स्थायी स्तंभ
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के पिता मोतीलाल नेहरू का जन्म आज ही के दिन 1861 में हुआ था.
मोतीलाल नेहरू इलाहाबाद के एक मशहूर वकील थे. लेकिन उनका भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भी अहम किरदार रहा. वह 1919 से 1920 और दूसरी बार 1928 से 1929 तक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे.
ब्रिटिश शासन काल में पश्चिमी अंदाज की उच्च शिक्षा पाने वाले भारतीयों में मोतीलाल नेहरू कुछ प्रारंभिक लोगों में से एक थे. उन्होंने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई पूरी की और काफी समय तक अंग्रेजी न्यायालयों में वकील के रूप में काम किया. 1919 में अमृतसर में जलियांवाला बाग हत्याकांड के बाद उन्होंने महात्मा गांधी के आह्वान पर वकालत छोड़ दी और स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हो गए.
मेतीलाल नेहरू वैसे तो पश्चिमी रहन सहन और वेशभूषा से खासे प्रभावित थे लेकिन महात्मा गांधी से संपर्क में आने पर उनकी सोच पर काफी फर्क पड़ा. उन्होंने देशबंधु चित्तरंजन दास के साथ 1923 में 'स्वराज पार्टी' का गठन किया. इसी के जरिए वह 'सेंट्रल लेजिस्लेटिव असेम्बली' पहुंचे और बाद में वह विपक्ष के नेता बने. उन्होंने आजादी की लड़ाई के दौरान भारतीयों के पक्ष को सामने रखने के लिए 'इंडिपेंडेंट अखबार' भी चलाया.
इलाहाबाद में अपना नया घर बनवाने के बाद अपना पुराना घर स्वराज भवन उन्होंने कांग्रेस को इस्तेमाल के लिए दे दिया. जवाहरलाल नेहरू उनके एकलौते पुत्र थे. उनकी दो बेटियां विजयलक्ष्मी पंडित और कृष्णा हठीसिंह थीं. मोतीलाल नेहरू का 1931 में इलाहाबाद में निधन हुआ.
- 1840-चिपकने वाला डाक टिकट पहली बार ब्रिटेन में बिका।
- 1851-अमेरिका में जॉन गौरी के नाम बर्फ जमाने की मशीन के नाम से पेटेन्ट ज़ारी किया गया। यह किसी रेफ्रीजेरेटर के लिए पहला पेटेन्ट था।
- 1985 - द्वितीय विश्वयुद्ध में बैली पुलों के आविष्कारकर्ता सर डोनाल्ड बैली का इंग्लैंड में निधन।
- 1997 - फ्रांस की क्रिस्टिन जेनिन धु्रव पर पैदल पहुंचने वाली विश्व की प्रथम महिला बनी।
- 2004 - चीन ने सिक्किम को भारत का अंग माना।
- 2005 - संयुक्त राष्ट्र ने लश्कर-ए-तैयबा को आतंकवादी संगठन की सूची में डाला।
- 2006 - टाइटेनिक के डूबने की घटना की आखिरी चश्मदीद गवाह अमेरिकी नागरिक लिलियन एस्प्लंट का निधन। दुनिया की सबसे बड़ी खुफिया एजेंसी सीआईए के निदेशक पोर्टर ग्रास ने अपने पद से इस्तीफ़ा दिया।
- 2007 - फ्रांस के राष्ट्रपति चुनाव में निकोलस सार्कोजी जीते।
- 2008 - बांग्लादेश में एंटी करप्शन ब्यूरो ने पूर्व प्रधानमंत्री ख़ालिदा जिया के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में पहली बार आरोप पत्र दाखिल किया।
- 2010- सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश के. जी. बालाकृष्णन की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संवैधानिक पीठ ने सांसदों को मिलने वाली स्थानीय क्षेत्र विकास निधि की संवैधानिक वैधता को यह कहकर बरकरार रखा कि संसद के पास इसके तहत कोष आवंटित करने की वैध शक्तियां हैं। इस योजना के तहत सांसदों को उनके निर्वाचन क्षेत्रों के विकास के लिए दो करोड़ रुपए सालाना मिलते हैं। मुंबई में हुए 26/11 हमले के दोषी अजमल आमिर कसाब को मौत की सज़ा सुनाई गई।
- 1861 - स्वतंत्रता सेनानी और राजनीतिज्ञ पंडित मोतीलाल नेहरू का जन्म हुआ।
- 1871- फ्रांसीसी रसायनज्ञ फ्रांस्वा आगस्ट विक्टर ग्रिगनार्ड का जन्म हुआ, जिन्हें ग्रिगनार्ड अभिक्रिया के लिए पॉल सैबेश्यर के साथ सन् 1912 में रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। (निधन-3 दिसम्बर 1935)
- 1856 -अमेरिकी साहसिक खोजी रॉबर्ट एड्विन पियरी का जन्म हुआ, जो उत्तरी धु्रव पर जाने वाले पहले व्यक्ति बने। वे 6 अप्रैल 1909 में अपने साथी मैथ्यू हेनसन तथा चार एस्किमो साथियों के साथ उत्तरी ध्रुव पर पहुंचे थे। (निधन- 20 फरवरी 1920)
- 1963 हंगरी के ऐरोनॉटिकल इंजीनियर थ्योडर वॉन कैर्मन का निधन हुआ, जिन्होंने ध्वनि की गति से भी तेज़ चलने वाला पहला विमान बेल एक्स-1 बनाया। (जन्म-11 मई 1881)
- 1904- अंग्रेज़ रसायनज्ञ एलेक्ज़ेन्डर विलियम विलियमसन का निधन हुआ, जिनके एल्कोहल तथा ईथर पर किए अनुसंधान से कार्बनिक आण्विक संरचना पर रोशनी डाली। वे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने उत्प्रेरक की भूमिका को माध्यमिक उत्पाद के ज़रिए समझाया। (जन्म -1 मई 1824)।
सीएम के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी पर कांग्रेस ने भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा को बैन कर दिया है। पार्टी नेता शिवरतन शर्मा के साथ किसी भी टीवी डिबेट में हिस्सा नहीं लेंगे। पिछले कुछ समय से शिवरतन शर्मा, भूपेश सरकार के खिलाफ मुखर हैं। वैसे तो वे भाजपा की गुटीय राजनीति में रमनविरोधी खेमे माने जाते थे, लेकिन सरकार ने जैसे ही रमन-परिवार पर निगाह तिरछी की, तो बचाव में सबसे पहले शिवरतन शर्मा ही आगे आए। वे अब रमन के भरोसेमंद माने जाने लगे हैं।
