आनंद शुक्ला सदस्य, विकास दुबे सदस्य, संदीप साहू सदस्य, नितिन भंसाली सदस्य, अधिवक्ता अमित श्रीवास्तव सदस्य ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
बस्तर के इतिहास, संस्कृति, लोक परंपराओं के मर्मज्ञ साहित्यकार श्री हरिहर वैष्णव के निधन पर प्रदेश प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी, धनंजय ठाकुर, विकास तिवारी, मोहम्मद असलम, एडवोकेट सुरेंद्र वर्मा, एम.ए. इकबाल, वंदना राजपूत, आलोक दुबे जगदलपुर, अभय नारायण राय बिलासपुर, जनार्दन त्रिपाठी सरगुजा, कमलजीत पिंटू राजनांदगांव, कृष्णकुमार मरकाम धमतरी, विकास विजय बजाज, अजय गंगवानी, प्रकाशमणि वैष्णव, अशुंल मिश्रा ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 सितंबर। पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के फार्माकोलॉजी विभाग द्वारा राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस सप्ताह पर दो दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन में फार्माकोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. उषा जोशी ने फार्माकोविजिलेंस के विभिन्न आयामों से अवगत कराते हुए बताया कि आम जनता तथा स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों को रोगी सुरक्षा में सुधार के लिए प्रतिकूल दवा प्रतिक्रिया (एडीआर) रिपोर्टिंग के महत्च के बारे में जागरूक करने के लिए प्रतिवर्ष 17 से 23 सितंबर तक नेशनल फार्माकोविजिलेंस (राष्ट्रीय भेषज सतर्कता) सप्ताह मनाया जाता है।
चिकित्सक, नर्स, फार्मासिस्ट और चिकित्सा से जुड़े अन्य व्यक्ति हेल्थ केयर सिस्टम के प्रमुख अंग हैं जो रोगी सुरक्षा में योगदान देते हैं। अत: प्रतिकूल दवा प्रतिक्रियाओं की रिपोर्ट करने तथा इसके महत्व को आम जनता तक पहुंचाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस सप्ताह का आयोजन किया गया। फार्माकोविजिलेंस के विभिन्न आयामों से अवगत कराते हुए विभाग के समस्त चिकित्सकों द्वारा उद्बोधन दिया गया। स्नातकोत्तर छात्रों के लिए नारा लेखन, क्विज और पोस्टर लेखन का आयोजन किया एवं विजेता छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार दिया गया।
कार्यक्रम में समस्त विभागाध्यक्ष एवं स्नातकोत्तर छात्र सम्मिलित हुए। कार्यक्रम के अंत में श्रीमती प्रीति सिंह फार्माकोविजिलेंस एसोसिएट द्वारा एडीआर फॉर्म भरने का प्रशिक्षण दिया गया।
विदित हो कि फार्माकोविजिलेंस, जिसे ड्रग सेफ्टी के रूप में भी जाना जाता है, फार्मास्युटिकल उत्पादों के संग्रह, पता लगाने, मूल्यांकन, निगरानी और प्रतिकूल प्रभावों की रोकथाम से संबंधित औषधीय विज्ञान है। प्रतिकूल दवा प्रतिक्रिया (एडीआर) औषधीय उत्पाद के उपयोग से संबंधित एक अवांछित या हानिकारक प्रतिक्रिया है जो किसी दवा के उपयोग की सामान्य परिस्थितियों में दवाओं के संयोजन के बाद अनुभव की जाती है। ऐसे में आमतौर पर दवा को बंद करने या खुराक कम करने की आवश्यकता होगी। जन सामान्य, मरीज, छात्र, शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोग भी एडीआर रिपोर्ट कर सकते हैं।
आपसी सहमति से वैधानिक तलाक ही मान्य
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 सितंबर। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक एवं सदस्यगण श्रीमती अनीता रावटे, शशिकांता राठौर एवं श्रीमती अर्चना उपाध्याय की उपस्थिति में शास्त्री चौक स्थित, राज्य महिला आयोग कार्यालय में महिलाओं से संबंधित शिकायतों के निराकरण के लिए सुनवाई की गई।
