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नगर निगम गार्डन में लोगों ने सुनी लोकवाणी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 फरवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को लोकवाणी में कहा कि राज्य की नई जल संसाधन नीति तैयार हो गई है। उन्होंने कहा कि अगले पांच सालों में राज्य की सिंचाई क्षमता दोगुनी करने का लक्ष्य है।
श्री बघेल ने कहा कि नरवा योजना प्रदेश में भू-जल की रिचार्जिंग का बहुत बड़ा साधन बन रही है। सरकार के प्रयासों को भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा भी सराहा गया है। बिलासपुर और सूरजपुर जिले की परियोजनाओं को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। पुरानी जल संसाधन परियोजनाओं की कमियों को दूर किया ताकि वास्तविक सिंचाई का रकबा बढ़े, इसके अलावा भी बड़ी-बड़ी नई योजनाएं हाथ में ली हैं।
बोधघाट के अलावा शेखरपुर बांध, ढांडपानी बांध, रेहर अटेम जैसी 15 परियोजनाओं पर ध्यान दिया जा रहा था। हमारा लक्ष्य है कि आगामी 5 साल में प्रदेश में ऐसी जल अधोसंरचनाओं का विकास हो जाए, जिससे राज्य की सिंचाई क्षमता दोगुनी हो जाए। मैं यह खुशखबरी भी साझा करना चाहता हूं कि छत्तीसगढ़ की नई जल संसाधन विकास नीति तैयार करने का काम पूरा हो चुका है। जल्दी ही प्रदेश को नई जल संसाधन नीति के रूप में अधोसंरचना विकास की नई सौगात मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने ‘जवाहर सेतु योजना’ लाई जो सडक़ों को पुल-पुलियों से जोडऩे की योजना है। दो साल में हमने लगभग 200 बड़े पुल-पुलिया बनाने का काम हाथ में लिया और उसे पूरा कर रहे हैं। श्री बघेल ने कहा कि हमने ‘मुख्यमंत्री सुगम सडक़ योजना’ लाई, जिसके तहत लगभग 2200 ऐसी सडक़ें बना रहे हैं, जो सरकारी दफ्तरों को जोड़ती हैं।
उन्होंने कहा कि बिजली में भी ऐसा ही किया गया है। जहां किसी प्राकृतिक आपदा या दुर्घटना से ब्लैक आउट हो जाता था, उन अंचलों में बिजली के ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन का नेटवर्क पूरा किया, जिससे वहां दोहरी-तिहरी ओर से आपूर्ति की व्यवस्था हो जाए। बस्तर इसका एक बड़ा उदाहरण है।
इसके साथ पूरे राज्य में बिजली उप केन्द्रों, पारेषण व वितरण लाइनों का जाल बिछा रहे हैं, जिसके कारण बसाहटों में विद्युतीकरण का नया कीर्तिमान बना है और बिजली बिल हाफ करने का वादा निभाना भी संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि इस तरह हमने राज्य की अधोसंरचना को संतुलित और विस्तृत करने पर जोर दिया ताकि यह विश्वसनीय बने।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 फरवरी। महापौर एजाज ढेबर ने कहा है कि भाजपा कहीं शिविर का समर्थन कर रही है, तो कहीं विरोध। उन्होंने कहा कि भाजपा दलगत राजनीति से ऊपर उठे और शहर विकास में सहयोग करें।
महापौर श्री ढेबर ने आज यहां वार्ड 35 के दुर्गा मैदान समाधान शिविर में मीडिया से चर्चा करते हुए तुहंर सरकार तुहंर द्वार शिविरों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 27 जनवरी से 13 फरवरी तक शहर के 27 वार्डों में समाधान शिविर लगाए गए हैं। इस दौरान 17 हजार 359 लोगों की समस्याओं का निराकरण किया गया है।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि जनगणना के आधार पर गरीबों को आवास मिलता है। आगे भी ज्यादा से ज्यादा गरीबों को आवास मिले, इसके लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा गया है।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा कि समाधान शिविरों से सैकड़ों लोगों की आम समस्याएं दूर हो रही है। ऐसे में उनका यह प्रयास होगा कि अगले साल भी इसी तरह वार्डों में शिविर लगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 फरवरी। प्रदेश में कोरोना मरीज पहले से काफी कम हो गए हैं, लेकिन खतरा अभी भी बना हुआ है। बीती रात 229 नए पॉजिटिव सामने आए। इसमें सबसे अधिक रायपुर से 53 रहे। दूसरी तरफ, स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना से बचाव के लिए लगातार टीके लगाए जा रहे हैं। हालांकि पहले चरण में स्वास्थ्य एवं फ्रंट लाइन वर्करों को प्राथमिकता दी जा रही है।
बुलेटिन के मुताबिक दुर्ग में 33 व बिलासपुर मेें 23 नए पॉजिटिव मिले। राजनांदगांव-4, बालोद-8, बेमेतरा-4, कबीरधाम-2, धमतरी-1, बलौदाबाजार-14, महासमुंद-17, गरियाबंद-1, बिलासपुर-23, रायगढ़-23, कोरबा-2, जांजगीर-चांपा-4, मुंगेली-0, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-0, सरगुजा-11, कोरिया-2, सूरजपुर-10, बलरामपुर-0, जशपुर-6, बस्तर-4, कोंडागांव-1, दंतेवाड़ा-0, सुकमा-0, कांकेर-4, नारायणपुर-0, बीजापुर जिले से 1 व अन्य राज्य से 1 मरीज सामने आए हैं। ये मरीज आसपास कोरोना अस्पतालों में भेजे जा रहे हैं।
प्रदेश मेेें कोरोना 3 लाख पार
प्रदेश में कोरोना मरीज बढक़र 3 लाख 9 हजार आसपास पहुंच गए हैं। बीती रात मिले 229 नए पॉजिटिव के साथ इनकी संख्या बढक़र 3 लाख, 8 हजार 930 हो गई है। इसमें से 3771 मरीजों की मौत हो गई है। 3 हजार 255 एक्टिव हैं और इनका एम्स समेत अलग-अलग जगहों पर इलाज चल रहा है। 3 लाख 1 हजार 904 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं। सैंपलों की जांच जारी है। बुलेटिन के मुताबिक कल अन्य बीमारियों के साथ कोरोना से 4 मरीजों की मौत हो गई। स्वास्थ्य अफसरों का कहना है कि प्रदेश में कोरोना का खतरा बना हुआ है, लेकिन सावधानी जरूरी है। हालांकि वैक्सीन आ गई है, और टीके भी लगाए जा रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 फरवरी। चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज चुनाव के लिए व्यापारी एकता पैनल ने शनिवार को प्रदेश भर में कर रहे चेंबर चुनाव के प्रचार कार्यक्रम के दौरान युवा चेम्बर ने लगातार तीसरे दिन भी स्टेशन रोड क्षेत्र व अन्य जगहों में जमकर प्रचार किया और पूरे पैनल की जीत सुनिश्चित करने व्यापारियों से उनका समर्थन मांगा है।
व्यापारी एकता पैनल के प्रवक्ता ललित जैसिंघ ने बताया कि व्यापारी एकता पैनल की लगभग स्टेशन रोड, मिल, मशीनरी मार्केट व गुरुनानक चौक क्षेत्र का सघन दौरा किया। सघन दौरे के बीच, पैनल के कोषाध्यक्ष पद के प्रत्याशी निकेश बरडिया ने व्यापारियों से आगामी चेम्बर चुनाव में व्यापारी एकता पैनल के प्रत्याशियों को प्रचंड बहुमत से जिताने की अपील की। वहीं कपड़ा व्यपिरियों ने भी पैनल को आगामी चेम्बर चुनाव में जीत दिलाने का आश्वासन दिया।