यह बात किसी से छिपी नहीं है कि पार्टी ने वर्ष-2013 के विस चुनाव में उन्हें टिकट नहीं देने का फैसला किया था, तब बृजमोहन अग्रवाल के अडऩे की वजह से उन्हें टिकट मिल पाई और चुनाव भी जीत गए। इस बार के विधानसभा चुनाव में भाग्य ने उनका साथ दिया और त्रिकोणीय संघर्ष में फिर बाजी मार गए। इन सफलताओं के बावजूद पार्टी के भीतर उनकी छवि कोई अच्छी नहीं रही है। उनका परिवार चावल कारोबार से जुड़ा है। कुछ साल पहले बलौदाबाजार में चावल-धान घोटाला हुआ था, तो शिवरतन शर्मा निशाने पर रहे।
भाजपा सरकार में उनके परिवार ने काफी आर्थिक तरक्की की। नागरिक आपूर्ति निगम में परिवहन के ठेके में पूर्व विधायक गुरूमुख सिंह होरा परिवार का बहुत लंबे समय से एकाधिकार रहा है, लेकिन शिवरतन के परिवार ने होरा का वर्चस्व तोड़ दिया। भाटापारा में शिवरतन परिवार का डीपीएस स्कूल भी है। वे भाटापारा-बलौदाबाजार जिले में एक बड़ी आर्थिक ताकत बन चुके हैं।
सुनते हैं कि रमन सरकार में मंत्रिमंडल में उन्हें जगह दिलाने के लिए सरोज पाण्डेय ने काफी मेहनत की थी। तब एक प्रमुख नेता ने निजी चर्चाओं में यह कहकर खारिज किया था कि शिवरतन को मंत्रिमंडल में शामिल करने से अच्छा संदेश नहीं जाएगा और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल सकता है। अब जब शिवरतन शर्मा आक्रामक दिख रहे हैं, तो इसकी प्रतिक्रिया भी हो सकती है। फिलहाल तो उनके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जा रही है।
बहिष्कार के मुकाबले बहिष्कार
भारतीय जनता पार्टी ने कुछ समय पहले जब कांगे्रस के एक प्रवक्ता विकास तिवारी का टीवी चैनलों पर बहिष्कार घोषित किया, तो कांगे्रस प्रवक्ताओं की लिस्ट में मिलीजुली प्रतिक्रिया रही। एक ही तरह के काम करने वाले लोगों के बीच जाहिर है कि थोड़ी सी खींचतान रहती ही है, और हर टीवी डिबेट के बाद जब दोनों-तीनों पार्टियों के लोग चाय पर गपियाते हैं, तो अपनी-अपनी पार्टी के दूसरों की कमजोरियां भी बांटी जाती हैं। ऐसे में विकास तिवारी का बहिष्कार उन पर भारी पड़ रहा था।
अब जब शिवरतन शर्मा के एक बयान को लेकर कांगे्रस ने पहले जब केवल बयान जारी किया तो विकास तिवारी बेचैन थे। उनकी बेचैनी को देखते हुए पार्टी ने फिर शिवरतन शर्मा का बहिष्कार किया, तो कलेजे में कुछ ठंडक पड़ी।
प्रवक्ताओं की जात क्या है?
एक दिलचस्प बात यह है कि छत्तीसगढ़ में कांगे्रस और भाजपा जैसी दोनों बड़ी पार्टियों के प्रवक्ताओं को टीवी पर देखें, तो दिखता है कि ब्राम्हण या सवर्ण हावी हैं। कांगे्रस की लिस्ट देखें तो राजेन्द्र तिवारी, शैलेष नितिन त्रिवेदी, आरपी सिंह, किरणमयी नायक, विकास तिवारी, रमेश वल्र्यानी जैसे लोग ही टीवी के परदे पर दिखते हैं। दूसरी तरफ भाजपा में सच्चिदानंद उपासने, श्रीचंद सुंदरानी, केदार गुप्ता, संजय श्रीवास्तव, के चेहरे ही टीवी पर दिखते हैं।
कहने के लिए इन पार्टियों की प्रवक्ता-सूची में मुस्लिम, ईसाई, दलित, आदिवासी हो सकते हैं, लेकिन अमूमन वे टीवी पर दिखते नहीं हैं। अब अल्पसंख्यकों और सबसे दबे-कुचले तबकों की जगह पार्टी की ओर से बोलने में ही इतनी कमजोर रखी गई है, तो बहस में इन तबकों के तजुर्बों की भला क्या जगह होती होगी? लेकिन राजनीतिक दलों के लोगों अखबारों के संपादकीय विभाग या न्यूज रूम को भी गिना सकते हैं कि वहां पर भी तो महज ब्राम्हणों का बोलबाला है। मीडिया मालिक अधिकतर मारवाड़ी, और पत्रकार अधिकतर ब्राम्हण!
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60 के दशक में सोवियत संघ और अमेरिका के बीच धरती ही नहीं अंतरिक्ष में भी एक दूसरे से आगे निकल जाने की होड़ लगी थी. आज ही के दिन एलन शेपर्ड अंतरिक्ष में पहुंचने वाले पहले अमेरिकी नागरिक बने.
5 मई 1961 को अमेरिका ने पहली बार नागरिक शेपर्ड को अंतरिक्ष में भेजा. इसी के साथ अमेरिका रूस के बाद अंतरिक्ष में इंसान भेजने वाला दूसरा देश बन गया. फ्रीडम 7 मिशन के तहत अमेरिका अक्टूबर 1960 से ही एलन शेपर्ड को अंतरिक्ष में भेजना चाह रहा था. लेकिन तकनीकी कारणों से इसमें रुकावटें आती रहीं.
आखिरकार 5 मई 1961 को यह मुमकिन हुआ. एलन शेपर्ड ने अंतरिक्ष में करीब 15 मिनट बिताए. शेपर्ड धरती से 187 किलोमीटर की दूरी तय करने में तो सफल रहे, लेकिन वह धरती के चारों तरफ घूम नहीं पाए. हालांकि शेपर्ड के अंतरिक्ष में जाने से पहले ही 12 अप्रैल 1961 को सोवियत संघ के हीरो यूरी गागरिन अंतरिक्ष पहुंच चुके थे. अगले 10 महीने अमेरिका के लिए काफी मुश्किल भरे रहे. 1962 में एक बार फिर अमेरिका की उम्मीदें जगीं.