सुनवाई के दौरान एक सम्पत्ति विवाद के प्रकरण में आवेदिका ने स्वयं से स्वीकार किया कि सरकारी जमीन पर उसने कब्जा कर रखा है। अनावेदक के पास जमीन के बैनामा कागजात है। सीमांकन प्रक्रिया तथा अवैध रूप से कब्जा हटाने की प्रक्रिया तहसील कार्यालय और निगम कार्यालय में चल रही हैं। सुनवाई के पश्चात यह प्रकरण आयोग के अधिकार क्षेत्र से बाहर हो जाने के कारण अध्यक्ष डॉ. नायक ने नस्तीबद्ध करने के निर्देश दिए।इसी तरह एक अन्य प्रकरण में अनावेदक के विरुद्ध पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज हो जाने से प्रकरण को नस्तीबद्ध करने कहा।
एक अन्य प्रकरण में पत्नी ने पति के खिलाफ स्वयं तथा अपने तीनो बच्चे के साथ मारपीट करने की शिकायत आयोग में की थी। बच्चों की भविष्य को देखते हुए आयोग द्वारा पति-पत्नी को समझाइश दिया गया। पत्नी और बच्चों को पति के नए मकान में रखने पति को निर्देशित किया गया। बच्चों की पढ़ाई लिखाई का खर्च का पति वहन करेगा। इसके साथ ही पत्नी को 2 हजार रुपये प्रतिमाह पति द्वारा देने पर सहमति व्यक्त किया। अध्यक्ष डॉ. नायक ने प्रकरण को 6 माह की निगरानी आयोग द्वारा किये जाने की बात कही। इसके पश्चात ही प्रकरण को निराकृत किया जाएगा।
एक अन्य प्रकरण में पत्नी, पति से अलग अपने मायके में रह रही है। विवाह को अभी 9 माह हुये है और पति-पत्नी 9 महीने से अलग रह रहे हैं और आपसी सहमति से पति-पत्नी तलाक लेने के लिए तैयार है। इस प्रकरण में आयोग की ओर से आगामी सुनवाई में निराकरण करने के निर्देश दिए गए।
एक अन्य प्रकरण में शासकीय सेवक से विवाह करने वाली महिलाओं को शासकीय सेवा पुस्तिका में अपना दर्ज कराना चाहिये। अन्यथा शासकीय सेवक की मृत्यु के बाद इस तरह की परेषानियों का सामना करना पड़ता है। मृतक सरकारी नौकरी में था और पहली पत्नी को तलाक दिये बिना दूसरी शादी कर रखा था। शासकीय अभिलेख में पहली पत्नी का नाम दर्ज था जो महज 7 साल तक थी और दूसरी पत्नी 27 साल तक और मृत्यु तक साथ में थी। ईलाज के खर्चें भी उसने वहन किये थे लेकिन समस्त शासकीय जमा राशि और पेंशन प्रथम पत्नी को मिल गया जिसे पाने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया था। क्योंकि मृतक ने शासकीय अभिलेख में दूसरी पत्नी का नाम जोडऩे बाबत् आवेदन दिया था। इस सम्पूर्ण मामले में उभय पक्षों ने सहमति का कार्य निकालने के लिये समय की मांग किया।
जिनमे महिला आयोग के समक्ष महिला उत्पीडऩ से संबंधित 20 प्रकरण सुनवाई के लिए रखे गए। जिनमे 5 प्रकरणों को नस्तीबद्ध किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 सितम्बर। राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक 1 जून 2021 से अब तक राज्य में 1064.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 1 जून से आज 23 सितम्बर तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार कोरबा जिले में सर्वाधिक 1471.1 मिमी और कबीरधाम जिले में सबसे कम 846 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सरगुजा में 926.5 मिमी, सूरजपुर में 1258.3 मिमी, बलरामपुर में 1038.8 मिमी, जशपुर में 1095.5 मिमी, कोरिया में 1010.9 मिमी, रायपुर में 903.1 मिमी, बलौदाबाजार में 960.1 मिमी, गरियाबंद में 1029 मिमी, महासमुंद में 900 मिमी, धमतरी में 965.4 मिमी, बिलासपुर में 1071.9 मिमी, मुंगेली में 1046.8 मिमी, रायगढ़ में 918.1 मिमी, जांजगीर चांपा में 1110.5 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 1355.2 दुर्ग में 974.8 मिमी, राजनांदगांव में 950.9 मिमी, बालोद में 888.5 मिमी, बेमेतरा में 1159.9 मिमी, बस्तर में 1059.1 मिमी, कोण्डागांव में 1029.3 मिमी, कांकेर में 989.3 मिमी, नारायणपुर में 1216.2 मिमी, दंतेवाड़ा में 1111.6 मिमी,सुकमा में 1356.3 मिमी, और बीजापुर में 1160.6 मिमी औसत वर्षा रिकार्ड की गई।