राजधानी दौरे में शनिवार को प्रमुख रूप से निकेश बरडिया, किशोर आहुजा, किशोर औहुजा, सुभाष अग्रवाल, राजेश सतपाल, गुरजीत सिंह संधु, प्रसून दीक्षित, आनंद श्रीवास्तव, बजरंग अग्रवाल, गौतम मित्तल, सतीश बागड़ी, आकाश दुदानी, संदीप सिंह चांवला, पंकज चीजवानी, रवि तेजवानी, सचिन मेघानी, सुमित जैन, मनीष मोटवानी, राजा पंसारी, शर्माजी, नीरज गोयल, आकाश विग और काफी संख्या में चेम्बर के सदस्य एवं व्यापारी मौजूद थे।
उपाध्यक्ष, मंत्री पद के प्रत्याशी घोषित
रायपुर, 14 फरवरी। छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज चुनाव के लिए व्यापारी एकता पैनल ने शनिवार रायगढ़ व सरगुजा जिले के प्रत्याशियों की घोषणा की है।
व्यापारी एकता पैनल के प्रवक्ता ललित जैसिंघ ने बताया कि पैनल के अध्यक्ष श्रीचंद सुन्दरानी ने प्रदेश उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशियों के लिए मुकेश अग्रवाल (सरगुजा) व सुशील रामदास अग्रवाल (रायगढ़) वहीं प्रदेश मंत्री पद के प्रत्याशी के लिए राजेश अग्रवाल (सरगुजा) व शक्ति अग्रवाल (रायगढ़) के नामों की घोषणा की गई। इस बैठक में पदाधिकारियों ने सभी व्यापारियों से व्यापारी एकता पैनल के सभी प्रत्याशियों को जिताने की अपील की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 फरवरी। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार के निर्देशन पर जल जीवन मिशन के कार्यों के लिए स्थानीय ठेकेदारों को प्राथमिकता दी जा रही है। मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने जल जीवन मिशन के बेहतर क्रियान्वयन के लिए आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। जल जीवन मिशन के कार्यों को जिले स्तर पर क्रियान्वित किए जाने और स्थानीय ठेकेदारों को कार्यों के क्रियान्वयन में सहायता प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
प्रमुख अभियंता एम.एल. अग्रवाल ने बताया है कि छत्तीसगढ़ राज्य में जल जीवन मिशन के अंतर्गत 45 लाख 48 हजार ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से पेयजल प्रदाय किया जाना है। जिसके अंतर्गत अब तक विभिन्न माध्यमों से 5 लाख 66 हजार नल कनेक्शन प्रदाय किया जा चुका है और जल जीवन मिशन के माध्यम से नल कनेक्शन का कार्य प्रारंभ किया जाना शेष है। उन्होंने बताया कि राज्य जल एवं स्वच्छता समिति की कार्यकारिणी बैठक में प्रमुख अभियंता की अध्यक्षता में गठित तकनीकी समिति के द्वारा तैयार किए गए निविदा प्रस्तुत की गई।
जिसमें राज्य के स्थानीय ठेकेदारों को अधिक से अधिक कार्य मिल सके इस बात को मद्देनजर रखते हुए पात्रता की शर्तों को शिथिल किया गया है।
श्री अग्रवाल ने बताया कि बैठक में तकनीकी समिति द्वारा लिए गए निर्णय में एक करोड़ रूपए तक के कार्य के लिए वित्तीय क्षमता के आंकलन की आवश्यकता नहीं होगी। निविदाकारों के लिए 5 वर्ष के टर्न ओव्हर के स्थान पर अब 10 वर्षों का टर्न ओव्हर कर दिया गया है। साथ ही साथ निविदाकारों को 5 वर्ष के अनुभव की पात्रता को बढ़ाते हुए विगत 10 वर्षों का अनुभव किया गया है। इसी तरह पाइप लाइन के कार्य संबंधी अनुभव के लिए 7 हजार 500 मीटर तक के लिए शिथिल कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि टंकी निर्माण संबंधी कार्य के अनुभव के लिए 75 हजार लीटर तक के लिए शिथिल कर दिया गया है।
बिजली कनेक्शन के विलंब को देखते हुए अब ग्राम में नल जल योजना के कार्यों के लिए ठेकेदारों को स्वयं बिजली के कनेक्शन विद्युत मण्डल से लेना होगा। जिसका भुगतान विभाग द्वारा किया जाएगा। श्री अग्रवाल ने बताया कि ठेकेदारों के द्वारा विद्युत कनेक्शन के साथ अब आवश्यक मोटर पंप और इससे संबंधी समस्त कार्य भी योजना के अंतर्गत कराए जाएंगे। ठेकेदारों को योजना के अंतर्गत बनाए जाने वाले टंकी के अनुमोदित ड्राइंग और डिजाइन भी विभाग द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे, जिसके एवज में मात्र 500 रूपए की कटौती की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि इस कार्य के लिए पहले ठेकेदारों को इस कार्य के लिए 10 हजार रूपए खर्च करने पड़ते थे। इन पात्रता की शर्तों में शिथिलता लाए जाने से इस कार्य के लिए लगने वाले दो माह के समय की बचत होगी और सभी कार्य समय-सीमा में पूर्ण करने में सहायक सिद्ध होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। रायपुर हम आज एक ऐसी 13 वर्षीय बच्ची के केस के बारे में चर्चा कर रहे हैं, जो हमें पेरिफेरल कैंप में मिली । जितना कि बच्ची को याद था उसे बीते कुछ वर्षों से भागने, साइकिल चलाने, यहां तक कि तेज चलने और भारी काम करते वक्त सांस लेने में तकलीफ थी।
जांच करने पर पाया गया कि उसे लार्ज पीडीए की समस्या है और उसकी रीढ़ की हड्डी भी ऊपर से और दांये ओर से मुड़ी हुई थी। मेडिकल भाषा में इसे काइफोस्कोलियोसिस कहते हैं। और रीढ़ की इस विकृति के कारण छाती के आकार में भी विकृति आ गई थी।
डॉ. किंजल बक्शी, (बाल्य हृदय रोग विशेषज्ञ, एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल) द्वारा आगे की जांच में यह पुष्टि हो गई कि उसे लार्ज पीडीए की समस्या है और इकोकार्डिओग्राम के जरिये एक और विकृति सामने आई, जिसके तहत मुख्य नसें जो शरीर के निचले हिस्से से रक्त को निकालती हैं और हृदय के दायें हिस्से में पहुंचाती हैं (इन्कीरियर वेना कावा)। डॉ. बक्शी ने समझाया कि जहां आम लोगों में एक सामान्य आकार की नस हृदय के दायें हिस्से में खुलती है, वहीं इस बच्ची में सिर्फ एक छोटा सा चैनल नजर आया और यह अंदेशा लगाया गया कि नस सीधे हृदय के दायें हिस्से में रक्त नहीं निकाल रहीं, बल्कि एक दूसरी नस में खुल रही है, जो शरीर के ऊपरी हिस्से के रक्त को हृदय तक पहुंचा रही है।
पीडीए को डिवाइस धेरैपी के जरिये बंद करने के लिए इस नस की अहम भूमिका होती है, क्योंकि यहीं सही तरीका है और एक मुख्य रास्ता है हृदय के भीतर डिवाइस के साथ पहुंचने का।
डिवाइस क्लोजर से पहले एन्जियोग्राम होने पर यह सुनिश्चित हुआ कि इस नस में एक दुर्लभ प्रकार की विकृति थी जिसमें यह नस का एक दूसरा प्रकार नजर आ रहा था जो बहुत जगह से मुड़ा हुआ था जिसकी वजह से रुकावट की स्थिति बन रही थीं। साथ ही यह सीधे हृदय के दायें हिस्से में नहीं खुल रही थी, जिसकी वजह से कोई तरीका नहीं रह गया था कि पीडीए इस रास्ते से की जा सके। यह पहली चुनौती थी।