20 फरवरी 1962 को अमेरिका ने 40 वर्षीय जॉन ग्लेन को अंतरिक्ष में भेजा. कहा जा सकता है कि फ्रेंडशिप 7 मरक्युरी अंतरिक्ष यान ने अमेरिका की इज्जत बचा ली. इस यान ने 296 मिनटों में धरती के तीन चक्कर लगाए. जब जॉन ग्लेन धरती पर लौटे तो वो अमेरिका के नए हीरो थे. उस वक्त राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी ने पूरे सम्मान के साथ ग्लेन का स्वागत किया. अमेरिका दुनिया को यह संदेश देने में कामयाब रहा कि वह भी किसी से पीछे नहीं है.
- 1936-घुमा कर खोलने वाली पहली बोतल का पेटेन्ट एडवर्ड ए. रैवेन्स्कॉफ्र्ट के नाम जारी किया गया।
- 1963 -पहला मानव यकृत प्रत्यारोपण अमेरिका में डॉ. थॉमस ई. स्टाल्र्ज के द्वारा किया गया।
- 1949 - भारत में झारखंड पार्टी की स्थापना हुई ।
- 1999 - रोजाने प्रोदी यूरोपीय संघ के कार्यकारी अध्यक्ष बने।
- 2003 - भारत-बांग्लादेश संयुक्त नदी आयोग की बैठक सिलहट में शुरू, बेल्जियम में गुय वेरहोफ्सराड के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार का पतन।
- 2008- एनटीपीसी के रिहन्द सुपर थर्मल पॉवर प्रोजेक्ट को लगातार तीसरे वर्ष ग्रीनटेक गोल्ड सेफ्टी अवार्ड मिला। डिस्पोजल सीरिंज के आविष्कारक न्यूजीलैंड के कोलिन मार्डोक का निधन।
- 2010- आंध्र प्रदेश के श्री हरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से नई पीढ़ी के उच्च क्षमता वाले साउंडिंग रॉकेट का उड़ान परीक्षण सफल रहा। इसरो द्वारा विकसित तीन टन भार वहन क्षमता वाला यह राकेट देसी रॉकेटों में अब तक का सबसे भारी रॉकेट है। इसमें एयर ब्रीथिंग तकनीक युक्त स्क्रैमजेट इंजन मॉड्यूल का इस्तेमाल किया गया है। भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने नारको एनालिसिस, ब्रेन मैपिंग या पोलीग्राफ टेस्ट जैसी जांचों को व्यक्ति के संविधान में प्राप्त स्वदोषारोपण से छूट व निजी स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का उल्लंघन बताकर अस्वीकार कर दिया। राजस्थान सरकार द्वारा गुर्जरों को 1 प्रतिशत आरक्षण तत्काल और 4 प्रतिशत का बैकलॉग रखने के समझौते के बाद गुर्जरों ने आंदोलन समाप्त कर दिया। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने सभी कोर्सों में सेक्स वर्कर्स और उनके आश्रितों की फ़ीस माफ करने की घोषणा की।
- 2010- भारतीय उद्योगपति जीपी बिड़ला का निधन हुआ।
- 1916 - सिख धर्म के विद्वान पंजाब के मुख्यमंत्री, भारत के राष्ट्रपति पद पर पहुंचने वाले ज्ञानी ज़ैल सिंह का जन्म हुआ।
- 2006 - प्रसिद्ध फि़ल्मी संगीतकार नौशाद अली का निधन हुआ।
- 1821 -फ्रांस के शक्तिशाली तानाशाह नेपोलियन बोनापार्ट का निधन हुआ।
- 1811- अंग्रेज़ अमेरिकी रसायनज्ञ जॉन विलियम ड्रैपर का जन्म हुआ, जो फोटोकेमिस्ट्री शुरू करने के लिए जाने जाते हैं। उनका मानना था कि प्रकाश, रासायनिक अभिक्रियाएं शुरू करता है क्योंकि पदार्थ के अणु आपतित प्रकाशरूपी ऊर्जा को अवशोषित करते हैं। (निधन-4 जनवरी 1882)
- 1921 -अमेरिकी भौतिक विज्ञानी आर्थर एल. शॉलोव का जन्म हुआ, जिन्हें लेजऱ के विकास के लिए तथा लेजऱ स्पेक्ट्रोस्कोपी को विकसित करने के लिए स्वीडन के काइ सीग्बैन तथा अमेरिका के निकोलास ब्लोएम्बर्गन के साथ वर्ष 1981 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मिला। (निधन- 28 अप्रैल 1999)
- 1600 -फ्रांसीसी राजनयिक जीन निकोट का निधन हुआ, जिन्होंने फ्रांसीसी अदालत में तम्बाकू का परिचय कराया तथा उसके औषधीय गुणों तथा सरदर्द में उसके इस्तेमाल पर जोर दिया। तम्बाकू के पौधे का वानस्पतिक नाम निकोटिएना टोबैकम उनके नाम पर ही रखा गया है। (जन्म-1530)
- 1957-अमेरिकी वैज्ञानिक डॉ. जोसफ विलियम कैनेडी का निधन हुआ, जो प्लूटोनियम के चार आविष्कारकों में से एक थे जिसे उन्होंने साइक्लोट्रॉन में यूरेनियम ऑक्साइड पर ड्यूटेरॉनों की बमबारी के साथ कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में बनाया था। (जन्म 30 मई 1916)
- महत्वपूर्ण - विश्व सूर्य दिवस।
60 के दशक में सोवियत संघ और अमेरिका के बीच धरती ही नहीं अंतरिक्ष में भी एक दूसरे से आगे निकल जाने की होड़ लगी थी. आज ही के दिन एलन शेपर्ड अंतरिक्ष में पहुंचने वाले पहले अमेरिकी नागरिक बने.