कबीरधाम-सूरजपुर में एक भी कोरोना मरीज नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 सितंबर। प्रदेश के 15 जिलों में 22 सितम्बर को कोरोना का एक भी नया मरीज नहीं मिला है। इस दिन प्रदेश भर में हुए 29 हजार 119 सैंपलों की जांच में 26 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए। राज्य के दो जिलों कबीरधाम और सूरजपुर में वर्तमान में एक भी व्यक्ति कोरोना पीडि़त नहीं है। कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने और रोज कम संख्या में नए मरीज मिलने के कारण कोविड-19 के सक्रिय मामले तेजी से घट रहे हैं। प्रदेश में अभी सक्रिय मरीजों की संख्या 300 है। राज्य में औसत पॉजिटिविटी दर 0.09 प्रतिशत है।
बीते 22 सितम्बर को बेमेतरा, कबीरधाम, धमतरी, बलौदाबाजार-भाटापारा, मुंगेली, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, सरगुजा, कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर-रामानुजगंज, बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा, नारायणपुर और बीजापुर जिले में कोरोना संक्रमण का एक भी मामला नहीं आया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 सितंबर। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के चेयरमैन डॉ. भगवानलाल साहनी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आरक्षण रोस्टर ठीक करने की जरूरत है। इस पूरे मामले में संसदीय कार्यमंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि ओबीसी के संबंध में निर्णय लेने में छत्तीसगढ़ देश में अव्वल नंबर पर है।
डॉ. साहनी प्रदेश के दौरे पर आए हुए हैं। उन्होंने यहां पिछड़े वर्ग के आरक्षण, और अन्य सुविधाओं को लेकर असंतोष जताया है। इस पूरे मामले में श्री चौबे ने कहा कि हमारे अधिकारी उनकी शंका का समाधान कर देंगे।
रायपुर, 22 सितंबर। मैट्स यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी में अध्ययनरत श्वेता पद्मा का एसोसिएशन ऑफ़ यूनिवर्सिटीज ऑफ़ एशिया एंड द पेसिफिक (एयूएपी) द्वारा आयोजित इंग्लिश स्पीच काम्ॅपटीशन (एयूएपी-एसईएससी-2021) के प्रथम राउंड में सफलता पूर्वक चयन हुआ है। इस प्रतियोगिता का विषय था कल्टीवेटिंग द एजुकेशनल लेंडस्केप टूवर्ड्स द डेवलपमेंट आफ द स्कूल ऑफ टुमारो भारत की ओर से भाग लेने वाले प्रतिभागियों में से केवल पांच को ही यह सफलता मिली है।
संपूर्ण एशिया से महाविद्यालय/विश्वविद्यालय स्तर पर केवल तीस प्रतिभागियों का चयन हुआ है। श्वेता प्रतिभावान छात्रा हैं जो पीताम्बर प्रुस्टी एवं संगीता प्रुस्टी की पुत्री हैं। श्वेता की इस सफलता पर मैट्स यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया, कुलपति प्रो. के.पी. यादव, महानिदेशक प्रियेश पगारिया, उपकुलपति डॉ. दीपिका ढांढ, कुलसचिव गोकुलानंदा पंडा सहित मैट्स परिवार ने हर्ष व्यक्त किया है।
रायपुर, 22 सितंबर। मानसून सत्र के दौरान अब तक रायपुर जिले में 900 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज वर्षा हुई। पिछले 24 घंटे में रायपुर जिले के अधिकांश तहसीलों में वर्षा रिकार्ड की गई है। आरंग में 10 मि.मी, अभनपुर में 3 मि.मी, गोबरा-नवापारा में 9.3 मि.मी तथा खरोरा में 14 मि.मी. वर्षा आज दर्ज की गई है।
कलेक्टर कार्यालय के भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक रायपुर तहसील में 1140 मि.मी., आरंग तहसील में 560.1 मि.मी., अभनपुर में 820.9 मि.मी., गोबरा-नवापारा में 1189.4 मि.मी, तिल्दा में 756 मि.मी, खरोरा में 933.5 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है। जिले में पिछले दस वर्षो में इसी अवधि मे 991.1 मि.मी औसत वर्षा हुई थी। इस वर्ष अब तक औसत वर्षा की 90.8 प्रतिशत् वर्षा हो चुकी है।