अब हम गर्दन की एक नस ( जीसे राईट इंटरनल जगलर वेन कहते हैं ) के जरिये हृदय तक पहुंचे, फिर उसके बाद दूसरी चुनौती आई । क्योंकि बच्ची की रीढ़ में इतनी गंभीर विकृति थी, छाती के अंग भी अपने सामान्य स्थान पर नहीं थे। यहां तक की हृदय भी घुमा हुआ था। सामान्य तौर पर हम दावी नस से होते हुए पीडीए के जरिये हृदय तक पहुंचते हैं लेकिन हृदय के घुमे हुए होने के कारण यह संभव नहीं था। इसलिए हमने प्रेरिंग तकनीक के ज़रिये पीडीए के विपरीत हिस्से से एक रास्ता तैयार किया।
डॉ. सुमंत शेखर पाढ़ी (हृदय रोग विशेषज्ञ, एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पैशलिटी हॉस्पिटल) कहते हैं कि गंभीर रीढ़ की विकृति जो सर्जरी को एक बड़े जोखिम का प्रोसीजर बना देती है, उसकी वजह से यह जरूरी था कि वाहिका को डिवाइस थेरेपी के जरिये बंद किया जाए। खासकर इस तरह के मामले में जहा इंटरनल जगलर वेन के जारिये प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाता है, बेहद सावधानी और इतने बड़े ट्यूब को सम्हालने के लिए अनुभव की जरूरत होती है।
रायपुर, 13 फरवरी। कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते स्कूली बच्चों को घर बैठे ऑनलाइन शिक्षण सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित ‘पढ़ई तुंहर दुआर’ कार्यक्रम को न सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया बल्कि इस अभिनव कार्यक्रम को राष्ट्रीय स्तर पर ई-गवर्नेंस अवार्ड भी मिला है। यह अवार्ड आज उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल के हाथों प्रदान किया गया।
छत्तीसगढ़ राज्य की ओर से संचालक लोक शिक्षण एवं प्रबंध संचालक समग्र शिक्षा जितेन्द्र शुक्ला, सहायक संचालक समग्र शिक्षा डॉ. एम. सुधीश और एनआईसी की वैज्ञानिक श्रीमती ललिता वर्मा ने यह पुरस्कार ग्रहण किया। छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग की इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला और पूरी टीम को बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने इस पुरस्कार को छत्तीसगढ़ के सभी सक्रिय शिक्षकों को समर्पित किया है जिन्होंने एक उत्कृष्ट कोरोना वारियर के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया द्वारा यह अवार्ड केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा किए जा रहे विभिन्न नवाचारी प्रयासों की पहचान कर बेस्ट प्रैक्टिसेस को महत्व देते हुए उन्हें और विस्तारित करने के उद्देश्य से दस्तावेजीकरण कर दिया जाता है। अवार्ड के लिए चयन होने से पूर्व विभिन्न स्तरों पर कार्यक्रम का गहन मूल्यांकन करते हुए क्षेत्र में कार्यक्रम के प्रभाविता की स्थिति देखी जाती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। भिलाई के इस्पात क्लब में शनिवार को छत्तीसगढ़ प्रदेश फेंसिंग द्वारा रुद्रपुर (उत्तराखंड) में 15 मार्च से 17 मार्च तक आयोजित 28वीं जूनियर राष्ट्रीय फेंसिंग 2020-21 के लिए चयन स्पर्धा का आयोजन किया गया जिसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से 30 बालिका और 24 बालक खिलाडिय़ों ने भाग लिया।
ट्रायल को सम्पन्न कराने में एन आई एस कोच अनुराग चौधरी एवं प्रवीण कुमार, अनूप चौधरी, मोहनीश वर्मा एवं जांनसन सोलोमन के मार्गदर्शन में किया गया। चयन स्पर्धा फॉयल, एपी एवं सेबर इवेंट में सभी खिलाडिय़ों के मध्य लीग मैच कराया गया।
इस अवसर रायपुर जिला फेंसिंग ऐसोसिशन के सचिव अखिलेश दुबे, बिलासपुर जिले के सचिव संतोष साहू एवं अध्यक्ष शिव वस्त्रकार, छत्तीसगढ़ प्रदेश फेंसिंग के कोषाध्यक्ष राम प्रताप गुप्ता एवं उपाध्यक्ष निखिल जाम्भुलकर उपस्थित थे। चयनित खिलाडिय़ों के लिए 25 दिन का प्रशिक्षण शिविर लगाया जाएगा जिससे प्रदेश के खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय प्रतियोगिता में अपना बेहतर प्रदर्शन कर राज्य के लिए पदक जीत सकेंगे। रविवार को सीनियर राष्ट्रीय प्रतियोगिता हेतु चयन ट्रायल रखा गया हैं।
31 वीं सीनियर महिला एवं पुरुष फेंसिंग राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आयोजन 19 मार्च से 21मार्च तक रुद्रपुर (उत्तराखंड) में भाग लेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने हेतु अन्तराष्ट्रीय कराते खिलाड़ी तथा सेल्फ डिफेंस एक्सपर्ट हर्षा साहू इन दिनों महिला सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी मुहिम के तहत गुढिय़ारी, रामनगर, कृष्णा नगर, कोटा, भवानी नगर की बेटियों को निडर व आत्मनिर्भर बनाने की ट्रेनिंग दे रही हैं। ट्रेनिंग के दौरान हर्षा लड़कियों को गुड टच बैड टच के बारे में जानकारी देने के अलावा मुसीबत आने पर कराते के पैंतरों के साथ आत्म रक्षा करना सिखाती हैं। मेरी जिम्मेदारी मुहिम के तहत हर्षा साहू इन दिनों शहर की अलग अलग बस्तियों की 70 लड़कियों को प्रशिक्षण दे चुकी हैं। प्रशिक्षण के तहत हर्षा लड़कियों को सुरक्षा के गुर सीखने के साथ 181 एवं 112 हेल्प लाइन की जानकारी भी देती हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। छत्तीसगढ़ प्रीमियर लीग के प्रथम एडिशन के लिए खिलाडिय़ों की नीलामी 7 मार्च को नवा रायपुर में आयोजित की जाएगी। छत्तीसगढ़ खेल कांग्रेस के अध्यक्ष प्रवीण जैन ने बताया कि नीलामी के लिए कुल 170 खिलाडिय़ों को उनके प्रदर्शन के आधार पर प्रदेश भर से 18 फरवरी तक खिलाडिय़ों की चयन प्रक्रिया पूर्ण कर शॉर्टलिस्ट किया जा रहा है। टूर्नामेंट की 8 टीमों के लिए कुल 160 खिलाडिय़ों की जरूरत है।
तीन मार्च को ऑक्शन में जाने वाले सभी खिलाडिय़ों की सूचीं प्रकाशित कर दी जायेगी। दस मार्च तक सभी टीम मालिकों को 20 खिलाडिय़ों की टीम बनाकर सौंप दी जायेगी। जिससे 1 अप्रैल से शहीद वीर नारायण अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में होने वाले सीपीएल टी 20 टूर्नामेंट के लिए खिलाडिय़ों को साथ खेलने का ज्यादा से ज्यादा अवसर दिया जा सके।
50 हजार नगद सहयोग भी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। किसान आंदोलन के समर्थन में प्रदेश के किसानों का एक प्रतिनिधि मंडल कल दिल्ली पहुंचा। किसानों ने केंद्र सरकार से नए कृषि कानून जल्द वापस लेने की मांग की है।