5 मई 1961 को अमेरिका ने पहली बार नागरिक शेपर्ड को अंतरिक्ष में भेजा. इसी के साथ अमेरिका रूस के बाद अंतरिक्ष में इंसान भेजने वाला दूसरा देश बन गया. फ्रीडम 7 मिशन के तहत अमेरिका अक्टूबर 1960 से ही एलन शेपर्ड को अंतरिक्ष में भेजना चाह रहा था. लेकिन तकनीकी कारणों से इसमें रुकावटें आती रहीं.
आखिरकार 5 मई 1961 को यह मुमकिन हुआ. एलन शेपर्ड ने अंतरिक्ष में करीब 15 मिनट बिताए. शेपर्ड धरती से 187 किलोमीटर की दूरी तय करने में तो सफल रहे, लेकिन वह धरती के चारों तरफ घूम नहीं पाए. हालांकि शेपर्ड के अंतरिक्ष में जाने से पहले ही 12 अप्रैल 1961 को सोवियत संघ के हीरो यूरी गागरिन अंतरिक्ष पहुंच चुके थे. अगले 10 महीने अमेरिका के लिए काफी मुश्किल भरे रहे. 1962 में एक बार फिर अमेरिका की उम्मीदें जगीं.
20 फरवरी 1962 को अमेरिका ने 40 वर्षीय जॉन ग्लेन को अंतरिक्ष में भेजा. कहा जा सकता है कि फ्रेंडशिप 7 मरक्युरी अंतरिक्ष यान ने अमेरिका की इज्जत बचा ली. इस यान ने 296 मिनटों में धरती के तीन चक्कर लगाए. जब जॉन ग्लेन धरती पर लौटे तो वो अमेरिका के नए हीरो थे. उस वक्त राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी ने पूरे सम्मान के साथ ग्लेन का स्वागत किया. अमेरिका दुनिया को यह संदेश देने में कामयाब रहा कि वह भी किसी से पीछे नहीं है.
* 1936-घुमा कर खोलने वाली पहली बोतल का पेटेन्ट एडवर्ड ए. रैवेन्स्कॉफ्र्ट के नाम जारी किया गया।
* 1963 -पहला मानव यकृत प्रत्यारोपण अमेरिका में डॉ. थॉमस ई. स्टाल्र्ज के द्वारा किया गया।
* 1949 - भारत में झारखंड पार्टी की स्थापना हुई ।
* 1999 - रोजाने प्रोदी यूरोपीय संघ के कार्यकारी अध्यक्ष बने।
* 2003 - भारत-बांग्लादेश संयुक्त नदी आयोग की बैठक सिलहट में शुरू, बेल्जियम में गुय वेरहोफ्सराड के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार का पतन।
* 2008- एनटीपीसी के रिहन्द सुपर थर्मल पॉवर प्रोजेक्ट को लगातार तीसरे वर्ष ग्रीनटेक गोल्ड सेफ्टी अवार्ड मिला। डिस्पोजल सीरिंज के आविष्कारक न्यूजीलैंड के कोलिन मार्डोक का निधन।
* 2010- आंध्र प्रदेश के श्री हरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से नई पीढ़ी के उच्च क्षमता वाले साउंडिंग रॉकेट का उड़ान परीक्षण सफल रहा। इसरो द्वारा विकसित तीन टन भार वहन क्षमता वाला यह राकेट देसी रॉकेटों में अब तक का सबसे भारी रॉकेट है। इसमें एयर ब्रीथिंग तकनीक युक्त स्क्रैमजेट इंजन मॉड्यूल का इस्तेमाल किया गया है। भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने नारको एनालिसिस, ब्रेन मैपिंग या पोलीग्राफ टेस्ट जैसी जांचों को व्यक्ति के संविधान में प्राप्त स्वदोषारोपण से छूट व निजी स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का उल्लंघन बताकर अस्वीकार कर दिया। राजस्थान सरकार द्वारा गुर्जरों को 1 प्रतिशत आरक्षण तत्काल और 4 प्रतिशत का बैकलॉग रखने के समझौते के बाद गुर्जरों ने आंदोलन समाप्त कर दिया। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने सभी कोर्सों में सेक्स वर्कर्स और उनके आश्रितों की फ़ीस माफ करने की घोषणा की।
* 2010- भारतीय उद्योगपति जीपी बिड़ला का निधन हुआ।
* 1916 - सिख धर्म के विद्वान पंजाब के मुख्यमंत्री, भारत के राष्ट्रपति पद पर पहुंचने वाले ज्ञानी ज़ैल सिंह का जन्म हुआ।
* 2006 - प्रसिद्ध फि़ल्मी संगीतकार नौशाद अली का निधन हुआ।
* 1821 -फ्रांस के शक्तिशाली तानाशाह नेपोलियन बोनापार्ट का निधन हुआ।
* 1811- अंग्रेज़ अमेरिकी रसायनज्ञ जॉन विलियम ड्रैपर का जन्म हुआ, जो फोटोकेमिस्ट्री शुरू करने के लिए जाने जाते हैं। उनका मानना था कि प्रकाश, रासायनिक अभिक्रियाएं शुरू करता है क्योंकि पदार्थ के अणु आपतित प्रकाशरूपी ऊर्जा को अवशोषित करते हैं। (निधन-4 जनवरी 1882)
* 1921 -अमेरिकी भौतिक विज्ञानी आर्थर एल. शॉलोव का जन्म हुआ, जिन्हें लेजऱ के विकास के लिए तथा लेजऱ स्पेक्ट्रोस्कोपी को विकसित करने के लिए स्वीडन के काइ सीग्बैन तथा अमेरिका के निकोलास ब्लोएम्बर्गन के साथ वर्ष 1981 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मिला। (निधन- 28 अप्रैल 1999)
* 1600 -फ्रांसीसी राजनयिक जीन निकोट का निधन हुआ, जिन्होंने फ्रांसीसी अदालत में तम्बाकू का परिचय कराया तथा उसके औषधीय गुणों तथा सरदर्द में उसके इस्तेमाल पर जोर दिया। तम्बाकू के पौधे का वानस्पतिक नाम निकोटिएना टोबैकम उनके नाम पर ही रखा गया है। (जन्म-1530)
