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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 7 दिसंबर। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। इसके चलते जिला मुख्यालय की कम्पोजिट बिल्डिंग को बंद कर दिया गया है। शालाओं में भी 50 प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति का निर्देश दिया गया है।
गौरेला पेंड्रा मरवाही में अन्य जिलों की तरह 100 फीसदी उपस्थिति के साथ स्कूलों को खोला जा चुका था लेकिन 2 दिन पहले पेंड्रा ब्लॉक के एक निजी स्कूल के प्राचार्य व गौरेला के सरकारी स्कूल की प्राचार्य की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उक्त दोनों पति-पत्नी हैं और हाल ही में परिवार सहित दिल्ली से लौटे हैं। उनके बच्चों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है। इधर एकलव्य हॉस्टल के आठवीं कक्षा के छात्र व एक अन्य स्कूल के 7वीं कक्षा की छात्रा की आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। इन दोनों जगहों पर अन्य छात्र-छात्राओं की कोविड टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव मिली है। स्कूलों में शिक्षकों और छात्र-छात्राओं के बीच कोरोना संक्रमण के केस को देखते हुए कलेक्टर नम्रता गांधी ने स्कूलों में 50 प्रतिशत विद्यार्थियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने कहा है। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी मनोज राय द्वारा निर्देश जारी कर दिया गया है।
एकलव्य परिसर जहां कोविड केस मिले वहीं पर कंपोजिट बिल्डिंग भी है जहां कम से कम 10 जिला कार्यालय संचालित हैं। इन सभी दफ्तरों को बंद कर दिया गया है। इन दफ्तरों में काम करने वाले अधिकारी कर्मचारियों की टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद उन्हें कलेक्टोरेट में बैठकर काम करने कहा गया है।
जिले में अब तक कोरोना संक्रमण के 12 हजार से अधिक मामले आ चुके हैं और इसके 140 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना के नये मामले आने के बाद सोशल डिस्टेंस और मास्क की अनिवार्यता पर सख्ती बरतना शुरू किया गया है।