सीजेडआईईए के महासचिव किसान नेता धर्मराज महापात्रा के नेतृत्व में प्रदेश के किसान दिल्ली में जमे हुए हैं। प्रतिनिधि मंडल में वीएस बघेल, भानुप्रताप सिंह भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि संगठन की ओर से अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्ला को 50 हजार का नगद सहयोग दिया गया। इस दौरान किसान सभा के सहसचिव काम वीजू कृष्णन, अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के महासचिव डाक्टर विक्रम सिंह, किसान सभा के पंजाब राज्य महासचिव मेजर सिंह भी मौजूद थे।
किसान सभा के नेताओं ने इस सहयोग के लिए संगठन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए वर्तमान सरकार की मजदूर, किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ मजदूर-किसानों के साझे संघर्ष की आगामी दिनों में और मजबूती का विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि 2 सौ किसानों की शहादत के बाद भी देश के किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली में डटे हैं, लेकिन केंद्र सरकार उनकी मांग पूरी नहीं कर रही है।
10 दिवसीय गांधी शिल्प बाजार का शुभारंभ
रायपुर, 13 फरवरी। ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने शुक्रवार को राजधानी रायपुर के छत्तीसगढ़ हाट परिसर पण्डरी में 10 दिवसीय गांधी शिल्प बाजार का शुभारंभ किया।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के हस्तशिल्प कलाकृतियों को विश्व स्तर पर पहचान मिली है। छत्तीसगढ़ के शिल्प कला को राष्ट्रीय स्तर के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। हस्तशिल्प के उत्पादों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराने के लिए ग्रामोद्योग विभाग द्वारा उन्हें ऑनलाईन भी बेचा जा रहा है। उन्होंने इस शिल्प बाजार में आने वाले लोगों से कहा कि कोरोना अभी पूर्ण रूप से समाप्त नहीं हुआ है और यहां आने वाले सभी लोग कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए राज्य शासन द्वारा जारी गाईडलाईन का पूर्ण रूप से पालन करने की अपील की है।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप और छत्तीसगढ़ हाऊसिंग बोर्ड के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा ने भी अपने सम्बोधन में देश भर से आए शिल्पकारों को बधाई और शुभकामनाएं दी। इस 10 दिवसीय गांधी शिल्प बाजार में छत्तीसगढ़ राज्य के साथ-साथ मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, अहमदाबाद, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों के विभिन्न शिल्पकला के 70 से अधिक शिल्पकार शामिल है। 12 फरवरी से 21 फरवरी तक आयोजित होने वाले इस गांधी शिल्प बाजार का आयोजन विकास आयुक्त (हस्तशिल्प), वस्त्र मंत्रालय नई दिल्ली के सहयोग से किया गया है। इस अवसर पर मंदिरहसौद के बहनाकाड़ी से आए युवा जागृति पंथी नर्तक दल द्वारा मनमोहक पंथी नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी।
गांधी शिल्प बाजार में लगभग 80 स्टॉल लगाए गए हैं। जिनमें छत्तीसगढ़ के हस्तशिल्प कलाकृतियों की 15 और अन्य राज्यों की कलाकृतियों की 65 स्टॉल में विक्रय किया जा रहा है। इस शिल्प बाजार का आयोजन सुबह 11 बजे से रात्रि 9 बजे तक होगा। छत्तीसगढ़ राज्य का हस्तशिल्प ढोकरा, लौह शिल्प, काष्ठ शिल्प, बांस शिल्प, गोदना शिल्प, शीसल शिल्प, टेराकोटा शिल्प, भित्ती चित्र, पत्थर शिल्प, कौंड़ी शिल्प, तूम्बा शिल्प सहित कशीदाकारी, बनारसी, जरी, लखनवी चिकन वर्क, चंदेरी साडिय़ां और अन्य राज्यों के पारम्परिक वस्त्रों सहित विविध शिल्प इत्यादि के स्टॉल लगाए गए हैं।
इसी प्रकार हाथकरघा वस्त्रों में कोसा सिल्क, टसर सिल्क, कॉटन के ड्रेस मटेरियल, साडिय़ां, टुपट्टे, चादर, बेडशीट तथा खादी वस्त्रों और ग्रामोद्योग द्वारा निर्मित सामग्रियों का विक्रय भी गांधी शिल्प बाजार में किया जा रहा है। राजधानी वासियों के लिए उनकी पसंद के अनुरूप गृह उपयोगी और साज-सज्जा की आकर्षक सामग्रियां लोगों के मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहेगा जो वाजिब दामों पर बिक्री के लिए उपलब्ध रहेंगे। इस अवसर पर खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के एमडी राजेश कुमार राणा, हाथकरघा के अपर संचालक एन.के. चन्द्राकर, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के महाप्रबंधक एस.एल. धुर्वे और हस्तशिल्प विकास बोर्ड के एल.एस. मीणा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। मिक्सोपैथी के विरोध में आईएमए की क्रमिक भूख हड़ताल यहां लगातार जारी है। रायपुर मेडिकल कॉलेज में कल हड़ताल में त्वचा रोग विशेषज्ञों डॉ. आर एम टुटेजा, डॉ. निवेदिता राठौर, डॉ.मनोज अग्रवाल, डॉ.नरेंद्र अग्रवाल, डॉ.कर्तव्य कवाडिय़ा, डॉ. अशोक गंगवार, डॉ. संजय वी मुखी ने भाग लिया। इस दौरान सभी डॉक्टरों ने इस बात पर जोर दिया कि चिकित्सा विज्ञान की विभिन्न पद्धतियों को उनके मूल रूप में काम करने दिया जाए। उनको आपस में मिला-जुला कर मिक्सोपैथी के रूप में इस्तेमाल करना जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने कहा कि आजादी के 74 वर्षों बाद भी यदि किसी गांव के लोग पानी जैसी मूलभूत सुविधा से वंचित रह जाए, और सरकार द्वारा समाधान न निकाले जाने की सूरत में इच्छा मृत्यु की मांग करे तो इससे बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण बात क्या हो सकती है।
पिछले एक दशक से देवभोग ब्लॉक के सुपेबेड़ा, मोटरपारा, सागौनबाड़ी, सेद्गुड़ा, खम्हारगुड़ा, खोकसार, केरलीगुड़ा, निष्ठिगुड़ा, परेवपाली जैसे लगभग 9 गांव के ग्रामीण शुद्ध पीने के पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए लगातार लड़ रहे हैं लेकिन उनकी इस समस्या का हल आजतक नही किया गया। आज वहां की स्थिति है कि पीने के पानी में हैवी मेटल और फ्लोराइड की मात्रा तय मानक से काफी ज्यादा होने की वजह से वहां के ग्रामीणों की किडनी की बीमारिया होने लगी है जिससे अबतक लगभग 100 से अधिक लोगो की मृत्यु हो चुकी है जो कि दुर्भाग्यजनक है, वहीं 200 से ज्यादा लोग गंभीर बीमारी से पीडि़त हैं ।
हुपेंडी ने कहा कि वहां इतनी गम्भीर समस्या है कि इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। ग्रामीणों की यह समस्या जितनी जल्दी हो सरकार को हल करना चाहिए।