* 1957-अमेरिकी वैज्ञानिक डॉ. जोसफ विलियम कैनेडी का निधन हुआ, जो प्लूटोनियम के चार आविष्कारकों में से एक थे जिसे उन्होंने साइक्लोट्रॉन में यूरेनियम ऑक्साइड पर ड्यूटेरॉनों की बमबारी के साथ कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में बनाया था। (जन्म 30 मई 1916)
* महत्वपूर्ण - विश्व सूर्य दिवस।
लखनऊ के संजय गांधी पीजी अस्पताल में कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे का इलाज चल रहा है। यूपी के इस सबसे बड़े अस्पताल का नामकरण प्रदेश सरकार की पहल पर संजय गांधी के नाम पर किया गया था और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इसका उद्घाटन किया। मगर, अस्पताल का सबसे ज्यादा काम मोतीलाल वोरा के गवर्नर रहते हुआ था। वे इस अस्पताल की गवर्निंग काउंसिल के चेयरमैन रहे हैं। पिछले दिनों वे रविन्द्र चौबे को देखने अस्पताल गए तो वहां उन्होंने कांग्रेस नेताओं को बताया कि यहां उन्होंने क्या-क्या काम करवाए हैं।
अस्पताल के चिकित्सक भी उनके योगदान को नहीं भूले हैं। इससे परे वोराजी ने कांग्रेस नेताओं को एक और बात बताई, जो कि कईयों को नहीं मालूम था। वोराजी दुर्ग शहर से आधा दर्जन बार विधायक रहे हैं। जब पहली बार वे विधायक बने तो रविन्द्र चौबे के पिता स्व. देवीप्रसाद चौबे उनके साथ अविभाजित मप्र में विधानसभा के सदस्य थे। बाद में वोराजी, रविन्द्र चौबे की माता कुमारी बाई चौबे के साथ विधानसभा के सदस्य रहे। इसके बाद रविन्द्र चौबे के बड़े भाई प्रदीप चौबे, वोराजी के साथ विधानसभा के सदस्य रहे। बाद में रविन्द्र चौबे, वोराजी के साथ विधायक बने। यानी वोराजी, चौबे परिवार के राजनीति में सक्रिय सभी सदस्यों के साथ विधानसभा में रहे हैं। ये अलग बात है कि पारिवारिक घनिष्ठता के बाद भी चौबे बंधु, कांग्रेस के वोरा विरोधी खेमे से जुड़े रहे हैं। हालांकि उन्होंने कभी भी किसी भी फोरम में वोराजी का विरोध नहीं किया और उनका हमेशा सम्मान ही करते हैं।
इन दो नेताओं से उम्मीद...
केन्द्र में एनडीए की सरकार बनी तो छत्तीसगढ़ के भाजपा प्रभारी रहे जगत प्रकाश नड्डा और धर्मेन्द्र प्रधान पॉवरफुल रहेंगे। दोनों ही राज्यसभा सदस्य हैं और लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। यही वजह है कि प्रदेश के जो कोई भी भाजपा नेता यूपी और ओडिशा चुनाव प्रचार के लिए जा रहे हैं, वे नड्डा और धर्मेन्द्र प्रधान से जरूर मिल रहे हैं। दोनों ही यहां के छोटे-बड़े नेताओं से परिचित हैं।
सुनते हैं कि सरकार जाने के बाद बड़े भाजपा नेता काम धंधे की तलाश में भी हैं। कई ने पेट्रोल पंप के लिए धर्मेन्द्र प्रधान से जुगाड़ भी लगाया था, लेकिन ऑनलाइन लॉटरी सिस्टम से आबंटन होने के कारण वे मदद नहीं कर पाए। एनडीए की सरकार बनने पर दोनों का फिर से मंत्री बनना तय है। ऐसे में यहां के नेताओं को उम्मीद है कि दोनों ही कारोबार बढ़ाने में मदद करेंगे। ([email protected])
मार्गरेट थैचर 20वीं सदी में ब्रिटेन की ऐसी प्रधानमंत्री थीं जो कि लंबे समय तक ब्रिटेन का नेतृत्व करती रहीं. अपने समय की वे अकेली महिला थीं, जिन्होंने राजनीति में आकर इतनी ऊंचाइयां हासिल कीं. सन 1959 में पहली बार संसद की सदस्य बनने के बाद थैचर ने अपने राजनीतिक करियर में कभी मुड़ कर नहीं देखा. 1975 में उन्होंने पूर्व विपक्षी कंजर्वेटिव नेता एडवर्ड हीथ की जगह ली. वक्त के साथ थैचर राजनीति में नए मुकाम हासिल करती गईं.
4 मई 1979 को जब उन्हें ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया तो वह दिन ब्रिटेन के इतिहास का बदलाव का दिन था. पहली बार कोई महिला देश की बागडोर संभालने जा रही थी. थैचर ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर दबंगई से निर्णय लिए और इसी कारण उन्हें आयरन लेडी कहा जाता है. अपने राजनीतिक जीवन में थैचर ने महिलाओं के लिए कमजोर प्रशासनिक क्षमताओं की धारणाओं को पूरी तरह से गलत साबित कर दिया. एक नेता के लिए बेहद जरूरी थैचर की भाषण शैली और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता बेहद प्रभावशाली थी.
थैचर का जन्म 13 अक्टूबर 1925 को पूर्वी इग्लैंड में हुआ. अपने कार्यकाल में मार्गरेट थैचर ने कड़े रुख के साथ शासन किया और सोवियत संघ का विरोध भी किया. इसी के बाद उनका नाम आयरन लेडी यानि लौह महिला पड़ गया. 8 अप्रैल 2013 को थैचर ने लंदन में आखिरी सांस ली.