साइंस-डिग्री गल्र्स में 90 फीसदी से नीचे अंक पर दाखिला नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 सितंबर। कॉलेजों में प्रथम वर्ष में दाखिले के लिए सीबीएसई से पास विद्यार्थियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है, और वे माध्यमिक शिक्षा मंडल के विद्यार्थियों से पिछड़ रहे हैं। कोरोना की वजह से किसी भी बोर्ड ने परीक्षाएं नहीं ली थी, और अलग-अलग तरीके अपनाकर नतीजे घोषित कर दिए। हाल यह है कि मंडल के विद्यार्थियों को सीबीएसई अथवा आईसीएसई के विद्यार्थियों की तुलना में ज्यादा अंक मिले, और बारहवीं के प्राप्तांक के आधार पर वो कॉलेज दाखिले में बाजी मार ले रहे हैं।
कॉलेजों में प्रथम वर्ष में दाखिले की प्रक्रिया चल रही है। इंजीनियरिंग और मेडिकल को छोडक़र बाकी कॉलेजों में प्रवेश 12वीं के प्राप्तांक के आधार पर दिया जाता है। साइंस, कॉमर्स, और आर्टस व अन्य विषयों में दाखिले के लिए सूची जारी हो रही है। रायपुर के प्रतिष्ठित सरकारी कॉलेज नागार्जुन साइंस कॉलेज, डिग्री गल्र्स कॉलेज, छत्तीसगढ़ कॉलेज, और अनुदान प्राप्त दुर्गा कॉलेज में 2 सूची जारी हो चुकी है। हाल यह है कि इन कॉलेजों में बारहवीं में 85 फीसदी से नीचे के विद्यार्थियों को दाखिले के लिए काफी जदेजहद करनी पड़ रही है।
साइंस कॉलेज में अलग-अलग विषयों में न्यूनतम 90 फीसदी से अधिक अंक वालों को ही प्रवेश दिया गया है। अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित सीट कुछ जरूर खाली है, जिनमें किसी का आवेदन नहीं आने पर सामान्य श्रेणी के विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। यही हाल, छत्तीसगढ़ कॉलेज का भी है। यहां भी कमोवेश वही स्थिति है। कुछ विषयों में जरूर 80 फीसदी प्राप्तांक के आधार पर प्रवेश मिल रहा है, लेकिन ज्यादातर विषयों में इससे अधिक को ही दाखिला मिल रहा है।
बताया गया है कि सीबीएसई बोर्ड के विद्यार्थियों के अंक इस बार माध्यमिक शिक्षा मंडल से विद्यार्थियों से कम आए हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने कोरोना की वजह से घर में ही प्रश्नपत्र हल करने की अनुमति दी थी। जबकि सीबीएसई बोर्ड ने जनरल प्रमोशन दिया था, और पुराने रिकॉर्ड देखकर नतीजे दिए थे। सीबीएसई बोर्ड के विद्यार्थियों के अंक कम आए हैं। जबकि माध्यमिक शिक्षा मंडल के विद्यार्थियों का भरपूर अंक मिले हैं। कई विद्यार्थियों को सौ फीसदी अंक प्राप्त हुए हैं। मंडल के 70 फीसदी से अधिक विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में पास हुए हैं।
कॉलेजों में बारहवीं के प्राप्तांक के आधार पर दाखिला होता है। इसमें बोर्ड का फर्क नहीं किया जाता। और आईसीएसई, सीबीएसई हो या माध्यमिक शिक्षा मंडल के विद्यार्थियों को बारहवीं के अंक के आधार पर प्रवेश होता है। इस बार माध्यमिक शिक्षा मंडल के विद्यार्थियों को ज्यादा संख्या में प्रवेश मिल रहा है। क्योंकि उन्हें अंक बेहतर मिले हैं। साइंस कॉलेज में प्रवेश प्रक्रिया से जुड़े डॉ. बीजी शर्मा का कहना है कि हमेशा से ही सीबीएसई के विद्यार्थियों को नुकसान उठाना पड़ता है। क्योंकि माध्यमिक शिक्षा मंडल के नतीजे बेहतर होते हैं। प्रवेश परीक्षा जैसा कोई नियम नहीं होने के कारण सीबीएसई के कम संख्या में विद्यार्थियों को दाखिला मिल पाता है।
छत्तीसगढ़ कॉलेज के प्राध्यापक डॉ. तपेश चंद गुप्ता ने कहा कि इस बार जितनी मारामारी पहले कभी नहीं हुई। वजह यह है कि कोरोना की वजह से परीक्षाएं नहीं हो पाई और विद्यार्थियों को भरपूर अंक मिल गया। सीबीएसई बोर्ड ने अपने विद्यार्थियों को अंक देने में थोड़ी कड़ाई बरती है, और इसका नुकसान कॉलेज दाखिले में उठाना पड़ रहा है। लेकिन बोर्ड के रिजल्ट में फर्क करने का कोई नियम नहीं है। सबको सामान अवसर दिया जाता है। विशेषकर सीबीएसई के विद्यार्थियों को अच्छे कॉलेजों में दाखिले के लिए भटकना पड़ रहा है, और उन्हें प्रवेश परीक्षा जैसी कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण नुकसान उठाना पड़ रहा है।