2019 में प्रदेश की राज्यपाल उस गांव का दौरा भी कर चुकी हैं । प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी जा चुके है, ऐसा नही है कि प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पता नहीं है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी 2018 विधानसभा चुनाव के पहले गांव का दौरा किया था, उस वक्त उन्होंने सत्ता में आने पर पीडि़त परिवारों को 5-5 लाख रुपए का मुआवजा और एक परिजन को नौकरी देने की बात कही थी, साथ ही दूषित पानी के समस्या के समाधान की बात की थी लेकिन इतना समय बीत जाने के बाद भी उन्होंने अपना वादा पूरा नहीं किया है ।
हुपेंडी ने कहा कि हमारा आग्रह भूपेश बघेल जी है कि वो इस समस्या का जल्द से जल्द हल कर सुपेबेड़ा के ग्रमीणों को शुद्ध पीने का पानी उपलब्ध कराया जाए, इसमें कतई राजनीति या आरोप प्रत्यारोप की राजनीति न करें। कोमल हुपेंडी ने बताया यह समस्या अब सिर्फ किडनी की बीमारी तक सीमित नही रह गई है ,यह एक सामाजिक बुराई का रूप लेते जा रही है और यही कारण है कि सुपेबेड़ा सहित 9 गांव के लोग अब इच्छा मृत्यु की मांग करने लगे हैं ।
पिछले 2 साल पहले जिस तेल नदी से पानी फिल्टर कर पाइप लाईन के जरिये ग्रामीणों तक पहुंचाने की योजना लाई गई थी व इस योजना में 16 करोड़ की लागत पर निविदा बुलाई गई एवं कार्य भी शुरू किया गया था जो आज लगभग बीते 5 माह से बन्द पड़ी है, उसे जल्द से जल्द पुन: चालू किया जाए ताकि सुपेबेड़ा के साथ सभी 9 गांव में पीने का शुद्ध पानी उपलब्ध हो सके। कोरोना चला गया है अब सरकार कोरोना का बहाना न बनाये, साथ ही पीडि़त परिवार को 5 लाख और परिवार के 1 व्यक्ति को नौकरी भी भूपेश बघेल जी अपने चुनावी पूर्व वायदे को पूरा करे ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। केंद्रीय स्वास्थ्य टीम ने बेमेतरा, दुर्ग जिले का दौरा कर यहां हेल्थ कार्यक्रमों की गुणवत्ता की जांच की। यह टीम अब 26 फरवरी तक मुंगेली, जगदलपुर, बिलासपुर और दंतेवाड़ा जिले का दौरा कर स्वास्थ्य कार्यक्रमों की गुणवत्ता की जांच करेगी।
बताया गया कि केंद्रीय टीम ने कल दुर्ग जिले के पाटन ब्लॉक का दौरा किया। इस दौरान टीम ने कुष्ठ खोज अभियान के तहत 53 नए मरीज मिलने पर पूरे कार्यक्रम का जायजा लिया। उन्होंने कुष्ठ मरीजों से मुलाकात भी की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिजनल डायरेक्टर डॉ लीना बंद्वोपध्याय के नेतृत्व में निकली टीम में सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर, जिला कुष्ठ/टीबी/एड्स अधिकारी डॉ. अनिल शुक्ला, ज्वांइट डायरेक्टर डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव भी शामिल रहे। यह टीम पाटन ब्लॉक के अरसनारा गांव भी पहुंची। इस दौरान उन्होंने यहां कुष्ठ के दो नए मरीजों से मिलकर दवा आदि की जानकारी ली। वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और हेल्थ-वेलनेस सेंटर पर दी जाने वाली सेवाओं की जांच की।
बताया गया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम बेमेतरा, दुर्ग जिले के बाद 23- 24 फरवरी को मुंगेली-जगदलपुर एवं 25-26 फरवरी को बिलासपुर-दंतेवाड़ा जिले का दौरा करेगी। बताया गया कि स्वास्थ्य कार्यक्रमों की गुणवत्ता जांचने तीन डॉक्टरों के नेतृत्व में टीमों का गठन किया गया है, जिसमें रीजनल डायरेक्टर डॉ लीना बंधोपाध्याय, कंसल्टेंट डॉ कृष्णमूर्ति काम्बले, डिप्टी डायरेक्टर डॉ चैतन्य निगम शामिल हैं। इन्हीं के नेतृत्व में केंद्रीय टीम स्वास्थ्य कार्यक्रमों की गुणवत्ता जांचने जिलों में पहुंचेगी। इस दौरान यह टीम कुष्ठ कार्यक्रम, राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम, इंटीग्रेटेड डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम समेत अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों की गुणवत्ता परखेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। नवा रायपुर में शैक्षणिक संस्थाओं के विकास के लिए सरकार ने रियायती दरों पर जमीन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। इस कड़ी में प्रीमियम की दरों में कमी की गई है। यह फैसला कैबिनेट की बैठक में लिया गया है। बैठक में जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन के लिए एकल और समूह में ग्राम की नल जल योजना या रेट्रोफिटिंग कार्यो (ग्राम के अंदर के कार्यो) का एकल और समूह में निविदा के माध्यम से 5 करोड़ तक के वित्तीय अधिकार जिला जल और स्वच्छता मिशन को सौंपने का निर्णय लिया गया है।
पांच करोड़ से अधिक के टेंडर की वित्तीय स्वीकृति का अधिकार राज्य स्तरीय कमेटी को दिया गया है। इसी तरह समूह जल प्रदाय योजनाओं के अंतर्गत (ग्राम के बाहर के कार्यो) विभिन्न कार्यो के क्रियान्वयन से संबंधित समस्त अधिकार राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन को सौपा गया है।
बैठक में नवा रायपुर अटल नगर में निवेश, रोजगार और बसाहट को प्रोत्साहित करने सेक्टर स्तर पर अधोसंरचना के विकास शुल्क के पुर्ननिर्धारण के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। जिसके तहत प्रीमियम दरों में औसतन 10 से लेकर 21 प्रतिशत तक की कमी की गई है। इसके अलावा नवा रायपुर में निवेश, रोजगार और बसाहट को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न परियोजनाओं के लिए रियायती प्रीमियम दर पर भूखण्ड आबंटन के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया।
बैठक में तेन्दूपत्ता के व्यापार से प्राप्त शुद्ध आय में से 15 प्रतिशत राशि का संग्राहक समितियों को अराष्ट्रीयकृत लघु वनोपजों के व्यापार के साथ-साथ लाख पालन के लिए उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया। समितियों द्वारा यह कार्य राज्य लघु वनोपज संघ के मार्गदर्शन में किया जाएगा। लघु वनोपज आधारित प्रसंस्करण उद्योगों की स्थापना के लिए राज्य शासन, छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ एवं निजी निवेशकों के मध्य किए जाने वाले एमओयू के प्रारूप का अनुमोदन किया गया। कैम्पा मद से राज्य के वनक्षेत्रों में डीजीपीएस सर्वे कार्य कराए जाने का निर्णय लिया गया।
राज्य के अधीन औद्योगिक संस्थानों को शासन द्वारा जिस स्त्रोत (शासकीय/नैसर्गिक/स्वनिर्मित आदि) से जल आबंटन/प्रदाय करने की स्वीकृति दी गई है, उसी स्त्रोत हेतु शासन द्वारा समय-समय पर निर्धारित जल दर ही लागू करने का निर्णय लिया गया।