- 1884-दुनिया में फ्लैश के साथ पहला फोटो लिया गया।
- 1892 -थॉमस एल. विल्सन ने ऐसीटाइलीन के व्यावसायिक उत्पादन का तरीका खोजा।
- 1979 - श्रीमती मार्गरेट थैचर ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं।
- 1980 - यूगोस्लाविया में मार्शल टीटो का निधन।
- 1994 - काहिरा में इस्रायल एवं फिलीस्तीनी नेताओं द्वारा फिलीस्तीनी स्वायत्तता से संबंधित ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर।
- 1999 - भूमिगत बारूदी सुरंगों के उत्पादन पर प्रतिबंध लगाने के लिए ओटावा संधि के सभी हस्ताक्षरकर्ता देशों की पहली बैठक मापूतो (मोजाम्बिक) में शुरू।
- 2007 - बैंकॉक में ग्लोवल वार्मिंग पर बैठक सम्पन्न।
- 2008 - सार्वजनिक क्षेत्र की कम्पनी सेल ने भारतीय इस्पात गठबंधन से अपने को अलग किया। म्यांमार की राजधानी रंगून और आसपास के क्षेत्रों में आए भीषण चक्रवाती तूफ़ान नरगिस ने भारी तबाही मचायी। लोकप्रिय पोर्टल याहू को खऱीदने के लिए प्रयत्नशील माइक्रोसॉफ़्ट कॉरपोरेशन ने अपना प्रस्ताव वापस लिया।
- 1799 - मैसूर राज्य का शासक टीपू सुल्तान का निधन हुआ।
- 1926 -कनाडाई अमेरिकी नाभिकीय भौतिकशास्त्री डेविड ऐलन ब्रॉमले का जन्म हुआ, जो आधुनिक भारी आयन विज्ञान के जनक के रूप में जाने जाते हैं।(निधन-10 फरवरी 2005)
- 1825- अंग्रेज़ जीव विज्ञानी थॉमस हेनरी हेक्सले का जन्म हुआ, जिन्होंने समुद्र विज्ञान पर काफी काम किया, बाद में उन्होंने जीवाश्मों का अध्ययन किया, खासकर सरीसृपों तथा मछलियों पर। इसके अलावा वे चाल्र्स डार्विन के विकासवाद के सिद्धान्त के समर्थक थे। (निधन-29 जून 1895)
- 1972- अमेरिकी रसायनज्ञ एडवर्ड कैल्विन कैन्डल का निधन हुआ, जिन्हें ऐड्रीनल कॉर्टेक्स हार्मोन पर अनुसंधान के लिए वर्ष 1950 में शरीरक्रियाविज्ञान/चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार मिला। (जन्म-8 मार्च 1886)
- मॉरिस इविंग
- 1974 - अमेरिका के भू-भौतिकशास्त्री विलियम मॉरिस इविंग का निधन हुआ, जिन्होंने समुद्री रेत तथा तलहटी के बारे में जानकारी तथा समझ को और विकसित किया।(जन्म-12 मई 1906)
- महत्वपूर्ण दिवस- विश्व रेडक्रॉस दिवस।
सत्ता के भ्रष्टाचार को देखें तो वह धर्म और जाति से परे का दिखता है। भ्रष्ट लोगों में भला किस जाति के लोग नहीं दिखते! जिन दलित-आदिवासी अफसरों के भ्रष्टाचार की कहानियां सामने आती हैं, उन्हें सुनकर ऊंची कही जाने वाली जातियों के लोगों के मन में हिकारत जागती है कि जिस जात का है उसकी वजह से हजार-पांच सौ रूपए भी रिश्वत ले लेता है। अपने को ऊंचा मानने वाली जाति का यह अहंकार रहता है कि वह कम रिश्वत लेने वालों को कम सामाजिक समझ रखने वाले मूर्ख भी मान लेता है। छत्तीसगढ़ में पिछले दिनों में जैसे-जैसे भ्रष्टाचार सामने आए हैं, उनके पीछे के नेता और अफसर सभी जातियों के हैं, और उससे यह जाहिर होता है कि खानपान चाहे अलग हो, धार्मिक-सामाजिक रीति-रिवाज चाहे अलग हो, बोली अलग हो, लेकिन रूपए को लेकर नीयत कमोबेश एक सरीखी रहती है, और उसमें कोई जाति-धर्म आड़े नहीं आते। इससे लगता है कि रूपए सबसे अधिक धर्मनिरपेक्ष और जातिविहीन होते हैं, जिनसे किसी को परहेज नहीं होता। अब यहां पर एक-एक नेता-अफसर की जात गिनाकर, धर्म गिनाकर भ्रष्टाचार गिनाना जरूरी नहीं है क्योंकि खबरों को देखें तो यह समझ आ जाएगा कि कौन-कौन से ईश्वर, किस-किस जाति के भगवान अपने किन-किन भ्रष्ट लोगों को देखकर खुश हो रहे होंगे। यह बात तो जाहिर है ही कि ईश्वर को सबसे अधिक चढ़ावा सबसे अधिक भ्रष्ट से ही मिलता है जिसे अपने पापों का प्रायश्चित भी करना होता है, और आगे के लिए अधिक कमाई का आशीर्वाद भी लगता है। ऐसे में हर देश-प्रदेश से आए हुए, हर जाति-धर्म के अफसरों के बीच यह एक अनोखी एकता है जो कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत को एक बनाती है!
नीदरलैंड्स के शहर एम्सटर्डम जाने वाले एक जगह जाना नहीं भूलते, ऐन फ्रांक हाउस. नाजी दौर में अपने परिवार के साथ जान बचाती फिरती एक लड़की की डायरी ने क्रूरता से जूझते उसके मासूम बचपन को दुनिया के सामने खोल कर रख दिया. ऐन फ्रैंक की डायरी उस दौर के प्रामाणिक दस्तावेजों में से एक मानी जाती है. फ्रैंक जर्मनी के फ्रैंकफर्ट शहर में 12 जून 1929 को पैदा हुई थी. 1945 में उत्तरी जर्मनी के बैर्गेन बेल्जेन यातना शिविर में उसने कष्ट और उदासी झेलते हुए पंद्रह साल की उम्र में दम तोड़ा. उसके घर को बाद में ऐन फ्रैंक म्यूजियम में बदल दिया गया. तीन मई 1960 को इसे आम लोगों के लिए खोला गया. एम्सटर्डम जाने वाले अक्सर फ्रैंक म्यूजियम में जाकर उन दिनों के दर्द को महसूस करते हैं.
"क्या कोई भी, यहूदी या गैर यहूदी, कभी यह बात समझेगा कि मैं एक लड़की हूं जो सिर्फ जिंदगी को जिंदादिली से जीना चाहती है?" ऐसे भावों से भरी फ्रैंक की मशहूर डायरी उसके 13वें जन्मदिन पर 12 जून 1942 को उसके पिता को मिली थी. युद्ध खत्म होने पर परिवार के इकलौते जीवित सदस्य उसके पिता ऑटो फ्रैंक एम्सटर्डम लौटे, जहां उन्हें ऐन फ्रैंक की डायरी मिली. 1947 में उनकी कोशिशों से उसकी पहली प्रति डच भाषा में छपी. इस डायरी में 1942 से 1944 तक के फ्रैंक के जीवन की कहानी है.