छत्तीसगढ़ में दूरसंचार अवसंरचना के विकास के लिए तार मार्ग के अधिकार (राइट ऑफ वे) की नीति -2021 के प्रारूप का अनुमोदन किया गया।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लिए आवश्यक शक्कर की खरीदी एक वर्ष के लिए खुली निविदा के माध्यम से किए जाने के निर्णय का अनुमोदन किया गया। शंकराचार्य आश्रम मानव सेवा तथा जनकल्याण के लिए ग्राम बोरियाकला तहसील व जिला रायपुर में आबंटित भूमि की निर्धारित प्रब्याजि-भू-भाटक राशि को माफ कर टोकन दर पर आबंटित करने का निर्णय लिया गया। रायपुर विकास प्राधिकरण को शासकीय भूमि पर निर्मित संपत्तियों को एक रूपए प्रति वर्गफुट की दर से आबंटन करने का निर्णय लिया गया। छत्तीसगढ़ आबकारी नीति वित्तीय वर्ष 2021-22 के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया।
पिछले साल 5 हजार करोड़ की राजस्व प्राप्ति हुई थी। इतनी ही राशि इस साल प्राप्त होने की उम्मीद जताई गई है। नीति यथावत रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। राजधानी रायपुर के झंडा चौक पंडरी एवं पं. मोतीलाल नेहरू वार्ड 8 के अटल चौक पार्षद कार्यालय पास लगाए गए तुहंर सरकार-तुहंर द्वार शिविर में अलग-अलग समस्याओं को लेकर करीब 14 सौ आवेदन जमा हुए। इस दौरान अधिकांश आवेदनों का निराकरण मौके पर ही कर लिया गया।
महापौर एजाज ढेबर, सभापति प्रमोद दुबे, धरसींवा विधायक अनिता योगेन्द्र शर्मा, आयुक्त सौरभ कुमार की उपस्थिति में लगाए गए शिविरों में सुबह से लोगों की भीड़ लगी रही। वार्डवासी अपने-अपने क्षेत्र की आम समस्याओं को लेकर शिविर में पहुंचते रहे। इस दौरान जनप्रतिनिधि-ंअधिकारी इन सभी की समस्याएं सुनते हुए उसे तुरंत दूर कराने के प्रयास में लगे रहे। उनकी कई समस्याएं तुरंत दूर भी की गई।
निगम जोन 3 व 9 कमिश्नरों कि तुहंर सरकार-तुहंर द्वार कार्यक्रम अलग-अलग वार्डों में पिछले 16 दिन से जारी है। 17वें दिन जोन 3 के गुरू गोविंद सिंह वार्ड 29 एवं जोन 9 के पं. मोतीलाल नेहरू वार्ड 8 में लगाया गया। इन दोनों शिविरों में कुल 1410 आवेदन जमा हुए। उन्होंने बताया कि शिविर में 71 नए राशन कार्ड जारी किए गए। 15 डुप्लीकेट राशन कार्ड बनाए गए एवं 103 राशन कार्ड तत्काल बनाकर दिए गए। वार्ड 29 शिविर में 68 राशन कार्ड बनवाने नया आवेदन जमा किया गया।
64 आवेदन नया श्रमिक पंजीयन का रहा। 172 श्रमिक पंजीयन कार्ड तत्काल बनाए गए। 60 श्रमिक पंजीयन कार्ड बनाकर देने प्रक्रिया प्रारंभ की गई। मोर जमीन मोर मकान के तहत प्राप्त 11 आवेदन प्रक्रिया में लिया गया। किरायेदार के 85 आवेदनों के निदान की प्रक्रिया नियमानुसार प्रारंभ की गई। आय प्रमाण पत्र के लिए 50 आवेदन आए। 6 नई लाईटें तत्काल लगाई गई। 4 आवेदन पर तत्काल लाईट सुधारी गई। 3 आवेदन नया पोल लगाने लिया गया। जलविभाग द्वारा 22 नया नल कनेक्शन लगाने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई। इसके अलावा लोगों की बिजली, पानी समेत अन्य समस्याओं का निराकरण भी किया गया।
एम्स में चौथी आईएससीएसजीकॉन-2021 का उद्घाटन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। रिजनरेटिव साइंस और स्टेम सेल रिसर्च के प्रमुख बिंदुओं पर विचार और इस क्षेत्र में भविष्य के अनुसंधान की दशा और दिशा तय करने के लिए इंडियन स्टेम सेल स्टडी ग्रुप एसोसिएशन की दो दिवसीय द्विवार्षिक कॉन्फ्रेंस आईएससीएसजीकॉन-2021 का एम्स में शनिवार को उद्घाटन हुआ। इस अवसर पर विभिन्न विभागों से मिलकर स्टेम सेल पर अनुसंधान करने और इसके क्लिनिकल ट्रायल को और अधिक व्यापक बनाने का आह्वान किया गया।
कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन करते हुए निदेशक डॉ. नितिन एम. नागरकर ने कहा कि कॉन्फ्रेंस की मदद से भारत में स्टेम सेल संबंधी अनुसंधान को और अधिक व्यापक बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने स्टेम सेल अनुसंधान की मदद से उम्र, बीमारी या अन्य किसी वजह से टीश्यू और आर्गन को होने वाली हानि को दूर कर उपचार करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि रीढ़ की हड्डी, ट्यूमर, सेरेब्रल पाल्सी, गंभीर चोट या हड्डी संबंधी दिक्कतों को स्टेम सेल की मदद से दूर किया जा सकता है। इसका अनुप्रयोग सर्जरी, नेत्र रोग, ईएनटी, मेडिसिन और न्यूरोसाइंस जैसे विभागों में बढ़ता जा रहा है।
कॉन्फ्रेंस के आयोजक सचिव डॉ. आलोक चंद्र अग्रवाल ने बताया कि देश में रिजनरेटिव मेडिसिन और स्टेम सेल के अनुसंधान की चर्चा एक मंच पर करने के लिए कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। इससे चिकित्सकों और अनुसंधानकर्ताओं को इस दिशा में हो रहे रिसर्च के बारे में विशेषज्ञों से और अधिक जानने का मौका मिलेगा। उन्होंने हड्डी रोगों में स्टेम सेल के बढ़ते अनुप्रयोगों के बारे में भी विस्तार से बताया।
कॉन्फ्रेंस का आयोजन हाइब्रिड मोड में किया जा रहा है जिसमें एम्स दिल्ली और देश के अन्य चिकित्सा संस्थानों के 200 प्रमुख चिकित्सक ऑन लाइन और ऑफ लाइन मोड में व्याख्यान दे रहे हैं। पहले दिन उद्घाटन सत्र में एम्स दिल्ली की स्टेम सेल विभागाध्यक्ष डॉ. सुजाता मोहंती, सूरत से डॉ. कंचन मिश्रा, मंगलौर से डॉ. शांताराम शेट्टी और एम्स रायपुर की डॉ. रूपा मेहता ने स्टेम सेल के विभिन्न अनुप्रयोगों पर व्याख्यान दिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। एम्स में यूनानी चिकित्सा दिवस पर एक राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया। इस दौरान बताया गया कि यह चिकित्सा पद्धति, मॉडर्न लाइफ स्टाइल संबंधी बीमारियों को ठीक करने में काफी कारगर है। इस अवसर पर इसे सम्मिलित चिकित्सा पद्धति के रूप में एलोपैथी के साथ प्रयोग करने और अनुसंधान के माध्यम से इसकी उपयोगिता को सभी तक पहुंचाने का आव्हान किया गया।
एम्स निदेशक डॉ. नितिन एम. नागरकर ने कहा कि यूनानी चिकित्सा पद्धति लगातार लोकप्रिय हो रही है। इसके उपचार के लिए निरंतर रोगी एम्स में संपर्क कर रहे हैं। उन्होंने विभिन्न यूनानी थैरेपी के माध्यम से लाइफ स्टाइल संबंधी रोगों को दूर करने में यूनानी पद्धति की उपयोगिता को बताते हुए इसे और अधिक लोकप्रिय बनाने पर जोर दिया। सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन यूनानी मेडिसिन, नई दिल्ली के महानिदेशक प्रो. (डॉ.) असीम अली खान ने एलोपैथी और यूनानी चिकित्सा पद्धति के संयुक्त प्रयोग पर जोर देते हुए कहा कि विभिन्न बीमारियों को एलोपैथी के माध्यम से डाइग्नोस कर यूनानी दवाइयों से इनका उपचार किया जा सकता है। उन्होंने इस दिशा में निरंतर अनुसंधान कर इसका लाभ आम लोगों तक पहुंचाने पर जोर दिया।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ यूनानी मेडिसिन, बेंगलुरू के निदेशक डॉ. अब्दुल वदूद् ने एनआईयूएम में चल रहे अनुसंधान के बारे में विस्तार से जानकारी दी और इसका लाभ एम्स के माध्यम से छत्तीसगढ़ के रोगियों तक पहुंचाने को कहा। एएमयू के यूनानी विभाग के प्रो. कुंवर मोहम्मद यूसूफ अमीन ने यूनानी चिकित्सा पद्धति को सस्ता, सुरक्षित और किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव से मुक्त बताया। उन्होंने यूनानी चिकित्सा के साहित्य को अन्य भाषाओं में अनुवादित करने का सुझाव दिया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए एम्स के मेडिकल ऑफिसर (यूनानी) डॉ. अदनान मस्तान ने बताया कि एम्स में लीच (जौंक), कपिंग (ड्राइ, वैट, ग्लाइडिंग और फायर मसाज) थैरेपी प्रदान की जा रही हैं। इनसे नस, हड्डी, त्वचा, लाइफ स्टाइल डिसआर्डर, बांझपन आदि का इलाज किया जा सकता है। कोविड में विभाग ने आयुष जोशांदा काढ़ा भी एम्स के कर्मचारियों को वितरित किया। एनआईयूएम के प्रो. अब्दुल नसीर अंसारी अंत में सभी अतिथियों को धन्यवाद दिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। सांसद सुनील सोनी ने केन्द्रीय शहरी विकास और विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी से मुलाकात की। उनसे रायपुर स्मार्ट सिटी का दायरा बढ़ाने के साथ-साथ रायपुर एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की दिशा में पहल करने का आग्रह किया।
श्री सोनी ने सेंट्रल हॉल में केन्द्रीय मंत्री श्री पुरी के साथ बैठक की। उन्होंने रायपुर स्मार्ट सिटी का दायरा बढ़ाने पर जोर दिया। सांसद सुनील सोनी ने उन्हें बताया कि मौजूदा क्षेत्र में काम की गुंजाइश कम है, और इस वजह से पूरी राशि खर्च नहीं हो पा रही है। श्री सोनी ने पूरे नगर निगम क्षेत्र को स्मार्ट सिटी के दायरे में लाने का सुझाव दिया।
उन्होंने बताया कि वे इस सिलसिले में पहले ही प्रस्ताव दे चुके हैं। शहरी विकास मंत्री ने इस पर सैद्धांतिक सहमति दी है। इसके अलावा उन्होंने रायपुर विमानतल को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने का भी सुझाव दिया है। सांसद श्री सोनी ने बताया कि रायपुर से खाड़ी देशों और युरोप जाने वाले यात्रियों की संख्या काफी बढ़ी है। यात्रियों को दिल्ली या फिर मुंबई से ही जाना संभव होता है। ऐसे में यहां से सुुविधाएं बढ़ाने की जरूरत है।
सांसद श्री सोनी ने यह भी कहा कि रायपुर में कार्गो सुविधा उपलब्ध कराने की तत्काल जरूरत है। इससे व्यापार में काफी बढ़ोत्तरी होगी। उनकी बातों पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है।
दर और पंजीयन शुल्क में छूट से भूखण्डों के क्रय-विक्रय में आई तेजी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा जनसामान्य को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से भूमि के बाजार मूल्य (गाइड लाइन दर) में 30 प्रतिशत की कमी और पंजीयन शुल्क में रियायत और छोटे भूखण्डों के क्रय-विक्रय पर लगे प्रतिबंध को हटाने के चलते राज्य भूखण्डों एवं मकानों के पंजीयन में तेजी आयी है। रायपुर विकास प्राधिकरण की कमल विहार योजना को इसके चलते अच्छा प्रतिसाद मिलने लगा है।
बीते 12 फरवरी को निविदा के जरिए 118 भूखण्डों की बिक्री से रायपुर विकास प्राधिकरण को 52 करोड़ रूपए की राशि प्राप्त हुई है, जो अपने आप में भूखण्डों की बिक्री का रिकार्ड है। कमल विहार योजना के कुल 118 भूखण्ड बिके जिसमें 108 भूखण्ड व्यावसायिक, 9 आवासीय, एक भूखण्ड सार्वजनिक/अर्धसार्वजनिक उपयोग के भूखण्ड शामिल है। कमल विहार योजना में एक साथ इतने भूखण्डों की बिक्री और इससे प्राप्त होने वाली 52 करोड़ रूपए की राशि अपने आप में एक रिकार्ड है।
गौरतलब है कि व्यावसायिक प्रयोजन, मिश्रित, सार्वजनिक एवं अर्धसार्वजनिक प्रयोजन के भूखण्डों की वर्ष 2018-19 में बिक्री से एक करोड़ 84 लाख तथा वर्ष 2019-20 में 5 करोड़ 70 लाख रूपए की आय हुई थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और आवास एवं पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में कमल विहार योजना के भूखण्डों की बिक्री के लिए दी गई रियायत एवं निविदा आमंत्रण को अच्छा प्रतिसाद मिला है। यही वजह है कि निविदा के माध्यम से एक दिन में ही विभिन्न प्रयोजनों के लिए कुल 118 भूखण्ड बिके, जिससे प्राधिकरण को 52 करोड़ रूपए की राशि प्राप्त हुई है।
एक दिन में 52 करोड़ रूपए की इस अभूतपूर्व बिक्री के लिए प्राधिकरण के अध्यक्ष सुभाष धुप्पड़ के द्वारा व्यावसायिक भूखण्डों के समस्त क्रेताओं को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
रायपुर, 13 फरवरी। प्रदेश भाजपा की प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी और सह प्रभारी नितिन नबीन यहां पहुंचे। माना विमानतल पर पार्टी नेताओं ने उनका स्वागत किया। इसके बाद पार्टी दफ्तर पहुंचे और वहां उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग की। इस दौरान दोनों महामंत्री नारायण चंदेल और भूपेन्द्र सवन्नी मौजूद थे। माना विमानतल पर स्वागत करने वालों में भूपेन्द्र सवन्नी, छगन लाल मुंदड़ा, ललित जैसिंघ, प्रीतेश गांधी और आकाश विग सहित अन्य नेता मौजूद थे।
रायपुर, 13 फरवरी। छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स चुनाव के लिए व्यापारी एकता पैनल के प्रत्याशी योगेश अग्रवाल ने शुक्रवार को प्रदेश भर में कर रहे चेंबर चुनाव के प्रचार कार्यक्रम के दौरान अपने साथियों के साथ अंबिकापुर क्षेत्र का सघन दौरा करते हुए धुंआधार प्रचार किया।
व्यापारी एकता पैनल के प्रवक्ता ललित जैसिंघ ने बताया कि अंबिकापुर में सभी स्थानीय व्यापारियों ने व्यापारी एकता पैनल के प्रत्याशी योगेश अग्रवाल का निजी होटल में कार्यक्रम के दौरान जोरदार स्वागत किया गया।
कार्यक्रम के दौरान, व्यापारी एकता पैनल के अध्यक्ष प्रत्याशी योगेश अग्रवाल ने व्यापारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि छोटे व्यापारियों को आर्थिक संकट से उबारने व आर्थिक मदद देने के लिए व्यापारी कल्याण समिति के गठन की बात भी कही।