फ्रैंक का जन्म फ्रैंकफर्ट में हुआ था. लेकिन 1933 में जर्मनी में नाजियों के शासन में आने पर उनका परिवार नीदरलैंड्स के शहर एम्सटर्डम चला गया. 1942 में वहां भी नाजियों का प्रभाव बढ़ने पर जान बचाने के लिए उनका परिवार तहखाने में छिप कर रहने लगा, जहां कुछ दोस्तों के जरिए उन्हें खाने पीने और जरूरी चीजों की मदद मिलती थी. फ्रैंक ने उन्हीं दिनों यह डायरी लिखी. लेकिन उनके यहूदी होने का राज बहुत देर तक छुप नहीं सका और वे ढूंढ लिए गए. यहां से उन्हें आउश्वित्स यातना शिविर भेज दिया गया. 1945 में ऐन और उनकी बहन मार्गोट की यातना शिविर में ही मौत हो गई.
- 1919 - अमानुल्ला खान द्वारा ब्रिटिश भारत पर आक्रमण।
- 1968 -डॉ. डेन्टन कूली ने अमेरिका का पहला हृदय प्रत्यारोपण सफलतापूर्वक संपन्न किया।
- 1998 - यूरो को यूरोपीय मुद्रा के रूप में स्वीकार करने का यूरोपीय नेताओं का ऐतिहासिक फैसला।
- 2002 - अमेरिकी मीडिया ने परवेज मुशर्रफ़ के जनमत संग्रह को शर्मनाक जनमत संग्रह बताया।
- 2003 - आस्ट्रेलिया के स्टीव वॉ टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बने।
- 2004 - वेस्टइंडीज ने छठे एक दिवसीय मैच में इंग्लैंड को चार विकेट से परास्त किया।
- 2006 - पाकिस्तान और ईरान ने 3 देशों की गैस पाइप लाइन परियोजना से भारत को अलग करने के उद्देश्य से द्विपक्षीय गैस पाइप लाइन करार पर दस्तखत किए। शिक्षाविद कमलेश पटेल को ब्रिटेन के हाउस आफ़ लाड्र्स में ग़ैर दलीय पीयर नियुक्त किया गया।
- 2008 - टाटा स्टील लिमिटेड को ब्रिटेन में कोयला खनन करने का पहला लाइसेंस प्राप्त हुआ। पाकिस्तानी जेल में सज़ा काट रहे भारतीय क़ैदी सरबजीत सिंह की फांसी की सज़ा अनिश्चित समय तक टाली गई। नेपाली प्रधानमंत्री गिरिजा प्रसाद कोइराला संविधान सभा के लिए चुने गये। दक्षिणी चिली के लास लगासे क्षेत्र में हज़ारों साल से निष्क्रिय पड़ा एक ज्वालामुखी फटा।
- 1955 - प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ उमा भारती का जन्म हुआ।
- 1951 - प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ अशोक गहलोत का जन्म हुआ।
- 1969 - भारत के तीसरे राष्ट्रपति डॉक्टर ज़ाकिर हुसैन का निधन हुआ। (जन्म-1897)
- 1981 - मशहूर अभिनेत्री नर्गिस का निधन हुआ।
- 2006 -भारत के राजनीतिज्ञ प्रमोद महाजन का निधन हुआ। (जन्म 1949)
- 1860-स्कॉटलैण्ड के शरीर क्रिया विज्ञानी तथा दर्शन शास्त्री जॉन स्कॉट हेल्डेन का जन्म हुआ, जिन्होंने मानव श्वसन, फेफड़ों की बीमारियों, तथा रक्त पर व्यापक अध्ययन किया। (निधन- 14 मार्च 1936
- 1933-अमेरिकी भौतिक विज्ञानी स्टीवन वाइनबर्ग का जन्म हुआ, जिन्हें सन् 1979 मे शैल्डन ली ग्लाशो तथा अब्दुस सलाम के साथ इलेक्ट्रोवीक सिद्धान्त देने के लिए नोबेल पुरस्कार मिला।
- 1880 -अमेरिकी खगोलभौतिकीविद् जोनाथन होमर लैन का निधन हुआ, जो पहले व्यक्ति थे जिन्होंने बताया कि सूरज एक गैसीय पिण्ड है। उनके काम ने सूरज के अन्दर के दाब, तापमान, घनत्व के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध कराई हैं। ( जन्म-9 अगस्त 1819)
- 1910 -अमेरिकी चिकित्सक हॉवर्ड टी. टेलर रिकेट्स का निधन हुआ, जिन्होंने रॉकी माउन्टेन चित्तीदार बुखार के कारक तथा उसके संक्रमण के बारे में बताया। (जन्म-9 फरवरी 1871)
- महत्वपूर्ण दिवस- विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस, अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा दिवस।
फसल बीमा घोटाले को लेकर जिस तरह पिछले मुख्य सचिव अजय सिंह के खिलाफ एक जांच दर्ज करने की तैयारी चल रही है, उससे छत्तीसगढ़ के सहमे हुए अफसरों की रीढ़ की हड्डी में एक बार और सिहरन दौड़ गई है। दरअसल राज्य बनने के बाद से अब तक के इतने बरसों में किसी ने यह सोचा नहीं था कि सरकारी कामकाज को लेकर कोई सरकार इतने सारे अफसरों के खिलाफ इतने आक्रामक तरीके से जांच और मुकदमे शुरू कर देगी। लेकिन सरकार के तेवर वैसे ही आक्रामक बने हुए हैं जैसे पिछले पन्द्रह बरस के विपक्ष में थे। और दूसरी तरफ पन्द्रह बरस की सरकार के अफसरों का हाल यह था कि उनको यह लगना बंद हो गया था कि कभी कोई और सरकार भी आ सकती है।
मंत्रालय में एक आला अफसर का कहना है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की यही रफ्तार रही, तो पांच बरस का कार्यकाल पूरा होने तक आल इंडिया सर्विस छत्तीसगढ़ में दर्जन भर अफसर खो बैठेगी, नीचे के कई अफसरों को प्रमोशन का मौका मिलेगा, और राज्य को केन्द्र से मांग करनी पड़ेगी कि और अफसर दिए जाएं। दूसरी तरफ राज्य में केन्द्रीय सेवा के अफसरों के दबदबे के खिलाफ कुछ ऐसे वरिष्ठ आईएएस हैं जो मानते हैं कि राज्य को राज्य सेवा के अधिकारियों को ही बढ़ावा देना चाहिए, और अधिक से अधिक जिम्मा उनको देना चाहिए। कुल मिलाकर राज्य बनने के बाद से पहली बार आला अफसरों में मुख्यमंत्री के तेवरों को लेकर, और अपने भविष्य को लेकर इतना गहरा विचार-विमर्श चल रहा है। फिर आपस में इस बात पर शर्त भी लग रही है कि जिन अफसरों को जेल जाने के आसार हैं, वे कब तक जेल चले जाएंगे, या नहीं जाएंगे? आरोपों से घिरे हुए एक अफसर के बारे में कुछ समय पहले तक ऐसी चर्चा थी कि जिस वजह से अजीत जोगी को कांग्रेस के भीतर बार-बार माफी मिल जाती थी, उसी वजह से इस अफसर को भी बख्श दिया जाएगा। लेकिन फिर ईओडब्ल्यू में जब जुर्म दर्ज हो गया, तो वह चर्चा अपने आप खारिज हो गई, और उसके साथ ही यह सवाल भी उठ खड़ा हुआ कि ईश्वर इस बार कांग्रेस में माफी के लिए जोगी का साथ देगा, या नहीं?