प्रचार के दौरान, अग्रवाल ने लगभग 150 व्यापारियों से मुलाकात की और आगामी चेंबर चुनाव में व्यापारी एकता पैनल को प्रचंड बहुमत से जिताने की अपील की। सरगुजा चेम्बर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष बाबूलाल अग्रवाल ने कार्यक्रम में व्यापारियों से एकता पैनल को समर्थन देने आग्रह किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। बैंकिंग सेवा की कमी वाले इलाकों में अब ग्रामीणों को अपने गांव और हाट-बाजार में ही नगद निकासी की सुविधा मिल सकेगी। छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक मोबाइल एटीएम वेन के माध्यम से यह सुविधा प्रदान करेगी।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने शुक्रवार को नाबार्ड की वित्तीय सहायता से छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक द्वारा तैयार छह मोबाइल एटीएम वेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ग्रामीणों को नगद निकासी की सुविधा स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध कराने के लिए बैंक द्वारा सरगुजा, कोरिया, बस्तर, रायपुर, रायगढ़ और राजनांदगांव जिले में एक-एक मोबाइल एटीएम भेजी जाएगी। बैंकिंग सेवाओं और एटीएम की कमी वाले दूरस्थ क्षेत्रों में ये मोबाइल एटीएम मौजूद रहेंगे जिससे लोगों को नगद के लिए दूर स्थित बैंक या एटीएम तक जाना न पड़े। इससे ग्रामीणों को अपने खाते से छोटी-छोटी राशियों की निकासी के लिए बार-बार बैंक या एटीएम तक आने-जाने में लगने वाले समय, श्रम और धन की बचत होगी।
उन्होंने कहा कि नई तकनीकों और मशीनरी के उपयोग से जनसुविधाएं दूरस्थ अंचलों और लोगों के घरों तक पहुंच रही हैं। आज लोकार्पित मोबाइल एटीएम से लोग गांव में ही अपनी जरूरत की नगद राशि निकाल सकते हैं। जिस तरह राज्य शासन की मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना और मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना लोगों को उनके घरों के पास ही स्वास्थ्य सेवा मुहैया करा रही है, उसी तरह ‘आपका बैंक आपके द्वार’ के ध्येय के साथ शुरू यह सेवा लोगों को उनके गांव में ही नगद निकासी की सुविधा प्रदान करेगी।
श्री सिंहदेव ने लोगों को बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराने में छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश में इसकी 613 शाखाओं में से 310 शाखाएं वामपंथ उग्रवाद प्रभावित इलाकों में हैं। इससे साबित होता है कि गांवों और दूरदराज के क्षेत्रों में बैंकिंग सेवा प्रदान करने के लिए बैंक गंभीरता व सक्रियता से कार्य कर रहा है। अपनी बेहतर सेवाओं से इसने अच्छी विश्वसनीयता और साख बनाई है। पंचायत मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार भी बैंक सखी के माध्यम से दूरस्थ अंचलों में नगद राशियों के लेन-देन को सुगम बना रही है। बैंक सखियां पेंशन और मजदूरी राशि का भुगतान लोगों के गांवों और घरों तक जाकर कर रही हैं। शासन प्रत्येक पांच ग्राम पंचायतों में एक बैंक सखी की नियुक्ति का लक्ष्य लेकर चल रही है।
छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक के अध्यक्ष आई.के. गोहिल, नाबार्ड क्षेत्रीय कार्यालय के मुख्य महाप्रबंधक एम. सोरेन, भारतीय रिजर्व बैंक की क्षेत्रीय निदेशक शिवागामी एवं राज्य स्तरीय बैंकिंग समिति के संयोजक परविंदर भारती ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और अपनी-अपनी संस्थाओं द्वारा ग्रामीण व दूरस्थ अंचलों तक बैंकिंग सेवा पहुंचाने के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी। श्री गोहिल ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक द्वारा ग्राहकों की सुविधा और उनके द्वार पर बैंकिंग सेवा प्रदान करने के लिए 14 मोबाइल एटीएम वेन तैयार कराए गए हैं। इनमें से छह मोबाइल एटीएम को आज लोगों की सेवा में समर्पित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में भी बैंक ने लगातार लोगों को सेवाएं प्रदान की हैं। वैश्विक महामारी के बावजूद सेवाओं को बाधित नहीं होने दिया गया। छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक की शाखाएं दूरस्थ एवं ग्रामीण अंचलों में अन्य बैंकों की तुलना में अधिक हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक ने अंबिकापुर के शासकीय अस्पताल में डिजिटल एक्स-रे मशीन और पुलिस विभाग को सीसीटीवी कैमरा प्रदान किए जाने की घोषणा की। कार्यक्रम में बैंक के महाप्रबन्धक ए.के. निराला, अतुल्य बेहेरा एवं के. पद्मिनी, सी.व्ही.ओ. गुरदीप सिंह, मुख्य प्रबन्धक अमरजीत सिंह खनूजा तथा वरिष्ठ प्रबंधक एस.एन. शुक्ला भी मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। छत्तीसगढ़ निषाद समाज का प्रदेश स्तरीय युवक-युवती 19वां परिचय सम्मेलन का आयोजन निषाद समाज रायपुर महानगर की पुरूष एवं महिला इकाई के तत्वावधान में राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में 14 फरवरी रविवार को सुबह 10 बजे से देर शाम तक आयोजित है। कार्यक्रम में प्रदेश के लगभग सभी जिलों से करीब हजारों की संख्या में निषाद/केवट समुदाय के लोग जुटेंगे। सम्मेलन में अविवाहित युवक युवतियों के अलावा विधवा, विधुर एवं तलाकशुदा भी भाग ले सकते हैं।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, विशेष अतिथि के रूप में संसदीय सचिव व गुंडरदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद, संसदीय सचिव व विधायक रायपुर नगर पश्चिम विकास उपाध्याय, राज्य मछुआ कल्याण बोर्ड अध्यक्ष एमआर निषाद करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता निषाद समाज के प्रांतीय अध्यक्ष दान सिंग निषाद करेंगे। इस अवसर पर प्रदेश निषाद समाज के उपाध्यक्ष बद्री प्रसाद पारकर, उपाध्यक्ष मीना निषाद, महासचिव डीआर निषाद, कोषाध्यक्ष डॉ. भगवंता प्रसाद निषाद, सचिव नारायण प्रसाद निषाद, मनीषा निषाद, संगठन सचिव शत्रुघन निषाद, उपसंगठन सचिवराम सेवक निषाद, राम अवतार निषाद सहित निषाद समाज के सभी जिला के अध्यक्ष एवं पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे। साथ ही निषाद समाज रायपुर महानगर की पुरूष एवं महिला इकाई के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे।
छग निषाद समाज रायपुर महानगर समिति के अध्यक्ष बसंत निषाद ने बताया कि समाज के लोगों को रिश्ते तय करने के लिए परिचय सम्मेलन को माध्यम बनाया गया है। यहां विवाह योग्य युवक-युवतियों को मंच पर लाकर सभी का परिचय कराया जाएगा। इसके साथ ही लडक़ी व लडक़े पक्ष के बीच रिश्ता तय करने के लिए बातचीत की जाएगी।
कोरोना को ध्यान में रखते हुए सम्मेलन में सोशल डिस्टेंसिंग और सेनीटाइजर आदि की व्यवस्था रखी जाएगी। उम्मीद है कि सम्मेलन मेें सैकड़ों प्रतिभागी भाग लेंगे। आयोजन की तैयारी पूरी हो चुकी है। उक्त जानकारी रायपुर महानगर अध्यक्ष बसंत निषाद, सचिव मुकेश निषाद ने दी है।