अच्छी घटनाओं में कहें तो भारतीय सिने जगत के बेहतरीन निर्माता, निर्देशक और लेखक सत्यजीत रे का जन्म दो मई को ही हुआ था और बुरी घटनाओं की बात करें तो महान चित्रकार लिआनार्दो द विंची आज ही के दिन इस दुनिया को अलविदा कह गए थे।
साल के हर दिन की तरह 2 मई के नाम पर भी इतिहास की कई अच्छी बुरी घटनाएं दर्ज हैं। अच्छी घटनाओं में कहें तो भारतीय सिने जगत के बेहतरीन निर्माता, निर्देशक और लेखक सत्यजीत रे का जन्म दो मई को ही हुआ था और बुरी घटनाओं की बात करें तो महान चित्रकार लिआनार्दो द विंची आज ही के दिन इस दुनिया को अलविदा कह गए थे।
- 1800-अंग्रेज़ रसायनज्ञ विलियम निकोल्सन ने पहली बार विद्युतधारा द्वारा रासायनिक अभिक्रिया करायी।
- 1887-सेल्युलॉइड फोटोग्राफिक फिल्म के लिए रैवेरेन्ड हैनिबल विलिस्टन गुडविन ने पेटेन्ट प्राप्त किया।
- 1986 - संयुक्त राष्ट्र अमेरिका की 30 वर्षीया एन. बैन्क्राफ़ उत्तरी धु्रव पर पहुंचने वाली प्रथम महिला बनीं।
- 1997 - ब्रिटेन में 18 वर्षों बाद लेबर पार्टी सत्ता में, उसके नेता टोनी ब्लेयर ब्रिटेन के संसदीय इतिहास में सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री बने।
- 1999 - मिरया मोस्कोसो पनामा की प्रथम महिला राष्ट्रपति नियुक्त।
- 2002 - पाकिस्तान के इंजामामुल हक ने न्यूजीलैंड के ख़िलाफ़ 329 रन बनाये।
- 2004 - मारेक बेल्का पोलैंड के नये प्रधानमंत्री बने।
- 2008 - अनिल अम्बानी ग्रुप की फर्म रिलायंस पावर लिमिटेड ने इण्डोनेशिया में तीन कोयला खदानों का अधिग्रहण किया। ब्रिटेन के स्थानीय चुनाव में सत्तारुढ़ लेबर पार्टी की हार हुई। अमेरिका ने म्यांमार पर नए प्रतिबन्ध लगाये।
- 2010 - सेवी का प्राथमिक पूंजी बाज़ार में नए इश्युओं की खऱीद के लिए आवेदन करते समय संस्थागत निवेशकों को भी खुदरा निवेशकों की तरह शत प्रतिशत भुगतान करने का निर्देश प्रभावी हो गया।
- 1921 - ऑस्कर पुरस्कार सम्मानित फि़ल्म निर्माता, निर्देशक और लेखक सत्यजित राय का जन्म हुआ।
- 1903 - अमेरिकी चिकित्सक बेन्जामिन स्पॉक का जन्म हुआ, जो बीसवीं शताब्दी के शिशु देखभाल अधिकारियों में एक थे। उन्होंने बच्चों की देखभाल के लिए किताबें लिखी। उनकी पुस्तक बेबी ऐन्ड चाइल्ड केयर (1946, छठा संस्करण 1992) दुनिया की 42 भाषाओं में छपी तथा उसकी लाखों प्रतियां बिकीं। (निधन-15 मार्च 1998)
- 1802 - जर्मन रसायनज्ञ और चिकित्सक हेनरी गुस्टाव मैगेनस का जन्म हुआ, जिन्होंने मैग्नस प्रभाव (घूमते सिलण्डर द्वारा खींचने के लिए उत्पादित बल) की खोज की और रसायन विज्ञान में पहले प्लैटिनो-अमोनियम यौगिक का निर्माण किया। (निधन-4 अप्रैल 1870)
- 1519 -इटली के चित्रकार, मूर्तिकार तथा इंजीनियर लियोनार्डो डा विन्चीका निधन हुआ। वे एक महान इंजीनियर और अन्वेषक थे जिन्होंने कई इमारतें, पुल, नहर आदि का निर्माण किया। और खासकर वे अपने चित्रों मोनालिसा और द लास्ट सपर के लिए जाने जाते हैं। (जन्म 15 अप्रैल 1452)
- 1892 -जर्मन रसायनशास्त्री ऑगस्ट विल्हेम वॉन हॉफमैन का निधन हुआ, जिन्होंने अपने विद्यार्थी सर विलियम हेनरी पर्किन के साथ ऐनिलीन पर अनुसंधान किया जिससे ऐनिलीन डाई उद्योग का आधार रखा। इन्होंने फॉर्मैल्डीहाइड सहित रोज़ैनिलीन आदि कई यौगिकों का निर्माण किया। (जन्म 8 अप्रैल 1818)
- महत्वपूर्ण दिवस- विश्व अस्थमा दिवस।